अगर आप भी सीधे शेयरों में निवेश करना चाहते हैं तो आप ऑनलाइन ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट खोलकर ऐसा कर सकते हैं.
आईसीआईसीआई ऑनलाइन ट्रेडिंग अकाउंट की विशेषताएं
यदि आप ऑनलाइन शेयर बाजार में निवेश कर रहे हैं या ट्रेडिंग कर रहे हैं, तो आपको इलेक्ट्रॉनिक प्रारूप में अपनी सेक्योरिटीज़ और अन्य दस्तावेजों को व्यवस्थित करने और रखने के लिए आईसीआईसीआई ऑनलाइन ट्रेडिंग अकाउंट की विशेषताएं एक सुरक्षित खाते की आवश्यकता
Zerodha भारत का सबसे बड़ा ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है, जिसके ग्राहकों की संख्या 9 मिलियन से अधिक हो गई है। यह कई हाई-टेक टर्मिनल प्रदान करता है जिनका उपयोग कोई भी अपने ट्रेडिंग अनुभव की परवाह किए बिना कर सकता
स्टॉक एक्सचेंज कंपनियों और निवेशकों के बीच की खाई को पाटता है और उन्हें एक साथ लाता है। अगर आप एक दिन NIFTY करोड़पति बनना चाहते हैं, तो यह समीक्षा बताएगी कि NIFTY कैसे काम करता है। हो सकता है कि आपके लिए
ट्रेडिंग ऐप्स से पहले स्टॉक खरीदना और बेचना इतना सहज कभी नहीं रहा। वे सुविधाजनक सुविधाओं के साथ आते हैं जो ट्रेडर को उनकी ट्रेडिंग गतिविधियों में सुविधा प्रदान करते हैं। इस सॉफ्टवेयर की सबसे महत्वपूर्ण
आईसीआईसीआई ऑनलाइन ट्रेडिंग अकाउंट की विशेषताएं
मान लीजिए कि आपने 24 महीनों की पुनर्भुगतान अवधि के साथ रु. 20 लाख का लोन लिया है. आपने पहले छह महीनों के लिए समय पर ईएमआई का भुगतान किया है. इस प्रकार, अब तक, आपने लगभग रु. 5 लाख का भुगतान कर दिया है.
अब अचानक कुछ ऐसा होता है कि आपको रु. 5 लाख की और आवश्यकता पड़ जाती है. अपने फ्लेक्सी टर्म लोन अकाउंट से अतिरिक्त फंड निकालने के लिए, हमारे कस्टमर पोर्टल - माय अकाउंट में साइन इन करें.
अब, मान लें कि आप तीन महीने बाद अपने लोन का एक हिस्सा चुकाने का फैसला लेते हैं, उदाहरण के लिए, रु. 10 लाख;. आप माय अकाउंट में साइन-इन करके आसानी से पुनर्भुगतान कर सकते हैं.
आपका ब्याज पूरे समय के दौरान ऑटोमैटिक रूप से एडजस्ट किया जाएगा और आपको केवल बकाया मूलधन पर ब्याज का भुगतान करना होगा. आपकी ईएमआई में मूलधन और समायोजित ब्याज, दोनों शामिल होंगे.
फ्लेक्सी हाइब्रिड लोन
यह हमारे बिज़नेस लोन का एक अन्य वेरिएंट है जो फ्लेक्सी टर्म लोन की तरह काम करता है. एकमात्र अंतर यह है कि, लोन की शुरुआती अवधि के लिए, आपकी ईएमआई में केवल लागू ब्याज शामिल होगा. बाद की अवधि के लिए, ईएमआई में ब्याज और मूलधन दोनों घटक रहेंगे.
यहां क्लिक करें हमारा फ्लेक्सी हाइब्रिड लोन कैसे आईसीआईसीआई ऑनलाइन ट्रेडिंग अकाउंट की विशेषताएं काम करता है, इसके बारे में अधिक जानकारी के लिए.
टर्म लोन
यह रेगुलर बिज़नेस लोन की तरह है. आप एक निश्चित राशि उधार लेते हैं, जिसे समान मासिक किश्तों में बांट दिया जाता है, और उन किश्तों में मूलधन और लागू ब्याज दोनों शामिल होते हैं.
आपकी लोन अवधि पूरी होने से पहले आपके टर्म लोन के पार्ट-पेमेंट और फोरक्लोज़र के लिए शुल्क लागू होता है.
COVID-19 में घर बैठे ऐसे खोलें डीमैट अकाउंट, शेयर की खरीद और बिक्री के लिए है जरूरी
अगर आप भी सीधे शेयरों में निवेश करना चाहते हैं आईसीआईसीआई ऑनलाइन ट्रेडिंग अकाउंट की विशेषताएं तो आप ऑनलाइन ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट खोलकर ऐसा कर सकते हैं.
