Cryptocurrency में बड़ी गिरावट से भी नहीं घबराए निवेशक, बीते हफ्ते में किया ऐसा भारीभरकम निवेश

Cryptocurrencies के रेट में बीते हफ्ते और महीने में बड़ी गिरावट आई पर निवेशक इससे घबराए नहीं. ऐसा इसलिए कह रहे हैं कि बीते हफ्ते में इतना भारी-भरकम निवेश क्रिप्टो में आया है जो आपको चौंका सकता है.

By: ABP Live | Updated at : 23 Nov 2021 07:44 PM (IST)

Edited By: Meenakshi

Cryptocurrency News: देश में हालांकि क्रिप्टोकरेंसी को लेकर कोई नियम या गाइडलाइंस नहीं आई हैं लेकिन इंवेस्टर्स में इसे लेकर क्रेज बढ़ता ही जा रहा है. चाहे घरेलू हो या ग्लोबल, क्रिप्टों को लेकर Buzz बढ़ रहा है और इसलिए इससे जुड़ी खबरों पर भी सबकी नजरें लगी रहती हैं. अब एक ऐसी खबर आई है जिसे लेकर आप खुश हों या कंफ्यूज, इसका फैसला तो आप ही करेंगे पर ये खबर कई सवालों को भी खड़ा कर रही है.

क्रिप्टोकरेंसी के रेट में लगातार आ रही है गिरावट
ग्लोबल मोर्चे पर देखें तो क्रिप्टोकरेंसी में गिरावट आ ही रही है. पिछले हफ्ते क्रिप्टोकरेंसीज में सबसे ज्यादा गिरावट बिटकॉइन में देखी गईं. हालांकि इसके बावजूद क्रिप्टोकरेंसी में हो रहे निवेश में कोई कमी नहीं आई है. कॉइनशेयर्स की रिपोर्ट के मुताबिक देखें तो क्रिप्टो से जुड़े फंड्स में निवेशकों ने पिछले हफ्ते 1146 करोड़ रुपये या 15.4 करोड़ डॉलर का निवेश कर डाला. दूसरे शब्दों में कहें तो क्रिप्टोकरेंसी के भाव में गिरावट से भी निवेशक घबराए नहीं है और उनकी खरीदारी इस वर्चुअल करेंसी में लगातार बनी हुई है.

पिछले हफ्ते 12 फीसदी टूटा है बिटकॉइन पर रिकॉर्ड इंवेस्ट वाली करेंसी भी है
क्रिप्टोकरेंसी में सबसे मशहूर करेंसी जिसका नाम सामान्य इंवेस्टर भी जानते हैं वो क्रिप्टोकरेंसी में क्यों जगी है इतनी दिलचस्पी बिटकॉइन है और इसके दाम में बीते हफ्ते 12 फीसदी की गिरावट देखी गई है. हालांकि इस बात में कोई शक नहीं है कि अभी भी ये इंवेस्टर्स की फेवरेट बनी हुई है. 19 नवंबर को खत्म हुए हफ्ते में बिटकॉइन में 11.4 करोड़ डॉलर का बड़ा निवेश देखा गया है. एक तथ्य आपको ये भी जानना चाहिए कि बिटकॉइन के दाम में पिछले एक महीने में 4 फीसदी की गिरावट आई है, वहीं एक और वर्चुअल करेंसी इथेरियम में बीते 4 महीनों में 14 फीसदी की शानदार तेजी देखी गई है.

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Published at : 23 Nov 2021 07:41 PM (IST) Tags: Cryptocurrency currency virtual currency digital currency crypto हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi

भारत में बंद हो जाएगी क्रिप्टो करेंसी, बिटकॉइन में निवेश किया है तो क्या करें?

