© Reuters. स्वीडन और कनाडा जैसे देशों से उत्तर प्रदेश में आएगा बड़ा निवेश

पर्सनल फाइनेंस: सिर्फ टैक्स या पैसे बचाने के लिए निवेश करना गलत, इन बातों को अपनाकर कमा सकते हैं ज्यादा मुनाफा

अनुशासित और सही निवेश आपको बिना कर्ज के जाल में फंसे धन बनाने और भविष्य की वित्तीय आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद करता है। विशेषज्ञों के अनुसार जैसे ही इनकम शुरू हो वैसे ही इन्वेस्टमेंट शुरू कर देना चाहिए। आज बाजार में निवेश के लिए स्टॉक, यूनिट-लिंक बीमा योजना, बॉन्ड, फिक्स्ड डिपॉजिट, RD , म्यूचुअल फंड और नेशनल पेंशन सिस्टम सहित कई ऑप्शन उपलब्ध हैं। ऐसे में निवेश के लिए कोई भी स्कीम को चुनने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है।

सिर्फ टैक्स या पैसे बचाने के लिए निवेश करना गलत
हमारे देश में निवेश को सीधे टैक्स बचाने या पैसों की बचत से जोड़ा जाता है और निवेश करने के लिए कोई उद्देश्य या लक्ष्य निर्धारित नहीं किए जाते हैं। इस कारण ज्यादातर लोगों को अपने पैसों पर उतना रिटर्न नहीं मिल पाता है जितना मिलना चाहिए। कई लोग टैक्स बचने के लिए जल्दबाजी में कहीं भी निवेश कर देते हैं, जो गलत है। आज कल टैक्स सेविंग के लिए भी बाजार में कई विकल्प मौजूद हैं, इसीलिए निवेश करने से पहले उपलब्ध सभी विकल्पों की ठीक से तुलना करनी चाहिए।

ज्यादा लम्बे लक्ष्य की बजाए छोटे-छोटे लक्ष्य बनाएं
कभी भी बहुत ज्यादा समय के लिए या बड़े-बड़े लक्ष्य बनाने से बचना चाहिए। बड़े लक्ष्य को छोटे-छोटे हिस्सों में बांटना चाहिए। इससे आप अपने निवेश की सही से निगरानी भी कर सकेंगे। और मान लीजिए अगर आपका निवेश सही रिटर्न नहीं दे क्या आपको भी निवेश करना चाहिए? रहा है तो, आप कुछ समय बाद उसके मैच्योर होने पर उसे कहीं और निवेश कर सकते हैं।

जल्द से जल्द शुरू करें निवेश
निवेश शुरू करने का सबसे सही समय वही है जब आपकी इनकम शुरू हो जाए। जैसे ही आपकी आमदनी शुरू हो आपको अपनी कैपेसिटी के हिसाब से निवेश शुरू कर देना चाहिए। क्योंकि कोरोना काल ने लोगों को सीखा दिया है कि बुरे वक्त में आपकी सेविंग ही आपके काम आती है, इसीलिए जल्द से जल्द निवेश के शुरुआत करना सही रहता है।

एक ही जगह न लगाएं पूरा पैसा
कभी भी अपना पूरा पैसा एक ही जगह निवेश नहीं करना चाहिए। आपको अपने पोर्टफोलियो में विविधता रखनी चाहिए, क्योंकि जरूरी नहीं कि आपने जहां पैसा लगाया है वो आपको रिटर्न दे ही। मान लीजिए आप दो जगह 100-100 रुपए निवेश करते हैं। पहले से आपको 10% का रिटर्न मिला और दूसरी जगह से 5% का नुकसान हुआ। तो ऐसे में भी आप फायदे में ही रहेंगे। वहीं अगर पहले से आपको 10% का नुकसान और दूसरी जगह से 5% का फायदा हुआ। तो ऐसे में भी दूसरी जगह से हुआ फायदा आपके नुकसान को कम कर देगा।

