कुछ सेकेंड में आप अपनी फेवरेट कार का सेफ्टी स्कोर जानिए, इसे 0 रेटिंग मिली तो आप इसमें सेफ नहीं
ग्लोबल NCAP ने दिसंबर के लिए कारों के क्रैश टेस्ट की लिस्ट जारी की है। इस लिस्ट में भारतीय बाजार में मिलने वाले 36 मॉडल को रखा गया है। इसमें 5-स्टार के साथ 0 सेफ्टी रेटिंग वाले मॉडल भी शामिल हैं।
ग्लोबल NCAP ने दिसंबर के लिए कारों के क्रैश टेस्ट की लिस्ट जारी की है। इस लिस्ट में भारतीय बाजार में मिलने वाले 36 मॉडल को रखा गया है। इसमें 5-स्टार सेफ्टी रेटिंग के साथ 0-स्टार सेफ्टी रेटिंग वाले मॉडल भी शामिल है। लिस्ट में 6 मॉडल ऐसे भी हैं जिनकी टेस्टिंग न्यू प्रोटोकॉल के हिसाब से की गई है। इसमें फॉक्सवैगन टाइगन, स्कोडा कुशाक, महिंद्रा स्कॉर्पियो एन, मारुति एस-प्रेसो, मारुति स्विफ्ट और मारुति इग्निस शामिल हैं। ऐसे में आप इस महीने अपने लिए कोई कार खरीदने वाले हैं तब इस सेफ्टी रेटिंग लिस्ट की मदद से ये जान लीजिए कि एक्सीडेंट के वक्त ये कार आपके और बच्चों के लिए कितनी सेफ रहेंगी। इन सभी के बारे में हम आपको ग्राफिक की मदद से बता रहे हैं ताकि आप इनकी सेफ्टी रेटिंग आसानी से समझ पाएंगे।
1 जुलाई से बढ़ जाएगी AC की कीमत, बदलने वाले हैं कई नियम, जानिए वजह
AC Price Hike: जल्द ही एयर कंडीशनर मैन्युफैक्चर्र्स एसी कीमतों में इजाफा कर सकते हैं. इसकी वजह BEE रेटिंग है. दरअसल, 1 जुलाई 2022 से नई स्टार रेटिंग लागू होने वाली है और इसके बाद आपका मौजूदा 5 स्टार एसी 4 स्टार में बदल जाएगा. जानिए पूरा मामला.
aajtak.in
- नई दिल्ली,
- 24 जून 2022,
- (अपडेटेड 24 जून 2022, 11:03 AM IST)
- 1 जुलाई से बढ़ सकती हैं एसी की कीमतें
- BEE नए स्टार रेटिंग नियम लागू करने वाली है
- नए नियमों के बाद 5 स्टार एसी 4 स्टार बन जाएगा
नया एयर कंडीशनर खरीदने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो 1 जुलाई से पहले खरीद लें. अगले महीने से एसी से जुड़े कुछ नियमों में बदलाव होने वाला है. इस बदलाव के कारण एसी की कीमतों में इजाफा हो सकता है. BEE यानी Bureau of Energy Efficiency ने एयर कंडीशनर्स के लिए एनर्जी रेटिंग रूल्स में बदलाव कर दिया है.
यह बदलाव 1 जुलाई 2022 से लागू होगा. पहले यह बदलाव 1 जनवरी 2022 से लागू होने वाला था. एसी मैन्युफैक्चर्र्स की रिक्वेस्ट पर सरकार ने कंपनियों को 6 महीने की छूट दी थी, जो 30 कीमतें और रेटिंग जून को पूरी हो रही है.
यानी 1 जुलाई 2022 से एसी के लिए नए एनर्जी रेटिंग नियम लागू हो जाएंगे. नए एनर्जी रेटिंग नियमों में मौजूदा एसी की रेटिंग एक स्टार कम हो जाएगी. यानी आज का 5 स्टार एसी 1 जुलाई से 4 स्टार बन जाएगा.
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कितनी बढ़ जाएगी कीमत?
रिपोर्ट्स की मानें तो नए नॉर्म्स की वजह से एयर कंडीशनर्स की कीमत में 7 से 10 परसेंट का इजाफा होगा. हालांकि, इस बारे में एसी मैन्युफैक्चर्र्स ने कोई ठोस जानकारी नहीं दी है.
