HDFC Bank Women Savings Account 2022 : जाने विशेषताएं ? | एचडीएफसी बैंक महिला बचत खाता |
HDFC Bank Women Savings Account : एचडीएफसी बैंक भारत का सबसे बड़ा प्राइवेट सेक्टर का बैंक है, बैंक के द्वारा सभी वर्गों के लोगों को ध्यान में रखकर विभिन्न प्रकार के सेविंग अकाउंट उपलब्ध है, इस ब्लॉग पोस्ट के माध्यम से हम एचडीएफसी बैंक के द्वारा महिलाओं के लिए सेविंग अकाउंट पर क्या सुविधाएं दी जा रही है उसके बारे में विस्तार से जाते हैं।
HDFC Bank Women Savings Account Features क्या है ?
- प्रतिदिन कैश विड्रोल की सीमा ₹25000 का लाभ उठाएं एवं प्रतिदिन खरीदारी की सीमा ₹275000 है EasyShop Woman’s Advantage Debit Card प्रत्येक ₹200 खर्च करने पर ₹1 का कैशबैक प्राप्त करें।
- वाहन के ऑन-रोड मूल्य पर 90% तक फाइनेंस प्राप्त करें और Auto Loan के लिए आवेदन करने पर 7 वर्ष तक की लोन भुगतान की समय सीमा उपलब्ध है।
- Two Wheeler Loan पर 3.5% तक की कम ब्याज दर एवं प्रोसेसिंग फीस पर 50% तक की छूट प्राप्त करें।
- गिफ्ट प्लस कार्ड जारी करने पर 50% तक की छूट प्राप्त करें । जब आपके द्वारा न्यूनतम ₹5000 तक कार्ड में ऐड किए जाते हैं यह आप नेट बैंकिंग या नजदीकी बैंक शाखा के माध्यम से कर सकते हैं।
- डीमैट खाते के लिए पहले वर्ष पर वार्षिक रखरखाव शुल्क (एएमसी) छूट प्राप्त करें।
- ₹1000000 का एक्सीडेंटल डेथ कवर दिया जाता है।
- ₹100000 तक का एक्सीडेंट हॉस्पिटलाइज कवर दिया जाता है।
- MoneyMaximizer: बैंक के द्वारा Automatic Sweep Out Facility का लाभ उठाकर अधिक ब्याज दर अर्जित करें।
- डेबिट कार्ड पर ₹500000 तक का व्यक्तिगत दुर्घटना मृत्यु कवर (रेल, सड़क, वायु) दिया जाता है। (शर्तें लागू)
- अपने डेबिट कार्ड का उपयोग करके हवाई टिकट की खरीद पर फ्लैट ₹25 लाख का अतिरिक्त अंतर्राष्ट्रीय हवाई कवरेज
HDFC Bank Women Savings Account Minimum Balance कितना होना चाहिए ?
- मेट्रो एवं शहरी शाखाओं के लिए ₹10000 मिनिमम बैलेंस है।
- अर्ध सरकारी एवं ग्रामीण शाखाओं के लिए ₹5000 मिनिमम बैलेंस है।
- इसके अलावा गैर-रखरखाव शुल्क ₹150 से लेकर ₹600 तक है।
HDFC Bank Women Savings Account Eligibility Criteria क्या है ?
- आवेदक केवल महिला निवासी होनी चाहिए।
- संयुक्त खाते के लिए पहली खाता धारक महिला होनी चाहिए।
- भारत में रहने वाले विदेशी नागरिक (महिला)।
HDFC Bank Women Savings Account Documents Requirement क्या है ?
- महिला आवेदक का पैन कार्ड.
- महिला आवेदक की आयु डीमैट खाते की विशेषताएं सीमा 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए.
- महिला आवेदक का आधार कार्ड.
- महिला आवेदक के द्वारा मिनिमम बैलेंस का चेक.
- एक पासपोर्ट साइज फोटो.
HDFC Bank Women Savings Account Fees & Charges क्या है ?
- चेक बुक नि:शुल्क 25 चेक प्रति वर्ष इसके अतिरिक्त 25 पत्तों की चेकबुक के लिए ₹100 एवं वरिष्ठ नागरिकों के लिए ₹75 है.
