आसान शब्दों में अगर हम बात करें तो, मूल रूप से कोई भी 'वस्तु' रोजमर्रा की प्रासंगिकता/ जरुरत के सभी सामान जैसेकि भोजन, ऊर्जा, फर्नीचर या धातु का एक समूह या संपत्ति है. हालांकि, इसे प्रकृति से विनिमेय अर्थात (लेने-देने में सुलभ) होना चाहिए ताकि इसका व्यापार किया जा सके. कार्रवाई योग्य दावों और धन को छोड़कर, किसी भी वस्तु अर्थात कमोडिटी को सभी किस्म की चल वस्तुओं के रूप में वर्गीकृत किया जा सकता है, जिन्हें खरीदा और बेचा जा सकता है. आपके कपड़े, जूते, फर्नीचर, खाने-पीने का सारा सामान और दवाइयां, साबुन, तेल आदि सभी ऐसी कमोडिटीज़ हैं जिनका देश-दुनिया में निरंतर लेन-देन या कारोबार होता रहता है.
गोल्ड एक्सचेंज शुरू करने का फ्रेमवर्क जारी, देशभर में सोना खरीदने का बेंचमार्क रेट जल्द
Sebi issues guidelines: बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने सोमवार को गोल्ड एक्सचेंज शुरू करने के लिए फ्रेमवर्क जारी किया है. फ्रेमवर्क आने से एक्सचेंज अब सेबी के पास शुरू करने की अर्जी दे सकेंगे. इसके अलावा एक्सचेंज नए सेगमेंट में इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड रिसीट की ट्रेडिंग करा सकेंगे. एक्सचेंज, डिपॉजिटरी, क्लीयरिंग, वॉल्ट मैनेजर एक प्लेटफॉर्म पर होंगे.
पहले सोने को जमा करने पर वॉल्ट इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड रिसीट में बदलेंगे. डिपॉजिटरीज फिर इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड रिसीट को डीमैट में एक्सचेंज पर व्यापार करने के लिए टिप्स और ट्रिक्स बदल सकेंगे. एक्सचेंज फिर इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड रिसीट की ट्रेडिंग शुरू कर सकेंगे. तीसरे चरण में इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड रिसीट का सोने में एक्सचेंज पर व्यापार करने के लिए टिप्स और ट्रिक्स कनवर्जन होगा. एक वॉल्ट मैनेजर के यहां जमा पर दूसरे से सोने की डिलीवरी सुविधा मिलेगी. सभी मौजूदा वॉल्ट मैनेजर्स की शाखाएं कलेक्शन/विदड्रॉल सेंटर होंगी.
तीन चरणों में बंटा हुआ है गोल्ड एक्सचेंज ट्रांजैक्शन
सर्कुलर के मुताबिक, गोल्ड एक्सचेंज में पूरे ट्रांजैक्शन को तीन चरणों में बांटा गया है- फिजिकल गोल्ड को ईजीआर में बदलना, स्टॉक एक्सचेंज पर ईजीआर की ट्रेडिंग और ईजीआर को फिजिकल गोल्ड में बदलना. सेबी प्रस्तावित गोल्ड एक्सचेंज के पूरे इकोसिस्टम को रेगुलेट करेगा और गोल्ड एक्सचेंज के लिए एकमात्र एक्सचेंज पर व्यापार करने के लिए टिप्स और ट्रिक्स रेगुलेटर होगा, जिसमें वॉल्टिंग, एसेइंग, गोल्ड क्वालिटी और डिलीवरी स्टैंडर्ड शामिल हैं. इस बीच स्टॉक एक्सचेंजों को व्यापार या ईजीआर को सोने में बदलने के लिए विभिन्न मूल्यवर्ग के साथ अनुबंध शुरू करने की अनुमति दी गई है.
निवेशकों की आसानी के लिए सेबी ने एक स्थान पर जमा किए गए सोने को उसी या अलग-अलग वॉल्ट मैनेजर के अलग-अलग स्थान से निकाले जाने के आदेश जारी करेगा. सेबी ने सर्कुलर में कहा, प्रावधान डिपॉजिटरी को खरीदार के पसंदीदा वॉल्ट स्थान से भौतिक सोने की निकासी की सुविधा प्रदान करेगा. विशेषज्ञों के अनुसार, मौजूदा प्रारूप में, मान्यता प्राप्त वॉल्टिंग लूप के बाहर सोने का लेन-देन सभी द्विपक्षीय समझौतों और विश्वास पर आधारित है.
