दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन (Bitcoin) में पिछले साल नवंबर में जबरदस्त तेजी देखी गई थी.

JNU Times

Bitcoin में Invest क्यों नही करना चाहिए? | क्या क्रिप्टो करेंसी का बुलबुला फूट रहा है Bitcoin Vs Gold Vs Stock Market In Hindi

Bitcoin की कीमत 2015 के बीच तक $250 तक थी वही नवंबर 2021 में बिटकॉइन की कीमत बढ़कर $68000 हो गई। मतलब सीधा सीधा 250 गुणा Returns लोगो को मिले जो शायद ही किसी और जगह से लोग कमा पाते और इसकी वजह से ही लोग Crypto की तरफ गए और आज भारत में Crypto Investers जो है वे Stock Investers से ज्यादा है।

CryptoCurrency (Bitcoin) में निवेश क्यों नहीं करना चाहिए?

वैसे तो बिटकॉइन और क्रिप्टो करेंसी दोनो ही अलग है क्रिप्टो में बिटकॉइन जैसी बहुत सी करेंसी है लेकिन आपको समझाने के लिए हम दोनो को साथ लेकर चलेंगे।

भारी उतार चढ़ाव वाला मार्केट

  • CryptoCurrency में निवेश करना काफी जोखिम भरा कार्य है क्योंकि बिना Regulations के इसमें भारी उतार चढ़ाव आते है।

बिटकॉइन का बुलबुला कभी भी फूट सकता है

  • प्राचीन काल में भारत में पहले सोने चांदी के सिक्के चलते थे इसके बाद कागज के नोट आए लेकिन बिटकॉइन ना ही तो कोई करेंसी है और ना ही कमोडिटी।

यह छुईमई के पौधे से भी ज्यादा संवेदनशील है।

जेपी मॉर्गेन के सीईओ जैमी डिमॉन

किसी का कंट्रोल नही

  • भारत में अभी तक Bitcoin और दूसरी CryptoCurrency को रेगुलेट करने के लिए अभी तक कोई भी रेगुलेटर नही है ना भारत सरकार और ना ही रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया और ना ही सेबी इसे कंट्रोल कर सकती है तो आपके पैसे के डूबने के चांस ज्यादा है।

Bitcoin Vs Gold किसमे निवेश करना सही

Bitcoin Vs Mutual Fund In Hindi

यह भी पढ़े

हम आपको इस लेख में किसी भी तरह की सलाह नही दे रहे है तो आप अपने जोखिम पर कही पर भी निवेश करें इसमें हमारी कोई जिम्मेदारी नहीं होगी।

लेखक, JodhpurNationalUniversity.com

रघुराम राजन ने कहा, चिटफंड की तरह फूटेगा क्रिप्टोकरेंसी का बुलबुला, मार्केट में बच जायेगी महज एक-दो करेंसी

Raghuram Rajan said, the bubble of cryptocurrency will burst like a chit fund, only one or two currencies will survive in the market

LagatarDesk : क्रिप्टोकरेंसी का मामला इन दिनों चर्चा में है. सरकार शीतकालीन सत्र में बिल लाने की तैयारी में है. मीडिया इंटरव्यू के दौरान आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन से क्रिप्टोकरेंसी को लेकर सवाल पूछे गये. जिस पर उन्होंने क्रिप्टोमार्केट को लेकर बड़ा बयान दिया है.

चिटफंड की तरह जल्द ही फूटेगा क्रिप्टोकरेंसीज का बुलबुला

आरबीआई के पूर्व गवर्नर ने क्रिप्टो निवेशकों को चेताया भी है. उन्होंने कहा है कि आने वाले दिनों में क्रिप्टो एसेट्स रखने वाले को परेशानी का सामना करना पड़ेगा. रघुराम राजन का दावा है कि चिटफंड की तरह क्रिप्टोकरेंसीज का बुलबुला जल्द ही फूट जायेगा. जिसमें से अधिकांश करेंसी का वजूद खत्म हो जायेगा.

