शेयर मार्केट में निवेश करते समय कुछ बुनियादी बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है.

Investment Tips: यूएस शेयर बाजार में लगाना चाहते हैं पैसा, जानें क्या है निवेश प्रक्रिया

Finance Tips: विदेशी बाजार में निवेश की प्रक्रिया एक इंटरनेशल ब्रोकरेज फर्म के माध्यम से एक विदेशी ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के साथ शुरू होती है.

By: ABP Live | Updated at : 27 Nov 2021 10:57 PM (IST)

US Stocks Market: विदेशों में निवेश करने की चाहत रखने वाले भारतीय निवेशकों की खासी चर्चा हो रही है. मौजूदा विदेशी फंडों के अलावा, हाल ही में कई इंटरनेशनल म्यूचुअल फंड स्कीम्स शुरू की गई हैं. इस प्रकार उनके घरेलू पोर्टफोलियो में विविधता लाने का उन्हें दिया गया है. इनमें से कुछ अंतरराष्ट्रीय फंड, ‘फंड ऑफ फंड्स’ हैं जबकि कुछ फीडर फंड हो सकते हैं, विशेष रूप से कई निष्क्रिय इंडेक्स फंड हैं जो अधिकांश प्रमुख वैश्विक सूचकांकों पर नज़र रखते हैं.

विदेशी स्टॉक खरीदना जटिल मामला नहीं

वैकल्पिक रूप से, विदेशी स्टॉक खरीदना कोई जटिल मामला नहीं है जैसा कि यह लगता है. सेल्सफोर्स, वीज़ा, अमेरिकन एक्सप्रेस कंपनी, कॉस्टको होलसेल कॉर्प, एक्सपीडिया ग्रुप, ज़िवो बायोसाइंस, पल्टॉक जैसे हालिया टॉप मूवर्स सहित फेसबुक, ऐप्पल या अमेज़ॅन जैसे कुछ टॉप अमेरिकी शेयर्स का मालिक होना, भारतीय निवेशकों के लिए संभव है. यह ठीक वैसे ही जैसे आप भारतीय शेयर बाजार में जौमेटो, रिलायंस, टाटा मोटर्स आदि के शेयर्स के मालिक बन सकते हैं.

यूएस शेयरों में निवेश की प्रक्रिया एक इंटरनेशल ब्रोकरेज फर्म के माध्यम से एक विदेशी ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के साथ शुरू होती है. केवाईसी और आरबीआई के एलआरएस नियमों सहित अन्य औपचारिकताओं को पूरा करने पर, जिसे पूरा करने में ब्रोकरेज फर्म मदद करती है, आप यूएस शेयरों में ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं.

कीमत नहीं है बाधा

अब, अगर आप सोच रहे हैं कि क्या डॉलर में अमेरिकी शेयर्स को खरीदना एक किफायती सौदा होगा, तो यहां आपके लिए एक अच्छी खबर है. अमेरिकी शेयर्स में आंशिक स्वामित्व की अनुमति है और कोई भी अमेरिकी शेयरों को 100 रुपये से कम राशि के साथ जमा करना शुरू कर सकता है. भारतीय स्टॉक एक्सचेंजों के विपरीत, कीमत अमेरिकी शेयर बाजार में बाधा नहीं है. बस तय करें कि आपको कितना निवेश करना है और शेयरों की संख्या की गणना स्वचालित रूप से आपके लिए की जाएगी.

बेहतर तरीका यह हो सकता है कि कुछ टॉप अमेरिकी शेयरों को नियमित अंतराल पर 5000 रुपये या 1 लाख रुपये की निश्चित राशि के साथ खरीदा जाए. अमेरिकी शेयर बाजार निवेशकों के लिए कुछ प्रमुख ग्लोबल ब्लू-चिप्स के मालिक होने और लंबी अवधि में लाभ प्राप्त करने के अवसर प्रस्तुत करता है. शुरुआत करने के लिए, प्रमुख शेयरों पर नज़र रखें और किसी भी सुधार या गिरावट का उपयोग लंबी अवधि के लिए उन्हें जमा करने के अवसर के रूप में करें.

डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ़ सूचना हेतु दी जा रही है. यहां बताना ज़रूरी है की मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें. ABPLive.com की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है.)

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Published at : 27 Nov 2021 10:57 PM (IST) Tags: US stock market How to Invest in US Stock Market हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi

निवेश के लिए कैसे करें सही शेयर का चुनाव, ताकि कम जोखिम में मिल सके बेहतर रिटर्न

शेयर मार्केट में सही निवेश की पहली सीढ़ी है ऐसे शेयर्स का चुनाव जो लंबे समय के दौरान अच्छा मुनाफा देने की संभावना रखते हों.

निवेश के लिए कैसे करें सही शेयर का चुनाव, ताकि कम जोखिम में मिल सके बेहतर रिटर्न

शेयर मार्केट में निवेश करते समय कुछ बुनियादी बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है.

How शेयर मार्केट की शुरुआत कैसे करें? To Invest For Better Returns: शेयर मार्केट में सही निवेश की पहली सीढ़ी है ऐसे शेयर्स का चुनाव जो लंबे समय के दौरान अच्छा मुनाफा देने की संभावना रखते हैं हों. ऐसे शेयरों की पहचान यूं ही सिर्फ सुनी-सुनाई बातों या यहां-वहां से मिलने वाले टिप्स के आधार पर करना ठीक नहीं होता. अगर आप चाहते हैं कि कम से कम जोखिम में आप बाजार से बेहतर रिटर्न हासिल करें, तो आपको कुछ खास फिल्टर्स या कसौटियों पर नजर रखनी होगी. आइए जानते हैं, क्या हैं वो महत्वपूर्ण कसौटियां जिन पर ध्यान देकर आप सही शेयर का चुनाव कर सकते हैं.

बेहतर रिटर्न के लिए शेयर का चुनाव करते समय आपको उन शेयरों पर ध्यान देना चाहिए, जिनमें ये चार खूबियां मौजूद हों.

1. अच्छी क्वॉलिटी के शेयर जिनकी कीमत अभी कम है

अच्छी क्वॉलिटी वाले शेयर की पहली कसौटी है निवेश की सुरक्षा. यानी ऐसी कंपनी जिसकी वित्तीय स्थिति और हाल के वर्षों का परफॉर्मेंस अच्छा हो. निवेश की सुरक्षा के लिहाज से कम से कम 500 करोड़ रुपये के मार्केट कैपिटलाइजेशन शेयर मार्केट की शुरुआत कैसे करें? वाली कंपनी पर ध्यान देना एक अच्छी रणनीति साबित हो सकती है. इसके अलावा शेयर का PEG यानी Price-earnings to Growth रेशियो एक से कम होना चाहिए. इससे कंपनी के शेयर की सही वैल्यूएशन का पता चलता है.

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2. अच्छा डिविडेंड देने वाले शेयर

निवेश के लिए बेहतर शेयर के चुनाव की एक और कसौटी अच्छा डिविडेंड भी हो सकता है. डिविडेंड यानी लाभांश का अर्थ है वो मुनाफे का वो हिस्सा जो कंपनी अपने शेयरधारकों शेयर मार्केट की शुरुआत कैसे करें? में बांटती है. लगातार डिविडेंड से न सिर्फ शेयरधारक को सीधे-सीधे निवेश पर रिटर्न मिलता है, बल्कि इससे कंपनी की अच्छी वित्तीय सेहत का भी पता चलता है. निवेश से पहले कंपनी के पिछले 5 साल का डिविडेंड देने का रिकॉर्ड देखना चाहिए. साथ ही कंपनी का डिविडेंड-पे-आउट रेशियो 40 फीसदी से कम हो तो बेहतर. क्योंकि इससे पता चलता है कि कंपनी अपने लाभ का एक हिस्सा बांटने के बाद बाकी रकम बिजनेस के विस्तार में भी लगाती है.

