शेयर बाजार में गिरावट से सीखें नुकसान से बचाव के तरीके
नई दिल्ली/टीम डिजिटल। शेयर बाजार (stock market) में शेयर बाजार में गिरावट भारी गिरावट (falling) देखी गई। इस समय बहुत लोगों का भारी नुकसान हुआ और उनके दिलों में आतंक और भगदड़ मच गई है। थोड़ा ठंडे दिमाग से इसे देखें, कुछ सीखें और आगे का नुकसान बचाएं। हमने इस समाचार पत्र में 25 फरवरी, 4 फरवरी, 28 जनवरी को सलाह दी थी कि स्टॉक मार्केट में प्रॉफिट बुक करें और बॉन्ड (bond) खरीदें। हो सकता है यह सब कोरोना वायरस (korona virus) की वजह से है, मगर हम वित्तीय बाजार (finance market) पर इसके असर को समझने की कोशिश करेंगे।
बहुत जगह नुक्सान
इस हफ्ते में भारत के शेयर बाजार के साथ अमरीका, जर्मनी, इंगलैंड, जापान, चीन, ब्राजील, रशिया, साऊथ अफ्रीका, साऊथ कोरिया सभी देशों के शेयर बाजार में भी भारी गिरावट रही है। तेल के दाम भी गिर गए हैं और तांबे के भी। इस हफ्ते में भारत के शेयर बाजार के साथ अमरीका, जर्मनी, इंगलैंड, जापान, चीन, ब्राजील, रशिया, साऊथ अफ्रीका, साऊथ कोरिया सभी देशों के शेयर बाजार में भी भारी गिरावट रही है। तेल के दाम भी गिर गए हैं और तांबे के भी।
पैसा कहां गया?
एक हफ्ता पहले सोने का दाम बढ़ गया था। दुनिया भर में यह दाम बढ़ा है, मगर भारत में सोना इतना महंगा कभी नहीं हुआ। यही कहानी बॉन्ड मार्केट में भी गुजरी है। अमरीका के बॉन्ड की कीमत इतनी ज्यादा कभी नहीं लगी। भारतीय बॉन्ड की कीमत पिछले 3 साल में इतनी ज्यादा नहीं हुई। साथ ही अमरीकी डॉलर का दाम भी बढ़ रहा है। हमें शक है कि यह और बढ़ सकता है। इससे साफ दिखता है कि अभी रिस्क लेने का समय नहीं है, बल्कि पैसा बचाने का समय है। दिलचस्प बात यह है कि तेल के दाम घटते हुए स्टॉक मार्केट गिर रही है और अमरीकी डॉलर बढ़ रहा है (हिंदुस्तानी रुपया घट रहा है)। आम तौर पर हम सोचते हैं कि जब तेल के दाम बढ़ते हैं तब स्टॉक कमजोर है और अमरीकी डॉलर बढ़ता है तथा ङ्क्षहदुस्तानी रुपया घटेगा और आज कुछ उलटा हो रहा है।
बहुत रहस्य छिपे हैं तेल तांबा और सोने के दामों में
हमारी रिसर्च कहती है कि तेल, तांबा और सोने के दामों में बहुत रहस्य छिपे रहते हैं। सब कुछ तो यहां नहीं समझा सकते, मगर इतना समझना आसान है: तेल और तांबा बढ़ें तो इनकी डिमांड ज्यादा है और दुनिया की इकॉनोमी तथा कारोबार का हाल अच्छा है। (एक लैवल बाद तेल का बहुत महंगा होना इकॉनोमी पर भारी होता है, पर इतनी ज्यादा कीमत कुछ सालों में नहीं देखी गई)। सोने का दाम एक तरह से बहुत सालों बाद केवल पिछले साल बढऩे लगा है। यह फिर से एक रिस्क न लेने वाले समय का संकेत बन गया है और इसे देखते रहना चाहिए। रिसर्च में बहुत काम आता है। सोने की कीमत बढ़ी समझो रिस्क मत लो।
दूसरा संकेत कि रिस्क न लें
जब शेयर बाजार की अंदरूनी हालत देखें तब भी रिस्क कम लेने के संकेत मिलते हैं। जनवरी की शुरूआत में जब स्मॉल कैप स्टॉक बहुत उछले थे (हमने दिसम्बर में इसका फायदा उठाने की सलाह दी थी), तब लार्ज कैप स्टॉक नहीं बढ़ रहे थे (जबकि पिछले 2 साल लार्ज कैप स्टॉक बहुत तेज थे)। जनवरी के अंत में इन्हीं लार्ज कैप स्टॉक में गिरावट शुरू हो गई थी। यह हमारे लिए संकेत था कि रिस्क न लें। जनवरी के अंत में हमने सलाह दी कि प्रॉफिट बुक करें। तब से लार्ज कैप और स्मॉल कैप दोनों ही गिर बैठे हैं। मैटल, ऑटो, मीडिया, पी.एस.यू. बैंक और एनर्जी के स्टॉक पहले ही गिर रहे थे और अब प्राइवेट बैंक, फाइनैंशियल सॢवसेज, एफ.एम.सी.जी., आई.टी, रियल्टी भी सभी गिर गए हैं।
आगे क्या करें?
