Demat Account क्या है ? इसका उपयोग जाने.
शेयर बाजार में जुड़ने से पहेल कोई प्रकार की जानकारी रखने होते है. जिसमे से एक Demat Account भी है.
यह शेयर मार्केट से जुड़े नाम है. जिसके बारे में आप इसमें जानेंगे.
बहुत से लोग इस बात से अनजान हैं कि डीमैट अकाउंट क्या है , इसका उपयोग क्या है , डीमैट खाता खोलने के लाभ क्या है इत्यादी.
शेयर मार्केट से जुड़ने से पहले Demat Account को खोलना जरुरी होता है.
तो अब इसके बारे में निचे में जानेंगे.
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Demat Account क्या है ?
Demat का पूरा नाम Dematerialized होता है.
Demat Account एक ऐसा Account है जिसमे अपना ख़रीदा गया शेयर इलेक्ट्रॉनिक रूप में Store रहता है.
अगर आप शेयर बाजार में निवेश करना चाहते है , तो सबसे पहले अपना Demat Account खुलवाना पड़ेगा.
भारत में 1996 के Depository Act के बाद से डीमैट खाते की शुरुआत हुई थी
इसके पहले प्रत्येक शेयर के लिए एक सर्टिफिकेट होता था.
सर्टिफिकेट को संभाल कर रखना बहुत ही मुश्किल होता था.
गुम हो जाने का तथा चोरी हो जाने का भी खतरा रहता था.
इसी समस्याओ का समाधान के लिए Demat Account आया.
जहाँ पर हमारा शेयर पूर्ण सुरक्षित इलेक्ट्रॉनिक रूप में रहता है.
18 वर्ष से ऊपर का कोई भी व्यक्ति जिसके पास जरूरी कागजात है. वो Demat खाता खुलवा सकता है.
इसके लिए Pan Card
डीमैट खाता खोलने के लाभ
सभी अलग-अलग निवेश (ऋण या इक्विटी) को रखने के लिए एक स्थान है.
सभी प्रतिभूतियां इलेक्ट्रॉनिक रूप में होने से चोरी , क्षति या धोखाधड़ी का कोई खतरा नहीं है.
डीमैट खाते पर स्वचालित अपडेट मिलते हैं.
ट्रांसफर करने की प्रक्रिया बहुत आसान और जल्दी है
आपने इसमें जाना की डीमैट अकाउंट क्या है , इसका उपयोग क्या है , डीमैट खाता खोलने के लाभ क्या है इत्यादी.
हमें उम्मीद है की Demat Account के बारे में इसमें दिए गए जानकारी आप समझ गए होंगे.
अगर इस जानकारी से आपको कुछ सिखने को मिला हो तो कृपया इसे जरुर शेयर करे.
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डीमैट खाता शुल्क , डिमैट अकाउंट क्या होता है , डीमैट अकाउंट के नुकसान , डीमैट अकाउंट कैसे खोलें.
AMC & F&O Charges of All Popular Demat Trading Account (Zerodha,Angel etc)
AMC की शुरुआत उस वक्त हुई जब शेयर को फिजिकल रूप से खरीदा जाता था और शेयर खरीदने का सर्टिफिकेट मिलता था। बाद में इसी सर्टिफिकेट को इलेक्ट्रॉनिक रूप में बदलने के लिए जो खर्चे लगे, उसे ही AMC के रूप में लिया जाने लगा।
किसी भी ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर आप अलग अलग डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं। अलग अलग कंपनी के demat account खोलने के लिए उनकी AMC की रकम भी अलग अलग होती है।
F&O charges
F&O charge का पूरा नाम Future and Options charge.
जब कोई भी व्यक्ति Future and Options में ट्रेडिंग करता है तो ट्रेडिंग के दौरान शेयर खरीदते और बेचते वक्त उस व्यक्ति से एक निश्चित रकम ली जाती है जिसे F/O charges कहते हैं।
लगभग सभी ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर F&O charges एक जैसे ही होते हैं।
AMC and F&O charges नहीं भरने पर क्या होगा ?