3. ऐसे शेयर जो बुक वैल्यू के मुकाबले अच्छे डिस्काउंट पर मिल रहे हों

अगर कोई शेयर ऊपर की दोनों कसौटियों पर खरा उतर रहा हो तो तीसरी बात उसके ‘डिस्काउंट-टू-बुक वैल्यू’ पर नजर डालनी चाहिए. अगर कंपनी बाकी हर लिहाज से मजबूत और बेहतर भविष्य वाली नजर आ रही है, फिर भी उसके शेयर अपनी बुक वैल्यू के मुकाबले कम कीमत पर मिल रहे हैं, तो उसमें आगे चलकर अच्छे रिटर्न मिल सकते हैं. ऐसे शेयर में यह भी जरूर देखना चाहिए कि उसका डेट-इक्विटी रेशियो 1.5 से कम हो और हाल के वर्षों में रिटर्न ऑन नेट वर्थ 10 फीसदी से अधिक रहा हो.

4. ग्रोथ की अच्छी संभावना और वाजिब कीमत वाले शेयर

बेहतरीन शेयर के चुनाव के लिए यह भी एक अहम कसौटी हो सकती है. सवाल यह है कि ग्रोथ की अच्छी संभावना और वाजिब कीमत का अंदाजा कैसे लगाएं. फंडामेंटल रूप से मजबूत शेयर का P/E यानी प्राइस-टू-अर्निंग्स रेशियो अगर 15 से कम है, तो आमतौर पर कीमत को वाजिब मान सकते हैं. पिछले 5 साल में कंपनी की अर्निंग्स ग्रोथ कम से कम 20 फीसदी होनी चाहिए. YoY आधार पर पिछली तिमाही की अर्निंग्स ग्रोथ और पिछले 12 महीनों की ट्रेलिंग अर्निंग्स ग्रोथ भी कम से कम इतनी ही यानी 20 फीसदी होनी चाहिए.

इन तमाम कसौटियों पर खरा उतरने वाला शेयर आने वाले दिनों में कम जोखिम में अच्छा रिटर्न देने वाला साबित हो सकता है. हालांकि इस बात का ध्यान रखें कि यहां कही गई बातें इनवेस्टमेंट टिप्स नहीं हैं. ये कसौटियां बेहतर निवेश के लिए अपनाई जाने वाली कुछ बुनियादी बातों में शामिल हैं. इनके अलावा शेयर से जुड़ी खबरों, संबंधित इंडस्ट्री की दशा-दिशा और पूरी इकॉनमी को प्रभावित करने वाले राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय हालात जैसी बातों पर नजर रखना भी जरूरी है.

निवेश के लिए कैसे करें सही शेयर का चुनाव, ताकि कम जोखिम में मिल सके बेहतर रिटर्न

शेयर मार्केट में सही निवेश की पहली सीढ़ी है ऐसे शेयर्स का चुनाव जो लंबे समय के दौरान अच्छा मुनाफा देने की संभावना रखते हों.

निवेश के लिए कैसे करें सही शेयर का चुनाव, ताकि कम जोखिम में मिल सके बेहतर रिटर्न

शेयर मार्केट में निवेश करते समय कुछ बुनियादी बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है.

How To Invest For Better शेयर मार्केट की शुरुआत कैसे करें? Returns: शेयर मार्केट में सही निवेश की पहली सीढ़ी है ऐसे शेयर्स का चुनाव जो लंबे समय के दौरान अच्छा मुनाफा देने की संभावना रखते हैं हों. ऐसे शेयरों की पहचान यूं ही सिर्फ सुनी-सुनाई बातों या यहां-वहां से मिलने वाले टिप्स के आधार पर करना ठीक नहीं होता. अगर आप चाहते हैं कि कम से कम जोखिम में आप बाजार से बेहतर रिटर्न हासिल करें, तो आपको कुछ खास फिल्टर्स या कसौटियों पर नजर रखनी होगी. आइए जानते हैं, क्या हैं वो महत्वपूर्ण कसौटियां जिन पर ध्यान देकर आप सही शेयर का चुनाव कर सकते हैं.

