पाठ के बारे में…

"Poetry" Meaning In Hindi

Meaning Guru Offers Indian Language Dictionaries with meaning, definition, examples, Translation, pronunciation, synonyms, antonyms and relevant words.

1. English Hindi Dictionary
2. English Bengali Dictionary
3. English Telugu Dictionary
4. English Tamil Dictionary
5. English Malayalam Dictionary
6. English Marathi Dictionary
7. English बाजार भावना परिभाषा Gujarati Dictionary
8. English Kannada Dictionary
9. English Urdu Dictionary

आखिर क्या है राष्ट्रवाद की परिभाषा ?

भारत में राष्ट्रवाद आज एक बड़ा विवाद बना हुआ है | सब अपने हिसाब से राष्ट्रवाद की परिभाषा गढ़ रहे है आखिर राष्ट्रवाद क्या है ? भारत में अलग – अलग धर्म ,जातिया , संस्कृति है लेकिन जो अभी देश में प्रचारित किया जा रहा है वह राष्ट्रवाद नहीं है |राष्ट्रवाद मानवता वाद से भिन्न नहीं है | जो मनुष्य जितना राष्ट्रवादी होगा वो उतना ही मानवता वादी और मानव प्रेमी होगा |आज राष्ट्रवाद की झूठी तस्वीर लोगो के सामने लाकर उनका दुरूपयोग हो रहा है | हमें जरुरत है सही राष्ट्रवाद को लोगो के सामने लाने की |

हमे अपने देश के साथ दूसरे देशो के लोगो का सम्मान करना चाहिए जो की हमे दूसरो से अलग बनाता है |हमे हमारे देश में बने सारे कानूनों का पालन करना चाहिए |जो भी हमको हमारे देश ने दिया उसमे संतुष्ट रहना चाहिए | टैक्स प्रणाली का सम्मान करना बाजार भावना परिभाषा चाहिए तथा उसे समय से अदा करना चाहिए | ना रिश्वत लेना है और नाही देना है ,यह बाजार भावना परिभाषा सोच हमारे दिलो दिमाग में होना चाहिए | देश के विकास में हमारा सहयोग होना चाहिए |
प्राकृतिक संसाधनों का सही इस्तेमाल करना चाहिए | कही भी कुछ भी गलत हो रहा हो तो हमें चुप नहीं बैठना चाहिए बल्कि उसके खिलाफ आवाज़ उठानी चाहिए | शोषण के खिलाफ ,सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ हमेशा खड़ा होना चाहिए | नेता का चयन उसकी काबिलियत के आधार पर करना चाहिए ना कि उसका धर्म या जाति देखकर |

यह भावनाओं के साथ खिलवाड़ है

यह भावनाओं के साथ खिलवाड़ है

जनवरी में पठान आ रही है, और इसके एक गाने में नायिका के कॉस्ट्यूम कलर पर विवाद खड़ा हो गया है। यह स्वाभाविक है। सच यही है कि हालिया दिनों में कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जिनमें बड़े से बड़े फिल्म निर्माता अथवा निर्देशक अपनी अभिव्यक्ति अथवा कला के नाम पर एक धर्म विशेष के लोगों की भावनाओं को प्रत्यक्ष अथवा परोक्ष रूप से ठेस पहुंचाते हैं। इसके लिए वे उनके खान-पान, रीति-रिवाज, सांस्कृतिक व धार्मिक क्रियाकलापों को निशाना बनाते हैं। और, जब विवाद बढ़ता है, तो यह कहकर पल्ला झाड़ लेते हैं कि उनका मकसद किसी की भावना को आहत करना नहीं था। यह स्थिति तब है, जब देश में सेंसर बोर्ड जैसी संस्था कार्यरत है। साफ है, इस संस्था को किसी भी फिल्म के शीर्षक, दृश्य, संवाद, पहनावे, गाने आदि को बारीकी से देखना चाहिए, ताकि किसी भी धर्म अथवा संप्रदाय के लोगों की भावनाओं को ठेस न पहुंचे। इससे देश का सामाजिक ताना-बाना कायम रहेगा।
सूर्यकांत कुमार

बाजार भावना परिभाषा

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‘शैलेन्द्र ने राजकपूर की भावनाओं को शब्द दिए हैं’ − इस कथन से आप क्या समझते हैं? स्पष्ट कीजिए।

शैलेंद्र ने राज कपूर की भावनाओं को शब्द दिए हैं दिए हैं। इस कथन का आशय यह है कि तीसरी कसम फिल्म में राज कपूर में बेहद तन्मयता से अभिनय किया था। राज कपूर अपनी आँखों से ही अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए जाने जाते थे। वे आँखों ही आँखों में अपनी बाजार भावना परिभाषा भावना व्यक्त कर इतना भावपूर्ण अभिनय करते थे कि बाजार भावना परिभाषा देखने वाला मंत्रमुग्ध हो जाता था।

शैलेंद्र राज कपूर के गीतकार रहे हैं उन्होंने अपने गीतों के शब्दों के माध्यम से राज कपूर की भावनाओं को व्यक्त करने का प्रयत्न किया था। इस फिल्म के गीत भी एक से एक अधिक जानदार थे जो कि शैलेंद्र द्वारा लिखे गए थे। इस फिल्म गीतों के बोलों को राज कपूर ने अपने भावपूर्ण अभिनय से बाजार भावना परिभाषा जीवंत कर दिया था। इसीलिए यह कथन बिल्कुल कहना ठीक है कि शैलेंद्र ने ही राज कपूर की भावनाओं को शब्द दिए।

आखिर क्या है राष्ट्रवाद की परिभाषा ?

भारत में राष्ट्रवाद आज एक बड़ा विवाद बना हुआ है | सब अपने हिसाब से राष्ट्रवाद की परिभाषा गढ़ रहे है आखिर राष्ट्रवाद क्या है ? भारत में अलग – अलग धर्म ,जातिया , संस्कृति है लेकिन जो अभी देश में प्रचारित किया जा रहा है वह राष्ट्रवाद नहीं है |राष्ट्रवाद मानवता वाद से भिन्न नहीं है | जो मनुष्य जितना राष्ट्रवादी होगा वो उतना ही मानवता वादी और मानव प्रेमी होगा |आज राष्ट्रवाद की झूठी तस्वीर लोगो के सामने लाकर उनका दुरूपयोग हो रहा है | हमें जरुरत है सही राष्ट्रवाद को लोगो के सामने लाने की |

हमे अपने देश के साथ दूसरे देशो के लोगो का सम्मान करना चाहिए जो की हमे दूसरो से अलग बनाता है |हमे हमारे देश में बने सारे कानूनों का पालन करना चाहिए |जो भी हमको हमारे देश ने दिया उसमे संतुष्ट रहना चाहिए | टैक्स प्रणाली का सम्मान करना चाहिए तथा उसे समय से अदा करना चाहिए | ना रिश्वत लेना है और नाही देना है ,यह सोच हमारे दिलो दिमाग में होना चाहिए | देश के विकास में हमारा सहयोग होना चाहिए |
प्राकृतिक संसाधनों का सही इस्तेमाल करना चाहिए | कही भी कुछ भी गलत हो रहा हो तो हमें चुप नहीं बैठना चाहिए बल्कि उसके बाजार भावना परिभाषा खिलाफ आवाज़ उठानी चाहिए | शोषण के खिलाफ ,सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ हमेशा खड़ा होना चाहिए | नेता का चयन उसकी काबिलियत के आधार पर करना चाहिए ना कि उसका धर्म या जाति देखकर |

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