इंडियन स्टॉक मार्केट के प्रमुख अंग
भारतीय शेयर बाजार/ इंडियन स्टॉक मार्केट एक वर्चुअल प्लेटफॉर्म है जहां कोई भी व्यक्ति शेयरों, बांडों और डेरिवेटिव में इन्वेस्टमेंट या कारोबार कर सकता है और यह कारोबार स्टॉक एक्सचेंजों के माध्यम से किया जाता है. भारतीय शेयर बाजार में कई ऐसे पक्ष भी शामिल हैं जो ऑनलाइन बिजनेस करते समय खरीदारों और विक्रेताओं की आवाजाही की निगरानी करते हैं: -
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी): एक्सचेंज पर व्यापार करने के लिए टिप्स और ट्रिक्स सेबी भारत का शीर्ष निकाय, नियामक और सभी भारतीय शेयर बाजारों का प्रहरी/ रक्षक या गार्ड है. यह ऐसे सभी नियमों और नियामक ढांचे निर्धारित करने के लिए जिम्मेदार है जो शेयरों को खरीदने और बेचने में सक्षम बनाता है.
स्टॉक एक्सचेंज: यह एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जहां इन्वेस्टर्स द्वारा शेयरों का कारोबार किया जाता है. भारत में दो प्राथमिक स्टॉक एक्सचेंज - NSE और BSE हैं जहां शेयरों का कारोबार होता है और उनकी कीमतें सूचीबद्ध होती हैं.
इंडियन स्टॉक एक्सचेंज पर व्यापार करने के लिए टिप्स और ट्रिक्स मार्किट सिस्टम
हमारे देश के शेयर बाजार में निम्नलिखित प्राथमिक बाजार और द्वितीयक बाजार शामिल हैं:
- प्राथमिक बाजार - शेयर बाजार में, जब कोई नई फर्म जनता से धन जुटाने के लिए पहली बार स्टॉक जारी करती है, तो वे एक आरंभिक सार्वजनिक पेशकश या IPOs जारी करती हैं. IPO का उद्देश्य व्यवसाय की बढ़ती आवश्यकता को पूरा करने के लिए जनता से धन जुटाना होता है. जब आप ऐसे शेयरों में इन्वेस्टमेंट करने का फैसला करते हैं, तो आप शेयरधारक बन जाते हैं और ऐसे शेयर प्राथमिक बाजार के दायरे में आते हैं. हालांकि, इन्वेस्टर्स के लिए यह जरुरी है कि वे कंपनी की महत्त्वपूर्ण फाइनेंशियल जानकारी जैसे वार्षिक रिपोर्ट, बैलेंस शीट, आय विवरण के साथ ही कंपनी द्वारा जारी किए गए रेड हायरिंग प्रॉस्पेक्टस को अच्छी तरह जरुर पढ़ें.
- द्वितीयक बाजार - यहां प्राथमिक बाजार में पहले ही जारी किए जा चुके शेयरों का कारोबार होता है.
इंडियन स्टॉक मार्केट में इन्वेस्टमेंट का महत्त्व
स्टॉक मार्केट में इन्वेस्टमेंट करने के लिए प्रत्येक व्यक्ति या कंपनी को काफी सोच-समझकर और सही निर्णय लेना चाहिए क्योंकि इसमें शामिल जोखिम अधिक होता है. हालांकि, आपके लिए स्टॉक मार्केट में अपना पैसा इन्वेस्ट करने के कई अच्छे कारण भी हैं जैसेकि,
- बैंक FD की तुलना में यहां आपके इन्वेस्टमेंट पर अधिक रिटर्न मिलता है.
- स्टॉक मार्केट फाइनेंशियल नियंत्रण को सक्षम बनती है ताकि इन्वेस्टमेंट करने के लिए बचत को प्रोत्साहन मिल सके.
