HDFC बैंक ने तोड़ा रिकॉर्ड, आठ लाख करोड़ के पार हुई बाजार हैसियत
भारत में निजी क्षेत्र का सबसे बड़ा बैंक, एचडीएफसी बैंक का बाजार पूंजीकरण (मर्केट कैपिटेलाइजेशन यानी बाजार हैसियत) बुधवार को शुरुआती कारोबार के दौरान आठ लाख करोड़ रुपये के पार हो गया। इस उपलब्धि को हासिल करने वाला यह देश का पहला बैंक है।
इस साल आई 15.11 फीसदी की तेजी
कारोबार के दौरान बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर कंपनी का बाजार पूंजीकरण बढ़कर 8,05,742 करोड़ रुपये हो गया। मालूम हो कि एचडीएफसी बैंक बाजार पूंजीकरण के मामले में तीसरी सबसे मूल्यवान घरेलू कंपनी है। इस साल अब तक एचडीएफसी बैंक के शेयरों में 15.11 फीसदी की तेजी आई है। बैंक का आल टाइम हाई शेयर भाव 1464 रुपये है।
पहले स्थान पर रिलायंस
बाजार पूंजीकरण के लिहाज से पहले स्थान पर मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) है। मौजूदा समय में एनएसई पर रिलायंस का बाजार पूंजीकरण 12.81 लाख करोड़ रुपये है। वहीं दूसरे स्थान पर टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) है, जिसकी बाजार हैसियत 10.15 आईएफसी बाजार देश लाख करोड़ रुपये है।
भारत में निजी क्षेत्र का सबसे बड़ा बैंक, एचडीएफसी बैंक का बाजार पूंजीकरण (मर्केट कैपिटेलाइजेशन यानी बाजार हैसियत) बुधवार को शुरुआती कारोबार के दौरान आठ लाख करोड़ रुपये के पार हो गया। इस उपलब्धि को हासिल करने वाला यह देश का पहला बैंक है।
इस साल आई 15.11 फीसदी की तेजी
कारोबार के दौरान बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर कंपनी का बाजार पूंजीकरण बढ़कर 8,05,742 करोड़ रुपये हो गया। मालूम हो कि एचडीएफसी बैंक बाजार पूंजीकरण के मामले में तीसरी सबसे मूल्यवान घरेलू कंपनी है। इस साल अब तक एचडीएफसी बैंक के शेयरों में 15.11 फीसदी की तेजी आई है। बैंक का आल टाइम हाई शेयर भाव 1464 रुपये है।
पहले स्थान पर रिलायंस
बाजार पूंजीकरण के लिहाज से पहले स्थान पर मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) है। मौजूदा समय में एनएसई पर रिलायंस का बाजार पूंजीकरण 12.81 लाख करोड़ रुपये है। वहीं दूसरे स्थान पर टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) है, जिसकी बाजार हैसियत 10.15 लाख करोड़ रुपये है।
एचडीएफसी बैंक का मार्केटकैप 8 लाख करोड़ रुपये के पार
गुरुवार के कारोबारी सत्र के दौरान एचडीएफसी बैंक का बाजार पूंजीकरण 8 लाख करोड़ रुपये के पार चला गया.
बुधवार को बीसएई पर एचडीएफसी बैंक के शेयरों में अच्छी तेजी आई, जिसके बाद इसका बाजार पूंजीकरण 8,05,742 करोड़ रुपये तक पहुंच गया था.
गौरतलब है कि एचडीएफसी बैंक मार्केटकैप के आधार पर देश की तीसरी सबसे बड़ी कंपनी हैं. अन्य निजी सेक्टर बैंकों की बात करें, तो एचडीएफसी बैंक के बाद कोटक महिंद्रा बैंक (3,68,725.08 करोड़ रुपये) और आईसीआईसीआई बैंक (3,26,114.19 करोड़ रुपये) का नाम आता है.
मार्केटकैप के आधार पर रिलायंस इंडस्ट्रीज देश की सबसे मूल्यवान कंपनी है, जिसका बाजार पूंजीकरण 13,30,633.76 करोड़ रुपये है. इसके बाद 10,13,819.30 करोड़ रुपये के मार्केटकैप वाली टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) का नंबर आता है.
साल 2020 में एचडीएफसी बैंक के शेयरों ने 10 फीसदी तक का रिटर्न दिया है. बीते तीन, पांच और 10 साल में इस बैंक का रिटर्न क्रमश: 51.55 फीसदी, 163.68 फीसदी और 504.4 फीसदी रहा है.
