बिटकॉइन से पैसे कैसे कमाएं।
क्या आपको पता है Bitcoin क्या है, इसके क्या फायदे हैं और बिटकाॅइन से पैसे कैसे कमाएं। इस आर्टिकल में हम बिटकाॅइन बारे में जानेंगे। Bitcoin एक क्रिप्टो करेंसी है। यह पूरी तरह से डिजिटल करेंसी है। वर्तमान में हजारों Crypto Currency हैं। लेकिन बिटकॉइन सबसे पुरानी करेंसी है। इसे सन् 2009 में क्रिप्टोकरेंसी को कैसे खरीदे? जापान के सतोशी नाकामोतो ने बनाया था। Bitcoin केवल online ही उपयोग किया जा सकता है। इसे आभासी मुद्रा भी कहते हैं।
बिटकॉइन के क्या उपयोग है | Use of Bitcoin
- गुप्त तरीके से देश के बाहर पैसा भेजना के लिए बिटकॉइन का उपयोग किया जा सकता है। यह सब पूरी तरह गुप्त रहता है, क्योंकि बिटकॉइन किसी संस्था नियंत्रण में नहीं है और इसे online यूज किया जा सकता है।
- बिटकॉइन का उपयोग ऑनलाइन खरीदारी के लिए भी कर सकते हैं। जो कि सुरक्षित तरीका है।
- लोग इसका उपयोग धन छिपाने के लिए भी करते हैं। बिटकॉइन में पैसा लंबे समय के लिए इन्वेस्ट करके भी रख सकते हैं।
- बिटकॉइन बेचकर जो पैसा मिलता है उसे आप सीधे अपने बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर सकते हैं।
बिटकॉइन की कीमत जानन लिए आप गूगल सर्च कर सकते हैं। जैसे 1 bitcoin in INR सर्च करके इसकी मौजूदा कीमत आ जाएगी।
बिटकॉइन खरीदकर और बेचकर पैसा कमाए
वेसै तो बिटकॉइन खरीदने और बेचने के लिए बहुत सारी वेबसाइट और मोबाइल एप्स मौजूद है।
लेकिन मैं आज आपको बताऊंगा कि कैसे आप अपने फोन से bitcoin खरीद और बेचकर पैसे कमा सकते हैं। मोबाइल फोन के लिए भी बहुत सारे ऐप हैं। लेकिन मैं आपको wazirx के बारे में बताने जा रहा हूं।
Wazirx क्या है
Wazirx इंडियन ऐप है जो cryptocurrency exchange के लिए बनाया गया है जो कि Peer to Peer crypto Transaction स्वीकार करता है। इस company के तीन co-founders हैं, जिन्होंने इसे 2010 में बनाया था यह एक बहुत ही successful app रहा है. इनका मुख्य office Mumbai में स्थित हैं।
ऐप डाउनलोड करें
Wazirx में आप bitcoin या कोई भी अन्य क्रिप्टोकरेंसी का भी लेनदेन कर सकते हैं। इसके लिए आपको अपने मोबाइल फोन पर प्ले स्टोर में जाकर Wazirx टाइप करें और सर्च करें। सर्च होने पर ऐप को डाउनलोड कर दीजिए
अकाउट बनाएं
अब इसमें आपको अकाउंट खोलना है जिसके लिए निम्न चीजों की जरूरत पड़ेगी
मोबाइल नंबर, ईमेल एड्रेस, आधार कार्ड, पैन कार्ड, और बैंक अकाउंट जैसे डॉक्यूमेंट की जरूरत पड़ेगी।
इसमें अकाउंट बनाना बहुत ही आसान है। ऐप ओपन करने के बाद आपको ईमेल एड्रेस और मोबाइल नंबर डालकर वेरीफाई करना होता है
KYC करें
इसके बाद KYC करनी होती है इसके लिए Form भरना है इसमें आपको personal detail address भरना है ध्यान रहे पूरी डिटेल डॉक्यूमेंट के मैच हो। डॉक्यूमेंट सबमिट होने के पहले सारी चीजें एक बार देख ले कहीं किसी चीज में गलती ना हो। अब documents upload करके सारी चीजें सबमिट करें। सबमिट करने के बाद 24 से 48 घंटे में आपकी KYC verify हो जाएगा।
यदि किसी कारणवश आपका अकाउंट verify ना हो पाए तो आपके लिए एक मेल आएगा। जिसमें अकाउंट वेरीफाई पूरी detail detail रहेगी कि अकाउंट वेरीफाई क्यों नहीं हुआ।
Wazirx में आप दो तरीके से क्रिप्टो करेंसी का लेन देन कर सकते हैं।
1. Peer to peer transaction