हमें उम्मीद है कि अगले हफ्ते कुछ स्थिरता मिलेगी। शायद कुछ स्टॉक बढ़ेंगे। (भविष्यवाणी नहीं।) हमें यह भी उम्मीद है कि लॉन्ग टर्म में ये स्टॉक फिर बढ़ेंगे, इसलिए अपने लॉन्ग टर्म वाले स्टॉक को मत बेचना मगर इसका मतलब यह नहीं कि अभी स्टॉक खरीदने का समय आ गया है। अगले हफ्ते हम बाजार की मजबूती या कमजोरी को जांचना चाहते हैं। यदि बाजार कमजोर हुआ तो हमें लगता है कि बहुत नीचे जाएगा। यदि मजबूत हुआ तो शायद कुछ देर यहीं बिताएगा। प्रॉफिट नहीं, सिर दर्द देगा। अभी हम तेजी पर पैसा नहीं लगाना चाहते।
यह समय है कैश रखने का और सिर्फ देखने का
शेयर बाजार के बाहर हमें अमरीकी डॉलर तेज लगता है। NSE पर करंसी फ्यूचर खरीद सकते हैं। इस समय न बॉन्ड, न सोना, न तेल, न स्टॉक रिस्क हमारे पक्ष में है। कैश को बचाएं, रिसर्च पढ़ें और अगले मौके का इंतजार करें। इस करैक्शन को समय लग सकता है। ऐसी सलाह कोई और नहीं देता, क्योंकि हमारी कमाई आपके इन्वैस्ट करने से नहीं होती। आपके विश्वास से होती है, तो हम बिना किसी और ङ्क्षचता के रिसर्च को सच-सच बताते हैं। जैसे बाजार आगे बढ़ेगा, हम जांचते रहेंगे कि कौन से स्टॉक खरीदने हैं और अपने समाचार में बताते रहेंगे।
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Stock Market Next Week: बाजार में और गिरावट की आशंका, निफ्टी 17,200 तक आने की संभावना, निवेशक न करें ये गलतियां
Stock Market Next Week: शेयर बाजार की चाल इस सप्ताह ब्याज दर पर अमेरिकी फेडरल रिजर्व के फैसले से तय होगी।
Edited By: Alok Kumar शेयर बाजार में गिरावट @alocksone
Updated on: September 18, 2022 11:58 IST
Photo:INDIA TV Stock Market Next Week
Highlights
- पिछले हफ्ते सेंसेक्स 952.35 अंक यानी 1.59 फीसदी टूटा
- NSE निफ्टी 302.50 अंक यानी 1.69 फीसदी टूटा
- सेंसेक्स शुक्रवार को 1,093.22 अंक की गिरावट के साथ बंद हुआ
Stock Market Next Week: शेयर बाजार में सोमवार से और गिरावट आने की आशंका है। दरअसल, अमेरिका में महंगाई रिकॉर्ड हाई पर है। America में महंगाई पर काबू करने के लिए अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की बहुप्रतीक्षित 75 आधार अंकों की ब्याज दर में वृद्धि की पूरी संभावना है। इससे निवेशकों शेयर बाजार में गिरावट में चिंता बढ़ी है। फेड की ब्याज दरों में बढ़ोतरी से दुनियाभर के शेयर बाजारों में बिकवाली देखने को मिल सकती है। भारतीय बाजार भी इससे अछूते नहीं रहेंगे। मार्केट एक्सपर्ट का कहना है कि NSE Nifty टूटकर 17,200 पर सपोर्ट ले सकता है। वहीं, तेजी आने पर निफ्टी का रेजिस्टेंस 17800 पर रहने का अनुमान है। विशेषज्ञों का कहना है कि छोटे निवेशकों को जल्दबाजी करने से बचना चाहिए। बाजार को स्थिर होने का इंतजार करना चाहिए। उसके बाद ही फ्रेश एंट्री करना बेहतर होगा।
विदेशी निवेशकों ने फिर बिकवाली शुरू की