सूत्रों की मानें तो डिजिटल करेंसी बिल 2021 लगभग तैयार है और सरकार इसी संसद सत्र में उसे पेश कर देगी।

बिटकॉइन की तेजी ने पूरी दुनिया की आंखें चकाचौंध करी दी है। भारत में भी बिटकॉइन या इसके जैसी दूसरी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने वालों की कमी नहीं है। लेकिन अब इन सभी लोगों को बड़ा झटका लग सकता है। सूत्रों की मानें तो डिजिटल करेंसी बिल 2021 लगभग तैयार है और सरकार इसी संसद सत्र में उसे पेश कर देगी। इस बिल में क्रिप्टोकरेंसी को भारत में बैन करने के साथ - साथ इसकी ट्रेडिंग, माइनिंग, ट्रांसफर और होल्डिंग को कानूनन अपराध बनाया जा सकता है। तो क्या होगा अब तक के निवेश का, क्या भारत में किसी भी तरह की डिजिटल करेंसी नहीं चलेगी। इन्ही सब बातों पर आज चर्चा होगी।

भारत में बिटकॉइन होगा बंद?

भारत में बिटकॉइन पर बैन लग सकता है। बजट सत्र में नया बिल पेश होगा। डिजिटल करेंसी बिल 2021 तैयार है। इसके तहत किसी भी तरह की क्रिप्टोकरेंसी बैन होगी। क्रिप्टो की माइनिंग और ट्रांसफर अपराध होगा। सरकार अपनी डिजिटल करेंसी लाएगी। RBI के जरिए ये डिजिटल करेंसी आएगी। फिलहाल बिल फाइनल नहीं हुआ है।

बिटकॉइन निवेश का क्या होगा?

निवेश से निकालने का मौका मिल सकता है। इसके लिए 3-6 महीने का वक्त मिल सकता है। निवेशकों को पेनाल्टी चुकानी पड़ सकती है। क्रिप्टोकरेंसी रखना अपराध होगा। सभी ट्रेडिंग एक्सचेंज बैन होंगे। इसके रखने, बेचने को अपराध बनाया जाएगा। माइनिंग और ट्रांसफर भी दंडनीय अपराध होगा। इस तरह के मामलों में जुर्माना और कैद दोनों का प्रावधान होगा।

क्रिप्टोकरेंसी में निवेश

इसमें 2020 में 2.4 करोड़ डॉलर का क्रिप्टोकरेंसी में क्यों जगी है इतनी दिलचस्पी निवेश हुआ। भारत में 2019 में 50 लाख डॉलर का निवेश हुआ।

बिटकॉइन में रिटर्न

आज का इसका भाव करीब 35 लाख रुपए पर पहुंचा है। 2021 में 35 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न मिला है। इसने 2021 में 49,695 डॉलर का लाइफ टाइम हाई बनाया है। पिछले साल अप्रैल से अब तक इसने 800 फीसदी रिटर्न दिया है।

बिटकॉइन की लहर

Tesla इसमें 1.5 बिलियन डॉलर का निवेश करने जा रहा है। Tesla अपने प्रोडक्ट्स का पेमेंट बिटकॉइन में स्वीकार करेगा। इस साल Mastercard क्रिप्टो करेंसी में व्यापारियों को भुगतान स्वीकार करने देगा। डिजिटल करेंसी को सपोर्ट देने की तैयारी है।

भारत में क्रिप्टोकरेंसी कारोबर

बिल 29 जनवरी को लिस्ट हुआ। डिजिटल करेंसी का विधायी ढांचा बनाने की प्रक्रिया ऑफिशियल हुई। संबंधित मंत्रायलों ने मसौदा बनाने का काम शुरु किया। क्रिप्टो करेंसी में व्यापार की बात करें तो बाजार को प्राइवेट करेंसी की परिभाषा का इंतजार है। क्रिप्टोकरेंसी को पब्लिक ब्लॉकचेन कहा जाता है। डिजिटल करेंसी में भारत का 1 बिलियन डॉलर का निवेश है। 8 मिलियन से ज्यादा निवेशक हैं।

Cryptocurrency Trading : कैसे खरीदते हैं क्रिप्टोकरेंसी और कहां करते हैं स्टोर, यहां जानें सबकुछ

क्रिप्टोकरेंसी बहुत से निवेशकों को अपनी ओर खींच रही है, लेकिन हाई-टेक टोकन्स का इस्तेमाल थोड़ा डराने वाला हो सकता है. ऐसे में हम आपको इस लेख में बता रहे हैं कि Bitcoin, Ether, या Dogecoin जैसै क्रिप्टो कॉइन्स कैसे खरीद और स्टोर कर सकते हैं.

