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इस कंपनी की सलाह पर बाजार में लगा रहे थे पैसे तो हो जाएं सावधान! SEBI ने 6 महीने का लगाया बैन, जानिए पूरा मामला

SEBI Latest News: मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) ने ग्लोबल मनी प्लांट फाइनेंशियल सर्विसेज (GMPFS) और इसके पार्टनर्स पर 6 महीने का बैन लगा दिया है. अगर आपने कभी इस कंपनी या इसके पार्टनर कंपनी की सलाह पर मार्केट में पैसा लगाया है तो ये खबर आपको जरूर पढ़ लेनी चाहिए. कैपिटल मार्केट रेगुलेटर SEBI ने इस कंपनी पर 6 महीने के लिए बैन लगा दिया है. ये कंपनी अब अगले 6 महीने तक शेयर मार्केट में इन्वेस्टमेंट एडवाइजरी नहीं देगी. सेबी ने अपने आदेश में कहा कि अधिकार ना होने के चलते ये कंपनी अगले 6 महीने तक निवेशकों को पैसा लगाने की सलाह देगी. बता दें कि GMPFS एक पार्टनरशिप फर्म है और इसके पार्टनर सावन यादव, जूली वर्मा और सौरभ यादव हैं. सेबी ने इस सभी लोगों पर भी 6 महीने का बैन लगा दिया है.

निवेश की सलाह देने के लिए SEBI का सर्टिफिकेट जरूरी

सेबी ने अपने आदेश में बताया कि इस कंपनी और इसके पार्टनर्स के पास सेबी की ओर से जारी इन्वेस्टमेंट एडवाइजर (Investment Adviser) का जरूरी सर्टिफिकेट नहीं था, जो कि IA (कैसे लगाएं पैसे investment adviser) नियमों का उल्लंघन है.

सेबी ने जांच में पाया कि GMPFS और इसके पार्टनर्स ने अगस्त 2015 से 2018 के बीच में 36.30 लाख रुपए कमाए. सेबी (SEBI) ने अपने आदेश में बताया कि 3 महीने के भीतर ही कंपनी और उसके पार्टनर्स को एक साथ या अलग-अलग करके ये अमाउंट वापस लौटानी है.

सेबी ने अपने ऑर्डर में कहा कि कंपनी ने जिन भी क्लाइंट से पैसा कमाया है, उन्हें 3 महीने के भीतर ये वापस करना है. इसके अलावा रेगुलेटर सेबी ने सिक्योरिटीज मार्केट में अगले 6 महीने के लिए कोई भी ट्रांजैक्शन ना करने का आदेश दिया है. इसके अलावा ये लोग सेबी से रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट लिए बिना प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर पर सिक्योरिटी मार्केट में इन्वेस्टमेंट एडवाइजरी नहीं देंगे.

Sahara India Refund Status: इन लोगों का पैसा आ गया वापिस, यहाँ से स्टेटस चेक करें

Sahara India Refund Status: सहारा के द्वारा संचालित की जाने वाली कंपनियों में हमारे देश के निवेशकों ने खूब जमकर पैसा लगाया है। कई वर्ष बीत जाने के पश्चात भी निवेश की हुई राशि का वापस आने का इंतजार सभी उम्मीदवारों के लिए बड़ी उत्सुकता के साथ। आप सभी उम्मीदवारों का इंतजार जल्द ही समाप्त हो चुका है क्योंकि सहारा इंडिया रिफंड न्यूज़ को लेकर बड़ी जानकारी सामने आ रही है। मीडिया रिपोर्ट द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार सहारा ग्रुप के द्वारा संचालित की जाने वाली दो कंपनियों ने सहारा में निवेश करने वाले उम्मीदवारों का लगभग 138 करोड़ रुपए की राशि का रिफंड किया हुआ है |

भारतीय प्रतिभूति एवं विनियम बोर्ड के द्वारा पुनर भुगतान के लिए खोले गए खाते में रिफंड राशि जमा बढ़कर 24000 करोड रुपए हो चुकी है। सेबी के द्वारा मिली हुई हालिया वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार उच्च न्यायालय के आदेश पर सहारा ग्रुप में निवेश की हुई राशि को सभी उम्मीदवारों को ब्याज सहित पैसा वापस देने का फैसला लिया गया था।

Sahara India Refund Status Full Detail

सहारा ग्रुप में निवेश की हुई राशि को वापस करने के लिए भारत देश की सरकार ने नए कदम उठा रही है। और साथ ही बड़ी खबर सामने निकलकर यह आ रही है कि भारतीय प्रति भूमि एवं विनियम बोर्ड के द्वारा सहारा ग्रुप की कंपनियों की रिफंड राशि को वापस करना शुरू कर दिया गया है। हालिया वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार अभी सहारा ग्रुप के द्वारा संचालित की जाने वाली दो कंपनियों का 138 करोड़ों रुपए की राशि को रिफंड किया गया है। जिसके कैसे लगाएं पैसे तहत रिफंड राशि जमा होकर ₹240000000 हो चुकी है।