इसमें आप डायरेक्ट किसी दूसरे व्यक्ति से क्रिप्टो खरीद या उसे बेच सकते हैं, इसमें आपको बिल्कुल भी चार्ज फीस नहीं लगता। ट्रांजैक्शन तब तक पूरी नहीं होती जब तक कि दो लोगों के बीच buy और sell मैच नहीं हो जाता।
2. Cryptocurrency exchange
इस तरीके से आप सीधे cryptocurrency खरीद करते हैं। इसमें बिल्कुल भी समय नहीं लगता लेकिन इसमें लेन देन करने के लिए ट्रांजेक्शन फीस लगती है।
इसमें आप तभी पैसे कमा सकते हैं जब आप बिटकाॅइन कम कीमत पर खरीदकर अधिक कीमत पर बेचेंगे। जितनी अधिक कीमत पर बेचेंगे उतना ही परसेंटेज के हिसाब क्रिप्टोकरेंसी को कैसे खरीदे? से आपको मुनाफा होता है। लेकिन यह खतरे से खाली भी नहीं है। कीमत गिरने पर भी नुकसान होना स्वाभाविक है।
दोस्तों इस आर्टिकल में मैंने आपको bitcoin के बारे में बताया है । इसे आप Wazirx से खरीद सकते हैं। जो कि एक इंडियन ऐप है। इसे crypto लेन देन के लिए बनाया गया है। इसके जरिए आप मोबाइल से ही क्रिप्टोकरेंसी खरीद और बेच सकते हैं। दोस्तों यह आर्टिकल आपको कैसा लगा, कमेंट में जरूर बताएं और अपने दोस्तों के साथ आर्टिकल को शेयर करें ऐसे ही आने वाले आर्टिकल के लिए हमारा ब्लॉक फॉलो करें। धन्यवाद!
Cryptocurrency: जानिए भारत में कहा से और कैसे कर सकते हैं क्रिप्टोकरेंसी में निवेश
Cryptocurrency: देश और दुनिया में तेजी से अपनी पकड़ बना चुकी क्रिप्टोकरेंसी में लोगों की रूचि काफी तेजी से बढ़ रही है। आज ज्यादातर लोग क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर रहे हैं, हाल ही में सामने आई एक रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना वायरस महामारी की वजह से लगे लॉकडाउन के दौरान भारत में लोगों ने जमकर क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग की है।
September 30, 2021
नई दिल्ली। देश और दुनिया में तेजी से अपनी पकड़ बना चुकी क्रिप्टोकरेंसी में लोगों की रूचि काफी तेजी से बढ़ रही है। आज ज्यादातर लोग क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर रहे हैं, हाल ही में सामने आई एक रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना वायरस महामारी की वजह से लगे लॉकडाउन के दौरान भारत में लोगों ने जमकर क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग की है। हाल में मार्केट में दिख रही क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेंडिंग इस बात को सच करती है। अब लोगों के लिए यह कॉन्सेप्ट कोई अजूबा नहीं रह गया है। जिसमें निवेश के लिए लोगों की दिलचस्पी अपने उफान पर देखी जा रही है।
हालांकि साल 2018 में RBI की तरफ से क्रिप्टो बैन के हटने के बाद, अब ट्रेडर्स भी क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में पार्टिसिपेट करने से हिचक नहीं रहे हैं। फिलहाल क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने वाले भारतीय लोगों की संख्या भी 55 लाख के करीब पहुंच गई है। इसके साथ ही यह संख्या अब हर दिन बढ़ती जा रही है। देश के पूर्व वित्त सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने भी एक वेबिनार में इस बात को स्वीकार किया है। जिसके बाद अब क्रिप्टो एसेट्स को एक कमोडीटिज के रूप में रेग्युलेट करने की चर्चा भी चल रही है। यदि आप भी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना चाहते हैं तो आपको अभी कुछ क्रिप्टोकरेंसी खरीदकर इसकी शुरुआत करनी चाहिए।
कहां और कैसे खरीदें क्रिप्टोकरेंसी?