F&O charges तो ट्रेडिंग के दौरान ऑटोमैटिक ही काट लिए जाते हैं इसीलिए इसको ना भरने का कोई सवाल ही नहीं आता।
लेकिन अगर आप AMC नहीं भरते हैं तो सबसे पहले आपको AMC भरने से जुड़े ढेर सारे sms, फोन कॉल और ईमेल आयेंगे।
इसके बाद भी अगर आप AMC नहीं भरते हैं तो आपके demat account को deactivate कर दिया जायेगा। यानी आप demat account से कोई ट्रेडिंग और ट्रांजैक्शन नहीं कर पाएंगे।
अकाउंट को पुनः एक्टिवेट करने के लिए आपको कम से कम 500 रुपए हर्जाना और AMC की पूरी रकम चुकानी होगी।
Zerodha charges
zerodha amc charges
जिरोधा में trading account और commodity account के लिए कोई भी AMC नहीं लगती है। लेकिन अगर आपका डीमैट अकाउंट Individuals, HUFs, NRIs और partnership firms में से किसी एक type का है तो प्रत्येक 3 महीने पर (Quarterly) 75 रुपए + 18% GST Account Maintenance Charge लगेगा।
Zerodha में Corporates जैसे LLPs और private एवं public companies के डीमैट अकाउंट के लिए Quarterly 250 रुपए + 18% GST AMC लगता है।
ऐसे डीमैट अकाउंट जो 15 सितंबर 2015 से पहले के हैं उनके लिए प्रत्येक 3 महीने पर 100 रुपए + 18% GST Account Maintenance Charge लगता है।
zerodha F&O charges
Zerodha में 20 रुपए/ ऑर्डर या ऑर्डर की रकम का 0.03% F&O charges लगते हैं। 20 रुपए या ऑर्डर की रकम के 0.03% में से जो रकम कम होगी वही F&O charges के रूप में काटी जायेगी।
आसान शब्दों में, शेयर खरीदने के लिए जब आप ऑर्डर लगाएंगे तब 20 रुपए लगेंगे और बेचने के लिए भी जब ऑर्डर लगाएंगे तब भी 20 रुपए लगेंगे। यानी एक ट्रेड पूरा करने में कम से कम कुल 40 रुपए लग जायेंगे।
Angel one Charges
Angel one AMC charges
Angel one में Account Maintenance Charge 240 रुपए + tax लगता है और इसे साल में एक बार देना होता है। यहाँ Angel one में पहले साल के लिए account maintain charge शून्य रुपया (zero rupees) है।
दूसरे साल से अकाउंट मेंटेनेंस चार्ज Non-BSDA क्लाइंट के लिए 20 रुपए + Tax / Month लगता है। जबकि BSDA (Basic Services Demat Account) क्लाइंट के लिए दो तरह से account maintain charge लगता है।
ऐसे क्लाइंट जिनके Basic Services Demat Account है और शेयर होल्डिंग 50,000 से कम रुपए की है, उनके लिए Account Maintenance Charge शून्य रुपया है।
जबकि ऐसे क्लाइंट जिनके Basic Services Demat Account है और शेयर होल्डिंग 50,000 से 2,00,000 रुपए के बीच है उनके लिए Account Maintenance Charge 100 रुपए + Tax / Year लगता है।
Angel one Charges F&O charges
Angel one पर F&O charges 20 रुपए / ऑर्डर या ऑर्डर की रकम का 0.25% में से जो कम रहता है, उतना लगता है।
5paisa charges
5paisa Annual Maintenance Charges (AMC)
5paisa प्लेटफार्म पर AMC को Demat AMC (Annual Maintenance Charges) के नाम से जाना जाता है। 5paisa प्लेटफॉर्म पर अगर आपके डीमैट अकाउंट में 50,000 रुपए तक की होल्डिंग है तो इसके लिए AMC शून्य रुपए है।
पर अगर आपके 5paisa के डीमैट अकाउंट में 50,000 से 2,00,000 रुपए तक की होल्डिंग है तो AMC 8 रुपए लगेगी। और अगर आपके डीमैट अकाउंट में 2,00,000 से कम की होल्डिंग है लेकिन आपके 1 से ज्यादा ट्रेडिंग अकाउंट हैं तो AMC 25 रुपए लगेगी।
5paisa F&O charges
5paisa पर F&O charges 20 रुपए / ऑर्डर के हिसाब से लगता है।
Upstox charges
Annual maintenance charge (AMC)
Upstox पर Annual maintenance charge 150 रुपए + GST = 177 रुपए है। यह रकम आपको साल डीमैट अकाउंट चार्जेज क्या है में एक बार देनी है फिर चाहे आपका trading account हो या ना हो।
F&O charges
Upstox पर F&O charges 20 रुपए / ऑर्डर के हिसाब से लगता है।
Groww charges
Groww Account Maintenance Charge (AMC) डीमैट अकाउंट चार्जेज क्या है
Groww ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर Account Maintenance Charge (AMC) शून्य रुपया लगता है इसके अलावा Groww में Account Opening में कोई भी चार्जेज नही देना पड़ता है.
