आपको बता दें कि अगर आप अपने डीमैट अकाउंट में टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन इनेबल करना चाहते हैं तो आपको पासवर्ड, पिन या ओटीपी सिक्योरिटी टोकन के साथ बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन का इस्तेमाल करना होगा. इसके बाद डीमैट खातों में लॉगिन करने की अनुमति ओटीपी सुरक्षा टोकन के साथ पासवर्ड पिन का उपयोग करके दी जाएगी. इसके बाद अपस्टॉक्स (Upstox) यूजर्स को ओटीपी और पिन डालना होगा. वहीं मोबाइल में लॉग इन करने की स्थिति में ओटीपी (OTP) या पिन (PIN) के साथ बायोमेट्रिक्स का इस्तेमाल करना होगा. इसके साथ ही TOTP प्राप्त करने के लिए आपको अपने मोबाइल और पीसी में Google Authenticator ऐप या Microsoft Authenticator ऐप इंस्टॉल करना होगा.

Demat Account Kya Hota Hai Hindi Mein Bataen

डीमैट खाते के बारे में सब कुछ

डीमैट या डीमैटरियलाइज्ड फॉर्मेट एक ऐसा तरीका है जिसमें आपके भौतिक शेयरों और प्रतिभूतियों को इलेक्ट्रॉनिक तरीके से परिवर्तित और संग्रहीत किया जाता है। डीमैट अकाउंट होने का सबसे बड़ा फायदा पारदर्शिता है। इसलिए, कदाचार का कोई खतरा नहीं है। ऑनलाइन ट्रेडिंग करते समय, आपको केवल एक डीमैट नंबर की आवश्यकता होती है और बड़ी कागजी कार्रवाई की आवश्यकता नहीं होती है। शेयर आपके डीमैट खाते से खरीदे या बेचे जा सकते हैं और इन्हें क्रेडिट और डेबिट के रूप में रखा जाएगा। डीमैट खाते का उपयोग करके, आप विभिन्न प्रकार के वित्तीय साधनों जैसे म्युचुअल फंड , इक्विटी शेयर, सरकारी प्रतिभूतियों, बांड, एक्सचेंज ट्रेडेड फंड आदि में व्यापार कर सकते हैं। ध्यान दें, डीमैट खाता खोलते समय, एक शेयर का मालिक होना अनिवार्य नहीं है। डीमैट अकाउंट कैसे इस्तेमाल करते हैं यह भी देखें: शेयरों के अंकित मूल्य के बारे में सब कुछ

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Demat Account Kya Hota Hai in Hindi Mein Bataen | (What is demat account in hindi)

Demat account ऋण के रूप में अपनी वित्तीय (financial) प्रतिभूतियों (securities) को नियंत्रित करता है। अपने इन्वेस्टमेंट के physical record को पकड़ने के बजाय वे इलेक्ट्रॉनिक रूप में एक डीमैट अकाउंट में संग्रहीत हैं। आप credit, debit और बैलेंस देखने के लिए अपने बैंक खाते की तरह अपने डीमैट खाते का इस्तेमाल कर सकते हैं।

एक इन्वेस्टर विभिन्न वित्तीय (financial) प्रतिभूतियों (securities) को नियंत्रित कर सकता है जैसे कि – शेयर, स्टॉक, प्रारंभिक सार्वजनिक प्रस्ताव, ई-गोल्ड, बॉन्ड, गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर, सरकारी प्रतिभूतियां, एक्सचेंज ट्रेडेड फंड, म्यूचुअल फंड आदि आप जीरो बैलेंस के साथ भी एक डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं।

डीमैट अकाउंट कितने प्रकार के होते हैं?

