इंसुलिन रेजिस्टेंस के साथ भी यही होता है. यदि कोई व्यक्ति अच्छा खा रहा है, व्यायाम कर रहा है और हर समय जंक फूड नहीं खा रहा है तो वह इलास्टिक की तरह खिंचा रहेगा. लेकिन अगर वह व्यक्ति उन आदतों फिर वापस चला जाता है जिसके कारण स्वास्थ्य समस्याएं हुईं, तो इंसुलिन रेजिस्टेंस बढ़ जाएगा. लक्षिता जैन ने कहा, शरीर को अपनी शुरुआती समस्याओं पर वापस आने में कितना समय लगेगा, यह अलग-अलग व्यक्ति पर निर्भर करता है. पर एक बार जब कोई व्यक्ति इलास्टिक की अपनी पकड़ ढीली करना शुरू कर देगा तो यह स्थिति भी धीरे-धीरे वापस लौट आएगी.

इंसुलिन ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है.

क्या होता है वाटर रेसिस्टेंस या वाटरप्रूफ स्मार्टफोन, यहां जानें सबकुछ

By: एबीपी न्यूज़ | Updated at : 06 Dec 2020 06:49 PM (IST)

अगर आप वाटर रेसिस्टेंस या वाटरप्रूफ या वाटर रिपेलेंट स्मार्टफोन लेन का मन बना रहे हैं तो इन तीनों के बारे में पूरी जानकारी होना जरूरी है. अधिकांश लोग इनके रेज़िस्टेंस लेवल क्या होता है बीच का अंतर नहीं समझते लेकिन यह जानना जरूरी है नहीं तो आपको नुकसान हो सकता है.

वाटर रेसिस्टेंट सबसे पहले यह रेज़िस्टेंस लेवल क्या होता है जान लें कि वाटर रेसिस्टेंट का मतलब वाटर प्रूफ नहीं होता है. सच तो यह है कि बहुत कम इलेक्ट्रॉनिक्स सही अर्थों में वाटर प्रूफ होते हैं. डिवाइस के वाटर रेसिस्टेंट होने का मतलब होता है कि फोन के अंदर पानी का जाना काफी मुश्किल है. वाटर रेसिस्टेंट से लैस स्मार्टफोन्स का भी मतलब यही है कि पानी की कुछ बूंदें पड़ने से कोई नुकसान नहीं होता. इसका मतलब यह नहीं फोन पानी में डूब गया तो इसे कुछ नहीं होगा.

Resistance Level- रेसिस्टैंस लेवल

क्या होता है रेसिस्टैंस (रेसिस्टैंस लेवल)?रेज़िस्टेंस लेवल क्या होता है
Resistance Level: रेसिस्टैंस (प्रतिरोध) या रेसिस्टैंस लेवल एक कीमत है जिस पर रेज़िस्टेंस लेवल क्या होता है रेज़िस्टेंस लेवल क्या होता है किसी ऐसेट की कीमत को विक्रेताओं, जो उस कीमत पर बेचने के इच्छुक हैं, की बढ़ती संख्या के उद्भव द्वारा उसके रास्ते पर आने वाले दबाव का सामना करना पड़ता है। अगर कोई नई जानकारी सामने आती है जो ऐसेट के बारे में पूरे बाजार के दृष्टिकोण को बदल देती है तो वे अल्प कालिक हो सकते हैं या वे दीर्घ कालिक हो सकते हैं। टेक्निकल एनालिसिस के लिहाज से, साधारण रेसिस्टैंस लेवेल का समय अवधि के लिए उच्चतम हाई के साथ साथ एक पंक्ति ड्रॉ करने के द्वारा रेज़िस्टेंस लेवल क्या होता है चार्ट बनाया जा सकता है। रेसिस्टैंस का विपरीत सपोर्ट हो सकता है। प्राइस एक्शन के अनुरूप, यह लाइन या पंक्ति सपाट या तिरछी हो सकती है। बहरहाल, बैंड, ट्रेंडलाइन और मूविंग एवरेज को शामिल रेज़िस्टेंस लेवल क्या होता है रेज़िस्टेंस लेवल क्या होता है करने के द्वारा रेसिस्टैंस की पहचान करने के लिए और अधिक उन्नत तरीके हैं।

गलत खानपान की वजह से हो सकते हैं इंसुलिन रेजिस्टेंस का शिकार, इससे शरीर में हो जाती हैं कई बीमारियां

गलत खानपान की वजह से हो सकते हैं इंसुलिन रेजिस्टेंस का शिकार, इससे शरीर में हो जाती हैं कई बीमारियां

डॉक्टर्स और न्यूट्रिशनिस्ट के मुताबिक, लाइफस्टाइल में बदलाव करना जैसे हेल्दी खाना, एक्सरसाइज करना, जंक फूड से दूर रहना और रात को अच्छी नींद लेना कई बीमारियों को दूर रखने में मदद करता है. ऐसी ही एक स्वास्थ्य समस्या है इंसुलिन रेजिस्टेंस (Insulin Resistance) न्यूट्रिशनिस्ट लक्षिता जैन एक क्लिनिकल डायटीशियन और हेल्थ क्लिनिक न्यूट्र की संस्थापक है. उन्होंने TV9 को बताया कि इंसुलिन रेजिस्टेंस (IR) रिवर्सिबल है, यानी कि इसे दुरुस्त किया जा सकता है.जैन ने उदाहरण देते हुए कहा कि अगर एक इलास्टिक बैंड लें और इसे स्ट्रेच करें. लेकिन रेज़िस्टेंस लेवल क्या होता है अगर इसे छोड़ देते है तो यह पहले की तरह अपने मूल आकार में वापस आ जाता है.