Groww F&O charges
Groww पर F&O charges 20 रुपए / ऑर्डर के हिसाब से लगता है।
अंतिम शब्द – AMC और F/O चार्जेज सभी ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर लगते हैं। इन्हें नहीं भरने पर अकाउंट बैन हो सकता है। ये दोनों चार्जेज को लोगों को जानना बहुत ही जरूरी है.
ट्रेडिंग करने पर इन चार्जेज के अलावा और भी कई चार्जेज लगते हैं जो की ट्रेडिंग करते वक़्त आपके वॉलेट से काट लिए जाते हैं. अगर आप कंपनियों के चार्जेज को विस्तार डीमैट अकाउंट चार्जेज क्या है से जानना चाहते हैं
तो आप उनके Brokerage Calculator से Calculate करके सभी चार्जेज को जान सकते हैं. लगभग सभी कंपनियों के Brokerage Calculator उनकी वेबसाइट पर उपलब्ध है.
उम्मीद करता हूँ आपको सभी पोपुलर कंपनियों के AMC & F&O Charges के बारे में दी गयी जानकारी अच्छे से समझ आ गयी होगी. इसी तरह की पोस्ट के लिए ब्लॉग पर विजिट करते रहें .
अपने शेयर एक डीमैट एकाउंट से दूसरे एकाउंट में ट्रांसफर करना चाहते हैं? जानिए क्या है इसका आसान तरीका
शेयरों को एक डीमैट खाते से दूसरे खाते में ट्रांसफर करना बहुत आसान है और इसे ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरीकों से किया जा सकता है.
स्टॉक्स में निवेश करने वाले निवेशकों के पास डीमैट खाते होते हैं जिसके जरिए शेयरों की खरीद-बिक्री होती है.
डीमैट खाते के जरिए शेयरों की खरीद-बिक्री होती है. हालांकि कई बार ऐसा होता है कि निवेशकों के पास एक से अधिक डीमैट खाते होते हैं तो एक खाते से दूसरे खाते में शेयरों को ट्रांसफर करना पड़ता है. शेयरों को एक डीमैट खाते से दूसरे खाते में ट्रांसफर करना बहुत आसान है और इसे ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरीकों से किया जा सकता है. हालांकि अपनी सुविधा के मुताबिक सभी शेयरों को एक खाते से दूसरे खाते में ट्रांसफर करने की बजाय कुछ शेयर्स भी ट्रांसफर कर सकते हैं. ट्रांसफर करने पर शेयरों की खरीद तिथि में कोई बदलाव नहीं होगा.
इन चार कारणों से शेयर ट्रांसफर की जरूरत
- आपके पास एक से अधिक डीमैट खाते हैं और आप अपने सभी शेयरों को एक ही खाते में देखना चाहते हैं.
- आप अपने शेयरों को अलग-अलग खाते में अपनी जरूरत के मुताबिक रखना चाहते हैं जैसे कि लांग टर्म प्लान के लिए जो शेयर आपके पास हैं, उन्हें अलग खाते में रखना चाहते हैं और बाकी शेयरों के लिए अलग खाता.
- ब्रोकरेज राशि के चलते अपने वर्तमान ब्रोकर को बदल रहे हैं ताकि आपका ट्रेडिंग अमाउंट बढ़ सके.
- फुल सर्विस ब्रोकर के पास स्विच हो रहे हैं जहां हर दिन कुछ टिप्स मिलते हों और अधिक रिपोर्ट्स मिलती हों.