मार्केट में रह जायेंगी एक या दो करेंसी

रघुराम राजन के अनुसार, दुनिया भर में फिलहाल 6000 करेंसीज हैं. लेकिन मार्केट में केवल एक या दो करेंसी ही बच जायेंगी. उन्होंने बताया कि ज्यादातर क्रिप्टोकरेंसी इसलिए वजूद में हैं क्योंकि लोगों को इसके बारे में पता नहीं है. राजन का कहना है कि ये करेंसीज भेड़चाल में बढ़े जा रहे है.

लगातार को पढ़ने और बेहतर अनुभव के लिए डाउनलोड करें एंड्रॉयड ऐप। ऐप डाउनलोड करने के लिए क्लिक करे

क्रिप्टोकरेंसी को हैक करना नामुमकिन

मालूम हो कि क्रिप्टोकरेंसी पूरी तरह से डिसेंट्रलाइज्ड है. इस पर किसी का कंट्रोल नहीं है. इसीलिए इसमें भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है. यह ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी और डिस्ट्रिब्यूटेड सिस्टम पर काम करती है. जिसे कोई हैक नहीं कर सकता है. ना ही कोई इससे छेड़छाड़ कर सकता है.

क्रिप्टो बाजार में कोहराम, बिटकॉइन में 17% की गिरावट, 2020 के बाद सबसे नीचे पहुंचा भाव

बिटकॉइन में निवेश करने वाले यही कह रहे हैं-क्या से क्या हो गया देखते-देखते. कभी एक बिटकॉइन से घर खरीदने वाले आज औंधे मुंह गिरते बिटकॉइन को देखकर अचंभे में हैं. वे यही सोच रहे हैं कि कमाने का शॉर्ट कट रास्ता क्या कारगर नहीं हो सकता?

क्रिप्टो बाजार में कोहराम, बिटकॉइन में 17% की गिरावट, 2020 के बाद सबसे नीचे पहुंचा भाव

क्रिप्टोकरेंसी के बाजार में भारी कोहराम देखा जा रहा है. मंगलवार को इसकी स्थिति और भी बदतर हो गई. खराब वैश्विक संकेतों का असर क्रिप्टो (Cryptocurrency) बाजारों पर देखा जा रहा है. इसी के चलते मंगलवार को बिटकॉइन (Bitcoin) का भाव एक झटके में 17 परसेंट टूटकर 22,000 डॉलर (17 लाख रुपये के आसपास) के नीचे फिसल गया. इससे दुनियाभर के करोड़ों निवेशकों को अरबों रुपये की चपत लग गई. ऐसा कोई पहली बार नहीं हुआ जो बिटकॉइन में औंधे मुंह गिरावट देखी जा रही है. पिछले कई हफ्ते से इसमें फिसलन देखने को मिल रही है. हालांकि मंगलवार को गिरावट का नया रिकॉर्ड बना क्योंकि दिसंबर 2020 के बाद पहली बार बिटकॉइन 25,000 डॉलर से नीचे पहुंच गया.

जानकार बताते हैं कि बिटकॉइन पर दिनोंदिन संकट के बादल गहरा रहे हैं. पिछले 24 घंटे में ही बिटकॉइन की कीमत 22500 डॉलर के नीचे आ गई है. और भी कई क्रिप्टोकरेंसी हैं जिनमें तेजी से गिरावट का रुख देखा जा रहा है. इथीरियम, बिनेंस और एक्सआरपी भी 12-14 परसेंट तक लुढ़क गए हैं. बिटकॉइन में पिछले 24 घंटे में लगभग 16 फीसद की गिरावट है और कीमत 22461 डॉलर पर पहुंच गई है. अब तक का रिकॉर्ड देखें तो बिटकॉइन और इथीरियम अपनी ऊंचाई से लगभग 75 फीसद तक टूट चुके हैं.

क्या से क्या हो गया रेट

पिछले 7 दिनों का आंकड़ा देखें तो बिटकॉइन में कुल 28 फीसद तक की गिरावट आई है. इथीरियम 14 फीसद की गिरावट के साथ 1175 डॉलर पर और बिनेंस 12 परसेंट टूटने के बाद 215 डॉलर पर पहुंच गया है. आंकड़े के मुताबिक, भारत के क्रिप्टो एक्सचेंज वजीरएक्स पर क्रिप्टोकरेंसी का डेटा वॉल्यूम 5 अरब था, वह इस साल घटकर 2 अरब पर आ गया है. माना जा रहा है कि भारत में जब से क्रिप्टोकरेंसी पर टैक्स का नियम लागू हुआ है, तब से इसकी ट्रेडिंग या खरीद-बिक्री में कमी आई है. 30 क्या क्रिप्टो करेंसी का बुलबुला फूट रहा है परसेंट टैक्स और टीडीएस के चलते निवेशक क्रिप्टोकरेंसी को बेचकर भागना चाह रहे हैं. यही वजह है कि क्रिप्टो बाजार में तगड़ी बिकवाली देखी जा रही है.