Cryptocurrency Trading : कैसे खरीदते हैं क्रिप्टोकरेंसी और कहां करते हैं स्टोर, यहां जानें सबकुछ

Cryptocurrency Trading: क्रिप्टोकरेंसी में निवेश दिलचस्प हो सकता है. (प्रतीकात्मक तस्वीर)

आप बिटकॉइन या ऐसी कोई दूसरी क्रिप्टोकरेंसी कैसे खरीद सकते (How to buy cryptocurrency) हैं और इसे स्टोर कैसे कर सकते हैं, ये दो चीजें थोड़ी जटिल लगती हैं, लेकिन ये दोनों ही चीजें करना बहुत ही आसान है. क्रिप्टोकरेंसी शुरुआत में बस प्रोग्रामर्स और डेवलपर्स के दिलचस्पी की चीज थी, लेकिन अब इसकी पॉपुलैरिटी इतनी बढ़ गई है कि अब सामान्य व्यक्ति भी इसमें निवेश करने की सोच रहा है. ऐसे में आपको एक बार यह समझ लेना चाहिए कि यह तकनीक कैसे काम करती है, ताकि आप इसमें सुरक्षित तरीके से निवेश कर पाएं. इस आर्टिकल में हम आपको बता रहे हैं कि आप क्रिप्टोकरेंसी कैसे खरीद सकते हैं और कैसे इसे स्टोर कर सकते हैं. (क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े कई दूसरे टॉपिक पर आर्टिकल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.)

क्रिप्टोकरेंसी कैसे खरीदते हैं?

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क्रिप्टो एक्सचेंज प्लेटफॉर्म पर बायर्स और सेलर्स ट्रेडिंग करते हैं. कई एक्सचेंज ऐसे होते हैं जो एक साथ कई करेंसीज़ को सपोर्ट करते हैं- जैसे बिटकॉइन, रिपल, एथर, टेदर, कारडानो. भारत में भी अब कई एक्सचेंज काम करने लगे हैं. लेकिन एक्सचेंज पर ट्रेडिंग शुरू करने से पहले हम आपको सलाह देंगे कि आप ये देख लें कि ये एक्सचेंज अच्छी वजहों से चर्चा में हों न कि बुरी वजहों से. हमेशा चेक कर लें कि उस एक्सचेंज का ऑफिस भारत में हो और इसकी फाउंडिंग टीम में ऐसा स्टाफ हो, जिसकी हिस्ट्री साफ रही हो.

एक्सचेंज को लेकर आपको इसलिए भी एक्सचेंज को लेकर सतर्क रहना होगा क्योंकि औसतन एक एक्सचेंज को एक दिन में 20 करोड़ का नुकसान होता है, ऐसे में आपको भरोसेमेंद एक्सचेंज का साथ चुनना होगा.

इसके अलावा, क्रिप्टो खरीदने और बेचने के दूसरे तरीके भी हैं. आप दूसरे सेलर्स से डायरेक्ट कॉन्टैक्ट करके भी क्रिप्टो की ट्रेडिंग कर सकते हैं, लेकिन ये बात है कि एक्सचेंज ज्यादा सुरक्षित होता है. यहां आप ज्यादा स्थिर कीमतें भी देख सकते हैं, जिससे ट्रेडिंग में आसानी होती है, ऐसे में नए लोगों के लिए एक्सचेंज से क्रिप्टो खरीदना-बेचना ज्यादा आसान होता है.