क्लोजर-कम-ट्रांसफर
इस प्रक्रिया के तहत आप आपने वर्तमान खाते को बंद कर अपनी पूरी होल्डिंग्स को नए ब्रोकर के जरिए खोले गए डीमैट खाते में ट्रांसफर करते हैं. इसके लिए आपको खाता बंद करने के फॉर्म के साथ-साथ नए ब्रोकर का क्लाइंट मास्टर रिपोर्ट (सीएमआर) भी अपने वर्तमान ब्रोकर के पास जमा करना होगा. यहां यह ध्यान रहे कि अगर कोई शेयर लॉक-इन है तो सीडीएसएल और एनएसडीएल डिपॉजिटरीज के बीच आपस में शेयरों का ट्रांसफर नहीं हो सकेगा. इसके अलावा दोनों खाते एक ही शख्स के नाम पर होना चाहिए या अगर संयुक्त खाता है तो दोनों खाते में प्राइमरी होल्डर समान होना चाहिए.
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ऑफलाइन ट्रांसफर
शेयरों को ऑफलाइन ट्रांसफर करने के लिए अपने वर्तमान ब्रोकर के पास डीआईएस (डिलीवरी इंस्ट्रक्शन स्लिप) जमा करना होता है. इसके अलावा इस फॉर्म के साथ नए ब्रोकर के पास से मिले सीएमआर की भी कॉपी जमा करनी होती है. अगर वर्तमान ब्रोकर एनएसडीएल है तो इंटर डिपॉजिटरी स्लिप का प्रयोग करना होगा और अगर यह सीडीएसएल है तो इंट्रा-डिपॉजिटरी स्लिप का प्रयोग करना होगा. इस स्लिप में दोनों ब्रोकर की आईडी, ट्रांसफर किए जाने वाले शेयरों का आईएसआईएन नंबर, ट्रांसफर मोड (बाइ डिफॉल्ट इंटर-डिपॉजिटरी ट्रांसफर) इत्यादि जानकारियां भरनी होती हैं. ध्यान रहे कि इसके तहत सिर्फ फ्रीहोल्डिंग्स को ट्रांसफर किया जा सकता है और अगर खाता बंद कर रहे हैं तो ट्रांसफर चार्ज नहीं लगेगा यानी कि अगर दोनों खाते चालू रख रहे हैं तो शेयर ट्रांसफर के लिए कुछ चार्ज लग सकता है.
ऑनलाइन तरीके से
- अगर शेयर सीडीएसएल के साथ हैं तो इसके ‘Easiest’ फीचर के जरिए शेयरों को ऑनलाइन ट्रांसफर कर सकते हैं. इसके लिए सीडीएसएल की वेबसाइट पर जाकर आपको रजिस्टर करना होगा.
- ‘रजिस्टर ऑनलाइन’ लिंक पर क्लिक करें.
- ‘Easiest’ विकल्प चुनें.
- सभी मांगी गई जानकारियां भरें.
- इस का प्रिंट आउट लेकर डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (डीपी) को दें.
- डीपी इसे सेंट्रल डिपॉजिटरी के पास भेज देगा जो आपकी भरी हुई जानकारियों को प्रमाणित करेगा.
- कुछ दिनों के भीतर आपको ई-मेल पर लॉन इन क्रिडेंशियल्स मिल जाएगा.
- अब आप लॉग इन कर अपने शेयरों को ट्रांसफर कर सकते हैं.
(इनपुट: कोटक सिक्योरिटीज और जीरोधा)
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एसबीआई बैंक में डीमैट अकाउंट कैसे खोलें
SBI बैंक में डीमैट अकाउंट ऐसे खोलें एसबीआई में डिमैट अकाउंट खोलने के लिए आपको ज्यादा कुछ मेहनत नहीं करनी पड़ती क्योंकि आपका detail पहले से ही bank account में होता है पैन कार्ड आधार कार्ड और पूरा आईडेंटिफिकेशन बैंक के पास पहले से उपलब्ध रहता है इसीलिए डीमैट अकाउंट ओपन करने के लिए विशेष कागजातों की जरूरत नहीं पड़ती है स्टेट बैंक में डिमैट अकाउंट खोलने के लिए आपको कहीं जाने की जरूरत नहीं है इसके लिए आपको www.online.com ऑनलाइन बैंकिंग में अपना खाता रजिस्टर कराना होगा.