भारतीय प्रतिभूति एवं विनियम बोर्ड के द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्ष 2012 में उच्च न्यायालय के आदेश पर सहारा ग्रुप के बांड धारकों को लगभग तीन करोड़ उम्मीदवारों को ब्याज सहित राशि वापस देने का वादा किया गया था। लेकिन सभी उम्मीदवारों द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार पिछले वर्ष 2021-22 के द्वारा मिली हुई कैसे लगाएं पैसे जानकारी के अनुसार वापस की गई कुल राशि सिर्फ 9 करोड़ रुपये ही बढ़ी। वही सेबी के द्वारा खोले गए रिफंड खातो में 1,515 करोड़ रुपये बढ़ी।

सहारा इंडिया रिफंड लॉगइन 2022 महत्वपूर्ण दस्तावेज

  • बैंक पासबुक
  • पैन कार्ड
  • पहचान पत्र
  • आय प्रमाण पत्र
  • जाति प्रमाण पत्र
  • आवास प्रमाण कैसे लगाएं पैसे पत्र
  • मलाईदार परत
  • सहारा इंडिया के पहचान पत्र में कूपन कोड मिला
  • निवेशक हस्ताक्षर
  • निवेशक पासपोर्ट कैसे लगाएं पैसे साइज फोटो
  • निवेशक ईमेल आईडी
  • निवेशक स्थायी मोबाइल नंबर
  • निवेशक आधार कार्ड
  • सहारा इंडिया परिवार द्वारा प्राप्त कोई अन्य दस्तावेज आदि।

भारत के प्रति भूमि एवं विनियम बोर्ड के द्वारा मिली वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार कहा गया था कि सारा ग्रुप के द्वारा संचालित की जाने वाली कंपनियों में निवेशकों के कुल मिलाकर 19,650 आवेदन प्राप्त हुए थे। प्राप्त हुए आवेदनों के अनुसार रिफंड राशि को वापस पाने के कुल मिलाकर 82.31 करोड़ दावे शामिल थे।

सहारा में फंसा पैसा वापसी कब मिलेगा?

हमारे देश के लाखों उम्मीदवारों की करोड़ों रुपए की राशि सहारा ग्रुप कैसे लगाएं पैसे के द्वारा संचालित की जाने वाली कंपनियों में फंसी हुई है। अगर आपने भी सहारा मैंने विश किया हुआ है तो आपके लिए बड़ी ही खुशखबरी है क्योंकि आपके द्वारा भुगतान की गई राशि चल रही रिफंड राशि के तौर पर वापस आने वाली है क्योंकि भारत सरकार द्वारा सहारा के खिलाफ तगड़े एक्शन लेना शुरू कर दिया गया है। और सहारा में फंसे हुए पैसे को वापस दिलाने के लिए सरकार नए नए कदम उठा रही है और सहारा की कई कंपनियों को शिकंजे में भी ले रही है। भारत के प्रति भूमि एवं विनियम बोर्ड पर भारत सरकार द्वारा उच्च न्यायालय के आदेश पर 12000 करोड़ का जुर्माना लगाया गया है।

  • सहारा इंडिया रिफंड राशि वापस पाने के लिए सर्वप्रथम आपको आधिकारिक वेबसाइट consumerhelpline.gov.in पर जाना है।
  • वेबसाइट पर आने के पश्चात सहारा में फंसा पैसा का विकल्प दिखाई देगा इस विकल्प का चयन करें।
  • इस विकल्प का चयन करने के पश्चात आपको उसमें कूपन कोड दर्ज करना है।
  • कूपन कोड दर्ज करने के पश्चात सभी उम्मीदवारों के स्क्रीन पर नया फार्म खुल जाएगा।
  • इस फार्म में सभी उम्मीदवारों के लिए आवश्यक दस्तावेजों की निजी जानकारी को दर्ज करना होगा।
  • सभी आवश्यक जानकारियों को दर्ज करने के पश्चात माथुर दस्तावेजों को अपलोड करें और सबमिट के विकल्प का चयन करें।
  • आवेदन फार्म सबमिट करने के पश्चात आपको एक रसीद मिलेगी इस रसीद को आप को सुरक्षित रख लेना है।

UP: सरकारी पैसे के दुरुपयोग का अनोखा मामला, एक ही शौचालय में साथ लगा दी दो सीटें, तस्वीरें वायरल