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वर्ष 2022 में शेयर बाजार में होगी हल्की वृद्धि: HDFC सिक्योरिटीज
मुंबईः ब्रोकरेज कंपनी एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने घरेलू बाजार का मूल्यांकन पहले ही ज्यादा होने का जिक्र करते हुए कहा है कि वर्ष 2022 में बाजार सूचकांक की वृद्धि एकल अंक में ही रह सकती है। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के मुताबिक, अगले साल के अंत में बीएसई का सेंसेक्स 62,000 अंक और एनएसई का निफ्टी 18,500-19,000 अंक के स्तर पर रह आईएफसी बाजार देश सकता है।
ब्रोकरेज कंपनी का कहना है कि घरेलू बाजार लंबे समय से कीमत एवं आय के स्तर पर वैश्विक इक्विटी की तुलना में 21 प्रतिशत चढ़कर कारोबार करता रहा है। वहीं उभरती अर्थव्यवस्थाओं की तुलना में भारतीय बाजार 72 प्रतिशत तक चढ़ा हुआ है। इस तरह यह सबसे महंगा उभरता बाजार है। हालांकि कोरोना वायरस के नए स्वरूप ओमीक्रॉन के आने के बाद भारतीय बाजार में इस महीने गिरावट का रुख बना हुआ है।
बाजार में एक तिहाई हिस्सेदारी रखने वाले विदेशी फंडों ने दिसंबर में अब तक 17,700 करोड़ रुपए की निकासी कर ली है। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी धीरज रेल्ली ने कहा कि बाजार के पहले से ही चढ़े होने के कारण वर्ष 2022 में इसकी वृद्धि नरम ही रहने के आसार हैं। उन्होंने कहा कि सेंसेक्स में इकाई अंक की ही वृद्धि होने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी, दवा, दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाली (एफएमसीजी) और उपभोक्ता-केंद्रित ऑनलाइन कंपनियों से बाजार को थोड़ा समर्थन मिलने की उम्मीद है।
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हर महीने तीन लाख नए ग्राहक जोड़ेगा HDFC Bank क्रेडिट कार्ड बाजार में रुतबा खोने के कारण
निजी क्षेत्र में देश के अग्रणी एचडीएफसी बैंक क्रेडिट कार्ड कारोबार में अपनी खोई प्रतिष्ठता फिर से हासिल करने में जुटा गया आईएफसी बाजार देश है। बैंक ने कहा है कि वह एक वर्ष के भीतर क्रेडिट कार्ड बिजनेस में अपनी पुरानी हिस्सेदारी हासिल कर लेगा।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | निजी क्षेत्र में देश के अग्रणी एचडीएफसी बैंक क्रेडिट कार्ड कारोबार में अपनी खोई प्रतिष्ठता फिर से हासिल करने में जुटा गया है। बैंक ने कहा है कि वह एक वर्ष के भीतर क्रेडिट कार्ड बिजनेस में अपनी पुरानी हिस्सेदारी हासिल कर लेगा। एचडीएफसी बैंक के पेमेंट और कंज्यूमर फाइनेंस के प्रमुख पराग राव का कहना है कि शुरुआत में बैंक हर महीने तीन लाख नए ग्राहक बनाएगा, लेकिन आगे चल कर हर महीने पांच लाख क्रेडिट कार्ड ग्राहक बनाने का लक्ष्य है। बाद में इसे और बढ़ाया जाएगा। आरबीआइ ने एचडीएफसी बैंक पर आठ महीनों तक नए क्रेडिट कार्ड जारी करने पर रोक लगा रखी थी। इसे पिछले सप्ताह ही हटाया गया है।
राव का कहना है कि प्रतिबंध से पहले वाली स्थिति हासिल करने में तीन से चार तिमाही का समय लग सकता है। राव ने कहा कि आरबीआइ की तरफ से लगाए गए प्रतिबंध की अवधि में कंपनी को अपनी पूरी रणनीति पर पुनर्विचार करने का अवसर मिला। प्रोडक्ट की भी समीक्षा की गई है ताकि आईएफसी बाजार देश उन्हें बदलते माहौल के मुताबिक और बेहतर बनाया जा सके।