भारत में कोविड 19 महामारी का प्रकोप बढ़ने और देश भर में लॉकडाउन किए जाने से पहले शेयर बाजार रिकॉर्ड हाई पर कारोबार कर रहा था. लेकिन लॉकडाउन लागू होने के बाद से इसमें आईसीआईसीआई ऑनलाइन ट्रेडिंग अकाउंट की विशेषताएं बड़ी गिरावट आ गई. जैसे जैसे लॉकडाउन का असर बढ़ा, बेंचमार्क इंडेक्स में करेक्शन बढ़ता गया. 23 मार्च को लॉकडाउन घोषित होने के कुछ दिनों बाद बेंचमार्क इंडेक्स के वैल्युएशन में 40 फीसदी तक कमी आ गई. देखें तो इस वैल्युएशन पर खरीददारी का बेहतर मौका है और यहां से लंबी अवधि के लिए अच्छे शेयरों में निवेश किया जा सकता है.
क्या है डीमैट अकाउंट
शेयर बाजार में सीधे निवेश करने के लिए आपके पास डीमैट अकाउंट होना जरूरी है. डीमैट अकाउंट में शेयर के अलावा म्युचुअल फंड यूनिट, डिबेंचर, बॉन्ड और सरकारी सिक्योरिटीज भी रखी जा सकती हैं. डीमैट अकाउंट को ब्रोकर या फाइनेंशियल इंस्टिट्यूशन खोलते हैं. यह अकाउंट भी बैंक खाते की तरह ही काम करता है. अंतर इतना ही है कि बैंक अकाउंट में पैसों का लेनदेन होता है। जबकि डीमैट अकाउंट में शेयरों का लेनदेन होता है. जैसे बैंकों में पैसा सुरक्षित रहता है, वैसे ही डीमैट अकाउंट में शेयर सुरक्षित रहते हैं.
LIC की जबरदस्त रिटर्न देने वाली 3 स्कीम, 1 लाख का निवेश बन गया 18.50 लाख, SIP करने वाले भी बने अमीर
कैसे खोलें डीमैट अकाउंट
ब्रोकर का चुनाव करें: सबसे पहले डिजिटल ब्रोकिंग फर्म (ऐप या वेब-बेस्ड) की तलाश करें जो सहज ऑनबोर्डिंग प्रक्रिया, बेस्ट ब्रोकरेज चार्ज और वैल्यू-एडेड सेवाएं प्रदान करता है. कुछ ब्रोकरेज हाउसों के पास ट्रेड्स पर जीरो ब्रोकरेज चार्ज और दूसरों पर फ्लैट रेट्स हैं. ये दोनों फैक्टर आकर्षक हैं क्योंकि वे ट्रेडिंग करते समय आपको आवश्यक कॉस्ट-एडवांटेज प्रदान करते हैं.
इसके अलावा, जब आप डिजिटल रूप से ट्रेड करने जा रहे हैं, यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि आपके पसंदीदा प्लेटफॉर्म से कोई तकनीकी गड़बड़ियां नहीं हुई हैं. ऐसा इसलिए है क्योंकि ऐसी कोई भी गड़बड़ आपके निवेश को संकट में डाल सकती है. ब्रोकरेज फर्म में आगे देखने के लिए इनडेप्थ रिसर्च और पर्सनलाइज्ड निवेश सिफारिशें भी प्रमुख विशेषताएं हैं.
खुद को रजिस्टर करें: सभी डिजिटल ब्रोकरेज फर्मों के पास ऑनलाइन कस्टमर ऑनबोर्डिंग प्रक्रिया है. उनके प्लेटफॉर्म पर जाकर डिजिटल खाता खोलने के लिए फॉर्म भरें और पहचान और पते के प्रमाण अपलोड करें. इन केवाईसी दस्तावेजों में पैन कार्ड, आधार कार्ड, पासपोर्ट आदि शामिल हैं. ब्रोकरेज फर्म भी आपकी मुश्किलों का हल अपनी हेल्पलाइन के माध्यम से करने में आपकी सहायता करती हैं.
शेयर बाज़ार अब हुआ आसान
शेयर बाज़ार अब हुुआ आसान, एक उत्तम कोर्स है, जिसका उद्देश्य प्रतिभागियों को आम तौर पर फाइनेंशियल बाज़ार और विशेष रूप से शेयर बाज़ार की मूल बातों से परिचित कराना है |
किसी भी प्रकार का निवेश करने से पहले ये बहुत महत्वपूर्ण है कि आप उस इन्वेस्टमेंट की सही जानकारी लें | इसके अलावा मार्केट से सम्बंधित बातों को भी समझें | इन् मुख्य बातों को ध्यान में रखते हुए हमने ये कोर्स डिज़ाइन किया है | इस कोर्स के माध्यम से आप उचित निवेश-निर्णय ले सकेंगे ।
Kredent Academy is a pioneer of financial market education in India and has been at the forefront of the spreading financial education in India since its inception in 2008. Starting from basic finance to advanced concepts like stock market investing, fundamental and technical analysis, and options trading, we have courses that will teach you to save and invest money responsibly and grow your wealth steadily. These courses are taught by some of the best instructors and market experts and are highly practical focused to give the students a holistic understanding of the subjects.