शेयर बाजार की चाल इस सप्ताह ब्याज दर पर अमेरिकी फेडरल रिजर्व के फैसले से तय होगी। विश्लेषकों ने यह राय दी। इसके अलावा, शेयर बाजार में विदेशी पूंजी की आवक और कच्चे तेल के रुझान से भी प्रमुख शेयर सूचकांक प्रभावित होंगे। स्वास्तिका इंवेस्टमार्ट लिमिटेड के शोध प्रमुख संतोष मीणा ने कहा, '' बैंक ऑफ इंग्लैंड भी ब्याज दर पर फैसले की घोषणा करेगा। उन्होंने आगे कहा कि संस्थागत निवेशक एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे, क्योंकि विदेशी निवेशक भारतीय इक्विटी बाजार में विक्रेता बन गए हैं। अमेरिका में मुद्रास्फीति के आंकड़े के बाद वैश्विक बाजार घबराए हुए दिख रहे हैं। इस वजह से डॉलर सूचकांक 110 के आसपास पहुंच गया है।'' कारोबारियों की नजर अब अमेरिकी संघीय मुक्त बाजार समिति (एफओएमसी) की आगामी बैठक के नतीजे पर है।
सभी की नजर नजर अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक पर
रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के शोध उपाध्यक्ष अजीत मिश्रा ने कहा, ''किसी भी प्रमुख घरेलू डेटा और घटनाओं के अभाव में, प्रतिभागियों की नजर अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक पर होगी। इसके अलावा, विदेशी आवक पर भी उनकी नजर रहेगी।'' पिछले हफ्ते सेंसेक्स 952.35 अंक यानी 1.59 फीसदी टूटा, जबकि निफ्टी 302.50 अंक यानी 1.69 फीसदी टूटा। सेंसेक्स शुक्रवार को 1,093.22 अंक या 1.82 प्रतिशत की गिरावट के साथ 58,840.79 पर बंद हुआ था। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि मजबूत व्यापक आर्थिक आंकड़ों के बावजूद घरेलू बाजार में बांड प्रतिफल और डॉलर सूचकांक की बढ़ती प्रवृत्ति के कारण शेयर बाजारों में गिरावट हुई।
भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट, शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 1300 शेयर बाजार में गिरावट अंक से ज्यादा टूटा, निफ्टी का भी बुरा हाल
Share Market Update: शेयर बाजार में आज खुलते ही गिरावट का रूख रहा। वैश्विक बाजारों में गिरावट और विदेशी निवेशकों की बिकवाली के चलते ये गिरावट है।
शेयर बाजार में गिरावट (फाइल फोटो)
मुंबई: वैश्विक बाजारों में गिरावट और विदेशी निवेशकों की बिकवाली के चलते सेंसेक्स सोमवार को शुरुआती कारोबार में 1,394 अंक से अधिक टूट गया, जबकि निफ्टी गिरकर 15,800 के करीब आ गया। इस दौरान रिलायंस इंडस्ट्रीज और आईसीआईसीआई बैंक जैसे बड़े शेयरों में कमजोरी का असर भी घरेलू शेयर बाजारों पर असर पड़ा।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सूचकांक 1,394.17 अंक गिरकर 52,909.27 पर आ गया, जबकि निफ्टी 399.55 अंक गिरकर 15,802.25 पर था। सेंसेक्स से सभी 30 शेयर लाल निशान में थे। बजाज फिनसर्व, बजाज फाइनेंस, आईसीआईसीआई बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, कोटक महिंद्रा बैंक, टेक महिंद्रा और इंडसइंड बैंक गिरने वाले प्रमुख शेयरों में शामिल थे।