बेहतर रिटर्न के लिए शेयर का चुनाव करते समय आपको उन शेयरों पर ध्यान देना चाहिए, जिनमें ये चार खूबियां मौजूद हों.

1. अच्छी क्वॉलिटी के शेयर जिनकी कीमत अभी कम है

अच्छी क्वॉलिटी वाले शेयर की पहली कसौटी है निवेश की सुरक्षा. यानी ऐसी कंपनी जिसकी वित्तीय स्थिति और हाल के वर्षों का परफॉर्मेंस अच्छा हो. निवेश की सुरक्षा के लिहाज से कम से कम 500 करोड़ रुपये के मार्केट कैपिटलाइजेशन वाली कंपनी पर ध्यान देना एक अच्छी रणनीति साबित हो सकती है. इसके अलावा शेयर का PEG यानी Price-earnings to Growth रेशियो एक से कम होना चाहिए. इससे कंपनी के शेयर की सही वैल्यूएशन का पता चलता है.

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2. अच्छा डिविडेंड देने वाले शेयर

निवेश के लिए बेहतर शेयर के चुनाव की एक और कसौटी अच्छा डिविडेंड भी हो सकता है. डिविडेंड यानी लाभांश का अर्थ है वो मुनाफे का वो हिस्सा जो कंपनी अपने शेयरधारकों में बांटती है. लगातार डिविडेंड से न सिर्फ शेयरधारक को सीधे-सीधे निवेश पर रिटर्न मिलता है, बल्कि इससे कंपनी की अच्छी वित्तीय सेहत का भी पता चलता है. निवेश से पहले कंपनी के पिछले 5 साल का डिविडेंड देने का रिकॉर्ड देखना चाहिए. साथ ही कंपनी का डिविडेंड-पे-आउट रेशियो 40 फीसदी से कम हो तो बेहतर. क्योंकि इससे पता चलता है कि कंपनी अपने लाभ का एक हिस्सा बांटने के बाद बाकी रकम बिजनेस के विस्तार में भी लगाती है.

3. ऐसे शेयर जो बुक वैल्यू के मुकाबले अच्छे डिस्काउंट पर मिल रहे हों

अगर कोई शेयर ऊपर की दोनों कसौटियों पर खरा उतर रहा हो तो तीसरी बात उसके ‘डिस्काउंट-टू-बुक वैल्यू’ पर नजर डालनी चाहिए. अगर कंपनी बाकी हर लिहाज से मजबूत और बेहतर भविष्य वाली नजर आ रही है, फिर भी उसके शेयर अपनी बुक वैल्यू के मुकाबले कम कीमत पर मिल रहे हैं, तो उसमें आगे चलकर अच्छे रिटर्न मिल सकते हैं. ऐसे शेयर में यह भी जरूर देखना चाहिए कि उसका डेट-इक्विटी रेशियो 1.5 से कम हो और हाल के वर्षों में रिटर्न ऑन नेट वर्थ 10 फीसदी से अधिक रहा हो.

4. ग्रोथ की अच्छी संभावना और वाजिब कीमत वाले शेयर

बेहतरीन शेयर के चुनाव के लिए यह भी एक अहम कसौटी हो सकती है. सवाल यह है कि ग्रोथ की अच्छी संभावना और वाजिब कीमत का अंदाजा कैसे लगाएं. फंडामेंटल रूप से मजबूत शेयर का P/E यानी प्राइस-टू-अर्निंग्स रेशियो अगर 15 से कम है, तो आमतौर पर कीमत को वाजिब मान सकते हैं. पिछले 5 साल में कंपनी की अर्निंग्स ग्रोथ कम से कम 20 फीसदी होनी चाहिए. YoY आधार पर पिछली तिमाही की अर्निंग्स ग्रोथ और पिछले 12 महीनों की ट्रेलिंग अर्निंग्स ग्रोथ भी कम से कम इतनी ही यानी 20 फीसदी होनी चाहिए.