निवेश अवधि का रखें ध्यान
आप कितने समय के लिए अपना पैसा निवेश करना चाहते हैं या कर सकते हैं, इस बात का विशेष ध्यान रखें। क्योंकि कई सेविंग स्कीम और योजनाएं लॉक इन पीरियड के साथ आती हैं। यानी इस पीरियड में आप अपना निवेश किया हुआ पैसा नहीं निकाल सकेंगे। इसीलिए इस बात का विशेष ध्यान रखें कि आप जहां निवेश कर रहे हैं उसमें लॉक इन पीरियड तो नहीं हैं और अगर है तो कितना है।

निवेश विकल्पों की ठीक से तुलना करना जरूरी
आपकी एक गलती आपकी सालों की कमाई बर्बाद कर सकती है। ऐसे में कहीं भी पैसा लगाने से पहले निवेश विकल्पों की तुलना ठीक से करना चाहिए। आपको देखना चाहिए कि किस स्कीम या योजना ने बीते सालों में कितना रिटर्न दिया हैं और यहां निवेश करना सुरक्षित है या नहीं।

एलआईसी जीवन उमंग पॉलिसी: 45 रुपए के निवेश पर मिलेंगे 27 लाख रुपए

एलआईसी जीवन उमंग पॉलिसी: 45 रुपए के निवेश पर मिलेंगे 27 लाख रुपए

जानें, क्या है एलआईसी की जीवन उमंग पॉलिसी और इससे कैसे मिलता है लाभ

हम छोटी-छोटी बचत करके काफी अच्छा पैसा इकट्ठा कर सकते हैं। आज की बचत ही हमारे भविष्य के काम आती है। इस बात को ध्यान में रखते हुए कई सरकारी कंपनियां योजनाएं लेकर आती है जिसमें निवेश करके अच्छा लाभ प्राप्त किया जा सकता है। आज हम आपको एक ऐसी ही योजना के बारे में बताएंगे जिसमें आप मात्र प्रतिदिन 45 रुपए की छोटी सी धनराशि की बचत करके भविष्य में 27 लाख रुपए की एक मुश्त रकम प्राप्त कर सकते हैं।

आज हम बात कर रहे हैं "भारतीय जीवन बीमा निगम यानि एलआईसी की जीवन उमंग पॉलिसी" की, जिसमें निवेश करने पर आपको बेहतरीन रिटर्न मिलता है। आप अपने बच्चों की पढ़ाई, उनकी शादी जैसी भविष्य की कई जरूरतों को पूरा करने के लिए इस पॉलिसी में निवेश करके मैच्योरिटी पर एक मुश्त करीब 27 लाख रुपए से अधिक की रकम प्राप्त कर सकते हैं। इस पॉलिसी को किसान, व्यापारी, नौकरी पेशा सहित सभी लोग ले सकते हैं। तो आइए जानते हैं, ट्रैक्टर जंक्शन की इस पोस्ट में एलआईसी की जीवन उमंग पॉलिसी के बारें में जो आपके जीवन में भी उमंग भर देगी।

क्या है जीवन उमंग पॉलिसी (LIC Jeevan Umang Policy)

भारतीय जीवन बीमा निगम की ओर से इस पॉलिसी को शुरू किया गया है। यह एक एंडोमेंट पॉलिसी है जिसमें बीमा कवरेज क्या आपको भी निवेश करना चाहिए? के साथ बचत का लाभ भी मिलता है। इस पॉलिसी की खास बात ये हैं मैच्योरिटी की अवधि पूरी होने पर ग्राहक के खाते में हर साल एक निश्चित राशि आती है। इसके अलावा यदि पॉलिसी धारक की मृत्यु हो जाती है तब उसके नॉमिनी को एक मुश्त रकम दी जाती है। यह पॉलिसी 100 साल तक का कवरेज प्रदान करती है।

जीवन उमंग पॉलिसी में शामिल होने के लिए कितनी होनी चाहिए आयु

एलआईसी की जीवन उमंग पॉलिसी में 90 दिन से लेकर 55 साल के लोग ले सकते हैं। इसमें हर माह एक निश्चित रकम निवेश करने पर आपको एक मुश्त काफी बड़ी रकम प्राप्त होती है।