UP: सरकारी पैसे के दुरुपयोग का अनोखा मामला, एक ही शौचालय में साथ लगा दी दो सीटें, तस्वीरें वायरल

Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश में सरकारी खजाने के दुरुपयोग का एक ऐसा उदाहरण सामने आया है, जिसकी मिसाल मिलनी मुश्किल है। बस्ती जिले के गौरा धुंधा गांव में एक सार्वजनिक शौचालय बनाया गया है। इसके कई शौचालय में एक ही साथ दो शौचालय सीटें लगा दी गई हैं और उनके उनके बीच कोई दीवार या पर्दा नहीं है। आप भी हैरत में पड़ गये होंगे कि अलग-बगल लगी दो शौचालय सीटों पर दो लोग कैसे बैठ सकते हैं. लेकिन जनता के पैसे से इसे बनाने वाले ठेकेदार या इसकी निगरानी करनेवाले अधिकारियों के दिमाग में ये बात नहीं आई। इसके बाहर दरवाजा भी नहीं लगाया गया है। Public toilet का ये अजीबोगरीब मॉडल सुर्खियों में छाया हुआ है और सोशल मीडिया पर लगातार तस्वीरें शेयर की जा रही हैं। किसने और क्या सोचकर एक साथ दो सीटें लगवाई, ये चर्चा का विषय बना हुआ है।

Mutual Fund SWP : क्या है म्यूचुअल फंड SWP प्लान, कैसे हर महीने होती है इससे कमाई, आज आपको इसके बारे में बताते हैं

कई लोग अपने खर्चों को पूरा करने के लिए अपने म्यूचुअल फंड से हर महीने पैसे की डिमांड करते हैं. फाइनेंशियल प्लानर्स ऐसे इन्वेस्टर्स को Systematic Withdrawal Plan (SWP) का इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं.

SWP क्या है? एसडब्ल्यूपी में, आप एक म्युचुअल फंड स्कीम में एक बार में पैसा लगाते हैं और फिर एक निश्चित रकम, आमतौर पर हर महीने में एक बार, उसी स्कीम से निकालते रहते हैं. यह सुनिश्चित करता है कि आपको कैसे लगाएं पैसे हर महीने एक निश्चित अंतराल पर एक निश्चित राशि मिले और बचा पैसा मार्केट के अनुरूप कैसे लगाएं पैसे लगाया जाता है.

इससे मुझे क्या फायदा होता है-निवेशक चाहें तो केवल एक निश्चित रकम निकालें या फिर चाहें तो वे निवेश पर कैपिटल गेंस को निकाल सकते हैं. लेकिन, SWP के जरिए विद्ड्रॉल पर टैक्‍स लगता है. जैसे अगर कोई लंबे समय से निवेश कर रहा है और वह जब विद्ड्रॉल करता है, तो लॉन्‍ग टर्म कैपिटल गेन टैक्‍स (LTCG) देना होगा. SWP से निवेशकों को मार्केट की अस्थिरता से एक हद तक प्रोटेक्‍शन मिलता है.

UP: सरकारी पैसे कैसे लगाएं पैसे के दुरुपयोग का अनोखा मामला, एक ही शौचालय में साथ लगा दी दो सीटें, तस्वीरें वायरल

UP: सरकारी पैसे के दुरुपयोग का अनोखा मामला, एक ही शौचालय में साथ लगा दी दो सीटें, तस्वीरें वायरल

Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश में सरकारी खजाने के दुरुपयोग का एक ऐसा उदाहरण सामने आया है, जिसकी मिसाल मिलनी मुश्किल है। बस्ती जिले के गौरा धुंधा गांव में एक सार्वजनिक शौचालय बनाया गया है। इसके कई शौचालय में एक ही साथ दो शौचालय सीटें लगा दी गई हैं और उनके उनके बीच कोई दीवार या पर्दा नहीं है। आप भी हैरत में पड़ गये होंगे कि अलग-बगल लगी दो शौचालय सीटों पर दो लोग कैसे बैठ सकते हैं. लेकिन जनता के पैसे से इसे बनाने वाले ठेकेदार या इसकी निगरानी करनेवाले अधिकारियों के दिमाग में ये कैसे लगाएं पैसे बात नहीं आई। इसके बाहर दरवाजा भी नहीं लगाया गया है। Public toilet का ये अजीबोगरीब मॉडल सुर्खियों में छाया हुआ है और सोशल मीडिया पर लगातार तस्वीरें शेयर की जा रही हैं। किसने और क्या सोचकर एक साथ दो सीटें लगवाई, ये चर्चा का विषय बना हुआ है।

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