डीमैट अकाउंट 3 प्रकार के होते हैं –

  1. रेगुलर डीमैट अकाउंट
  2. रिपेट्रिएबल डीमैट अकाउंट
  3. नॉन-रिपेट्रिएबल डीमैट अकाउंट

रेगुलर डीमैट अकाउंट

रेगुलर डीमैट अकाउंट सिर्फ उन इन्वेस्टर के लिए उपलब्ध हैं जो भारतीय हैं। रेगुलर डीमैट अकाउंट उन इन्वेस्टर के लिए उपयुक्त है जो अपने खुद के शेयरों से निपटते हैं। रेगुलर डीमैट अकाउंट इन्वेस्टर को शेयरों के तेजी से ट्रांज़ैक्शन करने की इजाजत देता है।

इन्वेस्टर अपने शेयर को रेगुलर डीमैट अकाउंट से दुसरे संस्थानों में ट्रांसफर कर सकते हैं ताकि बिना किसी शुल्क के शेयरों के सभी रिकॉर्ड रेगुलर डीमैट अकाउंट में इलेक्ट्रॉनिक कॉपी के रूप में इकठ्ठा किये जाते हैं। रेगुलर डीमैट डीमैट अकाउंट कैसे इस्तेमाल करते हैं अकाउंट सभी बैंकों और डिस्काउंट ब्रोकर द्वारा ऑफर किया जाता है।

ऑनलाइन डीमैट खाता कैसे खोलें | Demat account kaise डीमैट अकाउंट कैसे इस्तेमाल करते हैं khole in hindi

नीचे ऑनलाइन डीमैट खाता खोलने के लिए कुछ स्टेप दिए गए हैं जिन्हें फॉलो करके आप अपना डीमैट अकाउंट बना सकते हैं –

  1. अपनी पसंदीदा डीपी की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाएं।
  2. अपना नाम, फोन नंबर और निवास पूछने वाले फॉर्म को भरें। इसके बाद आपको अपने दिए गये मोबाइल नंबर पर एक OTP प्राप्त होगा।
  3. अगले फॉर्म पर जाने के लिए OTP दर्ज करें। अपने केवाईसी विवरण जैसे – जन्म तिथि, पैन कार्ड, संपर्क विवरण, बैंक खाता विवरण भरें।
  4. अब आपका डीमैट अकाउंट खुल गया है और डीमैट अकाउंट नंबर जैसे विवरण अपने ईमेल और मोबाइल पर प्राप्त हो जाएंगे।

कुछ और भी: एक इन्वेस्टर के पास कई अकाउंट हो सकते हैं। ये अकाउंट एक ही डीपी, या अलग डीपी के साथ हो सकते हैं। जब तक इन्वेस्टर सभी अनुप्रयोगों के लिए kyc विवरण प्रदान कर सकता है, तब तक वे कई डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं।

Demat Account Ke Fayde

पिछले कुछ सालो में तकनीकी प्रगति के कारण डीमैट अकाउंट रखने के बहुत सारे फायदे प्राप्त किए हैं जो निम्न हैं –

  • कारोबारी अपनी सुविधा के मुताबिक लेन-देन कर सकते हैं, जिससे यह आसान और समय की बचत करने वाला बन सकता है।
  • लेन-देन रजिस्टर करने के लिए कोई कठिन कागजी कार्रवाई जरूरी नहीं है।
  • शेयर प्रमाण पत्र, बांड, आदि की भौतिक प्रतियों (physical copies) की चोरी, देरी, या धोखाधड़ी का डीमैट अकाउंट कैसे इस्तेमाल करते हैं कोई खतरा नहीं है क्योंकि copies को इलेक्ट्रॉनिक रूप में संग्रहीत किया जाता है।
  • ऋण के साथ–साथ इक्विटी इंस्ट्रूमेंट्स रखने के लिए आपके पास एक एकीकृत मंच (integrated platform) है।
  • बोनस, विभाजन, विलय, समेकन आदि के मामले में automatic क्रेडिट डीमैट खाते में पंजीकृत जाते हैं।
  • कई संचार जरूरतों को खत्म करता है प्रत्येक हितधारक (stakeholder) के लिए कंपनी, कारोबारी, इन्वेस्टर से संपर्क करने की जरूरत को हटाने के लिए लेनदेन के बारे में इलेक्ट्रॉनिक अलर्ट के जरिये से सूचित किया जाता है।
  • पते में बदलाव को डिपॉजिटरी प्रतिभागी (Participant) के जरिये से इन्वेस्टर द्वारा इन्वेस्ट की गई हर कंपनी के साथ अपडेट किया जाता है।
  • पहले के विपरीत जब शेयरों का लेन-देन सिर्फ (एक साथ कई) में किया जाता था अब एक शेयर को खरीदा/बेचा जा सकता है ।
  • स्टाम्प ड्यूटी लागतों के हटने से, जो अन्यथा पहले प्रतिभूतियों (securities) के भौतिक अभिलेखों (physical records) से जुड़े थे, कारोबार की लागत में जरूर कमी हुई है।