जीवन उमंग पॉलिसी ( Jeevan Umang Policy ) की क्या है विशेषताएं

ये भारतीय जीवन बीमा निगम की बेहतरी पॉलिसियों में से एक है। इस पॉलिसी की विशेषताएं इस प्रकार से हैं-

  • एलआईसी की ये पॉलिसी अन्य पॉलिसी से अलग है। यह एंडॉमेंट के साथ ही एक आजीवन बीमा योजना है।
  • इस पॉलिसी में प्रीमियम भुगतान अवधि के बाद बीमित रकम के 8 प्रतिशत का लाभ आपको आजीवन या 100 वर्ष की आयु तक प्राप्त होता है।
  • इस पॉलिसी के तहत सिंपल रिवर्सनरी बोनस के साथ-साथ फाइनल एडिसन बोनस का लाभ भी ग्राहक को दिया जाता है।
  • इस पॉलिसी में प्रीमियम, मृत्यु लाभ और परिपक्वता (मैचुरिटी) लाभ पर कर (Tax) में छूट का लाभ प्रदान किया जाता है। इसमें इनकम टैक्स के सेक्शन 80C के तहत टैक्स पर भी छूट का लाभ मिलता है।

जीवन उमंग पॉलिसी के लाभ

एलआईसी (LIC) की जीवन उमंग पॉलिसी में कई लाभ प्रदान किए जाते हैं जो इस प्रकार से हैं-

पॉलिसी की मैचुरिटी (Policy Maturity) पर मिलने वाला लाभ

इस पॉलिसी लेने के बाद यदि आपकी उम्र 100 साल की हो जाती है तो पॉलिसी धारक को बीमित राशि के साथ सिंपल रिवर्सनरी बोनस, फाइनल एडिसन बोनस का भुगतान किया जाता है।

सर्वाइवल लाभ (Survival Benefit)

प्रीमियम भुगतान अवधि के पूर्ण होने के एक साल बाद से प्रत्येक साल पॉलिसीधारक को मूल बीमित राशि का 8% प्राप्त होना शुरू हो जाता है। यह राशि उसे हर साल तब तक प्राप्त होती रहेगी जब तक वह 100 वर्ष की आयु तक नहीं पहुंच जाता है अथवा उसकी मृत्यु नहीं हो जाती है। इसमें से जो भी पहले हो, तब तक उसे ये लाभ मिलता रहता है।

पॉलिसी धारक की मृत्यु होने पर मिलने वाला लाभ

इस पॉलिसी के तहत यदि पॉलिसीधारक की मृत्यु "जोखिम प्रारंभ तिथि" से पहले होती है तो भुगतान किए गए सभी प्रीमियम की राशि नॉमिनी (नामांकित व्यक्ति) को वापस कर दी जाती है। यदि पॉलिसीधारक की मृत्यु "जोखिम प्रारंभ तिथि" के बाद होती है तो नॉमिनी (नामांकित व्यक्ति) को मृत्यु पर मिलने वाले बीमित रकम का भुगतान किया जाता है।

इस पॉलिसी में पॉलिसी धारक की मृत्यु पर मिलने वाली बीमित रकम वार्षिक प्रीमियम का 10 गुणा या मूल बीमित रकम+सिंपल रिवर्सनरी बोनस+ फाइनल एडिसन बोनस जो भी अधिक हो, दिया जाता है। यहां ध्यान देने वाली बात ये हैं कि मृत्यु लाभ कभी भी भुगतान किए गए सभी प्रीमियमों के 105 प्रतिशत से कम नहीं होगा। वहीं मृत्यु लाभ में उल्लिखित प्रीमियम में कर (टैक्स), राइडर प्रीमियम और अंडरराइटिंग फैसलों के कारण बढ़ हुए प्रीमियम शामिल नहीं है।

जीवन उमंग पॉलिसी में मिलती है लोन की भी सुविधा

एलआईसी की जीवन उमंग पॉलिसी में लोन की भी सुविधा दी जाती है। इसके लिए आपको लगातार तीन साल तक प्रीमियम भरना होगा। इसे बाद ही आप इस पॉलिसी पर लोन ले सकते हैं। इस योजना के तहत लोन की राशि और ब्याज की दर लोन लेने के समय पर निर्भर करती है।

