इस तरह, अगर आप फिजिकल रूप में सोना नहीं खरीदना चाहते और ईटीएफ ट्रेडिंग क्या है सोने निवेश का फायदा भी लेना चाहते हैं तो ETF बेहतर विकल्प बन सकता है. गोल्ड ETF में निवेश पिछले कुछ समय से तेजी से बढ़ रहा, जिसका बड़ा कारण इसमें जोखिम कम होना है. ETF का एक्सपेंस रेशियो काफी कम (0.6 फीसदी के आसपास) होता है, जिससे यह बेहतर निवेश विकल्प बन जाता है.
क्या मुझे ETF में निवेश करना चाहिए?
ETF शेयर बाजार का अनुभव पाने के लिए सबसे कम लागत का ज़रिया है। वे लिक्विडिटी और रियल टाइम सेटलमेंट देते हैं क्योंकि वे एक्सचेंज पर लिस्टेड( सूचीबद्ध) हैं और उनमें शेयरों की तरह कारोबार होता है। ETFs कम जोखिम वाले विकल्प हैं क्योंकि वे आपके कुछ पसंदीदा शेयरों में निवेश करने के बजाय स्टॉक इंडेक्स का अनुकरण करते हैं और उनमें डाइवर्सिफिकेशन होता है।
ETFs ट्रेड करने के आपके पसंदीदा तरीके में फ्लेक्सिबिलिटी देते हैं जैसे कीमत घटने पर बेचना या मार्जिन पर ईटीएफ ट्रेडिंग क्या है खरीदना। कमोडिटीज़ और अंतर्राष्ट्रीय सिक्युरिटीज़ में निवेश जैसे कई विकल्प ईटीएफ में भी उपलब्ध हैं। आप अपनी पोज़िशनकी हेजिंग(बचाने ) के लिए ऑपशन्स और फ़्यूचर्स का इस्तेमाल भी कर सकते हैं जो म्यूचुअल फंड में निवेश करने पर नहीं मिलता है।
हालाँकि, ETFs हर निवेशक के लिए सही नहीं होते हैं। नए निवेशकों के ईटीएफ ट्रेडिंग क्या है लिए इंडेक्स फंड्स बेहतर विकल्प हैं जो कम रिस्क वाले ऑप्शन को चुनकर लंबी-अवधि ईटीएफ ट्रेडिंग क्या है के लिए इक्विटी में निवेश करने का फायदा उठाना चाहते हैं। ETFs उन ईटीएफ ट्रेडिंग क्या है लोगों के लिए भी सही हैं जिनके पास एकमुश्त(लमसम) नगद पैसा है लेकिन अभी तक यह तय नहीं कर पाए हैं कि नकदी का निवेश कैसे किया जाए। वे कुछ समय के लिए ETF में निवेश कर सकते हैं ईटीएफ ट्रेडिंग क्या है और तब तक कुछ रिटर्न कमा सकते हैं जब तक कि नकदी सही जगह पर इस्तेमाल ना हो जाए। सही ETF का चुनने के लिए ज़्यादातर रिटेल निवेशकों के मुकाबले, वित्तीय बाज़ार की अच्छी समझ होना ज़्यादा ज़रूरी होता है। इसलिए, आपके ETF निवेश को संभालने के लिए निवेश में थोड़ी व्यावहारिक कुशलता की भी ज़रूरत होती है।
एक्सचेंज ट्रेडेड फंड क्या है, इसमें निवेश कैसे फायदेमंद है?