बिटकॉइन की चमक पड़ी फीकी

विश्व बाजार पर नजर रखने वाले एक्सपर्ट बताते हैं कि इक्विटी और क्रिप्टोकरेंसी में लगातार गिरावट देखी जा रही है और यह पूरी दुनिया में एक समान है. सोमवार को क्रिप्टो बाजार में तब और बड़ा कोहराम दिखा जब दुनिया के दो बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज बिनेंस और सेल्सियस ने निवेशकों को पैसे निकालने से रोक दिया और क्रिप्टो से जुड़ी कई कंपनियों ने कर्मचारियों की छंटनी शुरू कर दी. क्रिप्टो मार्केट में शेयर बाजार की तुलना में तेजी से गिरावट देखी जा रही है. एकएंडपी 500 में साल 2022 में अब तक 18 परसेंट की गिरावट है. लेकिन यही गिरावट बिटकॉइन के संदर्भ में देखें तो यह 40 परसेंट तक पहुंच गई है. साल 2022 में डोजकॉइन अब तक 50 परसेंट तक टूट गई है.क्या क्रिप्टो करेंसी का बुलबुला फूट रहा है

ये भी पढ़ें

क्रिप्टोकरेंसी पर आ सकता है ये बड़ा फैसला, निवेशकों को मिलेगी बड़ी राहत

क्रिप्टोकरेंसी पर आ सकता है ये बड़ा फैसला, निवेशकों को मिलेगी बड़ी राहत

भयानक गरीबी से जूझ रहे इस देश ने बिटकॉइन को दी कानूनी मान्यता, अब क्रिप्टो में भी खरीदारी कर सकेंगे लोग

भयानक गरीबी से जूझ रहे इस देश ने बिटकॉइन को दी कानूनी मान्यता, अब क्रिप्टो में भी खरीदारी कर सकेंगे लोग

Crypto Credit Card: दुनिया का पहला क्रिप्टो क्रेडिट कार्ड लॉन्च, बिना ब्याज दिए कर सकेंगे इस्तेमाल

Crypto Credit Card: दुनिया का पहला क्रिप्टो क्रेडिट कार्ड लॉन्च, बिना ब्याज दिए कर सकेंगे इस्तेमाल

अमेरिकी राष्ट्रपति के क्रिप्टोकरेंसी पर एग्जीक्यूटिव ऑर्डर ने निवेशकों को दी राहत

अमेरिकी राष्ट्रपति के क्रिप्टोकरेंसी पर एग्जीक्यूटिव ऑर्डर ने निवेशकों को दी राहत

कम दिन में अधिक रिटर्न का सपना

जब दुनिया के बाजारों में युवा निवेशकों ने बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी में क्या क्रिप्टो करेंसी का बुलबुला फूट रहा है पैसे लगाना शुरू किया तो इसमें लगातार तेजी देखी गई. इस पीढ़ी को लगा कि रिस्क लेकर कम समय में अधिक रिटर्न पाया जा सकता है. लेकिन जब पूरी दुनिया में महंगाई का आलम छाया और अर्थव्यस्था लाचार होने लगी तो बिटकॉइन जैसी वर्चुअल करेंसी से लोगों का मोहभंग होने लगा. लोगों को लगा कि पैसा उसी एसेट में लगाया जाना चाहिए जहां रिटर्न निश्चित होने के साथ निवेश भी सुरक्षित हो. इसमें सोना, म्यूचुअल फंड या शेयर मार्केट आदि सबसे अच्छे विकल्प दिखे. घोर अस्थिरता के बीच लोगों ने बिटकॉइन को बेचकर भागना मुनासिब समझा. भारत में खासकर जब से टैक्स सिस्टम लागू हुआ तब से बिकवाली तेज हो गई. यही वजह है कि बिटकॉइन का बुलबुला अब पूरी तरह से फूटता दिख रहा है.