इन तमाम कसौटियों पर खरा उतरने वाला शेयर आने वाले दिनों में कम जोखिम में अच्छा रिटर्न देने वाला साबित हो सकता है. हालांकि इस बात का ध्यान रखें कि यहां कही गई बातें इनवेस्टमेंट टिप्स नहीं हैं. ये कसौटियां बेहतर निवेश के लिए अपनाई जाने वाली कुछ बुनियादी बातों में शामिल हैं. इनके अलावा शेयर से जुड़ी खबरों, संबंधित इंडस्ट्री की दशा-दिशा और पूरी इकॉनमी को प्रभावित करने वाले राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय हालात जैसी बातों पर नजर रखना भी जरूरी है.

Stock Market Opening: शेयर बाजार की मिलीजुली शुरुआत, सेंसेक्स 59200 के नीचे फिसला, निफ्टी सपाट खुला

Stock Market Opening: आज शेयर बाजार में ज्यादा तेजी या उछाल कुछ भी नहीं देखा जा रहा है और ये सुस्त होकर फ्लैट ट्रेड दिखा रहा है. निफ्टी एकदम सपाट खुला है और सेंसेक्स करीब 100 अंक नीचे है.

By: ABP Live | Updated at : 12 Aug 2022 09:34 AM (IST)

Edited By: Meenakshi

शेयर बाजार (फाइल फोटो)

Stock Market Opening: आज भारतीय शेयर बाजार में सुस्ती के साथ कारोबार देखा जा रहा है. सेंसेक्स करीब 100 अंकों की गिरावट पर खुला है और निफ्टी बिलकुल सपाट है. एशियाई बाजारों और यूएस फ्यूचर्स के ग्लोबल संकेत किसी भी तरह से घरेलू बाजार को सपोर्ट नहीं दे पाए और इंडियन स्टॉक मार्केट मिलीजुली ओपनिंग दिखा रहे हैं.

कैसे खुला बाजार
आज बीएसई का 30 शेयरों वाला इंडेक्स सेंसेक्स 96.62 अंक यानी 0.16 फीसदी फिसलकर 59,शेयर मार्केट की शुरुआत कैसे करें? 235.98 पर खुला है. वहीं एनएसई का 50 शेयरों वाला इंडेक्स निफ्टी बिलकुल सपाट होकर 17,659.65 पर खुला है.

सेंसेक्स-निफ्टी की कैसी है चाल
आज के कारोबार में सेंसेक्स के 30 में 10 शेयर ही तेजी के साथ दिख रहे हैं और बाकी 20 शेयरों में गिरावट के साथ कारोबार देखा जा रहा है. निफ्टी के 50 में से 20 शेयर मजबूती के साथ हरे निशान में कारोबार कर रहे हैं. इसके अलावा बाकी 30 शेयरों में गिरावट का लाल निशान हावी है.

सेक्टोरियल इंडेक्स की तस्वीर कैसी है
आज निफ्टी के सेक्टोरियल इंडेक्स की बात करें तो मेटल, पीएसयू बैंक, रियलटी, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और ऑयल एंड गैस सेक्टर तेजी के हरे निशान में कारोबार कर रहे हैं. इसके अलावा बाकी सभी सेक्टर्स में गिरावट का लाल निशान छाया हुआ है. हेल्थकेयर इंडेक्स में 0.70 फीसदी की गिरावट है, आईटी शेयर 0.65 फीसदी टूटे हैं और फार्मा शेयरों में 0.55 फीसदी की गिरावट देखी जा रही है.

आज के चढ़ने वाले शेयर
सेंसेक्स में उठने वाले शेयरों में टाटा स्टील, पावरग्रिड, एसबीआई, एनटीपीसी, इंडसइंड बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और टाइटन में गिरावट दर्ज की जा रही है. इसके अलावा निफ्टी में ओएनजीसी, आयशर मोटर्स, हिंडाल्को जैसे शेयर तेजी दिखाने शेयर मार्केट की शुरुआत कैसे करें? में कामयाब हो रहे हैं.