- फोन बैंक लोन नॉन आईवीआर निशुल्क है.
- इंस्टा पे के माध्यम से प्रति ट्रांजैक्शन ₹10 चार्ज है.
- डेबिट कार्ड के द्वारा एटीएम से प्रत्येक ट्रांजैक्शन ऊपर ₹20 चार्ज किया जाएगा.
HDFC Bank Women Savings Account Opening Online Process क्या है ?
एचडीएफसी बैंक के द्वारा मात्र कुछ ही समय में ऑनलाइन माध्यम से पैन कार्ड आधार कार्ड एवं वीडियो केवाईसी के द्वारा सेविंग अकाउंट ओपन किया जाता है। बैंक की आधिकारिक वेबसाइट का लिंक दिया गया है :- Click Here .
HDFC Bank Women Savings Account Customer Care Number क्या है ?
एचडीएफसी बैंक कस्टमर केयर नंबर 1800 202 6161/1860 267 6161 (पूरे भारत में उपलब्ध)।
* HDFC Bank Women Savings Account संबंधित अधिक जानकारी के लिए एचडीएफसी बैंक की ऑफिशल वेबसाइट पर जाकर प्राप्त करें यह ब्लॉक पोस्ट एचडीएफसी बैंक की वेबसाइट से प्राप्त जानकारी के आधार पर लिखिए गई है आर्थिक जागरूकता के उद्देश्य से.
FAQ – HDFC Bank Women Savings Account.
HDFC Bank Women Savings Account Minimum Balance क्या है ?
एचडीएफसी बैंक महिला बचत खाता मेट्रो एवं शहरी शाखाओं के लिए ₹10000 मिनिमम बैलेंस है।, अर्ध सरकारी एवं ग्रामीण डीमैट खाते की विशेषताएं शाखाओं के लिए ₹5000 मिनिमम बैलेंस है।
डीमैट खाता क्या है? डीमैट खाता के लाभ
डीमैट खाता डीमेटिरियलाइजड खाते का संक्षिप्त नाम है। डीमैट खाते से अभिप्राय एक खाते से है, जो एक भारतीय नागरिक इलेक्ट्रॉनिक रूप में सूचीबद्ध प्रतिभूतियों में व्यापार करने के लिए डिपोज़िटरी भागीदार (बैंकों, शेयर दलालों आदि) के पास खोला जाता है, जिसके द्वारा वह विभिन्न कम्पनियों की प्रतिभूतियों (अंशों, ऋण पत्रों आदि) को इलेक्ट्रॉनिक रूप में रख सकता है।
इस प्रक्रिया के अन्तर्गत अंश प्रमाण पत्र को भौतिक रूप से इलेक्ट्रानिक रूप में बदला जाता है और उतने ही संख्या में अंश डिमेट खाते में जमा कर दिये जाते हैं। डीमैट खाते तक पहुँच के लिए एक इंटरनेट पासवर्ड तथा एक व्यवहार पासवर्ड आवश्यक होता है। प्रतिभूतियों का हस्तांतरण या खरीद उसके बाद ही की सकती है। demat account पर प्रतिभूतियों की खरीद या बिक्री स्वचालित ढंग से हो जाती है, एक बार व्यवहारों की संतुष्टि हो जाए व पूरे हो जाएँ।
डिमेट खाते के लाभ
- कागजी कार्यवाही में कमी होती है।
- अंशों के हस्तांतरण के समय चोरी, देरी, क्षति होना आदि समस्याएँ समाप्त हो जाती है।
- अंशों के हस्तांतरण के व्यवहार करने पर स्टाम्प ड्यूटी नहीं लगती।
- अंशों की विषयम संख्या धारण की समाप्ति।
- प्रतिभूतियों के सेटलमेंट जल्दी होती है।
- इस पद्धति से विदेशी निवेशक आकर्षित होते हैं तथा विदेशी निवेश में वृद्धि होती है।
- एक अकेला डीमैट खाता समता व ऋणपत्रों दोनों में निवेश रख सकता है।
