'प्रथम बाजार' इंटरेक्टिव, मल्टी-चैनल रिटेलर है, जो खरीदारों और विक्रेताओं को साझा नेटवर्क से जोड़कर ग्राहकों, डीलरों और बाजार प्रेमियों के बीच के गैप को पाट रहा है। वह अपडेटेड ईआरपी सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी और तकनीकी विशेषज्ञों के साथ एक संपूर्ण बिजनेस मॉडल पर काम कर रहा है। ये विशेषज्ञ उपयोगकर्ताओं को संतोषजनक होम शॉपिंग के अनुभव प्रदान करते हैं। बताया जा रहा है कि किस तरह से ग्राहक मोबाइल, किचन अप्लायंसेज से लेकर इलेक्ट्रॉनिक सामान का चयन आराम से अपने घर से और ऑनलाइन माध्यम से कर सकते हैं।

सेंसेक्स में 1017 अंकों की जबरदस्त तेजी, जानिए बाजार में किन कारणों से लौटी रौनक

आरबीआई ने अपनी मॉनेटरी पॉलिसी में इंटरेस्ट रेट का सिलसिला जारी रखने के बारे में कुछ नहीं कहा है। इससे यह माना जा रहा है कि आगे रेपो रेट में बढ़ोतरी नहीं होगी।

Share Market Rally: इंडियन स्टॉक मार्केट (Indian Stock Markets) में पिछले छह दिनों से जारी गिरावट का सिलसिला 30 सितंबर को टूट गया। RBI के इंटरेस्ट रेट (Repo Rate) बढ़ाने के बावजूद शेयर बाजारों को पंख लग गए। सुबह 10 बजे रेपो रेट बढ़ने के ऐलान के बाद मार्केट में तेज रिकवरी आई। यह तेजी करीब पूरे दिन जारी रही।

कारोबार के अंत में सेंसेक्स 1016.96 अंक यानि 1.80% की तेजी के साथ 57,426.92 पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी 276.25 अंक यानि 1.64% की तेजी के साथ 17,094.35 के लेवल पर बंद हुआ।

एनालिस्ट्स का कहना है कि शेयर बाजारों को पहले से इंटरेस्ट रेट में 0.50 फीसदी वृ्द्धि की उम्मीद थी। इसलिए RBI का यह तेजी से बढ़ते बाजार कदम बाजार के लिए अप्रत्याशित नहीं था। दुनियाभर के केंद्रीय बैंक इंटरेस्ट रेट बढ़ा रहे हैं। इसकी वजह इनफ्लेशन का हाई लेवल है।