भारत में एलआईसी की अन्य पालिसी के बारे में जानने के लिए यहां क्लिक करें।

जीवन उमंग पॉलिसी में कैसे मिलेंगे 45 रुपए से 27 लाख रुपए

एलआईसी की जीवन उमंग पॉलिसी में यदि आप 45 रुपए प्रतिदिन जमा करके इस पॉलिसी को खरीदते हैं, तो आपको इस हिसाब से 1350 रुपए की राशि हर माह प्रीमियम के रूप में जमा करनी होगी, जो साल भर की 16200 रुपए होगी। यदि आप ये पॉलिसी 30 साल के लिए लेते हैं तो आपके द्वारा 30 साल में 4.86 लाख रुपए की राशि इस योजना में जमा हो जाएगी। इस पॉलिसी की मैच्योरिटी 31 साल पर होगी और आपको 31वें साल से लेकर 100 वर्ष की आयु तक इस पॉलिसी के तहत 40 हजार रुपए सालाना तक रिटर्न मिलता रहेगा। इस तरह देखा जाए तो आपको इस योजना से करीब 27 लाख रुपए से अधिक तक का लाभ मिल जाएगा।

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स्वीडन और कनाडा जैसे देशों से उत्तर प्रदेश में आएगा बड़ा निवेश

शेयर बाजार 15 दिसम्बर 2022 ,20:45

स्वीडन और कनाडा जैसे देशों से उत्तर प्रदेश में आएगा बड़ा निवेश

© Reuters. स्वीडन और कनाडा जैसे देशों से उत्तर प्रदेश में आएगा बड़ा निवेश

में स्थिति को सफलतापूर्वक जोड़ा गया:

लखनऊ, 15 दिसंबर(आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश में कनाडा स्वीडन जैसे देशों से बड़ा निवेश आने की संभावना है। विभिन्न देशों में रोड शो और वन टू वन बिजनेस मीटिंग कर रही टीम योगी जब बड़े बिजनेस लीडर्स से मुलाकात करती है तो वो सहर्ष ही उत्तर प्रदेश में निवेश को तैयार हो जा रहे हैं। इसका उदाहरण स्वीडन है, जहां से टीम योगी को 15 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। स्वीडन की कंपनियां उत्तर प्रदेश में फिल्म सिटी, रिटेल, टूरिज्म, वेस्ट मैनेजमेंट जैसे क्षेत्रों में निवेश करने को तैयार हैं। वहीं कनाडा के वैंकूवर क्या आपको भी निवेश करना चाहिए? से भी टीम योगी को 1200 करोड़ रुपए के 6 एमओयू प्राप्त हुए हैं, जिससे 600 रोजगार के अवसर सृजित होंगे। अमेरिका और सिंगापुर जैसे देशों में भी टीम योगी की निवेशकों से व्यापक चर्चा हुई है, जिसके बाद कई कंपनियां यूपी में निवेश को लेकर इच्छुक हैं।

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री मोदी की मंशा के अनुरूप प्रदेश को वन ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का निश्चय किया है। इसके लिए फरवरी 2023 में राजधानी लखनऊ में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया जाना है जिसमें 10 लाख करोड़ रुपए के निवेश का लक्ष्य तय किया गया है। इसकी पूर्ति के लिए मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में मंत्रियों और अधिकारियों की टीमें विभिन्न देशों में बड़े बिजनेस लीडर्स से निवेश को लेकर चर्चा कर रही हैं।

औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल नंदी और लोक निर्माण विभाग मंत्री जितिन प्रसाद की अध्यक्षता वाला प्रतिनिधिमंडल बुधवार को स्टॉकहोम में रोड शो के दौरान स्वीडिश बिजनेस कम्युनिटी से मिला। इस अवसर पर विभिन्न बिजनेस टू बिजनेस (बीटूबी) और गवर्नमेंट टू गवर्नमेंट (जीटूजी) में डिफेंस, टेक्सटाइल व गारमेंट्स, फूड प्रोसेसिंग, ऑटोमोबाइल व ईवी, रीन्यूएबल एनर्जी, वेस्ट एवं वाटर मैनेजमेंट और ट्रांसपोर्टेशन जैसे क्षेत्रों में निवेश को लेकर चर्चा की गई। अपर मुख्य सचिव (खेल एवं युवा मामले) नवनीत सहगल व उत्तर प्रदेश सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने प्रदेश की मजबूती के साथ ही स्वीडिश बिजनेस कम्युनिटी को रेड कार्पेट और समर्पित निवेश सुविधाओं के प्रति आश्वस्त किया। नोएडा में रिटेल स्टोर खोलने जा रही आइकिया के ग्लोबल एक्सटेंशन हेड जेन क्रिस्टिनसन और पब्लिक अफेयर मैनेजर जेन क्रेलिना ने यूपी में अपने रिटेल स्टोर्स की श्रंखला के विस्तार और लग्जरी मॉल्स के लिए 4300 करोड़ रुपए के निवेश का इरादा जताया। प्रतिनिधिमंडल ने स्टॉकहोम में आइकिया गैलेरियन का भी दौरा किया। इसी तरह, स्वीडिश निर्माण कंपनी सेरनेक ने यूपी में फिल्म सिटी प्रोजेक्ट में 10 हजार करोड़ के निवेश का प्रस्ताव दिया। वहीं, बोसोन एनर्जी ने वेस्ट एनर्जी प्रोजेक्ट के लिए एक हजार करोड़ के निवेश का प्रस्ताव दिया तो पर्यटन से जुड़े करीब 40 करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव भी मिले।

कनाडा के वैंकूवर में विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना और पशुपालन मंत्री धर्मपाल सिंह की अगुवाई में यूपी के प्रतिनिधिमंडल को निवेश के कई प्रस्ताव मिले हैं। प्रतिनिधिमंडल ने यहां बिजनेस कम्युनिटी के साथ 6 निवेश प्रस्ताव (एमओयू) साइन किए जिनकी कुल कॉस्ट 1200 करोड़ रुपए है। यह निवेश प्रस्ताव आईटी पार्क, एल्यूमिनियम व किचेन सप्लाई की मैन्युफैक्च रिंग यूनिट्स, होटल्स आदि से जुड़े हैं। इन निवेश प्रस्तावों से 600 से ज्यादा लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे। प्रतिनिधिमंडल ने ब्रिटिश कोलंबिया के स्पीकर राज चौहान से भी मिला और प्रदेश में निवेश की संभावनाओं पर बातचीत की।

वित्त मंत्री सुरेश खन्ना और पूर्व मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह की अगुवाई वाला प्रतिनिधिमंडल अमेरिका में कई बड़े बिजनेस लीडर्स से मिला। न्यूयॉर्क में उनकी मुलाकात बिज2क्रेडिट के को-फाउंडर रोहित अरोड़ा से हुई जिन्होंने भारत में 500 मिलियन डॉलर का निवेश कर रखा है। उनसे प्रदेश में बिजनेस एक्सपैंशन को लेकर चर्चा की गई। इसी तरह प्रतिनिधिमंडल इनबेव के ग्लोबल वाइस प्रेसीडेंट रेगुलेटरी और पब्लिक अफेयर्स आंद्रियस पेनेट से भी मिला और बातचीत के बाद यहां यूपी में निवेश को लेकर एमओयू भी साइन किया गया। वहीं, आईक्रिएट के फाउंडर पराग अमीन से मुलाकात के दौरान यूपी में फोस्टर स्टार्टअप के विकास को लेकर एक एमओयू हुआ। ई कुबेर वेंचर्स के को-फाउंडर और एमडी अजय श्रीवास्तव के साथ डिफेंस, ड्रोन्स और स्टार्टअप में निवेश की संभावनाओं पर चर्चा हुई। प्रतिनिधिमंडल ने डेल्टाग्रिड मीटरिंग से अर्बन व रूरल एरियाज में स्मार्ट मीटर्स के लोकल मैन्युफैक्चि रंग को लेकर चर्चा की। वहीं, केंड्रिल के सीईओ मार्टिन श्क्रोइडर आईटी और आईटीईएस के क्षेत्र में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट व आईटी पार्क में भागीदारी को लेकर आग्रह किया।