- व्यापारी कहीं से भी काम कर सकते हैं।
- बोनस/विघटन/विलय आदि से बने शेयरों के लिए डीमैट खाते में स्वचलित क्रेडिट।
- प्रतिभूतियों का तुरन्त हस्तांतरण।
- निक्षेपागार भागीदार के पास रिकार्ड किया, पते का परिवर्तन उन सभी कम्पनियों में रजिस्टर हो जाता है जिनमें निवेशक प्रतिभूतियाँ रखता है, प्रत्येक कम्पनी के साथ अलग से पत्र-व्यवहार करने की आवश्यकता नहीं होती।
डीमैट खाता खोलने की प्रक्रिया
यह खाता वैसे ही खोला जाता है जैसे बैंक खाता। निर्दिष्ट खाता खोलने के डीमैट खाते की विशेषताएं फार्म निक्षेपागार भागीदार के पास उपलब्ध होते हैं जिसे भरना आवश्यक होता है। मुवाक्किल तथा निक्षेपागार द्वारा मानक समझौतों पर हस्ताक्षर होते हैं जिसमें दोनों पक्षों के अधिकार तथा अनिवार्यताएँ होती हैं। फार्म के साथ, मुवक्किल को खाताधारक के फोटोग्राफ, आवास के सबूत की सत्यापित प्रतिलिपि तथा पहचान का सबूत पेश करना आवश्यक होता है।
शेयर बाजार लुभाता है और खोलना है डीमैट अकाउंट, यहां जानें इसकी एबीसी
इस सप्ताह के पहले दिन भारतीय शेयर बाजारों (Indian Stock Exchange) में तेजी का माहौल है। इससे पहले बीते शुक्रवार को भी बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (Bombay Stock Exchange) का संवेदी सूचकांक (Index) एक हजार अंक से भी ज्यादा चढ़ कर बंद हुआ था। हालांकि, इससे पहले शेयर बाजार में उतार और चढ़ाव का दौर चल रहा है। तब भी इस समय कई अच्छे आईपीओ (IPO) आ रहे हैं। हाल ही में सरकारी कंपनी एलआईसी का आईपीओ (LIC IPO) आया था, जिसमें रिकार्ड संख्या में आवेदन मिले थे। आवेदकों में ज्यादातर खुदरा निवेशक (Retail Investor) थे। इनमें से ढेरों निवेशकों ने हाल ही में डीमैट (Demat Account) अकाउंट खुलवाया था।
शेयर बाजार लुभाता है और खोलना है डीमैट अकाउंट, यहां जानें इसकी एबीसी
डीमैट अकाउंट क्या है?
डीमैट अकाउंट एक बैंक खाते (Bank Account) की तरह होता है। अंतर सिर्फ इतना है कि यह इलेक्ट्रॉनिक रूप में नकदी के बजाय स्टॉक से जुड़ा है। डीमैट खाता अपने ऑपरेटिव फंक्शन के लिए डीमैटरियलाइजेशन के कंसेप्ट का इस्तेमाल करता है। डीमैटरियलाइजेशन वह प्रक्रिया है जिसमें फिजिकल शेयर सर्टिफिकेट इलेक्ट्रॉनिक रूप में परिवर्तित हो जाते हैं। हम कह सकते हैं कि डीमैट अकाउंट एक छत की तरह है जिसके नीचे निवेशक के सभी शेयरों को कलेक्ट करने के लिए तकनीक का उपयोग करता है। इनमें सरकारी सिक्योरिटी, म्यूचुअल फंड्स, शेयर, बॉन्ड आदि शामिल हैं।
समझदारी से चुनें ब्रोकर