धनतेरस पर महंगाई रहा तेजी से बढ़ते बाजार बेअसर, जमकर हुई धनवर्षा

धनतेरस पर महंगाई रहा बेअसर, जमकर हुई धनवर्षा

जगरण संवाददाता, चतरा : धनतेरस पर महंगाई फीकी पड़ गई। तेजी से बढ़ते बाजार भाव के बाद भी लोगों ने धनतेरस पर्व पर दिल खोलकर खरीदारी किया है। मंगलवार को सुबह से लेकर देर रात तक धन की वर्षा होते रही। छोटे-बड़े वाहनों के साथ-साथ सोना चांदी, इलेक्ट्रानिक्स और बर्तन की दुकानें देर रात तक गुलजार रही। दुकानों व प्रतिष्ठानों पर खरीदारों की भीड़ उमड़ी रही। एक अनुमान के तहत शहर में पचास करोड़ रुपयों से अधिक का व्यवसाय हुआ है। ट्रैक्टर, चार पहिया एवं दोपहिया वाहनों की खूब बिक्री हुई। अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है ट्रैक्टर एवं मोटरसाइकिल की अग्रिम बुकिग करने वालों को ही वाहन उपलब्ध हो सका। गत वर्षों की तरह इस बार शाम ढलने के बाद बाजार में भीड़ उमड़ी। सुबह से लेकर तेजी से बढ़ते बाजार दोपहर तक बाजार सामान्य दिनों की तरह था। सिर्फ भीड़ अधिक थी। दुकानों पर खरीदार कम नजर आ रहे थे। लोग ऐसा मान रहे थे कि कोरोना के कारण धनतेरस बाजार फीका रहेगा। लेकिन शाम ढलते ही खरीदारों की भीड़ उमड़ने लगी। जानकारों का कहना है कि धनतेरस को लेकर ट्रैक्टर एवं मोटरसाइकिल की बिक्री इस वर्ष रिकार्ड रहा है। एक अनुमान के तहत विभिन्न कंपनियों तेजी से बढ़ते बाजार की करीब तीन सौ दो पहिया वाहन सिर्फ चतरा शहर में बिका है। हंटरगंज, टंडवा, गिद्धौर, इटखोरी एवं दूसरे शो रूम की बात दीगर है। बहुत ऐसे भी ग्राहक हैं, जो दूसरे शहरों से भी बुलेट व अन्य दो पहिया खरीदें हैं। सोना-चांदी के आभूषणों की भी खूब बिक्री हुई। ज्वेलर्स दुकानों में सुबह से ही भीड़ जुटनी शुरू हो गई थी। इलेक्ट्रानिक्स सामान व बर्तन की बिक्री थोड़ा मंदा रहा। वैसे बर्तन में पीतल की मांग सर्वाधिक रही। पीतल के बर्तनों की चमक ग्राहकों को खूब आकर्षित किया। धनतेरस पर्व को लेकर प्राय: इन सभी दुकानों व प्रतिष्ठानों में खरीदारों पर कई प्रकार के ऑफर दिए गए थे। गत वर्ष की अपेक्षा इस बार बाजार में रौनक थोड़ा कम रहा। बदलते परिवेश में अमूमन लोगों ने पुराने मॉडल के जगह तेजी से बढ़ते बाजार एलईडी टीवी की जमकर खरीदारी की। धनतेरस बाजार को लेकर पुलिस प्रशासन ने शहर के सभी बैंकों की शाखाओं पर पुलिस की पैनी नजर थी। सदर थाना पुलिस गश्ती करती रही। सोना-चांदी के दुकानों पर भी सुरक्षा बलों को तैनात किया गया था। सड़क जाम से आम आवाम खूब परेशान रहा।

हर साल तेजी से बढ़ते बाजार बढ़ रहे हैं आंकड़े

वित्तीय वर्ष 2018-19 के दौरान 3 लाख 59 हजार डिमैट अकाउंट खोले गए थे जो कि वित्तीय वर्ष 2017-18 के मुकाबले 39 फीसद अधिक था। इसी तरह वित्तीय वर्ष 2019-20 में 4 लाख 9 हजार डिमैट अकाउंट खोले गए जो पिछले साल के मुकाबले 50 फीसदी की वृद्धि दर्शाती है। वहीं अगर साल 2020-21 और 2021-22 (अक्टूबर) तक के आंकड़ों को देखें तो क्रमशः 5 लाख 51 हजार और 7 लाख 38 हजार है।

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने देश की सबसे बड़ी डिपॉजिटरी बॉडी नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड के रजत जयंती समारोह को संबोधित करते हुए कहा था कि भारतीय खुदरा निवेशकों ने अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है विशेष रूप से पिछले 2 वर्षों के दौरान उनका योगदान अभूतपूर्व है। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया था कि वित्तीय वर्ष 2019-20 में जहां 4 लाख डिमैट अकाउंट हर साल खोले जा रहे थे वहीं वित्तीय वर्ष 2020-21 में 12 लाख खाते हुए हर महीने खोले गए।