भारत में क्रिप्टोकरेंसी खरीदने के लिए वजीरएक्स एक आसान और सहज तरीका ऑफर क्रिप्टोकरेंसी को कैसे खरीदे? करता है, जहां से आपको कई सारी क्रिप्टोकरेंसी को चुनने का आसान विकल्प मिलता जाता है। इसके लिए आपको सबसे पहले इस प्लेटफॉर्म पर अपना एक अकाउंट बनाना होगा। जिसके लिए आपको एक वैलिड ID प्रूफ की जरूरत पड़ेगी। इस आईडी के जरिए अनिवार्य KYC की प्रक्रिया को पूरा किया जाएगा। इसके साथ ही लेनदेन के लिए आपको अपने बैंक खाते का डिटेल भी देनी होगी।
आपके द्वारा दी गई जानकारियों को सत्यापित करने में कुछ घंटे का समय जरूर लगता है, जिसके बाद आपका अकाउंट खुल जाता है। आप अपने इस बैंक खाते में जमा राशि का इस्तेमाल करते हुए अपनी पसंद की कोई भी क्रिप्टोकरेंसी सीधे खरीद सकते हैं।
Crypto Currency: क्या है क्रिप्टो करेंसी? इसे क्रिप्टोकरेंसी को कैसे खरीदे? कहां से और कैसे खरीदे, यहां जानें पूरी जानकारी
हेमा जोशी, नई दिल्ली: Crypto Currency: क्रिप्टो करेंसी क्या है (what is cryptocurrency)? इसके बारे में अक्सर मन में क्रिप्टोकरेंसी को कैसे खरीदे? सवाल उठता होगा जो कि लाजमी है। तो आपको बता दें कि क्रिप्टोकरेंसी एक Digital या वर्चुअल मुद्रा है। इस Digital या वर्चुअल मुद्रा को क्रिप्टोग्राफ़ी के द्वारा सिक्योरिटी प्रदान की जाती है। इस मुद्रा के जरिए सिर्फ ऑनलाइन Transation हो सकता है और इसमें किसी थर्ड पार्टी का कोई रोल नही होता है।
क्रिप्टोकोर्रेंसी दो शब्दों के मेल से बना हुए एक शब्द है। जिसमें Crypto जो कि लैटिन भाषा का शब्द है cryptography से बना है जिसका अर्थ होता है छुपा हुआ। करेंसी शब्द भी लैटिन शब्द currentia से आया है जिसका अर्थ होता है रुपये या पैसा। तो क्रिप्टोकरेंसी का सीधा-सीधा अर्थ हुआ छुपा हुआ पैसा या गुप्त पैसा या डिजिटल रुपया। क्रिप्टोकरेंसी के बारे में जानकारी रखने वाले क्षितिज पुरोहित बताते हैं कि क्रिप्टोकरेंसी एक तरह का डिजिटल पैसा है, जिसे आप छू तो नहीं सकते, लेकिन रख सकते हैं। यह किसी सिक्के या नोट की तरह ठोस रूप में नही है जिसे आप जेब में रख सके बल्कि इसका सिर्फ ऑनलाइन Transation कर सकते हैं।
इस मुद्रा के बारे में इस तरह समझे जैसे हर देश के पास अपनी एक मुद्रा है। अमेरिका के पास डॉलर, सउदी अरब के पास रियाल, इंग्लैंड के पास यूरो है। यानि एक money system जो कि देश को अपनी मान्यता प्रदान करता है और उस देश के लोग अपनी जरूरत की चीजें खरीदते हैं। साधारण तौर पर समझेंं एक ऐसा मनी सिस्टम जिसकी मान्यता हो वह करेंसी (Currency) कहलाती है।
किसने और क्यों बनाई यह डिजिटल मुद्रा
इस बारे में क्षितिज बताते हैं कि बहुत सारे लोग मानते हैं कि क्रिप्टोकरेंसी 2009 में सतोशी नाकामोतो ने शुरू किया था। ऐसा बिल्कुल हीं है कि इससे पहले भी कई देशों ने डिजिटल मुद्रा पर कई तरह से काम किया था। जैसे कि यूएस के द्वारा 1996 में इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड बनाया था, ऐसा गोल्ड जो कि अभासी मुद्रा का रुप था, लेकिन इस मुद्रा से दूसरी चीजें खरीदी जा सकती थीं। हालांकि साल 2008 इस मुद्रा को बैन कर दिया गया था। वैसा ही जैसे साल 2000 में नीदरलैंड ने पेट्रोल भरने के लिए कैश को स्मार्ट कार्ड से कनेक्ट किया था।