आप ऐसे डिजिटल ब्रोकिंग फर्म (App or Web based digital broking firms) की तलाश करें जो सहज ऑनबोर्डिंग प्रक्रिया, बेस्ट ब्रोकरेज चार्ज और वैल्यू-एडेड सेवाएं प्रदान करता है। कुछ ब्रोकरेज हाउसों के पास ट्रेड्स पर जीरो ब्रोकरेज चार्ज और दूसरों पर फ्लैट रेट्स हैं। ये दोनों फेक्टर आकर्षक हैं क्योंकि वे ट्रेडिंग करते समय आपको आवश्यक कॉस्ट-एडवांटेज प्रदान करते हैं। इसके अलावा, जब आप डिजिटल रूप से ट्रेड करने जा रहे हैं, यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि आपके पसंदीदा प्लेटफ़ॉर्म से कोई तकनीकी गड़बड़ियां नहीं हुई हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि ऐसी कोई भी गड़बड़ आपके निवेश को संकट में डाल सकती है। ब्रोकरेज फर्म में आगे देखने के लिए इनडेप्थ रिसर्च और पर्सनलाइज्ड निवेश सिफारिशें भी प्रमुख विशेषताएं हैं।
बैंक भी देते हैं डीमैट अकाउंट की सुविधा
आपका जिस बैंक में खाता (Bank Account) है, सबसे पहले वहीं चेक कर सकते हैं। आज की तारीख में अधिकतर बैंक की सहायक कंपनी डीमैट अकाउंट (Demat Account) की सुविधा दे रहे हैं। यदि बैंक के पास ब्रोकरेज फर्म नहीं है तो वह किसी ब्रोकरेज फर्म से टाईअप करके अपने ग्राहकों को डीमैट अकाउंट की सुविधा दे देते हैं। बैंक के अलावा कुछ वॉलेट कंपनी भी इस तरह की सुविधा दे रही हैं।
पूरी करें कस्टमर ऑनबोर्डिंग प्रक्रिया
सभी डिजिटल ब्रोकरेज फर्मों के पास ऑनलाइन कस्टमर ऑनबोर्डिंग प्रक्रिया (Online Customer Onboarding Process) है। डिजिटल खाता खोलने का फॉर्म भरें और पहचान और पते के प्रमाण अपलोड करें। डीमैट खाते की विशेषताएं इन केवाईसी दस्तावेजों में पैन कार्ड, आधार कार्ड, पासपोर्ट इत्यादि शामिल हैं। ब्रोकरेज फर्म भी आपकी मुश्किलों का हल अपनी हेल्पलाइन के माध्यम से करने में आपकी सहायता करती हैं।
सत्यापन प्रक्रिया पूरी करें
आपके द्वारा प्रस्तुत क्रेडेंशियल्स को सत्यापित करने का काम एक एक्जीक्यूटिव को सौंपा जाएगा। यह एक सरल लेकिन महत्वपूर्ण प्रक्रिया है जो फोन कॉल या ब्रोकरेज फर्म के प्रतिनिधि से डीमैट खाते की विशेषताएं फिजिकल विजिट के माध्यम से किया जा सकता है। मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए टेली-वेरिफिकेशन की अत्यधिक संभावना है। कुछ ब्रोकरेज फर्म शुरुआती एप्लिकेशन से एक घंटे से भी कम समय में पूरी प्रक्रिया को पूरा कर सकते हैं।
अकाउंट डिटेल्स प्राप्त करें
एक बार सत्यापित (After Varification) हो जाने के बाद आपके खाते को आधिकारिक रूप से शेयर ट्रेडिंग (Share Trading) के लिए मंजूरी मिल जाएगी। आपको एक वेलकम किट प्राप्त होगी जिसमें अकाउंट डिटेल्स जैसे कि एक यूनिक आईडी और आपके खाते तक पहुंचने के लिए पासवर्ड होगा। आप शेयर बाजार में ऑनलाइन ट्रेडिंग (Online Trading) करने के लिए तैयार हैं।
पहले ट्रेडिंग से जुड़ी बातें जान लें