डिमैट अकाउंट खुलवाना है आसान

डिमैट अकाउंट देश में बहुत सरल तरीके से खोले जा रहे हैं। मूल रूप से दो डिपॉजिटरी बॉडी है NSDL और CDSL यहां आप अपना डिमैट अकाउंट खोल सकते हैं। डिमैट अकाउंट खोलने के बाद आप किसी ब्रोकरेज हाउस के पास अपना ट्रेडिंग अकाउंट खोल पाएंगे। हालांकि लोगों को अकाउंट खोलने में दिक्कत न हो इस वजह से ब्रोकरेज हाउस ही डिमैट अकाउंट खोलने में लोगों की मदद कर रहा है। डिमैट अकाउंट खोलने के लिए पैन, एक बैंक अकाउंट, आईडेंटिटी कार्ड और एक एड्रेस प्रूफ का डॉक्यूमेंट का होना जरूरी है।

परंपरागत पैसे कमाने के तरीकों से अलग शेयर मार्केट के प्रति लोगों का रुझान तेजी से बढ़ता जा रहा है। शेयर बाजार में निवेशकों की संख्या बढ़ने की एक और वजह यह भी है कि देश में वित्तीय साक्षरता बढ़ रही है और इस वजह से लोग शेयर बाजार को भी एक कैरियर के रूप में देख रहे हैं। आज के नौजवानों के पास शेयर बाजार से करोड़ों रुपए कमाने का बेहतरीन रास्ता उपलब्ध है।

तेजी से बढ़ते सेकेंड हैंड फोन बाजार के चलते OLX की हुई बल्ले-बल्ले

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। भारत में जैसे जैसे सबको बढ़िया से बढ़िया स्मार्टफोन खरीदने की चाहत बढ़ती जा रही है, वैसे ही OLX जैसी कंपनियों की बल्ले-बल्ले होने लगी है। इस बात को इसी से समझा जा सकता है कि केवल एक ही साल में OLX पर सेकेंड हैंड मोबाइल फोन का औसत दाम 9 हजार से बढ़कर 11 हजार हो गया है।

ये कारनामा केवल एक ही साल के अंदर हुआ। पिछले साल वेबसाइट पर मोबाइल फोन का औसत दाम 9 हजार रूपये हुआ करता था जो इस साल 11 हजार तक पहुंच चुका है। ऐसा इसलिए हुआ है क्योंकि कंपनी के पास अब जो फोन बिकने के लिए आ रहे हैं, उनमें महंगें फोन की संख्या पहले के मुकाबले काफी ज्यादा बढ़ी है।

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तीन खास स्टार्टअप्स की नजर तेजी से बदलते बाजार पर

तीन खास स्टार्टअप्स की नजर तेजी से बदलते बाजार पर

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इंटरनेट सेवाएं लेने वाली अगली जेनरेशन दूसरी श्रेणी के शहरों, कस्बों से आने वाली है, जिसके लिए संवाद के तौर पर स्थानीय भाषा ही सबसे पसंदीदा होने की संभावना है। ऐसे ग्राहकों की तादाद लगातार बढ़ रही है।

आजकल नए स्टार्टअप शुरू होने की खबरें अकसर सुनाई देती हैं। फ्लिपकार्ट, पेटीएम, ईबे और न जानें कितनी कंपनियां हैं, जो स्टार्टअप के रूप में शुरू होकर आज बड़ा मुकाम हासिल कर चुकी हैं। स्टार्टअप इंडिया भारत सरकार की भी एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसका उद्देश्य देश में स्टार्टअप्स और नये विचारों के लिए एक मजबूत पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करना है, जिससे देश का आर्थिक विकास हो एवं बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर उत्पन्न हों। इस दिशा में देश के लाखों युवा पहल करने लगे हैं लेकिन यहां बात हो रही है ऐसे स्टार्टअप्स की, जिनके पीछे बड़ी कंपनियों की पूंजी लगी है। फिलहाल आइए, भारत में ऐसे तीन ताजा स्टार्टअप (प्रथम बाजार, सैमसंग की एलईडी, फ्लिपकार्ट का लिव डॉट एआइ) के बारे में विस्तार से जानते हैं।

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