उधर, जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह की अगुवाई में प्रतिनिधिमंडल ने सिंगापुर में बिजनेस मीटिंग की। प्रतिनिधिमंडल विडा टेक्नोलॉजी के एमडी से मिला और उत्तर प्रदेश में ओईएम/ओडीएम टेक्नोल़ॉजी में निवेश के विभिन्न माध्यमों पर चर्चा की। प्रतिनिधिमंडल ने विडा टेक्नोलॉजी के एमडी को आश्वासन दिया कि प्लांट लगाने के लिए भूमि प्राथमिकता के आधार पर प्रदान की जाएगी और यह भी आश्वस्त किया कि सभी हैंडहोल्डिंग सहमतियां भी प्रदान की जाएंगी। प्रतिनिधिमंडल यहां सिंगापुर इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के चेयरमैन नील पारेख और कुछ अन्य लीडिंग इंडस्ट्री के प्रतिनिधियों क्या आपको भी निवेश करना चाहिए? से भी मिला। इस अवसर पर उनके साथ डिफेंस, ईवी, बैंकिंग व फाइनेंस, एजुकेशन इंफ्रास्ट्रक्च र एवं आईटी व संबंधित उद्योगों में सिंगापुर को निवेश की संभावनाओं से परिचित कराया गया और निवेश का आग्रह किया गया। एशिया की बड़ी अर्बन इंफ्रास्ट्रक्च र कंसल्टिंग फर्म सुर्बना जुरोंग के सीईओ हरी पुलोंगसुंदरम के उनके मुख्यालय में मुलाकात की गई। इस दौरान उत्तर प्रदेश में इंफ्रास्ट्रक्च र, स्मार्ट सिटी और हाउसिंग डेवलपमेंट जैसे क्षेत्रों में निवेश जुटाने के लिए राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस में व्यापक चर्चा हुई। टीम योगी ने उन्हें उत्तर प्रदेश में निवेश करने के लिए अपने क्लाइंट बेस को जुटाने और प्रोत्साहित करने के लिए भी जोर दिया।

बिना ज्यादा दिमाग लगाए, अपने लिए टॉप-5 शेयर कैसे चुने? एक बार जान लिए तो बन जाएंगे अमीर

हर कोई चाहता है कि सिर्फ उसी शेयर में पैसा लगाएं जहां से नुकसान ना उठाना पड़े, लेकिन ये कैसे होगा ये बहुत कम लोगों को पता होता है। आइए जानते हैं कि अधिक रिटर्न वाले शेयर को सेलेक्ट करते वक्त किन बातों क्या आपको भी निवेश करना चाहिए? का ध्यान रखना होता है।

बिना ज्यादा दिमाग लगाए, अपने लिए टॉप-5 शेयर कैसे चुने? एक बार जान लिए तो बन जाएंगे अमीर - India TV Hindi

अच्छे शेयर चुनना कोई रॉकेट साइंस नहीं है, थोड़ा सा दिमाग लगाएंगे तो अच्छे शेयर खुद ब खुद आपकी झोली में चले आएंगे। आज मैं इसी बारे में आपको बताने जा रहा हूं। म्यूचुअल फंड में जिसने भी साल या 2 साल का वक्त निवेश करते हुए गुजार लिए हैं, ये आर्टिकल उनलोगों की काफी मदद करने वाला है। जो लोग म्यूचुअल फंड के बाद अब इक्विटी मार्केट में डायरेक्ट निवेश करने की सोच रहे हैं, वो लोग इसे ध्यान से समझ लें।

अभी तक आप सही म्यूचुअल फंड को सलेक्ट करने के लिए टॉप-5 म्यूचुअल फंड की लिस्ट देखकर उनमें से किसी एक को सलेक्ट कर निवेश कर रहे थे। कितने समय के लिए आप निवेश करने वाले हैं, उस मापदंड को देखते हुए किसी लार्जकैप फंड में पैसे लगा रहे थे। लेकिन आप में से बहुत कम लोगों ने ही एक जरूरी बात पर गौर किया होगा। क्या है वो जरूरी बात? इसे समझिए।