एसबीआई ऑनलाइन पर्सनल बैंकिंग में अपना अकाउंट लॉगिन करके साइड के मैन्युबार पर क्लिक करना होगा क्लिक करने पर आपको e-service का विकल्प नजर आएगा ई e-service के विकल्प पर क्लिक करना है (बैंक ओवरड्राफ्ट क्या है )
अब आपको sbi डीमैट अकाउंट रजिस्टर के विकल्प को क्लिक करना है और डीमेट अकाउंट ओपन करने की रिक्वेस्ट सबमिट कर देना है कुछ दिनों के बाद आपका demat अकाउंट ओपन हो जाएगा
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how to open sbi demat account |
SBI डीमैट अकाउंट के क्या लाभ है
डीमैट अकाउंट के बिना आप शेयर बाजार में कोई भी शेयर खरीद या बेच नहीं सकते डीमैट अकाउंट शेयर बाजार में आपकी पहचान है यदि आपका डिमैट अकाउंट ओपन है तो किसी भी कंपनी के शेयर खरीद और भेज सकते हैं और मुनाफा कमा सकते हैं
डीमेट अकाउंट खोलने वाली कुछ प्राइवेट कंपनियां भी है जैसे समको एंजल ब्रोकिंग जरोदा आदि प्राइवेट कंपनियां डीमेट अकाउंट खोलती डीमैट अकाउंट चार्जेज क्या है है
SBI में ऑनलाइन डीमैट अकाउंट ऐसे खोलें
- एसबीआई ऑनलाइन बैंकिंग अकाउंट लॉगिन करें
- मेनू विकल्प का चयन करें
- डीमैट अकाउंट खोलने के लिए e-service का चयन करें
- डीमैट अकाउंट ओपन विकल्प पर क्लिक करें
- संबंधित जानकारी सबमिट करें
- Demat account open की रिक्वेस्ट सबमिट करें
एसबीआई डिमैट अकाउंट ओपन करने के लिए नाममात्र का ही चार्ज लेती है वार्षिक डीमैट अकाउंट मेंटेनेंस का कुछ ही रुपयों का चार्ज डीमैट अकाउंट होल्डर डीमैट अकाउंट चार्जेज क्या है को देना पड़ता है
ब्रोकरेज किसे कहते हैं
शेयर मार्केट में आप जितना दिन में शेयर खरीदेंगे बेचेंगे तो उसके एवरेज में आपको कुछ रकम अदा करनी पड़ती है जैसे कि जिस एक चैन से आपने डीमैट अकाउंट चार्जेज क्या है शेयर खरीदे और बेचे हैं उस एक्सचेंज का स्टांप शुल्क जीएसटी और जिस ब्रोकर या बैंक जिसके पास आपका डीमैट अकाउंट है वह आपसे कुछ ब्रोकरेज लेगा जैसे ₹20 पर ट्रेड जितनी बार आप शेयर खरीदेंगे या बेचेंगे उतना ही ज्यादा ब्रोकरेज आपको देना पड़ेगा
ऑनलाइन गोल्ड कैसे खरीदें
एसबीआई बैंक में डीमैट अकाउंट के फायदे हैं
एसबीआई एक विश्वसनीय बैंक है इसलिए आपका भरोसा पहले से ही एसबीआई बैंक पर होगा किसी नई कंपनी के अपेक्षा एसबीआई में डिमैट अकाउंट खुलवाना अच्छा रहेगा किसी भी प्रॉब्लम पर आप बैंक जा सकते हैं और अपने अकाउंट की जानकारी ले सकते हैं.