कितने प्रकार की है Cryptocurrency
मौजूदा समय में क्रिप्टो करेंसी के बहुत सारे प्रारुप हैं। बिटकॉइन (Bitcoin) को दुनिया की सबसे पहली क्रिप्टो करेंसी माना जाता है। इसे सातोशी नाकामोतो (Satoshi Nakamoto) ने 2009 में बनाया था। यह एक डि-सेंट्रलाइज़ करेंसी है, यानी कि इस पर किसी सरकार या संस्था का कोई नियंत्रण नहीं है। कीमत में लगातार बढ़ोतरी की वजह से लोगों में इस मुद्रा के प्रति बहुत आकर्षण है।
इथेरियम (Ethereum) भी एक ब्लॉकचेन पर आधारित डिजिटल करेंसी है। इसके संस्थापक का नाम Vitalik Buterin है। इसके क्रिप्टोकरेंसी टोकन को ‘Ether’ भी कहा जाता है। बिटकॉइन के बाद ये दूसरी सबसे लोकप्रिय cryptocurrency है। लाइटकॉइन (Litecoin) भी एक डिसेंट्रलाइज तकनीक से उपजी डिजिटल मुद्रा है, जिसे एक ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर की मदद से तैयार किया गया है।
इसके बाद बारी आती है डॉगकॉइन की। इसे बिटकॉइन का मजाक उड़ाने के लिए बनाया गया था। इसके संस्थापक का नाम बिली मार्कुस (Billy Markus) है। इस समय इस करेंसी की वैल्यू काफी अच्छी है। टीथर (Tether) एक बड़ी और stable currency है। यह क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने वालों के लिए अच्छे विकल्प के तौर पर है।
क्रिप्टो करेंसी (Cryptocurrency) खरीदने से पहले जरूरी बातें
ध्यान रहे कि अगर आप किसी ऐप के द्वारा क्रिप्टोकरेंसी में इन्वेस्ट कर रहे हैं तो इस बात को अवश्य जान लें कि जिस ऐप के द्वारा आप क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर रहे हैं। वह सिक्योर है या नहीं। इसमें सिर्फ एक वजह यह है कि हैकर्स मिलते-जुलते नाम के बहुत से स्पैमिंग ऐप बना देते हैं, जिस कारण से आपको और आपके परिवार को भारी नुकसान हो सकता है।
अगर आप अपनी इच्छा से किसी भी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर सकते हैं, मगर इन्वेस्ट करने से उपरान्त उस डिजिटल करेंसी का इतिहास, वर्तमान कीमत और पिछले कुछ महीनों में आए उतार-चढ़ाव के बारे में जरूर जानकारी कर लें ताकि investment के पहले आप उससे जुड़ी हर प्रकार की परेशानी को अच्छी तरह समझ सकें।
क्रिप्टोकरेंसी पर भारत सरकार की कोई क्लियर पॉलिसी नहीं रही है, ऐसी स्थिति में financial risk आपको ही लेना होगा इसलिए बेहतर होगा कि आप निवेश से पहले इसके consequence का Evaluation कर लें और उसी के अनुसार निवेश करें।
क्रिप्टोकरेंसी क्रिप्टोकरेंसी को कैसे खरीदे? के रिटर्न पर स्कैम
क्रिप्टोकरेंसी पर ज्यादा रिटर्न मिलने की वजह से स्कैम भी बढ़ गया है, ऐसे में investors को थोड़ा सावधान रहने की जरूरत है। क्रिप्टोकरेंसी और क्रिप्टो एक्सचेंज का संचालन कौन कर रहा है, इस बारे में भी जानकारी अवश्य कर लें। सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी हासिल कर लें और इस बात का ध्यान रखें कि अपने पोर्टफोलियो में क्रिप्टो करेंसी की हिस्सेदारी सीमित ही रखें। यह भी समझते और सीखते रहें कि किन चीजों का क्रिप्टो करेंसी की कीमतों पर असर पड़ता है।
क्रिप्टो करेंसी की कीमतों में गिरावट: खरीदें, बेचें या होल्ड करें?