अंत में, यह आपका पहला ट्रेड करने का वक्त है! चूंकि आप ट्रेडिंग में नए हैं, इसलिए सुनिश्चित करें कि आप रेफरेंस मटेरियल के माध्यम से जाएं और ट्रेडिंग फंडामेंटल के वेबिनार में भाग लें। जरूरत पड़ने पर आप कई बैंक खातों को ट्रेडिंग खाते से लिंक भी कर सकते हैं। ऐसा करने से आपको अपने टाइम-सेंसिटिव ट्रेड्स के लिए तुरंत टॉप-अप में मदद मिलती है। इस नए अकाउंट के साथ, आप निवेश की आदतों विकसित करने और बेहतर आरओआई की यात्रा पर निकले हैं। सुनिश्चित करें कि आप निवेश करते समय अनुशासित रहें और जब तक कि दुनिया लॉकडाउन से वापस आ जाए, अपने निवेश को बढ़ते देखें।
चार्जेस का भी रखें ध्यान
डीमैट अकाउंट खोलना आज की तारीख में काफी आकर्षक काम हो गया है। इसलिए इस क्षेत्र में ढेरों प्लेयर आ गए हैं। शुरूआत में जब डीमैट डीमैट खाते की विशेषताएं अकाउंट खुलने शुरू हुए थे तो चार्जेस काफी हाई थे। लेकिन अब कई कंपनियां जीरो फी पर डीमैट अकाउंट खोल रही हैं। ये कंपनियां सिर्फ ट्रेडिंग पर ही थोड़ा सा शुल्क वसूलती है। इस तरह से इनका काम इसी शुल्क से चल जाता है। इसलिए, किसी कंपनी के यहां अकाउंट खुलवाने से पहले इन जार्च की अच्छी तरह से तुलना अवश्य कर लें।
डीमैट खाते की विशेषताएं
Bsda Demat account की 4 जरुरी बातें
Published date: October 31, 2021
BSDA Demat Account ( बेसिक सर्विसेज डीमैट अकाउंट ) एक विशेष तरह का डीमैट अकाउंट होता है।
इसमें रेगुलर डीमैट अकाउंट से कम सर्विस चार्जेज लगते है। इसकी कुछ सीमाएं भी तय होती है।
बीएसडीए की मुख्य विशेषताएं इस प्रकार हैं:
यह डीमैट अकाउंट केवल छोटे निवेशक के होता है। कोई भी डीमैट खाता तब तक BSDA होता है, जब तक की निवेशक की होल्डिंग 2 लाख रुपये से अधिक न हो।
Difference between Bsda and non Bsda
BSDA | Non BSDA |
कोई भी व्यक्ति खोल सकता है। तय सीमाओं के साथ | कोई व्यक्ति खोल सकता है बिना किसी सीमा के। |
अधिकतम होल्डिंग वैल्यू 2 लाख रुपये हो सकती है। | इसमें ऐसी कोई सीमा नहीं है। |
पचास हजार तक की होल्डिंग पर रुपये तक – जीरो AMC | इसमें AMC 100 + GST अधिक ही होगा। |
निवेशक के पास केवल एक ही BSDA खाता होना चाहिए | निवेशक के पास एक से अधिक खाते हो सकते हैं। |
Who can open Bsda Demat account?
कोई व्यक्ति के पास जिसके नाम पर पहले से कोई डीमैट खाता मौजूद न हो।
खाते में शेयर ( या अन्य सिक्योरिटी) की होल्डिंग वैल्यू 2 लाख से अधिक न प्लान की हो।
Can I open two Bsda Demat account?
एक व्यक्ति के नाम से केवल एक ही BSDA खोला जा सकता है।
जैसे ही कोई व्यक्ति एक अन्य डीमैट खाता खोलता है वैसे ही दोनों खाते रेगुलर डीमैट खाते में बदल जायेंगे।
Who are Bsda clients?
ऐसे निवेशक जिनके डीमैट खाते में रखी गई प्रतिभूतियों का मूल्य किसी भी समय 2 लाख रुपये से अधिक न हो।
BSDA demat account charges?