आप शेयर बाजार में निवेशक हैं या निवेश करने की सोच रहे हैं तो आप अपना डीमैट अकाउंट किसी बैंक के माध्यम से खुलवाएं क्योंकि आपके द्वारा खरीदे गए लंबी अवधि के शेयरों पर इमरजेंसी में बैंक और ड्राफ्ट के माध्यम से पैसे ले सकते हैं और यदि आपका अकाउंट प्राइवेट किसी कंपनी के द्वारा खुला है तो यह सुविधा आपको नहीं मिल पाएगी और आपको अपने शेयर बेचने पड़ेंगे फिर आप पैसे का इंतजाम कर पाएंगे लेकिन यदि आपका डीमेट अकाउंट किसी बैंक के माध्यम से खुला है तो आपको यह सुविधा आसानी से मिल जाएगी
यदि आपका डिमैट अकाउंट एसबीआई बैंक में है तो आपको आपके होल्डिंग शेयर ऑफर आसानी से ऋण मिल जाएगा कभी-कभी यह होता है कि पैसों की आवश्यकता के लिए शेयरों को औने पौने दाम पर भी बेचना पड़ता है किंतु यदि आपका एसबीआई बैंक में डिमैट अकाउंट है और उसे अकाउंट में होल्डिंग शेयर हैं तो बैंक आपके होल्डिंग शेयर पर आसानी से ऋण दे देती है इससे आपको यह फायदा होगा कि जब शेयर सही भाव में हो तो उन्हें बेचकर बैंक का पैसा अदा किया जा सकता है या बैंक से लिया गया कर्ज़ वापस जमा किया जा सकता है आपके डिमैट अकाउंट पर जमा शेयरों पर ऋण लेने के लिए किसी भी प्रकार की कोई गारंटी की आवश्यकता नहीं होती है एक तरफ से एसबीआई बैंक में डिमैट अकाउंट होने से आपको क्रेडिट कार्ड जैसा लाभ मिलेगा
शेयर बाजार में कभी न करें ये गलतियां / लेख पढ़ने के लिए क्लिक करें
Note 18 साल से कम उम्र के लोगों का डीमैट अकाउंट खाता नहीं खुलता डीमैट अकाउंट खाता ओपन करने के लिए 18 साल से ऊपर होना जरूरी है
डीमैट अकाउंट क्या है? और Demat Account कैसे खोला जाता है
0 आशुतोष नायक (Editor) अगस्त 20, 2021
यदि आप जानना चाहते हैं कि डीमेट अकाउंट क्या होता है? और डीमेट अकाउंट कैसे खोला जाता है। इसमें कौन कौन से डॉक्यूमेंट की जरूरत होती है। और डीमैट खाता खोलने के लिए आपको कितने पैसे लगते हैं, और समय लगता है। डिमैट अकाउंट से जुड़ी सारी जानकारियां आप इस आर्टिकल में पढ़ सकते हैं। वह भी आसान भाषा में तो चलिए जानते हैं कि डीमेट अकाउंट क्या है?
डीमैट अकाउंट क्या है?
जिस प्रकार से आपका बैंक अकाउंट होता है। उसी प्रकार डीमेट अकाउंट होता है। जैसे हम अपने बैंक खाते में पैसे रखते हैं। उसी प्रकार डिमैट खाते में किसी कंपनी के शेयर रखे जाते हैं। आप इसे ऐसे भी समझ सकते हैं कि जिस प्रकार आपका कोई बैंक वॉलेट होता है। जैसे; गूगल पे, फोन पे इत्यादि। जिसमें पैसा तो होता है, लेकिन डिजिटल पैसा होता है। इसी प्रकार डीमेट अकाउंट में आपके डिजिटल शेयर जमा होते हैं। डिमैट अकाउंट खोलने के लिए आपको ऑनलाइन स्टॉक ब्रोकर की आवश्यकता होती है। भारत में एंजल ब्रोकिंग, जिरोधा, 5paisa अपस्टॉक्स (Upstox) जैसे कई स्टॉक ब्रोकर है। जिनके जरिए आप घर बैठे कुछ ही समय मे अपना डीमेट अकाउंट खुलवा सकते हैं।
कितने पैसे लगते हैं डीमैट अकाउंट खोलने में?