कुछ नकारात्मक खबरों से क्रिप्टो बाजार हाल में टूटा है. बिटकॉइन, इथेरियम, डॉजकॉइन समेत सारी डिजिटल करेंसी अपने शिखर स्तरों से बड़ी छूट के साथ बिक्री के लिए उपलब्ध हैं. फिर भी आशंकाओं के कारण निवेशक क्रिप्टो मार्केट में अपनी रणनीति को लेकर संशय में हैं. आइए देखते हैं क्रिप्टो बाजार में स्ट्रेटेजी को लेकर एक्सपर्ट्स की क्या है सलाह-
क्रिप्टो कीमतों में आई है भारी गिरावट:
पूरे क्रिप्टोकरेंसी मार्केट का वैल्यूएशन बीते कुछ दिनों में काफी नीचे आया है. बिटकॉइन ने 14 अप्रैल को अपना 64,850 डॉलर का उच्चतम स्तर हासिल किया था. कॉइनमार्केटकैप वेबसाइट के अनुसार रविवार सुबह बिटकॉइन इस स्तर से करीब 42% नीचे रहकर 37,500 डॉलर के करीब व्यापार कर रहा है. बीते एक हफ्ते में ही इस क्रिप्टोकरेंसी के भाव में करीब 22% की बड़ी कमी आई है.
इथेरियम केवल आखिरी 7 दिनों में लगभग 40% टूटकर 2300 डॉलर के करीब ट्रेड कर रहा है. 12 मई को इथेरियम ने अपना 4,362 का शिखर स्तर बनाया था.
बाइनेंस कॉइन अब क्रिप्टो बाजार में मार्केट कैप के अनुसार तीसरे की जगह पांचवें स्थान पर आ गया है. 10 मई को 690 डॉलर का रिकॉर्ड स्तर छूने के बाद इस क्रिप्टोकरेंसी का भाव अब 57% नीचे रहकर 300 डॉलर के करीब है. एक हफ्ते में बाइनेंस कॉइन 48% कमजोर हुआ है.
Dogecoin भी अन्य क्रिप्टोकरेंसी की तरह ही हफ्ते भर में काफी गिरकर 35% नीचे आ गया है. अभी 0.34 डॉलर के करीब व्यापार कर रहा Dogecoin अपने 8 मई के शिखर स्तर से 53% नीचे है. अन्य क्रिप्टोकरेंसी भी इसी तरह बड़े करेक्शन के साथ ट्रेड कर रहे हैं.
Cryptocurrency का भारत में भविष्य क्या?
भारत में क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) का भविष्य क्या होगा. ये संसद में आने वाले बिल के बाद तय होगा. क्योंकि बहुत जल्द सरकार संसद में क्रिप्टो करेंसी रेगुलेशन बिल पेश करने वाली है. ऐसे में निवेशकों के मन में सबसे बड़ा सवाल है कि क्या क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लग गया तो उनके पैसे का क्या होगा. तो हम आपको पूरी रिसर्च के बात बताते हैं कि क्रिप्टो करेंसी पर आगे की राह क्या होगी. ऐसे में अगर बैन लग गया तो बैंक और आपके क्रिप्टो एक्सचेंज के बीच लेनदेन बंद हो जाएगा. क्रिप्टोकरेंसी खरीदने के लिए रुपये को डॉलर या दूसरी करेंसी में कन्वर्ट नहीं कर पाएंगे. साथ ही दूसरी करेंसी में खरीदे गए क्रिप्टो कॉ़इन को बेचकर रुपये में ट्रांजेक्शन नहीं होगा.
भारत में कितना बड़ा है क्रिप्टो मार्केट?
आपको बता दें कि फिलहाल भारत में 10 करोड़ ऐसे निवेशक हैं. जिनका पैसा क्रिप्टोमार्केट में लगा है. दावा है कि करीब 6 लाख करोड़ रुपया इस वक्त भारतीयों का क्रिप्टो मार्केट में लगा है. इसमें औसतन हर निवेशख का 9 हजार रुपये का इनवेस्टमेंट है. क्रिप्टोकरेंसी को लेकर सरकार की चिंता इसलिए है, क्योंकि 60 फीसदी निवेशक ऐसे हैं, जो छोटे शहरों से आते हैं। इसके अलावा निवेशकों की औसत उम्र 24 साल है. मतलब ज्यादातर युवा इस नए तरह के इनवेस्टमेंट मार्केट से जुड़े हैं.