डीमैट अकाउंट लॉगइन से लेकर क्रेडिट, डेबिट कार्ड के बदलने वाले हैं डीमैट अकाउंट कैसे इस्तेमाल करते हैं नियम, जानें ये 5 बातें

Financial Rule Changing from 1st October: हमारे पर्सनल फाइनेंस से जुड़े कई नियमों में अगले महीने यानी तीन दिन बाद बदलाव होने वाले हें। हर महीने की पहली तारीख को ज्यादातर कई नियम बदलते हैं। ये नियम आपके रोजमर्रा के दैनिक खर्चों से और फाइनेंशियल योजनाओं से जुड़े हैं। इन नियमों में अगर कोई भी बदलाव होता है तो ये आपके घर के बजट पर पॉजिटिव और नेगेटिव दोनों असर डालते हैं। यहां ऐसे ही नियमों के बारे में बता रहे हैं।

1. अटल पेंशन स्कीम में ये लोग नहीं कर पाएंगे आवेदन

मोदी सरकार की पॉपुलर स्कीम अटल पेंशन योजना (Atal Pension Yojana -APY) में एक बड़ा बदलाव 1 अक्टूबर से होने वाला है। टैक्सपेयर्स लोग इससे नहीं जुड़ पाएंगे। ऐसे में टैक्सपेयर्स अगर इस योजना का फायदा उठाना चाहते हैं तो उनके लिए सिर्फ 9 दिन का सयम बचा है। पेंशन फंड रेगुलेटरी एंड डीमैट अकाउंट कैसे इस्तेमाल करते हैं डीमैट अकाउंट कैसे इस्तेमाल करते हैं डेवलपमेंट अथॉरिटी (PFRDA) के मुताबिक वित्त वर्ष 2022 के अंत तक पेंशन योजना के 4.01 करोड़ सब्सक्राइबर्स थे। इसमें 44 फीसदी महिलाएं हैं। आंकड़ों के मुताबिक करीब 45 फीसदी APY सब्सक्राइबर्स 18-25 साल के हैं। बता दें कि इससे पहले केंद्र सरकार की अटल पेंशन योजना से जुड़ने के लिए ऐसी कोई शर्त लागू नहीं थी। मौजूदा नियमों के तहत 18 से 40 साल तक उम्र वाले सभी भारतीय नागरिक APY के सदस्य बन सकते हैं। इसके लिए उन्हें बैंक या पोस्ट ऑफिस की उस ब्रांच के जरिए अप्लाई करना होता है।

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2. क्रेडिट कार्ड पर लागू होगा टोकन सिस्टम

1 अक्टूबर से क्रेडिट और डेबिट कार्ड इस्तेमाल करने के नियम बदलने वाले हैं। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) का कार्ड कार्ड-ऑन-फाइल टोकनाइजेशन का नियम बदल जाएगा। यानी, अब हर एक क्रेडिट कार्ड का टोकन होगा। नए नियमों से क्रेडिट और डेबिट कार्ड के जरिये पेमेंट पहले से अधिक सुरक्षित हो जाएंगे। अब ग्राहक डेबिट या क्रेडिट कार्ड से ऑनलाइन, पॉइंट ऑफ सेल (POS) या ऐप पर ट्रांजैक्शन करेगा, तो सभी डिटेल इनक्रिप्टेड कोड में सेव होंगी। टोकन का उपयोग ऑनलाइन लेनदेन, मोबाइल पॉइंट-ऑफ-सेल लेनदेन, या इन-ऐप लेनदेन के लिए किया जा सकता है। टोकन में कोई व्यक्तिगत जानकारी नहीं होती है जिसे एक्सेस किया जा सकता है और डीमैट अकाउंट कैसे इस्तेमाल करते हैं बदलता रहता है, जिससे यह पेमेंट करने का सबसे सुरक्षित तरीका बन जाता है। जब आप चेक-आउट काउंटर पर किसी दुकान पर अपना कार्ड दिखाते हैं तो आपको अपने कार्ड के टोकन की आवश्यकता नहीं होती है।