जैसा कि हमने पहले ही बताया है कि डीमेट अकाउंट स्टॉक ब्रोकर के जरिए खोला जाता है। ऐसे में बहुत सारे स्टॉक ब्रोकर होते हैं, और उनके डिमैट अकाउंट ओपनिंग चार्ज भी अलग-अलग होते हैं। हालांकि आपका डीमेट अकाउंट किसी भी स्टॉक ब्रोकर के जरिए 300 से ₹700 में आसानी से बनाया जाता है। लेकिन यहां यह ध्यान रखना भी जरूरी है। कि स्टॉक ब्रोकर चुनते समय आपको डीमेट अकाउंट ओपनिंग चार्ज के अलावा अन्य चार्ज भी देखने होते हैं।
क्योंकि शेयर की खरीदारी और बिक्री के दौरान भी आपसे यह स्टॉक ब्रोकर कई प्रकार के चार्ज लेते हैं। ऐसे में आप यह जरूर देख ले कि अकाउंट ओपनिंग चार्ज के अलावा, अकाउंट मेंटेनेंस चार्ज, इक्विटी डिलीवरी ब्रोकरेज चार्ज, इक्विटी इंट्राडे ब्रोकरेज चार्ज आदि कितने लिए जाएंगे?
डीमैट अकाउंट खोलने के लिए कौन-कौन से डॉक्युमेंट्स लगते हैं?
डीमैट अकाउंट खोलने के लिए मुख्यतः तीन डॉक्यूमेंट की आवश्यकता होती है। जिनमें से एक है आधार कार्ड, जो कि आपके मोबाइल नंबर से जुड़ा होना जरूरी है। दूसरा आपका पैन कार्ड, और तीसरा आपका खुद का बैंक खाता। जोकि इंटरनेट बैंकिंग या किसी वॉलेट से जुड़ा हो। ताकि ट्रेडिंग करते समय ट्रेडिंग अकाउंट में इसकी जरिए पैसे डाले जा सके।
इन तीन डॉक्यूमेंट के अलावा आपको अपनी फोटो, बैंक का 6 माह का स्टेटमेंट आदि की भी जरूरत पड़ सकती है।
कितना समय लगता है डीमेट खाता खुलने में
आप किसी भी स्टॉक ब्रोकिंग ऐप के जरिए कुछ ही 10 मिनट में इस फॉर्म को फिल कर सकते हैं। ठीक वैसे ही जैसे आप किसी नोकरी के लिए आवेदन करते हैं। जिसके बाद 3 से 4 दिन में आपके द्वारा दी गई डिटेल को वेरीफाई कर के स्टॉक ब्रोकर के जरिए आपको बता दिया जाएगा, कि आपका डीमेट अकाउंट खुल गया है। इसमें ज्यादा से ज्यादा तीन से 4 दिन ही लगते हैं। यदि आप सोमवार को अपना डिमैट अकाउंट से संबंधित जानकारी सबमिट करते हैं। तो आपको गुरुवार या शुक्रवार तक शेयर बाजार में ट्रेडिंग करने की अनुमति मिल सकती है।
क्यों जरूरी है डीमेट एकाउंट
यदि आप शेयर बाजार में ट्रेड या निवेश करना चाहते हैं। तो जाहिर है आप कंपनियों के शेयर खरीदेंगे। ऐसे डीमैट अकाउंट चार्जेज क्या है में जब आप किसी कंपनी के शेयर खरीदते हैं। तो आपके ट्रेडिंग अकाउंट में यह शेयर पहुंच जाते हैं, लेकिन जब आप इन शेयर को 1 दिन से ज्यादा के लिए अपने पास रखते हैं। तो स्टॉक एक्सचेंज इन्हें आपके डीमेट अकाउंट में भेजता है। जिसे हम आपके शेयर का लॉकर भी कह सकते हैं। यहां पर आपके द्वारा खरीदे गए शेयर पूरी तरह से सुरक्षित रहते हैं। और आप यहाँ इन्हें सालों तक रख सकते हैं। इसीलिए जरूरी है कि जब आप शेयर बाजार में आए तो आपका डीमेट अकाउंट खुलवाना जरूरी ही नहीं अनिवार्य होता है। इसके बिना आप शेयर बाजार में ट्रेडिंग नहीं कर सकते हैं।
आशा करते हैं कि आपको डीमेट एकाउंट से जुड़ी दी गई जानकारी पसंद आई होगी। यदि फिर भी आपके मन में डीमेट एकाउंट से जुड़ा कोई सवाल है। तो आप कमेंट करके जरूर बताएं।
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