- जोखिम में विविधता लाकर आपके इन्वेस्टमेंट पोर्टफोलियो को बढ़ाना.
भारत की कमोडिटी मार्केट में इन्वेस्टमेंट के लाभ
हमारे देश की कमोडिटी मार्केट में इन्वेस्टमेंट करने पर आपको कई फायदे मिलते हैं जैसेकि:
- मुद्रास्फीति के खिलाफ संरक्षण - कमोडिटी एक्सचेंज में कारोबार की जाने वाली कमोडिटीज़ इन्वेस्टर्स को मुद्रास्फीति/ इन्फ्लेशन के कुप्रभावों से बचाती हैं.
- मूल्य में उतार-चढ़ाव के खिलाफ बचाव-व्यवस्था - आयात और निर्यात के साथ-साथ उत्पाद मूल्य में उतार-चढ़ाव कमोडिटी बाजार को प्रभावित कर सकता है. कमोडिटी फ्यूचर्स में इन्वेस्ट करने से इन्वेस्टर्स को वास्तविक लेनदेन से महीनों पहले तय की गई कीमत पर एक्सचेंज पर व्यापार करने के लिए टिप्स और ट्रिक्स कमोडिटी खरीदने या बेचने में मदद मिलती है. इस तकनीक को कमोडिटी बाजार में हेजिंग अर्थात बचाव-व्यवस्था के रूप में जाना जाता है.
- विविधीकरण - वस्तुओं में इन्वेस्ट करने से इन्वेस्टर्स वित्तीय प्रतिभूतियों (फाइनेंशिल सिक्यूरिटीज़) के संबंध में अपने इन्वेस्टमेंट पोर्टफोलियो में विविधता ला सकता है.
कमोडिटी कैसे खरीदें अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
- कमोडिटी बाजार में कारोबार करने के लिए, एक इन्वेस्टर को सबसे पहले अपना एक DMAT खाता खोलना होगा.
- कमोडिटीज का कारोबार वैसे ही होता है जैसे भारत के स्टॉक एक्सचेंजों में विभिन्न शेयरों का कारोबार होता है.
- कमोडिटीज में इन्वेस्टमेंट करने के लिए, कमोडिटी फ्यूचर्स और ऑप्शंस, कमोडिटी ETF जैसे कई तरीके हैं, जो सीधे भौतिक वस्तुओं (फिजिकल कमोडिटीज़) में इन्वेस्टमेंट करते हैं.
- सभी इन्वेस्टर्स के लिए इस पॉइंट पर पहले ही ध्यान देना बहुत जरुरी है कि, इन्वेस्टमेंट का कौन-सा तरीका उनकी जेब के लिए सबसे उपयुक्त रहेगा और यह तरीका उनकी कारोबारी जरूरतों से मेल खाता है.
- कमोडिटी ETFs ट्रेडिंग को काफी आसानी बनाते हैं क्योंकि उन्हें स्टॉक की तरह खरीदा जाता है. हालांकि, स्टॉक एक्सचेंज पर शेयर की कीमतों की तरह ही विभिन्न कमोडिटीज़ की भविष्य की कीमतों में भी अक्सर उतार-चढ़ाव होता रहता है.
पांच फीसदी कस्टम ड्यूटी कम करें तो चमकेगा सोने का व्यापार
कोरोना की मार के बाद एक बार फिर सोने का व्यापार पनपने लगा है. अगर सरकार चाहे तो यह कारोबार अधिक बुलंदियों को छू सकता है. कारोबारियों की माने तो इस व्यवसाय में काफी परेशानियां हैं और इसी कारण से व्यापार में पहले जैसी दमक नजर नहीं आ रही है. उन्होंने कस्टम ड्यूटी में पांच फीसदी की राहत दिए जाने की मांग की है. इसके लिए उन्होंने वित्तमंत्री से भी गुहार लगाई है.