इससे पहले शुक्रवार को सेंसेक्स 1,016.84 अंक या 1.84 फीसदी की गिरावट के साथ 54,303.44 पर बंद हुआ था, जबकि व्यापक एनएसई निफ्टी 276.30 अंक या 1.68 प्रतिशत गिरकर 16,201.80 पर आ गया। अन्य एशियाई बाजारों में सोल, तोक्यो, हांगकांग और शंघाई के बाजार मध्य सत्र के सौदों में गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे।
अमेरिका में शेयर बाजार शुक्रवार को भारी गिरावट के साथ बंद हुए। इस बीच अंतरराष्ट्रीय तेल सूचकांक ब्रेंट क्रूड 1.37 फीसदी गिरकर 120.31 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। शेयर बाजार के अस्थाई आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने शुद्ध रूप से 3,973.95 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
शेयर बाजार में लगातार चौथे दिन गिरावट दर्ज, निफ्टी 15700 से नीचे हुआ बंद
बीते 4 दिन की गिरावट में सेंसेक्स 2800 अंक से ज्यादा टूटा है. बाजार पर कमजोर विदेशी संकेतों की वजह से जारी बिकवाली का असर देखने को मिल रहा है.
शेयर बाजार में गिरावट का सिलसिला लगातार जारी है. बाजार में आज ( Stock Market Today) लगातार चौथे दिन गिरावट देखने को मिली है. हालांकि प्रमुख इंडेक्स (Sensex and Nifty) में नुकसान आधा प्रतिशत से कम रहा है. वहीं दूसरी तरफ 4 दिन की गिरावट के बीच सेंसेक्स 2800 अंक से ज्यादा टूट चुका है. बुधवार के कारोबार में सेंसेक्स 152 अंक की गिरावट के साथ 52541 के स्तर पर और निफ्टी 42 अंक की गिरावट के साथ 15692 के स्तर पर बंद हुआ है. गिरावट के बीच भी आज छोटे स्टॉक्स का प्रदर्शन बेहतर रहा है. वहीं दूसरी तरफ आज के कारोबार में ऑटो सेक्टर (Auto Sector) में सबसे ज्यादा बढ़त दर्ज हुई है. दूसरी तरफ ऑयल एंड गैस सेक्टर में आज बिकवाली देखने को मिली.
कैसा रहा आज का कारोबार
शेयर बाजार में आज सीमित दायरे में कारोबार देखने को मिला और कारोबार के दौरान बाजार हरे और लाल निशान के बीच बना रहा. हालांकि कारोबार के अंत में बाजार में तेज गिरावट आई और प्रमुख इंडेक्स लाल निशान में पहुंच कर बंद हुए. बीते 4 दिनों की गिरावट के बीच आज की गिरावट सीमित ही रही. ब्रॉड मार्केट में आज छोटे शेयरों में बढ़त देखने को मिली है. स्मॉलकैप 50 और स्मॉलकैप 100 में आज आधा प्रतिशत से ज्यादा की बढ़त रही है. वहीं आज ऑटो सेक्टर में सबसे ज्यादा खरीद देखने को मिली है. इंडेक्स करीब 1 प्रतिशत बढ़कर बंद हुआ. वहीं फार्मा और हेल्थकेयर सेक्टर में 0.42 प्रतिशत और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स सेक्टर में 0.25 प्रतिशत की बढ़त रही है. वहीं दूसरी तरफ एफएमसीजी सेक्टर में 0.51 प्रतिशत, आईटी सेक्टर में 0.55 प्रतिशत और मेटल सेक्टर में 0.71 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली है. निफ्टी में शामिल 25 स्टॉक आज गिरावट के साथ बंद हुए हैं. सबसे ज्यादा गिरावट ओएनजीसी ( 3.17 प्रतिशत), एनटीपीसी (2.05 प्रतिशत) और इंफोसिस (1.34 प्रतिशत) में देखने को मिली. वहीं बजाज फिनसर्व में 4.22 प्रतिशत, बजाज फाइनेंस में 2.22 प्रतिशत और टाटा मोटर्स में 1.93 प्रतिशत की बढ़त देखने को मिली.