क्रिप्टोकरेंसी और डिजिटल करेंसी में क्या फर्क?
क्रिप्टोकरेंसी आम करेंसी से अलग है. इसे न तो छू सकते हैं, न ही इससे कुछ खरीद सकते हैं, बल्कि इसे सिर्फ ऑनलाइन रख सकते हैं. चिंता की वजह ये है कि इस करेंसी को लेकर कोई रेग्युलेटर नहीं है. दुनिया की किसी सरकार का इस पर कंट्रोल नहीं है. इस वक्त दुनिया में 1,000 से ज्यादा क्रिप्टोकरेंसी चलन में है और 308 से ज्यादा क्रिप्टो एक्सचेंज हैं. इस मार्केट की शुरुआत 2009 में हुई थी. इस करेंसी की कीमतों में उतार-चढ़ाव काफी ज्यादा होता है. कोरोना काल में तो भारत में क्रिप्टो मार्केट काफी ऊंचाई पर पहुंच चुका है, जबकि डिजिटिल करेंसी केंद्रीय बैंक की देनदारी होती है. इसे केंद्रीय बैंक ही जारी करता है, इसीलिए इसकी कीमतों पर केंद्रीय बैंक का कंट्रोल रहता है.
भारत में क्रिप्टोकरेंसी पर कब क्या हुआ?
2018 में भारत में आरबीआई ने क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लगा दिया, लेकिन मार्च 2020 में सुप्रीम कोर्ट में मामला पहुंचा तो कोर्ट ने बैन हटा क्रिप्टोकरेंसी को कैसे खरीदे? दिया, लेकिन क्रिप्टोमार्केट को लेकर चिंता जारी रहीं. 11 नवंबर 2021 को आरबीआई गवर्नर ने क्रिप्टो करेंसी पर गंभीर चिंताएं जाहिर की. इसके बाद 13 नवंबर 2021 को पहली बार पीएम मोदी ने क्रिप्टो मार्केट पर बैठक की. इस बैठक के बाद क्रिप्टो करेंसी पर लगातार सवाल उठने लगे. 15 नवंबर 2021 को संसदीय समिति में क्रिप्टो पर चर्चा की गई और संसदीय समिति में बैन की बजाय रेगुलेट करने पर बातचीत हुई. इसके बाद 18 नवंबर 2021 को सिडनी संवाद में पीएम मोदी ने क्रिप्टो पर क्रिप्टोकरेंसी को कैसे खरीदे? एक बार फिर चिंता जाहिर की.
क्रिप्टो पर किस देश का क्या रुख
भारत में क्रिप्टो को लेकर गंभीर चिंताएं हैं, लेकिन अल सल्वाडोर ने बिटकॉइन को लीगर टेंडर घोषित कर दिया, जबकि अमेरिका क्रिप्टोकरेंसी के हिसाब से अपनी नीतियां बना रहा है. दक्षिण कोरिया भी इस करेंसी को रेगुलेट करने के लिए कानून बनाने पर विचार कर रहा है. हालांकि चीन इस करेंसी का लगातार विरोध कर रहा है.
किन-किन क्रिप्टोकरेंसी के प्राइवेट होने का डर
जानकारों के मुताबिक कुछ प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी ऐसी हैं, जिनकी गतिविधियां संदिग्ध रही है. इसीलिए इन क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लगाने की बात चल रही है. इसमें कुछ नाम इस तरह हैं. Monero(XMR), Dash Coin, Zcash(ZEC), Verge(XVG), Beam, Grin, Horizen(ZEN), Firo(FIRO), Byte Coin(BCN), UCoin और Delta. हालांकि 2019 में सरकार के पेश किए गए विधेयक के नाम में क्रिप्टोकरेंसी को बैन करना का जिक्र था, लेकिन 2021 आते आते विधेयक के नाम में से बैन शब्द हट गया है, जिसके बाद क्रिप्टो करेंसी के निवेशकों को उम्मीद जगी है. अब कुल मिलाकर अब इंतजार संसद में पेश होने वाले मसौदे का है, जिसमें ये तस्वीर साफ हो पाएगी, कि भारत में क्रिप्टो मार्केट चलता रहेगा या फिर निवेशकों की गाड़ी कमाई डूब जाएगी.
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 417