प्रयागराज ब्यूरो । व्यापारियों का कहना है कि सोने एक्सचेंज पर व्यापार करने के लिए टिप्स और ट्रिक्स पर 15.5 फीसदी कस्टम ड्यूटी लगती है. इसे पांच फीसदी कम कर दिया जाए. सरकार इस ओर ध्यान दे तो ज्वैलरी के बिजनेस को आक्सीजन मिल सकती है. एग्जाम्पल के तौर पर व्यापारी कहते हैं कि जिस तरह दुबई से सीईपीए के तहत गोल्ड पर एक प्रतिशत कस्टम ड्यूटी कम लगती है, उसी तरह भारतीय गोल्ड रिफाइनर पर भी एक फीसदी कम ड्यूटी लगाई जानी चाहिए.
पूरे प्रदेश को राहत की दरकार
सरकार अगर पांच फीसदी कस्टम ड्यूटी कम करती है तो इससे केवल प्रयागराज ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश के बारह हजार कारोबारियों को राहत मिलेगी. इनसे जुड़े डेढ़ लाख कामगार भी लाभ उठा सकेंगे. व्यापारियों का कहना है कि सरकार को इस बार बजट में सराफा व्यापारियों के लिए मदद और राहत के विश्ेाष प्रावधान लाने चाहिए. क्योंकि कोरोना काल के बाद कारोबार को फिर से पनपने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
कारोबारियों की केंद्र सरकार से मांग
- स्पाट गोल्ड एक्सचेंज की स्थापना इसलिए नही हो रही है क्योंकि जीएसटी काउंसिल ने इलेक्ट्रानिक गोल्ड रिसिप्ट के लिए जीएसटी रिफंड कानन अभी तक नही बनाया है. इसके लिए जल्द कानून लाया जाए.
- उप्र प्रदेश में खनिज संपदा बड़ी मात्रा में मौजूद है. सोनभद्र आदि में बहुत मात्रा में खनिज संपदा है. सरकार को गोल्ड माइनिंग के लिए पहल करनी चाहिए.
- जेम एंड ज्वैलरी पर विस्तृत पालिसी बननी चाहिए ताकि इस सेक्टर में रोजगार बढ़े. इसे लेकर कामगारों के लिए नियम व कानून बनने चाहिए. ताकि उन्हे एक आदर्श स्थिति में लाया जा सके.
- सराफा कारोबारियों को सोना किराए और लोन पर प्राइवेट पार्टी से लेने की अनूुमति मिलनी चाहिए.
- टैरिफ वैल्यू ड्यूटी की जगह सोने के आयात पर रियल टाइम ड्यूटी लगनी चाहिए.
- गोल्ड मेटल लोन की व्यवस्था अंतरराष्ट्रीय गोल्ड एक्सचेंज पर भी होनी चाहिए.
- अंतरराष्ट्रीय एक्सचेंज पर गोल्ड आयात करने से कुछ इंसेंटिव मिलना चाहिए.
- सोवरिन गोल्ड बांड फिर से शुरू करना चाहिए.
- डिजिटल गाल्ेड के लिए रेगुलेटर नियुक्त होना चाहिए.
Backup के लिए समाधान
माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस 365
अपनाने एक्सचेंज पर व्यापार करने के लिए टिप्स और ट्रिक्स cloud-आधारित सहयोग उपकरण और कार्यभार को स्थानांतरित करना cloud आपको बनाने के कर्तव्य से मुक्त नहीं करता backup आपकी व्यावसायिक-महत्वपूर्ण फ़ाइलों को सुरक्षित करने और डेटा हानि को कम करने के लिए प्रतियां। वीम-संचालित प्रबंधित का उपयोग करें Backup ऑफिस 365 के लिए phoenixNAP यह सुनिश्चित करने के लिए कि आपके Office 365 आइटम पर्याप्त रूप से सुरक्षित हैं और शीघ्रता से पुनर्स्थापित हो गए हैं।
अपनी Office 365 फ़ाइलों को आकस्मिक या दुर्भावनापूर्ण विलोपन, सिस्टम विफलताओं और बड़े पैमाने पर साइबर सुरक्षा खतरों से पूरी तरह सुरक्षित और सुरक्षित रखें।
साइबर हमलों या आपदाओं के मामले में महत्वपूर्ण डेटा डेटा की आसान पुनर्प्राप्ति सुनिश्चित करके सुनिश्चित करें कि आपका व्यवसाय नियामक आवश्यकताओं को पूरा करता है।