एक्सचेंज ट्रेडेड फंड यानी ईटीएफ प्रतिभूतियों का बास्केट होता है. इसकी स्टॉक एक्सचेंज पर खरीद-फरोख्त हो सकती है. ईटीएफ की पेशकश इक्विटी, बॉन्ड या गोल्ड जैसे एसेट पर की जाती है. देश में कुछ लोकप्रिय ईटीएफ में निफ्टी50 ईटीएफ, गोल्ड ईटीएफ, लिक्विड ईटीएफ और इंटरनेशनल ईटीएफ शामिल हैं. ईटीएफ जिस मूल्य पर ट्रेड किए जाते हैं, यह उनके एसेट्स की एनएवी पर निर्भर करता है. इसका मतलब हुआ कि अगर ये गोल्ड ईटीएफ हैं तो इनका मूल्य सोने से और बॉन्ड ईटीएफ हैं तो बॉन्ड की कीमत से तय होता है. ईटीएफ जिस मूल्य पर ट्रेड किए जाते हैं, यह उनके एसेट्स की एनएवी पर निर्भर करता है. इसका मतलब हुआ कि अगर ये गोल्ड ईटीएफ हैं तो इनका मूल्य सोने से और बॉन्ड ईटीएफ हैं तो बॉन्ड की कीमत से तय होता है.
एक्सचेंज ट्रेडेड फंड के क्या फायदे हैं?
इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि इन्हें रियल टाइम में खरीदा और बेचा जा सकता है. इनमें निवेश की लागत कम होती है. एक बार ट्रेडिंग अकाउंट खुल जाने के बाद कारोबारी घंटों में इनकी आसानी से खरीद-फरोख्त हो सकती है. डीमैट अकाउंट का इस्तेमाल करके ईटीएफ ट्रेडिंग क्या है आप ऐसा कर सकते हैं. इनका एक्सपेंस रेशियो कम होता है. कम से कम एक यूनिट में निवेश किया जा सकता है. ईटीएफ निवेशकों को मार्केट में इंट्रा-डे मूवमेंट का फायदा उठाने का मौका देते हैं. ओपन-एंडेड फंडों के साथ यह मुमकिन नहीं है. चूंकि, फंड मैनेजर इन्हें सक्रिय तौर पर मैनेज नहीं करते हैं. इसलिए इनका कॉस्ट स्ट्रक्चर बहुत कम होता है. आप सिर्फ 0.05 से 0.10 फीसदी एक्सपेंस रेशियो में व्यापक इंडेक्स ईटीएफ खरीद और बेच सकते हैं.
कब निवेशक ईटीएफ में पैसा लगाते हैं?
जो निवेशक यह तय नहीं कर पाते हैं किस शेयर या सेगमेंट में अपना पैसा लगाएं, वे अक्सर इंडेक्स ईटीएफ में निवेश करते हैं. इसकी मदद से उन्हें निवेश को बनाए रखने में मदद मिलती है. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इनकी लोकप्रियता बढ़ने का कारण यह है कि इन्होंने हाल में सक्रिय रूप से प्रबंधित किए जाने वाले फंडों को पीछे छोड़ा है.
क्या हैं नुकसान?
कुछ कम लोकप्रिय ईटीएफ में बहुत अधिक बोली हो सकती है जो आपका खरीद मूल्य बढ़ा दें या आपको बेचने के वक्त पर्याप्त लिक्विडिटी नहीं मुहैया कराएं. अगर आप ईटीएफ यूनिटों का बहुत कम हिस्सा खरीदते और बेचते हैं तो ब्रोकरेज और डीमैट चार्ज ज्यादा बैठ सकते हैं.
Web Title : what is exchange traded fund or etf, how investing is useful in it?
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एक्सचेंज ट्रेडेड फंड यानी ईटीएफ में निवेश आजकल काफी लोकप्रिय हो रहा है. इसमें किसी स्टॉक की तुलना में ईटीएफ ट्रेडिंग क्या है काफी कम जोखिम र . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : May 06, 2022, 15:ईटीएफ ट्रेडिंग क्या है 05 IST
नई दिल्ली. शेयर बाजार और म्यूचुअल फंड में निवेश करने वालों ईटीएफ ट्रेडिंग क्या है ने अक्सर ETF यानी एक्सचेंज ट्रेडेड फंड के बारे में सुना होगा. आजकल यह काफी लोकप्रिय हो रहा है और म्यूचुअल फंड कंपनियां भी लगातार नए-नए ETF बाजार में लांच कर रही हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर ईटीएफ ट्रेडिंग क्या है ETF है क्या और यह कैसे काम करता है.