आज के गिरने वाले शेयरों का हाल
आज सेंसेक्स में रिलायंस इंडस्ट्रीज, एलएंडटी, डॉ रेड्डीज लैब्स, भारती एयरटेल, एशियन पेंट्स, बजाज फाइनेंस, एचसीएल टेक, आईटीसी, एचयूएल, एक्सिस बैंक, एचडीएफसी, एमएंडएम, एचडीएफसी बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, टीसीएस, विप्रो, इंफोसिस, सन फार्मा के शेयरों में गिरावट देखी जा रही है.

प्री-ओपनिंग में कैसी रही थी बाजार की चाल
प्री-ओपनिंग कारोबार में आज बीएसई का सेंसेक्स 138 अंक टूटकर 59179.47 के लेवल पर दिखाई दे रहा था और एनएसई का निफ्टी 61.40 अंक फिसलकर 17597.60 पर ट्रेड कर रहा था. वहीं SGX Nifty 5.50 अंक ऊपर यानी लगभग सपाट होकर 17694 के लेवल पर कारोबार कर रहा था.

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Published at : 12 Aug 2022 09:17 AM (IST) Tags: NSE sensex nifty bse Stocks stock market opening हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi

निवेश की शुरुआत करने जा रहे हैं? जानिए कैसे उठाएं एक-एक कदम

ईटीएफ नए निवेशकों के लिए अच्‍छा विकल्‍प है. इसके लिए डीमैट अकाउंट की जरूरत होगी.

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निवेश की शुरुआत करने से पहले आकांक्षा के मन में सवाल उठ सकता है कि वह अपने पोर्टफोलियो को मैनेज कैसे करेंगी. उनके पास न तो मार्केट के बारे में अध्ययन करने का समय है, न ही चार्ट पैटर्न और कंपनियों के बिजनेस मॉडल समझने का. लिहाजा, शायद उन्‍हें कोई निर्णय लेने में दिक्‍कत हो. इसका समाधान है. उन्‍हें इंडेक्‍स में निवेश करने के बारे में सोचना चाहिए और बाजार के उतार-चढ़ाव के बारे में भूल जाना चाहिए.

निवेश की रणनीति पर फैसला उनके विवेक पर निर्भर करता है. निवेश से पहले उन्‍हें अपनी जोखिम लेने की क्षमता का पता लगा लेना चाहिए. व‍ह निवेश पर कैसे नजर रखेंगी, इसे भी सुनिश्चित कर लेना चाहिए.

यह उन्‍हें फैसला लेने में मदद करेगा कि आकांक्षा एक्टिव मैनेजमेंट रूट का इस्‍तेमाल करना चाहती हैं या उनका भरोसा बेंचमार्क इंडेक्‍स या ईटीएफ पर है. सक्रिय रूप से प्रबंधित की जाने वाली म्‍यूचुअल फंड स्‍कीमों के उलट ईटीएफ बाजार से बेहतर प्रदर्शन करने की कोशिश नहीं करते हैं. बजाय इसके इन्‍हें मार्केट ट्रैक करने के लिए डिजाइन किया गया है. इन्‍हें आमतौर पर अपेक्षाकृत सुरक्षित और लागत प्रभावी माना जाता है. ईटीएफ नए निवेशकों के लिए अच्‍छा विकल्‍प है. इसके लिए आकांक्षा को सिर्फ डीमैट अकाउंट की जरूरत होगी.

आकांक्षा निवेश की शुरुआत जितनी जल्दी कर देंगी, उतना अच्‍छा होगा. उन्‍हें अपनी निवेश रणनीति के साथ बने रहना चाहिए. किसी भी हालत में भावनाओं को हावी नहीं होने देना चाहिए. बाजार की दैनिक उठापटक से उनका लक्ष्‍य प्रभावित नहीं होना चाहिए. कुल मिलाकर लब्बोलुआब यह है कि छोटी रकम से निवेश की शुरुआत करें. पोर्टफोलियो को डायवर्सिफाई करें. धैर्य रखें. स्मार्ट फैसले लें.

इस पेज की सामग्री सेंटर फॉर इंवेस्टमेंट एजुकेशन एंड लर्निंग (सीआईईएल) के सौजन्य से. गिरिजा गादरे, आरती भार्गव और लब्धि मेहता का योगदान.

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