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हर डीमैट अकाउंट कैसे इस्तेमाल करते हैं डीमैट अकाउंट होल्डर को 30 सितंबर तक टू-फैक्टर-ऑथेंटिकेशन करवाना जरूरी है. टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन को लेकर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ने जून में ही एक सर्कुलर जारी किया था.

अगर आप भी शेयर बाजार में निवेश या ट्रेडिंग करते हैं तो आपके लिए यह खबर बहुत ही अहम है. यह खबर आपके डीमैट अकाउंट से जुड़ी है. हर डीमैट अकाउंट होल्डर को 30 सितंबर तक अपने अकाउंट का टू-फैक्टर-ऑथेंटिकेशन (Two Factor Authentication) करवाना जरूरी है. अगर डीमैट अकाउंट कैसे इस्तेमाल करते हैं ऐसा नहीं होता है तो आप अपने डीमैट खाते में लॉगिन नहीं कर सकेंगे. अपने डीमैट अकाउंट में लॉगिन नहीं कर पाने से कितनी दिक्कतों होंगी, शेयरों में पैसे लगाने वाला हर शख्स इसे अच्छे से समझ सकता है.

कैसे एक्टिव करें टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन?

सबसे पहले उस ऐप या वेबसाइट पर जाएं, जिसके लिए आप डीमैट अकाउंट का इस्तेमाल कर रहे हैं और लॉगिन करें. जब आप अपने प्रोफाइल में जाएंगे तो वहां आपको पासवर्ड और सिक्योरिटी का विकल्प मिलेगा. आपको वहां Enable 2-Step TOTP विकल्प पर क्लिक करना होगा और आपकी ई-मेल डीमैट अकाउंट कैसे इस्तेमाल करते हैं आईडी पर आए ओटीपी को दर्ज करना होगा. इसके बाद आपको टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन एक्टिव हो जाएगा.

एक डीमैट अकाउंट बिल्कुल बैंक अकाउंट जैसा होता है. जिस तरह आप अपने बैंक खाते में पैसों को सुरक्षित रखते हैं, वैसे ही डीमैट खातों में शेयर्स को सुरक्षित रखा जाता है. बिना डीमैट अकाउंट के आप शेयर बाजार में डीमैट अकाउंट कैसे इस्तेमाल करते हैं ट्रेडिंग या इन्वेस्टमेंट नहीं कर सकते हैं. इस खाते के बिना ना तो आप कोई शेयर खरीद सकते हैं ना ही उसे बेच सकते हैं. अगर आपको किसी कंपनी के आईपीओ के लिए आवेदन करना है तो भी आपके पास डीमैट अकाउंट होना जरूरी है.

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डीएनए हिंदी: अगर आप डीमैट अकाउंट होल्डर हैं और इसके जरिए आप शेयर बाजार में शेयर खरीदते या बेचते हैं तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने 14 जून को एक सर्कुलर जारी किया था. उसके मुताबिक डीमैट खाताधारकों के लिए 30 सितंबर, 2022 तक दो-कारक प्रमाणीकरण (Two-Factor Authentication) सक्षम करना बहुत जरूरी है. अगर आप दो-कारक प्रमाणीकरण सक्षम नहीं करते हैं तो आप 1 अक्टूबर 2022 से अपने डीमैट खाते में लॉग इन नहीं कर पाएंगे.

एनएसई (NSE) ने इस सर्कुलर में कहा कि खाताधारक को अपने डीमैट खाते में लॉग इन करने के लिए बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन को ऑथेंटिकेशन फैक्टर के तौर पर इस्तेमाल करना होगा. इसके साथ ही दूसरा तरीका नॉलेज फैक्टर हो सकता है. यह एक पासवर्ड, पिन या कोई भी स्थिति कारक हो सकता है जो केवल उपयोगकर्ता को ही पता होता है.

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