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एक्सचेंज का इस्तेमाल करना

सभी बड़े एक्सचेंज लगभग एक ही प्रोसेस फॉलो करते हैं. आपको एक अकाउंट बनाने की जरूरत होगी, फिर भारत स्थित एक्सचेंज आपको KYC वेरिफिकेशन करने को बोलेंगे. यह वेरेफिकेशन किसी फ्रॉड वगैरह को रोकने के लिए किया जाता है और आपको इस दौरान अपना आईडी प्रूफ देना होगा. यह पूरा प्रोसेस बस थोड़े वक्त में पूरा हो जाता है, जिसके बाद आप ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं. इसके लिए आप अपना बैंक अकाउंट अपने क्रिप्टो अकाउंट से लिंक कर सकते क्रिप्टोकरेंसी में क्यों जगी है इतनी दिलचस्पी हैं. या फिर ट्रांजैक्शन के लिए सीधे डेबिट/क्रेडिट कार्ड या नेटबैंकिंग का इस्तेमाल कर सकते हैं. जब लॉगइन और अकाउंट सेटअप का पूरा प्रोसेस कंप्लीट हो जाएगा, तो आपका एक्सचेंज आपको पहला ऑर्डर प्लेस करने के लिए नोटिफाई कर देगा.

ऑर्डर प्लेस करने के लिए आपको किसी क्रिप्टोकरेंसी का सिंबल यानी कि बिटकॉइन के लिए BTC, एथर के लिए ETH और डॉजकॉइन के लिए DOGE, डालना होगा और वो अमाउंट भी डालना होगा, जितने में आप वो कॉइन खरीदना चाहते हैं.

क्रिप्टोकरेंसी स्टोर कैसे करें?

क्रिप्टोकरेंसी खरीदना पहला स्टेप है, अब आपको उसको स्टोर करने के बारे में सोचना होगा. हां, यह सही है कि आप क्रिप्टो एक्सचेंज पर ही अपने कॉइन्स छोड़ सकते हैं, और अगर आप एक्टिव ट्रेडिंग कर रहे हैं, तो इसके लिए यह बेहतर तरीका होता है, लेकिन अगर आप किसी भी क्रिप्टोकरेंसी की कीमत पर नजर डालें तो देखेंगे कि बिटकॉइन और एथर जैसे कॉइन्स ने लंबे समय में ज्यादा रिटर्न दिया है. बीच-बीच में बाजार में आए उतार-चढ़ाव के बावजूद इन कॉइन्स की लॉन्ग टर्म में वैल्यू बढ़ी है.

इसका मतलब है कि उनकी वैल्यू बढ़ने तक के लिए आपको इन्हें स्टोर करना होगा. क्रिप्टोकॉइन्स और टोकन्स आप अपने क्रिप्टो वॉलेट में स्टोर कर सकते हैं. क्रिप्टो वॉलेट्स तीन तरह के होते हैं- हॉट, कोल्ड और पेपर वॉलेट. इनमें से आपको कोई भी वॉलेट अपनी जरूरत के हिसाब से चूज़ करना होगा. इस पर हमारे पास एक आर्टिकल है- Cryptocurrency Wallet : क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट क्या होता है? कैसे बना सकते हैं अपना खुद का वॉलेट? पढ़ें- इसमें आपको क्रिप्टो वॉलेट से जुड़ी हर जानकारी मिल जाएगी, जिसके बाद उनमें से अपनी जरूरत के हिसाब से कोई भी वॉलेट सेट अप कर सकते हैं.

क्या है Cryptocurrency : बिटकॉइन, ईथर, डॉजकॉइन और दूसरे पॉपुलर क्रिप्टो टोकन्स की सीखिए ABCD

Cryptocurrency Markey : क्रिप्टोकरेंसी को अकसर बस क्रिप्टो भी कहा जाता है. यह एक तरीके का डिजिटल पैसा है. इसका कॉन्सेप्ट हमारे ट्रेडिशनल करेंसी से काफी अलग है, लेकिन इसके बावजूद क्रिप्टो ने पिछले कुछ सालों में विशाल संख्या में निवेशकों को आकर्षित किया है.