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कैसा रहा पूरे बाजार का हाल
आज के कारोबार में कुल मिलाकर 1775 स्टॉक्स में बढ़त देखने को मिली है. वहीं 1520 स्टॉक्स में गिरावट दर्ज हुई है. 147 स्टॉक में कोई बदलाव नहीं हुआ. आज 52 स्टॉक साल के नए उच्चतम स्तर पर पहुंचे वहीं 105 स्टॉक साल के नए निचले स्तर पर पहुंचे. बीएसई पर आज 208 स्टॉक में अपर सर्किट लगा. वहीं 183 स्टॉक में लोअर सर्किट लगा है. वहीं आज की गिरावट के साथ बीएसई पर लिस्ट सभी शेयर बाजार में गिरावट कंपनियों को कुल बाजार मूल्य घटकर 245 लाख करोड़ रुपये से नीचे आ गया है.
Share Market:विदेशी बाजारों में गिरावट, भारतीय शेयर बाजार पर दिख सकता है असर
Stocks In News: टाटा स्टील, विप्रो, येस बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, किर्लोस्कर इंडस्ट्री, एम एंड एम, डॉ रेड्डीज.
भारतीय शेयर बाजार में एक दिन पहले तेजी रही. NSE का Nifty 194 अंक चढ़कर 17,816 पर बंद हुआ और BSE का Sensex 578 अंक चढ़कर 59,719 पर बंद हुआ, जबकि बैंक निफ्टी 563 अंक चढ़ा और 41,468 के स्तर पर बंद हुआ. सभी इंडेक्स हरे निशान में बंद हुआ, फार्मा, हेल्थकेयर और कंज्यूमर ड्यूरेबल सेक्टर्स ने अच्छा प्रदर्शन किया.
विदेशी बाजारों का हाल
Dow Jones 313 अंक या 1.01% चढ़ा और 30706 पर पहुंचा
एस एंड पी 500 1 फीसदी गिरा
Nasdaq 0.6 फीसदी गिरा
ऑस्ट्रेलिया का एस एंड पी /एएसएक्स 200 1.39 फीसदी गिरा
साउथ कोरिया का कॉस्पी इंडेक्स 0.85 फीसदी गिरा
Nikkei 1.29 फीसदी गिरा
सिंगापुर स्टॉक एक्सचेंज 0.44 फीसदी की गिरावट दिखी (8 बजे का आंकड़ा)
सोना 0.3 फीसदी गिरा जबकि क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन $19,000 के नीचे है.
भारतीय शेयर बाजार में विदेशी निवेशकों (FIIs) ने 1,196 करोड़ रुपये के शेयर्स खरीदे और घरेलू निवेशकों (DIIs) ने 131 करोड़ रुपये के शेयर्स खरीदे.
स्टॉक्स- जिनकी खबरों में चर्चा है
इन शेयर्स की चर्चा हैं जिनपर आप ट्रेडिंग के वक्त नजर रख सकते हैं-
टाटा स्टील, जायडस लाइफसाइंसेस, विप्रो, हीरोमोटर कॉर्प, येस बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, एनडीटीवी, किर्लोस्कर इंडस्ट्री, महिंद्रा एंड महिंद्रा, हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन, आदित्य बिरला फेशन, डॉ रेड्डीज, आईसर मोटर, इंडिगो, बजाज ऑटो.
हालांकि वैश्विक बाजार में बड़ी गिरावट दिखाती है कि इसका असर भारतीय शेयर बाजार में निवेश करने वालों के सेंटिमेंट पर दिख सकता है और बिकवाली ज्यादा हो सकती है.
डिस्क्लेमर: यहां दिए गए किसी भी तरह के इन्वेस्टमेंट टिप्स या सलाह एक्सपर्ट्स और एनालिस्टस के खुद के हैं. और इसका क्विंट हिंदी से कोई लेना-देना नहीं है. कृपया कर किसी भी तरह के इन्वेस्टमेंट डिसिजन लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य ले.
Share Market: किसी ने कमाए करोड़ों- इसपर न जाएं, अपनी अक्ल लगाएं
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