इंसुलिन रेजिस्टेंस वाले सभी लोगों को मधुमेह नहीं होता

जैन ने बताया, समस्या तब पैदा होती है जब लोग सोचते हैं कि उनका शुगर लेवल (Sugar Level) कंट्रोल में है. और वे अपनी मूल जीवन शैली की आदतों में वापस आ जाते हैं. “यह एक गलती है. हालांकि, इंसुलिन रेजिस्टेंस वाले सभी लोगों को मधुमेह (Diabetes) नहीं होता है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि वे ढिलाई कर सकते हैं.”

जैन ने कहा कि हर व्यक्ति का उपचार अलग-अलग होता है. “एक मधुमेह चिकित्सक (डायबिटोलॉजिस्ट/एंडोक्राइनोलॉजिस्ट) यह देखेगा कि व्यक्ति को क्या चाहिए और उस व्यक्ति विशेष के लिए एक अनुकूलित एक दिनचर्या निर्धारित करेगा. यहां ऐसा नहीं है कि हर किसी को एक ही साइज फिट आ जाएगी.

जैन ने इस दौरान कहा, जब कोई इंसुलिन रेजिस्टेंस वाला व्यक्ति मेरे पास आता है, तो शुरुआत यह समझने से होती है कि उसमें इंसुलिन रेजिस्टेंस क्यों विकसित हुआ है, क्योंकि ये स्थिति एक दिन में सामने नहीं आती है. यह धीरे-धीरे समय के साथ विकसित होता है.

सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल के आधार पर ट्रेडिंग

जब कीमतें अपट्रेंड में होती है, तो अंतिम लो और अंतिम हाई कीमतें बहुत महत्वपूर्ण होती है।

यदि कीमतें लोअर लो बनाना शुरू करती है, तो यह ये दर्शाता है की ट्रेंड रिवर्सल हो सकता रेज़िस्टेंस लेवल क्या होता है है।

लेकिन अगर कीमतें हाई बनी रहती है तो अपट्रेंड की पुष्टि होती है।

एक निवेशक को उचित और वर्तमान मेजर सपोर्ट और रेजिस्टेंस स्तरों को चिन्हित करना चाहिए क्योंकि जब कीमतें इन स्तरों पर पहुंचती है तो वे महत्वपूर्ण हो सकते है।

इसके अलावा, उचित और करंट माइनरसपोर्ट और रेजिस्टेंस स्तरों को चिन्हित करना चाहिए जो आपको करंट ट्रेंड, चार्ट पैटर्न और सीमाओं का एनालिसिस करने में मदद करेगा।

आपको नए सपोर्ट और रेजिस्टेंस की रेखाएं बनाते रहना चाहिए और पुराने लेवल्स को हटा देना चाहिए, क्यूंकि कीमतें पुरानी लेवल्स को पहले ही पार कर चूकी हैं ।

की पॉइंट्स :

  • माइनर सपोर्ट और रेजिस्टेंस स्तर कीमतों को होल्ड नहीं कर पाते है।
  • माइनर सपोर्ट और रेजिस्टेंस के क्षेत्र आपकी होल्डिंग बढ़ाने के अवसर प्रदान करते है।
  • मेजर रेजिस्टेंस और सपोर्ट का लेवल वो क्षेत्र है जो ट्रेंड रिवर्सल का कारण बनते है।
  • मार्केट डाउनट्रेंड में है या अपट्रेंड में है, या भविष्य में क्या हो सकता है, इन सबकी जानकारी ट्रेंड लाइन्स स्पष्ट दिखाती है।
  • एक निवेशक या एनालिस्ट को उचित और वर्तमान मेजर सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवलों को चिन्हित करना चाहिए क्योंकि जब कीमतें इन लेवल पर पहुंचती है तो वे महत्वपूर्ण हो सकते है।
  • रेलेवेंट और करंट माइनर सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवलों को चिन्हित करना चाहिए जो आपको करंट ट्रेंड, चार्ट पैटर्न और सीमाओं का एनालिसिस करने में मदद करेगा।

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हाइलाइट्स

इंसुलिन रजिस्टेंस का खतरा बुजुर्गों को सबसे ज्यादा होता है.
मोटापा, इनएक्टिव लाइफस्टाइल की वजह से ऐसा हो सकता है.

Insulin Resistance And Diabetes: डायबिटीज और इंसुलिन का सीधा कनेक्शन होता है. टाइप 1 डायबिटीज होने पर मरीज के शरीर में इंसुलिन बनना बंद हो जाता है या कई बार बेहद कम मात्रा में बनता है. इसकी वजह से ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है. टाइप 2 डायबिटीज में पेशेंट के शरीर में इंसुलिन तो बनता है, लेकिन रेजिस्टेंस की वजह से उसका सही इस्तेमाल नहीं हो पाता. अगर बॉडी में इंसुलिन का प्रोडक्शन और यूज सही तरीके से होता रहे, तो डायबिटीज का कोई खतरा नहीं होता. अब सवाल उठता है कि इंसुलिन रेजिस्टेंस क्या होता है और यह किस वजह से पैदा हो जाता है. इसके क्या लक्षण होते हैं और बचाव के क्या तरीके हो रेज़िस्टेंस लेवल क्या होता है सकते हैं. इन सभी सवालों के जवाब विस्तार से जान लेते हैं.

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