नई गाइडलाइन्स में मैन्युफैक्चर्र्स को एसी के डिजाइन में भी बदलाव करने के लिए कहा गया है. कंपनी को नए नियम के मुताबिक, एयरफ्लो को बढ़ाना होगा. साथ ही कॉपर ट्यूब का सर्फेस एरिया बढ़ाना होगा और ज्यादा इफिसियंट कंप्रेशर देना होगा. इससे एसी एनर्जी इफिसियंसी बढ़ेगी.
कब से कब तक लागू रहेंगे नए नियम?
BEE चाहता है कि भारत में मौजूद एसी पहले से ज्यादा स्मार्ट और कम एनर्जी यूज करने वाले हों. जैसे ही नए नियम लागू होंगे, 30 जून 2022 से पहले के मैन्युफैक्चर्ड एसी की रेटिंग एक्सपायर हो जाएगी.
ध्यान दें कि नए एनर्जी इफिसियंसी नॉर्म्स 1 जुलाई 2022 से 31 दिसंबर 2024 तक लागू रहेंगे. इसके बाद नए नॉर्म्स लागू हो जाएंगे और रेटिंग को एक स्टार कम कर दिया जाएगा.
ऐसे में अगर आप नया एसी खरीदने की प्लानिंग में हैं, तो 1 जुलाई 2022 से पहले खरीद सकते हैं. इससे आपको कम कीमत और संभवतः डिस्काउंट भी मिल जाए. मगर 1 जुलाई 2022 के बाद से आपको ज्यादा पैसे निश्चित तौर पर खर्च करने होंगे.
कहीं खुशी, कहीं गम': Punch की कीमतें बदली, क्रैश टैस्ट में 5 सितारा सुरक्षा रेटिंग
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। Tata Punch Prices: टाटा मोटर्स ने 23 अप्रैल 2022 को ही अपनी कारों की कीमत में इजाफा किया है जिसकी वजह लागत मूल्य में बढ़ोतरी है. इसी साल ये तीसरी बार है जब लागत मूल्य में बढ़ोतरी का हवाला देते हुए कंपनी ने कारों की कीमत बढ़ाई थी. इससे पहले कंपनी पहले जनवरी और मार्च 2022 में अपनी कारों के दाम बढ़ा चुकी है. भारत में टाटा मोटर्स नैक्सॉन, पंच, सफारी, हैरियर, टिआगो, अल्ट्रोज और टिगोर जैसी कारें बेचती है. लेकिन यहां अगर आप टाटा की सबसे सस्ती SUV पंच खरीदना चाह रहे हैं तो ये खबर आपको खुश या निराश दोनों कर सकती है. असल में टाटा ने कुल 16 में से पंच के 8 वेरिएंट्स महंगे कर दिए हैं, वहीं इस किफायती SUV के बाकी 8 वेरिएंट पहले से सस्ते हो गए हैं.
टाटा की 5-सीटर पंच हैचबैक नुमा SUV है जो मैनुअल और ऑटोमैटिक वेरिएंट्स में बेची जा रही है. इसकी कीमत में 1.06 फीसदी से 2.64 फीसदी तक इजाफा दर्ज हुआ है जिसके बाद टाटा पंच की मौजूदा एक्सशोरूम कीमत 5.83 लाख से शुरू होकर 9.49 लाख रुपये तक जाती है. टाटा पंच के प्योर, प्योर रिदम, एडीवी, एडीवी रिदम और अकॉम्पलिश वेरिएंट्स के दाम 7,000 से 15,000 रुपये तक बढ़ाए गए हैं, वहीं इसके क्रिएटिव, क्रिएटिव डीटी, क्रिएटिव आईआरए और क्रिएटिव आईआरए डीटी की कीमत 10,000 रुपये कम कर दी गई हैं.