व्हाई डू यू नीड ए Backup ऑफिस 365 के लिए समाधान
Microsoft 365 सबसे व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है cloudआधारित व्यापार सहयोग आवेदन। संग्रहीत डेटा को आसानी से एक्सेस करने, दस्तावेज़ बनाने और साझा करने, कैलेंडर सिंक करने और संचार करने की क्षमता Microsoft Office 365 को व्यावसायिक उत्पादकता की आधारशिला बनाती है। हालाँकि, Microsoft Office 365 को प्रमुख डेटा सुरक्षा अंतराल के साथ डिज़ाइन किया गया है। इसका बैकअप नहीं है। हालाँकि Microsoft सेवा की उपलब्धता और सुरक्षा सुनिश्चित करता है, लेकिन अगर यह खो जाता है या दूषित हो जाता है तो यह आपके डेटा को पुनः प्राप्त करने के लिए ज़िम्मेदार नहीं है - आप हैं। यहां तक कि Microsoft का SLA भी . के लिए तृतीय-पक्ष एप्लिकेशन का उपयोग करने का सुझाव देता है backup और वसूली की जरूरत है।
Veeam Backup Microsoft Office 365 के लिए किसी भी आंतरिक या बाहरी खतरे, डेटा भ्रष्टाचार, या सिस्टम विफलता के विरुद्ध एक्सचेंज पर व्यापार करने के लिए टिप्स और ट्रिक्स व्यावसायिक-महत्वपूर्ण डेटा की रक्षा करने का अंतिम तरीका है। अपने एक्सचेंज ऑनलाइन, शेयरपॉइंट ऑनलाइन, व्यवसाय के लिए वनड्राइव और माइक्रोसॉफ्ट टीम को विश्वसनीय के साथ लगातार सुरक्षित रखें backup सबसे खराब स्थिति से बचने के लिए - डेटा खोना।
माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस 365 की विशेषताएं Backup Veam . द्वारा संचालित
वीम संचालित backup Office 365 के लिए एक मापनीय और किफ़ायती समाधान है जो आपके Office 365 डेटा को संपूर्ण सुरक्षा प्रदान करता है। अपने को स्वचालित करें backupडेटा हानि को रोकने और अपने Office 365 अनुभव को बढ़ाने के लिए।
अनुकूलन योग्य SLA और प्रतिधारण कार्यक्रम किसी भी व्यवसाय की आवश्यकताओं को पूरा कर सकते हैं और एक्सचेंज पर व्यापार करने के लिए टिप्स और ट्रिक्स अधिक प्रभावी होने की अनुमति दे सकते हैं cloud backup प्रबंधन, जबकि संभावित कॉन्फ़िगरेशन की एक विस्तृत श्रृंखला सरल माइग्रेशन प्रक्रियाओं को सक्षम करती है। गतिशील कार्यभार और उतार-चढ़ाव की आवश्यकताओं का समर्थन करने के लिए तैयार किया गया, phoenixNAPका प्रबंधित कार्यालय 365 Backup दोनों पर आसानी से लागू किया जा सकता है cloud और ऑन-प्रिमाइसेस वातावरण।
क्यों चुनें phoenixNAP कार्यालय 365 Backup
Veeam . द्वारा ऑलवेज-ऑन एंटरप्राइज™ तकनीक द्वारा संचालित ® और अत्याधुनिक निगरानी, समस्या निवारण, और डेटा बहाली उपकरण द्वारा समर्थित, phoenixNAPप्रबंधित है Backup Office 365 के लिए उच्चतम सुरक्षा और उपलब्धता मानकों को पूरा करता है।
एक प्रबंधित समाधान के रूप में, इसे कई सरल चरणों में स्थापित किया जा सकता है। आपको जटिल डेटा माइग्रेशन की योजना बनाने या निष्पादित करने या कॉन्फ़िगर करने की चिंता करने की आवश्यकता नहीं है backup नौकरियां। विशेषज्ञों की हमारी टीम आपकी आवश्यकताओं के अनुसार तकनीकी कार्यान्वयन का ध्यान रखती है, और यह जानकर आप मन की शांति का आनंद ले सकते हैं कि आपका डेटा पूरी तरह से सुरक्षित है।
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