Cryptocurrency News: इस साल 30 हजार डॉलर से नीचे आ सकता है Bitcoin, इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट फर्म का अनुमान

Bitcoin Outlook 2022: Invesco का अनुमान है कि इस साल बिटकॉइन में पिछले साल के पीक के मुकाबले 50 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट आ सकती है.

Cryptocurrency News: इस साल 30 हजार डॉलर से नीचे आ सकता है Bitcoin, इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट फर्म का अनुमान

दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन (Bitcoin) में पिछले साल नवंबर में जबरदस्त तेजी देखी गई थी.

Bitcoin Outlook 2022: दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन (Bitcoin) में पिछले साल नवंबर में जबरदस्त तेजी देखी गई थी और इसकी कीमत रिकॉर्ड 68,000 डॉलर से पार पहुंच गई थी. अब ग्लोबल इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट फर्म Invesco ने अनुमान जताया है कि इस साल बिटकॉइन में क्या क्रिप्टो करेंसी का बुलबुला फूट रहा है पिछले साल के पीक के मुकाबले 50 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट हो सकती है, क्योंकि बिटकॉइन का बुलबुला फूट रहा है. इनवेस्को के एसेट एलोकेशन ग्लोबल हेड पॉल जैक्सन ने कहा कि बिटकॉइन का बड़े पैमाने पर मार्केटिंग हमें 1929 की अमेरिकन स्टॉक मार्केट क्रैश में स्टॉकब्रोकरों की गतिविधि की याद दिलाता है.

अक्टूबर के अंत तक 34,000 से 37,000 डॉलर तक हो सकती गिरावट

जैक्सन ने कहा, “हम जानते हैं कि यह कैसे समाप्त हुआ क्या क्रिप्टो करेंसी का बुलबुला फूट रहा है और बिटकॉइन पहले से ही लगभग 42,000 डॉलर (7 जनवरी 2022 तक) गिर गया है.” जैक्सन ने Bitcoin को फाइनेंशियल माइनिया कहा. उन्होंने कहा कि किसी भी फाइनेंशियल माइनिया के पीक पर पहुंचने के बाद एक साल में उसमें 45% तक की गिरावट देखने को मिलती है. बिटकॉइन में भी ऐसा पैटर्न दिख सकता है. बिटकॉइन की कीमत अक्टूबर के अंत तक गिरकर 34,000 डॉलर – 37,000 डॉलर हो सकती है. यह इस बात पर निर्भर करता है कि पीक को डिफाइन करने के लिए डेली या मंथली डेटा का इस्तेमाल किया जाता है.

Stock Market Live: शेयर बाजार बढ़त के साथ बंद, सेंसेक्स 248 अंक मजबूत, निफ्टी 18,403 पर, चेक करें आज के टॉप गेनर्स और लूजर्स

Stocks in News: NDTV, L&T Infotech, Mindtree, Zomato समेत इन क्या क्रिप्टो करेंसी का बुलबुला फूट रहा है शेयरों पर रखें नजर, इंट्राडे में करा सकते हैं कमाई

Fusion Micro Finance Listing: फ्यूजन माइक्रोफाइनेंस की लिस्टिंग ने निवेशकों को किया निराश, 2.5% डिस्काउंट पर शेयरों की शुरुआत, एक्सपर्ट्स व्यू

नवंबर में 68 हजार डॉलर को पार कर गया था बिटकॉइन

CoinMarketCap.com के आंकड़ों से पता चलता है कि बिटकॉइन जुलाई 2020 में लगभग 9,000 डॉलर से बढ़कर पिछले साल अप्रैल में 63,000 डॉलर से अधिक हो गया था, जो जुलाई में 30,000 डॉलर से नीचे गिर गया था. नवंबर में यह लगभग 68,000 डॉलर के पीक पर पहुंच गया और तब से इसकी कीमत नीचे गिर रही है. 2022 के पहले सप्ताह में बिटकॉइन 41,500 डॉलर तक पहुंच गया और वर्तमान में इस रिपोर्ट को दर्ज करने के समय यह 41,661 डॉलर पर कारोबार कर रहा था.