टाटा पंच ने अपनी आकर्षक कीमत के साथ अक्टूबर 2021 में लॉन्च होते ही माइक्रो SUV सेगमेंट के साथ प्रिमियम हैचबैक सेगमेंट में भी गर्मी बढ़ा दी है. अब टाटा मोटर्स बहुत जल्द इस कार का डीजल मॉडल भारत के मार्केट में पेश करने वाली है जिसे हाल में पुणे के एक फ्यूल पंप पर देखा गया है. फिलहाल टाटा पंच सिर्फ 1.2-लीटर नेचुरली ऐस्पिरेटेड पेट्रोल इंजन के साथ बेची जा रही है. हालांकि अब तक इसकी आधिकारिक जानकारी टाटा मोटर्स की तरफ से नहीं मिली है.
कार को दो ड्राइविंग मोड्स - ईको और सिटी मिले हैं, वहीं एएमटी गियरबॉक्स के साथ बिल्कुल नया ट्रैक्शन कंट्रोल प्रो मोड अलग से मिला है. बता दें कि टाटा पंच को हाल में हुए क्रैश टैस्ट में 5 सितारा सुरक्षा रेटिंग मिली है जो ग्लोबल एनकैप द्वारा दी गई है. टाटा पंच के साथ सामान्य तौर पर ABS, EBD, ब्रेक स्वे कंट्रोल और डुअल एयरबैग्स जैसे कई और फीचर्स दिए गए हैं. नई पंच माइक्रो SUV की शुरुआती एक्सशोरूम कीमत 5.83 लाख रुपए है जो टॉप मॉडल के लिए 9.49 लाख तक जाती है.
फिच ने भारत की सॉवरेन रेटिंग में किया बदलाव, चालू वित्त वर्ष के लिए GDP ग्रोथ का अनुमान घटाया
फिच रेटिंग्स ने चालू वित्त वर्ष के लिए आर्थिक वृद्धि के अनुमान को घटाकर 7.8 प्रतिशत कर दिया है, जिसके पहले 8.5 प्रतिशत रहने की उम्मीद जताई गई थी. वैश्विक कमोडिटीज कीमतों में तेजी के कारण महंगाई बढ़ने के चलते यह कटौती की गई.
फिच रेटिंग्स ने शुक्रवार को भारत की सॉवरेन रेटिंग(India sovereign rating) आउटुलक में बदलाव किया है. इसने भारत की सॉवरेन सेटिंग निगेटिव से स्टेबल कर दिया है. क्योंकि तेजी से आर्थिक सुधार के कारण मध्यम अवधि के दौरान ग्रोथ में गिरावट का जोखिम कम हो गया है. फिच रेटिंग्स (Fitch Ratings) ने भारत की सॉवरेन रेटिंग को ‘BBB-‘ पर बरकरार रखा है. हालांकि, फिच ने चालू वित्त वर्ष के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को 8.5 परसेंट से घटाकर 7.8 परसेंट कर दिया. रेटिंग एजेंसी ने कहा, आउटलुक में बदलाव हमारे इस विचार को दर्शाता है कि ग्लोबल कमोडिटी कीमतों में तेजी के झटकों के बावजूद भारत में आर्थिक सुधार और वित्तीय क्षेत्र की कमजोरियों में कमी के कीमतें और रेटिंग कारण मध्यम अवधि के दौरान ग्रोथ में गिरावट का जोखिम कम हो गया है.
महंगाई की वजह से GDP ग्रोथ में कटौती
हालांकि, फिच रेटिंग्स ने चालू वित्त वर्ष के लिए आर्थिक वृद्धि के अनुमान को घटाकर 7.8 प्रतिशत कर दिया है, जिसके पहले 8.5 प्रतिशत रहने की उम्मीद जताई गई थी. वैश्विक कमोडिटीज कीमतों में तेजी के कारण महंगाई बढ़ने के चलते यह कटौती की गई.
विश्व बैंक ने भी भारत का GDP ग्रोथ अनुमान घटाया
आपको बता दें कि बढ़ती महंगाई, सप्लाई से जुड़ी चिंताओं और रूस यूक्रेन संकट को देखते हुए विश्व बैंक ने भारत का मौजूदा वित्त वर्ष के लिए जीडीपी ग्रोथ अनुमान घटाकर 7.5 फीसदी कर दिया है. ये दूसरी बार हुआ है जब भारत के मौजूदा वित्त वर्ष 2023 के लिए विश्व बैंक ने अपने विकास दर अनुमानों को संशोधित किया है.