जैसा कि नाम से ही जाहिर होता है ETF किसी एक्सचेंज के साथ ट्रेडिंग करने की सुविधा देता है. वैसे तो यह एक तरह का म्यूचुअल फंड ही है, जिसमें कई तरह के डेट विकल्पों और बांड का बंच होता है. लेकिन म्यूचुअल फंड और ETF में बेसिक अंतर ये है कि इसे सिर्फ स्टॉक एक्सचेंज से ही खरीदा या बेचा जा सकता है. एक निवेशक के रूप में जैसे आप एक्सचेंज पर कारोबार के दौरान शेयरों की खरीद-फरोख्त करते हैं, उसी तरह ETF में भी कारोबारी घंटों के दौरान ही ट्रेडिंग हो सकती है.
पर्सनल फाइनेंस: एक्सचेंज ट्रेडेड फंड में निवेश आपको दिला सकता है ज्यादा फायदा, यहां जानें इससे जुड़ी ईटीएफ ट्रेडिंग क्या है खास बातें
आज कल निवेशकों के पास अपना पैसा निवेश करने के कई ऑप्शन हैं। इनमें से एक ऑप्शन एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) भी है। एक्सचेंज ट्रेडेड फंड शेयरों के एक सेट में निवेश करते हैं। ये आमतौर पर एक खास इंडेक्स को ट्रैक करते हैं। आज हम आपको ETF और इसमें निवेश करने के फायदों के बारे में बता रहे हैं।
क्या है ETF?
ETF एक प्रकार का निवेश है जिसे स्टॉक एक्सचेंजों पर खरीदा और बेचा जाता है। ईटीएफ व्यापार शेयरों में व्यापार के समान है। ETF में बांड, या स्टॉक खरीदे बेचे जाते हैं। एक एक्सचेंज ट्रेडेड फंड एक म्यूचुअल फंड की तरह है, लेकिन म्यूचुअल फंड के विपरीत, ईटीएफ को ट्रेडिंग अवधि के दौरान किसी भी समय बेचा जा सकता है।
Exchange Traded Fund- एक्सचेंज ट्रेडेड फंड
एक्सचेंज ट्रेडेड फंड
Exchange Traded Fund: एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) कई लोगों के वित्तीय संसाधनों को इकट्ठा करते हैं और इसका उपयोग शेयरों जैसे विभिन्न ट्रेडेबल मॉनेटरी एसेट, बॉन्ड्स एवं डेरिवेटिव जैसे डेट सिक्योरिटीज की खरीद के लिए करते हैं। अधिकांश ईटीएफ भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के साथ पंजीकृत होते हैं। स्टॉक मार्केट की सीमित विशेषज्ञता वाले निवेशकों के लिए यह एक आकर्षक विकल्प है।
एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) किस प्रकार काम करते हैं ?
ईटीएफ शेयर और म्युचुअल फंड दोनों की विशेषताओं को साझा करते हैं। आम तौर पर वे क्रिएशन ब्लॉक के जरिये प्रॉड्यूस्ड शेयरों के रूप में स्टॉक मार्केट में ट्रेड करते हैं। ईटीएफ फंड सभी प्रमुख स्टॉक एक्सचेंजों पर सूचीबद्ध होते हैं और उन्हें इक्विटी ट्रेडिंग टाइम के दौरान जरूरत के अनुसार खरीदा और बेचा जा सकता है। ईटीएफ की शेयर कीमत में परिवर्तन रिसोर्सेज के पूल में उपस्थित मूलभूत एसेट की लागतों पर निर्भर करता है। अगर एक या अधिक एसेट की कीमत बढ़ती है तो ईटीएफ की शेयर कीमत भी आनुपातिक रूप से बढ़ती है और कीमत घटने पर घटती है। ईटीएफ के शेयरधारकों द्वारा प्राप्त लाभांश की वैल्यू संबंधित ईटीएफ कंपनी के प्रदर्शन और एसेट प्रबंधन पर निर्भर करती है। कंपनी के नियमों के अनुसार वे सक्रिय या निष्क्रिय रूप से मैनेज होते हैं।
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