क्या है Cryptocurrency : बिटकॉइन, ईथर, डॉजकॉइन और दूसरे पॉपुलर क्रिप्टो टोकन्स की सीखिए ABCD

Cryptocurrency या Digital Tokens का मार्केट इस साल अप्रत्याशित रूप में बढ़ा है. (प्रतीकात्मक तस्वीर)

साल 2021 के पहले चार महीनों में क्रिप्टोकरेंसी मार्केट (Cryptocurrency Market) में ऐतिहासिक ऊंचाई देखने को मिली, जिसके बाद इस साल देश-दुनिया में क्रिप्टो में निवेशकों की संख्या क्रिप्टोकरेंसी में क्यों जगी है इतनी दिलचस्पी अपने सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गई है. बिटकॉइन और डॉजकॉइन जैसे क्रिप्टो ने नए रिकॉर्ड बनाए, जिसके चलते संभावित निवेशकों में इनके प्रति दिलचस्पी जगी. लेकिन इसके बाद मार्केट में बड़ी गिरावट आ गई. मई में क्रिप्टो बाजार ऐसा गिरा कि डिजिटल करेंसीज़ ने अपना अधिकतम लाभ गंवा दिया. लेकिन क्रिप्टोकरेंसी में क्यों जगी है इतनी दिलचस्पी कुछ निवेशकों (Crypto Investors) को जहां नुकसान हुआ, वहीं बाजार में पहले से निवेश कर रहे कुछ निवेशकों को बड़ा फायदा भी हुआ. और तबसे ही क्रिप्टो एक बार फिर ऊपर जा रहा है.

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क्रिप्टोकरेंसी ने लोगों में उत्सुकता जगाई है और ज्यादा से ज्यादा लोग इस वर्चुअल संपत्ति के व्यापार से जुड़ रहे हैं. हालांकि, क्रिप्टो बाजार में उतार-चढ़ाव एक डरावना फैक्टर हो सकता है, इसका मतलब है कि अगर आप किसी क्रिप्टोकरंसी में निवेश करना चाहते हैं, तो पहली अपनी रिसर्च कर लें. लेकिन उसके पहले आपको क्रिप्टोकरेंसी के बेसिक्स को समझना होगा, जो हम इस आर्टिकल में समझाने की कोशिश कर रहे हैं.

क्रिप्टोकरेंसी क्या है?

क्रिप्टोकरंसी को अकसर बस क्रिप्टो भी कहा जाता है. यह एक तरीके का डिजिटल पैसा है. इसका कॉन्सेप्ट हमारे ट्रेडिशनल या सरकारी करेंसी से काफी अलग है. हमारी ट्रेडिशनल करेंसी एक सेंट्रलाइज्ड डिस्टिब्यूशन यानी एक बिंदु से वितरित होने वाले सिस्टम पर काम करती है, लेकिन क्रिप्टोकरेंसी को डिस्ट्रिब्यूटेड लेज़र (Ledger का मतलब बहीखाते से) के जरिए मेंटेन किया जाता है. इससे इस सिस्टम में काफी पारदर्शिता रहती है, लेकिन एन्क्रिप्शन के चलते एनॉनिमिटी रहती है यानी कि कुछ चीजें गुप्त रहती हैं.

बहुत सारी कंपनियों ने अब इस डिजिटल असेट के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए इसे अपने पेमेंट सिस्टम में शामिल करना शुरू कर दिया है. कुछ ने तो अपनी सेवाएं या उत्पाद खरीदने के लिए खुद की करेंसी या टोकन भी जारी करना शुरू दिया है.

सबसे ज्यादा चर्चित क्रिप्टोकरेंसी कौन सी हैं?

अपने मार्केट कैप यानी बाजार पूंजीकरण के लिहाज से टॉप की पांच क्रिप्टो कॉइन्स हैं- बिटकॉइन इथीरिमय, टेदर, बाइनेंस कॉइन और कारडानो. इनमें सबसे पुरानी कॉइन बिटकॉइन है. यह 2009 में यानी 2008 की आर्थिक मंदी के कुछ वक्त बाद लॉन्च हुई थी. इसकी शुरुआत सतोषी नाकामोतो नाम के स्यूडोनिम यानी छद्म नाम के क्रिप्टोकरेंसी में क्यों जगी है इतनी दिलचस्पी साथ किसी शख्स ने की थी. असली शख्स कौन है, ये निश्चिंतता के साथ कोई नहीं कहता.