अप्रैल में, इसने पूर्वानुमान को 8.7 फीसदी से घटाकर 8 प्रतिशत कर दिया था और अब यह 7.5 फीसदी रहने का अनुमान है. 2021-22 के वित्त वर्ष में अर्थव्यवस्था में 8.7 फीसदी की बढ़त देखने को मिली थी.
RBI ने ग्रोथ रेट का अनुमान 7.2% पर रखा बरकरार
भारतीय रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष (2022-23) के लिए 7.2 फीसदी की आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को बरकरार रखा है. केंद्रीय बैंक ने कहा है कि शहरी मांग में सुधार देखने को मिला है, जबकि ग्रामीण मांग की स्थिति भी धीरे-धीरे बेहतर हो रही है, जिसके मद्देनजर उसने वृद्धि दर के अनुमान में बदलाव नहीं किया है. दास ने कहा, भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत बनी हुई है और केंद्रीय बैंक ग्रोथ को समर्थन देता रहेगा.
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केंद्रीय बैंक का अनुमान है कि चालू वित्त वर्ष की पहली अप्रैल-जून तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की ग्रोथ रेट 16.2 फीसदी रहेगी. यह चौथी जनवरी-मार्च की तिमाही में घटकर 4 फीसदी पर आ जाएगी. हालांकि, गवर्नर ने आगाह किया कि रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से वृद्धि के मोर्चे पर जोखिम है.
डीजल के बराबर हो जाएगी CNG की कीमत? रेटिंग एजेंसी ICRA ने जताई ये आशंका
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। CNG Price Hike: अधिकतर लोग पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों की वजह से CNG गाड़ियों की ओर रुख कर रहे हैं। CNG की कम कीमत और इनसे कीमतें और रेटिंग मिलने वाली बेहतर माइलेज से प्रति किमी ईंधन की खपत कम होती है और इसका फायदा कम खर्च के रूप में दिखता है। पर रेटिंग एजेंसी इक्रा (ICRA) ने अनुमान लगाया है कि CNG की बढ़ती कीमतों की वजह से इससे मिलने वाला लाभ ग्राहकों को नहीं मिल रहा और इसकी मांग कम हो रही है।
ICRA ने जताई आशंका
ICRA के मुताबिक, गैस की बढ़ती कीमतों ने चालू वित्त वर्ष में कमर्शियल वाहनों में सीएनजी की पैठ को कम कर दिया है। बढ़ती कीमतों की वजह से CNG का इस्तेमाल 16 प्रतिशत के उच्चतम स्तर से घटाकर 9 से 10 प्रतिशत हो गया है।
इक्रा ने आगे कहा पिछले एक साल में वैश्विक ऊर्जा की कीमतों में तेजी आने के कारण सीएनजी की कीमत में 70 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। इसने ईंधन और डीजल के बीच की खाई को कम कर दिया है और CNG ईंधन की डिमांड को कम किया है। इसका सबसे ज्यादा असर एमसीवी ट्रक सेग्मेंट में दिखाई दे रहा है।
CNG गाड़ियों के डिमांड में भी आई है कमी
बढ़ती कीमतों का असर सिर्फ CNG की बिक्री में गिरावट के रूप में ही नहीं देखा गया है, बल्कि इसका असर CNG गाड़ियों पर भी पड़ रहा है।
इक्रा की रिपोर्ट के मुताबिक, मालवाहक सेगमेंट में मध्य श्रेणी के वाणिज्यिक वाहनों (MPV) में सबसे ज्यादा गिरावट देखी गई है। CNG से चलने वाले वाहनों का प्रतिशत वित्त वर्ष 2022 में 38 प्रतिशत से घटकर वित्त वर्ष 2023 के पहले आठ महीनों में 27 प्रतिशत रह गया है।
लगातार बढ़ रही लागत
सीएनजी वाहनों की परिचालन लागत में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। पिछले साल की तुलना में यह लगभग 20 प्रतिशत तक बढ़ गई है। दिल्ली और मुंबई जैसे कुछ शहरों में डीजल वेरिएंट की तुलना में CNG की कीमत अब 5-20 प्रतिशत अधिक है। दूसरी तरफ, CNG वाणिज्यिक वाहनों की मासिक बिक्री 11,000 से 12,000 यूनिट्स से गिरकर 6,000 से 7,000 यूनिट्स पर पहुंच गई है।
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