BSDA demat account के लिए वार्षिक रखरखाव शुल्क (AMC)
पचास हजार रुपये तक की होल्डिंग वैल्यू पर NIL चार्ज लगेगा
50,001 रुपये से 200,000 रुपये तक की होल्डिंग वैल्यू के लिए AMC अधिकतम 100 रुपये तक होगा।
( जी इस टी शुल्क अतिरिक्त )
होल्डिंग का मूल्य डीपी द्वारा प्रतिभूतियों की यूनिट्स के डेली क्लोजिंग मूल्य के आधार पर निर्धारित किया जाएगा। यदि ऐसे बीएसडीए में होल्डिंग की वैल्यू किसी भी तारीख में निर्धारित मानदंड से अधिक हो जाती है, तो डीपी उस तारीख से नियमित खातों (गैर-बीएसडीए) के हिसाब से शुल्क लगा सकते हैं।
स्टेटमेंट के लिए शुल्क:
इलेक्ट्रॉनिक स्टेटमेंट मुफ्त में उपलब्ध कराए जाएंगे।
भौतिक विवरणों के मामले में, डीपी बिलिंग चक्र के दौरान कम से कम दो विवरण निःशुल्क प्रदान करेगा। अतिरिक्त भौतिक विवरण के लिए शुल्क 25/- रुपये प्रति विवरण से अधिक नहीं लिया जा सकता है।ब्रोकरेज और अन्य टैक्सेज BSDA और रेगुलर डीमैट खाते के लिए एक सामान होंगे।
How do I know if my account is Bsda?
वे सभी डीमैट खाते Bsda की केटेगरी में आते हैं, डीमैट खाते की विशेषताएं जब तक की उनकी होल्डिंग वैल्यू 2 लाख रुपये से कम हो।
प्राप्ति एवं भुगतान खाता | Receipts And Payments Account In Hindi
साधारण शब्दों में प्राप्ति से आशय कुछ पाने से है बिजनेस में (लाभ न कमाने वाली संस्था) जो पैसे आते हैं उन्हें प्राप्ति कहा जाता है और प्राप्त किए गए पैसे को जिस खाता में लिखा जाता है उसे ‘प्राप्ति खाता‘ Recepits Account कहते हैं।
2. भुगतान क्या हैं?
भुगतान से आशय कुछ देने से है लाभ न कमाने वाली संस्था में जो पैसे समाज के कल्याण, सदस्यों का कल्याण तथा किसी अन्य कार्यों में दिया जाता है यह क्रिया ही भुगतान कहलाता है एवं भुगतान किए गए पैसों को लिखने के लिए जो खाता बनाया जाता है उसे “भुगतान खाता” Payments Account कहा जाता है।
मुझे उम्मीद है अब आप प्राप्ति, प्राप्ति खाता, भुगतान तथा भुगतान खाते के बारे में समझ गए हैं।
A. प्राप्ति एवं भुगतान खाता क्या हैं?
यह खाता (प्राप्ति एवं भुगतान) नकद तथा बैंक लेनदेन के विभिन्न शीर्षकों का सारांश होता है। प्राप्ति एवं भुगतान खाता एक अवधि के रोकड़ बही के मद सार मात्र से कुछ भी अधिक नहीं है यह खाते का एक ऐसा प्रारूप होता है जिसका अधिकांश प्रयोग क्लबों, संघो तथा समितियों आदि के कोषाध्यक्ष द्वारा वर्ष के कार्य संचालन के परिणामों को प्रस्तुत करने के लिए किया जाता है। यह खाता रोकड़ पद्धति के आधार पर तैयार किया जाता है।
“Receipts and Payments Account is a Summary of Cash and Bank Transaction Under Various Heads.”
Example of Receipts and Payments Account
हॉल का किराया, बागवानी (बगीचा) , सवारी, बैंक शुल्क, निवेश, डाक एवं कुरियर, अंकेक्षण शुल्क, बीमा , समर्थित निधि, स्क्रैप की बिक्री आदि ।
Rent of hall, Gardening, Conveyance, Bank charge, Investment, Postage and Courier, Audit Fees , Insurance, Endowment fund, Sell of scrap etc.