इस बारे में ग्राहकों से भी काफी बात की गई है। महामारी के दौरान हमने देखा है कि लोगों में डिजिटल पेमेंट करने की प्रवृत्ति बढ़ी है, जिसका असर क्रेडिट कार्ड कारोबार पर व्यापक होगा। सामान्य बिलों का भुगतान भी लोग अब आनलाइन करने लगे हैं जिसके मुताबिक हम अपने उत्पाद में भी बदलाव करेंगे।
चालू वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही में बैंक के कार्ड के जरिये होने वाले खर्च में 60 फीसद का इजाफा हुआ है। केंद्रीय बैंक द्वारा एचडीएफसी बैंक पर प्रतिबंध लगाए जाने का सबसे ज्यादा फायदा एसबीआइ और आइसीआइसीआइ को हुआ है। क्रेडिट कार्ड बाजार में एचडीएफसी बैंक की हिस्सेदारी में दो फीसद की गिरावट हुई है। कंपनी का कहना है कि वह जल्द ही खोई हिस्सेदारी हासिल कर लेगी।
शेयर बाजार का नया ऑल टाइम हाई: HDFC लाइफ और टाटा मोटर्स टॉप गेनर
शेयर बाजार ने सप्ताह के पांचवें और अंतिम व्यवसायी दिन, यानी शुक्रवार (25 नवंबर) को भी नए रिकॉर्ड्स कायम किए . सेंसेक्स ने 62,447 का नया ऑल टाइम हाई बनाया है . ये 20 अंकों की तेजी के साथ 62,293 के स्तर पर बंद हुआ . यह सेंसेक्स का ऑल आईएफसी बाजार देश टाइम क्लोजिंग हाई भी है . सेंसेक्स के 30 में से 15 शेयरों में तेजी देखने को मिली . वहीं 15 शेयरों में गिरावट रही . लगातार दूसरे दिन बाजार गिरावट में बंद हुआ है .
वहीं निफ्टी ने भी 52 हफ्तों का नया हाई और क्लोजिंग हाई बनाया है . निफ्टी 28 अंक बढ़कर 18,512 के स्तर पर बंद हुआ है . कारोबार के दौरान ये 18,534.90 के स्तर पर पहुंचा था . इससे पहले निफ्टी का 52-वीक हाई 18,529 और क्लोजिंग हाई आईएफसी बाजार देश 18,484 था, जो उसने एक दिन पहले 24 नवंबर को ही बनाया था . निफ्टी ऑल टाइम हाई 18,604 है, जो उसने 19 अक्टूबर 2021 को बनाया था .
100 पॉइंट से प्रारम्भ हुआ था सेंसेक्स
1986 में जब सेंसेक्स की आरंभ हुई तो इसका बेस ईयर 1978-79 को रखा गया और बेस 100 पॉइंट बनाया गया . जुलाई 1990 में ये आंकड़ा 1000 पॉइंट पर पहुंच गया . 1991 के आर्थिक उदारीकरण के बाद गवर्नमेंट ने FDI के दरवाजे खोले और बिजनेस करने के कानून में परिवर्तन किया . इसने सेंसेक्स में गति बढ़ाई . आज ये 62,000 को पार कर गया है .
HDFC लाइफ और टाटा मोटर्स टॉप गेनर
HDFC लाइफ, टाटा मोटर्स, हीरो मोटोकॉर्प, कोल इंडिया, रिलायंस, डिविस लैब, आयशर मोटर्स, विप्रो, एक्सिस बैंक, सिप्ला समेत समेत 28 शेयर्स निफ्टी के गेनर रहे . ICICI बैंक, नेस्ले इंडिया, कोटक बैंक, टाइटन, ब्रिटानिया, टाटा कंज्यूमर, अपोलो हॉस्पिटल समेत 21 शेयर्स निफ्टी के लूजर्स रहे . वहीं एक शेयर में कोई परिवर्तन नहीं हुआ .
मीडिया सेक्टर में सबसे आईएफसी बाजार देश अधिक 2.52% की तेजी
NSE के 11 सेक्टोरल इंडेक्स में से 8 में तेजी रही . मीडिया सेक्टर में सबसे अधिक 2.52% की तेजी देखने को मिली . रियल्टी सेक्टर में 1.17% की बढ़त दिखी . इन दोनों के अतिरिक्त ऑटो, IT, मेटल, फार्मा, PSU बैंक और प्राइवेट बैंक सेक्टर में भी तेजी रही . वहीं बैंक, फाइनेंशियल सर्विसेज और FMCG सेक्टर में गिरावट देखने को मिली .
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