टॉप-5 म्यूचुअल फंड के पोर्टफोलियो पर नजर दौड़ाएं

जब आप टॉप-5 म्यूचुअल फंड के पोर्टफोलियो पर नजर दौड़ाएंगे (यानी वो म्यूचुअल फंड किन-किन शेयर्स में निवेश करता है)तो कुछ शेयर उनमें कॉमन नजर आएंगे। आपको उन कॉमन शेयर्स की लिस्ट बनानी है। आपके पास कम से कम 3 या 4 ऐसे शेयर आएंगे, जिनमें टॉप-5 म्यूचुअल फंड पैसे निवेश करते हैं।

कच्चा आम, पका आम के उदाहरण से समझिए

अभी तक आपने शेयर को सलेक्ट करने का ये नया तरीका सीख लिया। अब आपको उस शेयर को अपने पोर्टफोलियो में कब शामिल करना है इसे जान लीजिए। इसे एक उदाहरण से समझते हैं।

आम सभी को अच्छे लगते हैं बच्चा हो या बड़ा, सभी इसे चाव से खाते हैं। मान लीजिए, आपके दोनों हाथों में एक-एक आम है। एक में कच्चा और एक में पका हुआ आम। आप 20 साल के एक युवक को बुलाते हैं और आम खाने के लिए अपने दोनों हाथ उसके आगे बढ़ाते हैं, वो युवक पके हुए आम को देखता है और उसे उठा लेता है। कुछ देर बाद एक छोटा बच्चा आता है। उसके सामने भी आपने दोनों हाथ आगे किए। वो बच्चा कभी कच्चे आम की तरफ देखता है, कभी पके हुए आम की तरफ। उसे ये तो पता है कि ये दोनों आम हैं, लेकिन ये नहीं पता कि कौन सा आम मीठा होगा, कच्चा वाला या पका वाला और किसे कब खाना है। वो आपके हाथों में रखे दोनों आम उठा लेता है।

यहां आम का मतलब शेयर से है। वो शेयर जिसे आपने निवेश के लिए चुना है। शेयर बाजार में नए निवेशक को यहां बच्चे के रूप में और 20 साल के युवक को अनुभवी निवेशक के रूप में लिया गया है।

अपने ड्रीम शेयर को कब और कैसे खरीदें

जो अनुभवी लोग हैं उन्हें ये पता होता है कि उन्हें अपना ड्रीम शेयर कब और कितने भाव में लेना है। लेकिन जो लोग नए होते हैं वो ये तो पता कर लेते हैं कि उन्हें कौन से शेयर लॉन्ग टर्म के लिए खरीदकर रख लेना चाहिए। लेकिन ये नहीं पता होता कि आखिर किस भाव में खरीदना है। ऊपर समझाए गए उदाहरण में जिस तरह बच्चे को आम के कच्चे या पके होने का बोध नहीं होता है, ठीक उसी तरह नए निवेशक अपने ड्रीम शेयर में गलत क्या आपको भी निवेश करना चाहिए? टाइम में एंट्री लेकर लंबे समय तक के लिए फंस जाते हैं। इसके लिए उन्हें अपने फेवरेट शेयर के भाव के कम से कम 2 से 3 फीसदी तक गिरने का इंतजार करना चाहिए। और धीरे-धीरे ठीक-ठाक गिरावट पर उसे खरीदते रहना चाहिए। जिससे उस शेयर की एवरेज वैल्यू करेंट प्राइस के काफी नीचे आ जाएगी, और आप जल्द ही उस शेयर में अच्छा मुनाफा देख सकते हैं। इस तरीके को और अच्छी तरह समझने के लिए आप नीचे दिए आर्टिकल के लिंक को क्लिक कर उसे पढ़ सकते हैं और अपने इन्वेस्टिंग के सफर को और आसान बना सकते हैं

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