इस साल 30 हजार डॉलर से ज्यादा की गिरावट का अनुमान

जैक्सन का कहना है कि बिटकॉइन के प्राइस में बढ़ोतरी और कमी एक ‘फाइनेंशियल मानिया’ की तरह थी. जिसमें कीमतें चरम पर पहुंचने से पहले तीन साल तक बढ़ती हैं, इसके बाद अगले तीन सालों में इसकी कीमतों में गिरावट होती है. जैक्सन का मानना है कि इस साल बिटकॉइन का 30,000 डॉलर से नीचे गिरना कोई बड़ी बात नहीं है. कीमत के पीक से पहले और बाद में 12 महीने की अवधि को ‘Maniac phase’ के रूप में जाना जाता है. इसके विपरीत, इन्वेस्टमेंट बैंक गोल्डमैन सैक्स ने इस महीने की शुरुआत में बिटकॉइन की कीमत में बढ़ोतरी की भविष्यवाणी की थी. गोल्डमैन सैक्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, डिजिटल एसेट्स को व्यापक रूप से अपनाने के बाई-प्रोडक्ट के रूप में सोने से मार्केट शेयर लेने से क्रिप्टो अगले पांच वर्षों में 100,000 डॉलर से थोड़ा अधिक हो सकता है.

(Article: Sandeep Soni)

(इस स्टोरी में क्रिप्टोकरेंसी के बारे में सुझाव/सिफारिशें संबंधित कमेंटेटर/रिपोर्ट द्वारा दी गई हैं. फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन इसमें कोई जिम्मेदारी नहीं लेता है. कृपया क्रिप्टोकरेंसी में लेनदेन/निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श लें.)

Get Business News in Hindi, latest India News in Hindi, and other breaking news on share market, investment scheme and much more on Financial Express Hindi. Like us on Facebook, Follow us on Twitter for latest financial news and share market updates.

Cryptocurrency में पैसा लगाने की सोच रहे? तो पहले जानिए क्रिप्टोक्यूरेंसी में निवेश करने के नुकसान क्या है?

Disadvantages of Cryptocurrency: क्या क्रिप्टो करेंसी का बुलबुला फूट रहा है भारत में क्रिप्टोकरंसी ने युवा और बूढ़े निवेशकों के दिमाग में आशाजनक रिटर्न देने के ज्वलंत विचारों को अपने कब्जे में ले लिया है। लेकिन इसमें निवेश करने से आपको खामियाजा भी भुगतना पड़ सकता है। यहां ऐसे 5 कारण बताए गए है, जिस वजह से आपको क्रिप्टोक्यूरेंसी निवेश से दूर रहना क्या क्रिप्टो करेंसी का बुलबुला फूट रहा है क्या क्रिप्टो करेंसी का बुलबुला फूट रहा है चाहिए।

Disadvantages of Cryptocurrency in Hindi: दुनिया के महान निवेशक वॉरेन बफे जैसे सफल निवेशकों ने डिजिटल मुद्रा यानी क्रिप्टोक्यूरेंसी को 'अगला बुलबुला' के रूप में संदर्भित किया है। यह देखते हुए कि बुलबुले फूट रहे हैं, यह जानना महत्वपूर्ण है कि क्रिप्टोक्यूरेंसी में निवेश करने की कमियां (Disadvantages of Cryptocurrency) क्या हैं ताकि हम निवेश के बारे में सोच-समझकर निर्णय ले सकें। यहां ऐसे 5 नुकसान बताए गए, जिस वजह से आपको भी Cryptocurrency में निवेश से सावधान रहना चाहिए।

नुकसान 1 - स्केलिंग समस्याएं

भारत और पूरी दुनिया में क्रिप्टो करेंसी को लेकर काफी हाइप है। हालांकि, क्रिप्टोकरेंसी के बारे में सबसे बड़ी चिंताओं में से एक स्केलेबिलिटी से संबंधित है। यह अभी भी अन्य वित्तीय लेनदेन और संचालन जैसे मास्टरकार्ड या वीज़ा जैसे भुगतान आइकन की तुलना में उतना अधिक नहीं है। इसके अलावा, जिस गति से क्रिप्टो में लेन-देन किया जाता है, उसका मास्टरकार्ड और वीज़ा जैसे खिलाड़ियों के लिए कोई मुकाबला नहीं है। क्या क्रिप्टो करेंसी का बुलबुला फूट रहा है क्रिप्टोकुरेंसी में पैमाने की समस्याएं उनके इंफ्रास्ट्रक्चर में हैं और इस सेक्टर में इंडस्ट्री में सुधार के लिए बहुत जगह है।