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डॉजकॉइन भी काफी पॉपुलर है, हालांकि, यह फिलहाल टॉप फाइव कॉइन में शामिल नहीं है. इसकी शुरुआत 2013 में बिटकॉइन का मजाक उड़ाने के लिए एक मीम यानी मजाक की तरह हुई थी. लेकिन इस साल की शुरुआत में टेस्ला के सीईओ इलॉन मस्क ने इस कॉइन का सपोर्ट करके इसे हाइप दे दिया, जिसके चलते इसकी कीमत बढ़ गई.

क्या क्रिप्टोकरेंसी कानूनी है?

बहुत सारे देशों ने इस असेट को अपना समर्थन दिया है. लेकिन विस्तृत तौर पर इस करेंसी को लेकर कोई औपचारिक नियमन नहीं है. भारत में तो पहले इसे बैन किए जाने की बात हुई थी. 2018 में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने क्रिप्टो ट्रेडिंग पर प्रतिबंध भी लगाए, लेकिन पिछले साल सुप्रीम कोर्ट ने उसके आदेश को पलट दिया. और अब आरबीआई ने कहा है कि यह अपनी खुद की क्रिप्टोकरेंसी एक चरणबद्ध तरीके से लॉन्च करेगी.

क्रिप्टोकरेंसी इतनी पॉपुलर क्यों है?

इसके पीछे कई कारण हैं. सबसे प्रमुख अच्छा रिटर्न मिलने की उम्मीद है. अब तो बहुत से लोग असली पैसे खर्च करके बिटकॉइन खरीद रहे हैं ताकि आगे चलकर और मांग बढ़ने पर उन्हें अच्छा रिटर्न मिले. मस्क क्रिप्टोकरेंसी में क्यों जगी है इतनी दिलचस्पी ने तो यह भी कहा है कि ये कॉइन्स भविष्य की करेंसी हैं, हालांकि उन्होंने इसपर कुछ नहीं कहा है कि कौन सी ऐसी करेंसी होगी जो ग्लोबल क्रिप्टोकरेंसी बन सकती है या फिर दुनिया में कभी बस कोई एक क्रिप्टोकरेंसी चलेगी या कई सारी.

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क्रिप्टोकरेंसी की माइनिंग से क्या मतलब होता है?

क्रिप्टो माइनिंग का मतलब नई डिजिटल कॉइन्स जेनरेट करने यानी पैदा करने से होता है. और ये काम बहुत ही उत्कृष्ट कंप्यूटर्स में जटिल क्रिप्टोग्राफिक इक्वेशन्स यानी समीकरणों को हल करके किया जाता है. हालांकि, ऐसा जरूरी नहीं है कि हर निवेशक क्रिप्टो माइनिंग करता है. अधिकतर निवेशक बाजार में पहले से मौजूद कॉइन्स या टोकन्स में ट्रेडिंग करते हैं, वो खुद इनकी माइनिंग नहीं करते हैं.

क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग कहां होती है?

मार्केट रिसर्च वेबसाइट CoinMarketCap के मुताबिक, फिलहाल क्रिप्टो मार्केट में 11,000 क्रिप्टोकरेंसीज़ की सार्वजनिक तौर पर उनके लिए बने एक्सचेंज पर ट्रेडिंग होती है. फिलहाल क्रिप्टोकरेंसी में क्यों जगी है इतनी दिलचस्पी सर्कुलेशन में जितनी क्रिप्टोकरेंसी हैं, उनकी कुल कीमत 4 अगस्त, 2021 की तारीख में $1,557,848,783,736 यानी 1.5 ट्रिलियन डॉलर से ज्यादा है. क्रिप्टो की ट्रेडिंग अधिकतर एक्सचेंज पर ही होती है, लेकिन इसके अलावा भी पेपर वॉलेट के जरिए ऑफलाइन ट्रांसफर या टोकन को डायरेक्टली ट्रेड करने जैसे विकल्प भी होते हैं, लेकिन रिटेल इन्वेस्टर्स को सलाह दी जाती है कि उनके लिए एक्सचेंज पर ट्रेडिंग करना ज्यादा सुरक्षित होगा.

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