सारस्वत बैंक और एक्सिस सिक्योरिटीज के बीच गठजोड
भारत के सबसे बड़ा शहरी सहकारी बैंक सारस्वत बैंक ने ग्राहकों को 3-इन-1 खाता (बचत, डीमैट और ऑनलाइन ट्रेडिंग) ऑफर करने के लिए एक्सिस बैंक की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक एक्सिस सिक्योरिटीज के साथ हाथ मिलाया हैं. इस गठजोड़ के साथ, सारस्वत बैंक के ग्राहक आसानी से बैंकिंग और ट्रेडिंग लेनदेन का सही मिश्रण कर सकते हैं.
3-इन-1 खाता मूल रूप से बचत बैंक खाते, डीमैट खाते और ट्रेडिंग खाते को एकीकृत करता है. 3-इन-1 खाते में बैंक बचत खाता, केंद्रीय डिपॉजिटरी NSDL और CDSL में से किसी एक के साथ डीमैट खाता और विभिन्न वित्तीय साधनों को खरीदने और बेचने के लिए एक ट्रेडिंग खाता शामिल है. सभी खाते एक ब्रोकर द्वारा संयुक्त रूप से खोले जाते हैं.
कौन ऑफर करता हैं ऐसा खाता
आम तौर पर बैंक और ब्रोकिंग कंपनियों द्वारा 3-इन-1 खातों की पेशकश की जाती है. विभिन्न बैंको ने इस सुविधा के लिए HDFC सिक्योरिटीज, ICICI डायरेक्ट, कोटक सिक्योरिटीज और एक्सिस सिक्योरिटीज के साथ गठजोड किया हैं. सभी प्रमुख बैंक SBI, ICICI, एक्सिस, कोटक, HDFC इत्यादि, जिनके समूह में ब्रोकरेज कंपनी है, वे 3-इन-1 खातों की पेशकश करते हैं.
यह सुविधा से ग्राहक जल्दी से फंड ट्रांसफर कर सकते हैं, कागजी कार्रवाई कम हो जाती हैं. इसके अलावा इक्विटी, डेरिवेटिव, करेंसी, कमोडिटीज, MF, IPO आईसीआईसीआई ऑनलाइन ट्रेडिंग अकाउंट की विशेषताएं आदि जैसे विभिन्न निवेश साधनों में निवेश करने के लिए एक कम्प्रेहेंसिव प्लेटफॉर्म मिलता हैं.
कैसे चुनें बेस्ट 3-इन-1 खाता
अधिकांश 3-इन-1 खातों की विशेषताएं समान हैं. हालांकि, सबसे अच्छा 3-इन-1 आईसीआईसीआई ऑनलाइन ट्रेडिंग अकाउंट की विशेषताएं खाता चुनते समय विचार करने के लिए कुछ कारक हैं
क्या 3-इन-1 खाते के लिए आपको मासिक, त्रैमासिक या वार्षिक शेष राशि बनाए रखने की आवश्यकता है? ज्यादातर मामलों में, बचत खाता एक शून्य शेष (zero balance) खाता है और इसके लिए किसी शेष राशि को बनाए रखने की आवश्यकता नहीं होती है. हालांकि, कुछ बैंक आपके ट्रेडिंग खाते में न्यूनतम ट्रेडिंग गतिविधि का एक क्लॉज लगाते हैं. यदि आप न्यूनतम ट्रेडिंग गतिविधि नहीं करते हैं तो आपका बैंक खाता शून्य शेष से न्यूनतम शेष (minimum balance) खाते में परिवर्तित किया जा सकता है.
ब्रोकरेज शुल्कः
ब्रोकरेज शुल्क ब्रोकर से ब्रोकर में भिन्न होता है. इसलिए अपना 3-इन-1 खाता चुनने से पहले ब्रोकरेज शुल्क की तुलना करें. बैंक आपको फ्री में अकाउंट खोलने का ऑफर करता हैं, लेकिन इक्विटी फ्यूचर्स ट्रेडिंग के लिए ब्रोकरेज शुल्क लगाता हैं. BSE, NSE और MCX में ऑप्शंस, करेंसी F&O और कमोडिटी फ्यूचर्स में प्रति ट्रेड करीब 20 रूपये ब्रोकरेज शुल्क लागू होता हैं.
सभी ब्रोकरेज कंपनियां इक्विटी, डेरिवेटिव्स, करेंसी और कमोडिटीज आदि जैसे सभी सेगमेंट में ट्रेडिंग की सुविधा नहीं देती हैं. इसलिए सुनिश्चित करें कि जिस बैंक में आप 3-इन-1 अकाउंट खोल रहे हैं, वह आपकी पसंद के सेगमेंट में ट्रेडिंग की सुविधा देता है.
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 236