नुकसान 2 - क्रिप्टो एक्सचेंज सिक्योरिटी

क्रिप्टोक्यूरेंसी डिजिटल टेक्नोलॉजी पर बहुत अधिक निर्भर करती है। इसके परिणामस्वरूप, यह साइबर सिक्योरिटी में उल्लंघनों के लिए खुला है। किसी भी क्रिप्टो एक्सचेंज से निपटने के बारे में कुछ चिंताओं में यह तथ्य है कि एकाउंट को हैक किया जा सकता है। कई ICO में हैकिंग की रिपोर्ट के साथ इसका पहले से ही जीवित प्रमाण है, जिसमें व्यक्तियों की लागत लाखों डॉलर है। इस प्रकार, सिक्योरिटी इंफ्रास्ट्रक्चर को वर्तमान की तुलना में बेहतर तरीके से कंट्रोल और मैनेज किया जाना है। ट्रेडिशनल बैंकिंग सिक्योरिटी उपाय डिजिटल करेंसी सिक्योरिटी रखरखाव के लिए इसमें कटौती नहीं करने जा रहे हैं।

नुकसान 3 - क्रिप्टोक्यूरेंसी मूल्य और अस्थिरता

भारत में क्रिप्टोकरंसी ने युवा और बूढ़े निवेशकों के दिमाग में आशाजनक रिटर्न देने के ज्वलंत विचारों को अपने कब्जे में ले लिया है। जबकि कई निवेशक क्रिप्टोक्यूरेंसी की लहर की सवारी कर रहे हैं, ऐसे कई लोग हैं जो यह पता लगा रहे हैं कि क्रिप्टोक्यूरेंसी की कीमतें एक हद तक अस्थिरता के लिए प्रवण होती हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि क्रिप्टोक्यूरेंसी अपने जन्मजात मूल्य में कुछ कमी दर्शाती है, क्योंकि डिजिटल करेंसी किसी भी मूर्त संपत्ति से जुड़ी नहीं है।

नुकसान 4 - रेगुलेशन का अभाव

जब वॉरेन बफे ने क्रिप्टोकरंसी की कमियों पर जोर दिया, तो अनुभवी निवेशक ने इस मार्केट में एसेट को कंट्रोल करने वाले किसी भी रेगुलेटरी अथॉरिटी की कमी पर जोर दिया। किसी भी मैनेजमेंट की स्पष्ट कमी के कारण, बफे ने जिस शब्द का इस्तेमाल किया, उसे उद्धृत करने के लिए सिस्टम "इम्पोड" करने के लिए बाध्य है। आप अंतर्निहित तकनीक को पूर्ण कर सकते क्या क्रिप्टो करेंसी का बुलबुला फूट रहा है हैं, लेकिन जब तक कोई नियामक संस्था क्रिप्टोकरंसी को नहीं अपनाती है, तब तक हमेशा बड़ा जोखिम बना रहेगा।

नुकसान 5 - टेक्नोलॉजी बदलने की चिंता

भारत और दुनिया भर में क्रिप्टोकुरेंसी में व्यापार की विशेष तार्किक समस्याएं हैं। ये काफी हद तक उस तकनीक से जुड़े हैं जिसमें डिजिटल मुद्रा शामिल है। उदाहरण के लिए, जब क्रिप्टोक्यूरेंसी से संबंधित तकनीक को बदलने की आवश्यकता होती है, तो प्रोटोकॉल को बदलने की आवश्यकता होती है। यह एक थकाऊ प्रक्रिया हो सकती है और इसमें लंबा समय लगता है। इसलिए, नियमित परिचालन और कार्यात्मक प्रवाह बाधित हो सकता है और अतिरिक्त मुद्दों का कारण बन सकता है।

रेटिंग: 4.86
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 138