B. प्राप्ति एवं भुगतान खाता की तीन विशेषताएं बताइए
इस खाते की मुख्य विशेषताएं निम्नलिखित होती हैं-
- इस खाते में गैर रोकड़ मद जैसे कि हृास, उपार्जित आय आदि नहीं लिखे जाते हैं।
- यह रोकड़ पद्धति के आधार पर बनाया जाता है।
- इसमें सभी प्राप्तियां चाहे वह आयगत मद की हो या फिर पूंजीगत मद सभी को डेबिट पक्ष में प्रदर्शित किया जाता है।
- जितने भी भुगतान होते हैं चाहे वह आयगत हो या पूंजीगत मद सभी को क्रेडिट पक्ष में प्रदर्शित किया जाता है।
- इस खाते की मुख्य विशेषता यह है कि इस खाते के डेबिट भाग में Opening Balance व क्रेडिट भाग में सबसे नीचे Closing लिखना होता है। यह इसका प्रारूप होता है।
C. प्राप्ति और भुगतान खाते की सीमाएं या दोष
प्राप्ति और भुगतान खाते के अगर लाभ (जो विशेषता में दिए गए हैं) है तो इसके कुछ सीमाएं भी होते हैं जो नीचे प्रकार से दिए गए हैं-
- इस खाते को लेखांकन के उपार्जन आधार पर तैयार नहीं किया जाता हैं।
- यह खाता लेखांकन वर्ष के अंत में Surplus या Deficits को प्रदर्शित नहीं करता है।
- यह लेखांकन वर्ष के आय एवं व्यय के संबंध में किसी भी प्रकार की सूचनाएं प्रदान नहीं करता है यह केवल आय एवं व्यय की नकद राशि की सूचना प्रदान करता है।
- इससे संस्था की वित्तीय स्थिति का Valuation नहीं किया जा सकता है क्योंकि यह सिर्फ नकद व्यवहारों का ही लेखा प्रकट करता है।
- प्राप्ति एवं भुगतान खाता में ‘Depreciation‘ को नहीं दिखाया जाता हैं।
D. प्राप्ति एवं भुगतान खाते में दिखाई जाने वाली मदें हैं?
यह खाता में दो पक्ष होता है प्रथम प्राप्ति Receipts Side और दूसरा भुगतान Payment Side । प्राप्ति भाग में दिखाई जाने वाली मदों की सूची है इसे आयगत एवं पूंजीगत प्राप्ति में बांटकर लिखा गया है-
प्राप्ति पक्ष में लिखे जाने वाली मदें –
आयगत प्राप्ति के अंतर्गत – प्रवेश शुल्क, चंदा, सामान्य दान, निवेश पर ब्याज, ब्याज एवं लाभांश, मनोरंजन से प्राप्त, पुराने कागज की बिक्री , दान सो से प्राप्ति आदि ।
Entrance fees, Subscription, General Donation, Interest on Investment, Interest and Dividend, Proceeds from Entertainment , Sale of Old Paper, Proceeds from Charity Show etc.
पूंजीगत प्राप्ति के अंतर्गत – निवेश का विक्रय, विनियोग, वसीयत, विशेष दान, आजीवन सदस्यता शुल्क, स्थायी संपत्तियों की बिक्री, समर्थित निधि आदि ।
Sale of Investment, Investment, Special Donation, Life Membership Fees, Sales of Fixed Assets, Endowment Fund etc.
भुगतान पक्ष में दिखाई जाने वाली मदों की सूची
आयगत भुगतान – सवारी, टेलीफोन, किराया, दर एवं कर, वेतन एवं मजदूरी, बीमा, अंकेक्षण शुल्क, विज्ञापन, मनोरंजन व्यय, समाचार पत्र, जल एवं बिजली, मानदेय, नगर पालिका, नगर निगम कर आदि।
Conveyance , Telephone , Rent Rates and Taxes, Salaries and Wages, Insurance, Audit fees, Printing and Stationery, Advertisement, Entertainment Expenses, News Paper, Water and Electricity, Honorarium , Municipal, Municipal Corporation Taxes etc.
पूंजीगत भुगतान – पुरस्कार कोष विनियोग, फिक्स डिपाजिट, पुस्तकों का खरीद, स्थाई संपत्तियों का क्रय फर्नीचर भवन बिल्डिंग आदि ।
Price Fund Investment, Fixed Deposit, Investment, Purchase of books, Purchase of Fixed Assets Furniture Building etc.
E. प्राप्ति और भुगतान खाते का प्रारूप
प्राप्ति और भुगतान खाते का प्रारूप
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न्यूनतम अंक: 1
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