What Is Ethereum In Hindi – Ethereum क्या है – Ttechnews
आज के समय मे सभी लोग क्रिप्टोकरेंसी के पीछे भागे है । इस तरह सभी लोगो का यह भी सवाल है की Ethereum क्या है? अगर आप नही जानते तो हम आपको Ethereum के बारे में बताएंगे और इसका महत्व क्या है इसके बारे में सारी जानकारी आपको इस लेख की मदद से देंगे ।
यह एक तरीके से क्रिप्टो करेंसी का स्टार भी कहा जाता है। क्योंकि इसने बड़ा मुकाम हांसिल कर लिया ETH को क्या मूल्यवान बनाता है? है। यह साल 2015 में प्रथम बार Ethereum ने क्रिप्टो करेंसी की दुनिया मे आया था। तब से आज के समय मे इसकी वेल्यु बढ़कर 7000 प्रतिशत तक बढ़ गई है।
Ethereum की किंमत करीबन 500$ है। दुनिया की क्रिप्टोकरेंसी में bitcoin के बाद एथेरियम का नाम लिया जाता है। वर्तमान समय मे bitcoin के अलावा Ethereum को भी पाना चाहते है।
Ethereum kya hai – ( What Is Ethereum In Hindi )
एथेरियम को दुनिया मे Ether के नाम से भी पहचाना जाता है। एथेरियम एक डिजिटल चलण है। Ethereum का इस्तेमाल Ethereum network के Smart contract के संचालन के लिए किया जाता है। यह bitcoin की तरह इसको भी offline इसका इस्तेमाल नही कर सकते।
इसका ट्रांसलेशन डिसेंट्रलाइज की नजर में रखा जाता है। इसको हम blockchen भी कहते हैं।
Ethereum सॉफ्टवेर platform से उत्पन्न हुवा है। यह दूसरा दुनिया की क्रिप्टोकरेंसी है जो bitcoin के बाद में इसका स्थान है। यह bitcoin के मुकाबले पाना आसान है।
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Ethereum platform के द्वारा निर्मित क्रिप्टोकरेंसी है जिसकी मदद से गणना नोट्स , इनाम, लेनदेन के रूप में इसका इस्तेमाल किया जाता है। एथेरियम हर दिन बढ़ती ही जा रही है यह वर्तमान समय मे करीबन 12 मिलियन से भी ज्यादा हो चुकी है।
एथेरियम किसके द्वारा बनाया गया? –
Ethereum को विधायक पुत्र ने एक सफेद पेपर पर समजाया था और यह एक प्रोग्रामर भी है और यह bitcoin के फाउंडर है। उनका यह सपना था कि वह एक 2013 मे डिसेंट्रलाइज app बनाये । टैब उन्होंने Ethereum के बारे में सोचा ओर बताया। और यह साल 2014 में फाउंडेशन डेवलपमेंट ट्राउट सेल के द्वारा इसको तैयार किया गया।
एथेरियम सुरक्षित है या नहीं –
Ethereum को कई स्थानो में रखा गया है वर्तमान समय मे एथेरियम परियोजना स्थान 2 में रखा गया है जिसको होमस्टेड के नाम से जाना जाता है। ethereum नेटवर्क के विकास के लिए इसको स्थान 4 में रखा गया है।
एथेरियम के चार स्थान है जैसे कि…फ्रंटियर, होमस्टेड, मेट्रोपोलिस, और सीनिटी है।
एथेरियम Homestead क्लाइंट किसी भी बड़ी घटनाके कई महीनों तक beta में रहता है, इसके बाद भी यह काम करता है। लेकिन ethereum अभी भी प्रायोगिक तरीका है। इसको वर्चुअल यंत्र चलाने की परमिशन देता है इसलिए कुछ गलत ही सकता है। जैसे कि गलत लिखना आदि।
Ethereum को बनाने का मकसद –
एथेरियम को बनाने का एक ही मकसद था कि दुनिया मे एक डिसेंट्रलाइज ब्लॉकचेन app बनाये । इसके अलावा बटरिंग के साथ कुछ गलत चीजे हुई और उन्होंने एक bitcoin के साथ blockchen बनाई जिसको प्रथम बार ओर वह दुनिया मे साल 2011 में क्रिप्टोकरेंसी के रूप में सामने आयी।
एथेरियम इतना पॉपुलर क्यों है? –
Ethereum एक मुख्य और आकर्षित डिजिटल क्रिप्टोकरेंसी है। यह कुछ bitcoin की तरह नही है। यह एक स्पेश्यल करेंसी है। क्योंकि यह online पेमेंट के लिए अन्य किसी करेंसी का इस्तेमाल नही करती। एथेरियम ट्रांसलेट करने के लिए टोकन का भी इस्तेमाल करता है।
एथेरियम कौन से देश से आया है? –
Ethereum को स्विच कंपनी द्वारा स्थापित किया गया है और यह स्विजरलैंड देश मे मौजूद है। यह एक नॉनप्रॉफिट्स थैरियम फाउंडेशन है जिसको साल 2014 में जून महीने में बनाया गया था। इसको क्रिप्टोकरेंसी को डेवलप करने के लिए इसका इस्तेमाल किया गया था ।
एथेरेम को कितने मेंबर इस्तेमाल करते है-
एथेरियम क्रिप्टोकरेंसी में करीबन 12 मिलियन से भी अधिक ही चुके है। और यह वर्तमान समय मे भी बढ़ते ही जा रहे है।
Ethereum की कॉस्ट क्या है? –
साल 2020 में फरवरी में Ethereum की कोस्ट 223.50 u a e $ है । और यह 2018 में 1100 u a e $ के करीब थी। 2021 price 2458.92 usd है .
एथेरियम की कॉस्ट कम क्यों हो गई? –
Ethereum की किम्मत आज के क्रिप्टोकरेंसी होने के अलावा विकेंद्रीकरण विकास के साथ वादा पूर्ण करने की ताकत रखता है।
Ethereum Smart Contract –
Smart Contract का इस्तेमाल coumputer code का वर्णन करने के लिए किया जाता है।इसमें राशि,धन,मूल्य,संपति को आदान प्रदान करने के लिए किया जाता है।
blockchen पर चलने पर स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट एक सेल्फ ऑपरेटिंग coumputer सिस्टम की जैसा बन जाता है।और यह कई ऐसी समस्या ओ में स्वयं रूप से Executed हित है। क्योकि वह स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट blockchen पर चलते कार्य करता है और Censorship, downtime, fraud or third-party interference के रूप में संभावना से प्रोग्राम चलते है।
इसमे सभी blockchen में code को proces करने की योग्यता रखता है और यह अधिकतर गंभीर रुओ से सीमित होते है। Ethereum संचालन का सेट देने के बजाय डेवलपर्स को जिस भी चीज चाहिए उसको अनुमति देता है। इसलिए इसकी मदद से डेवलपर्स ढेर सारि app बना सकते है।
Conclusion –
हमे उम्मीद है कि आपको हमने इस आर्टिकल में Ethereum क्या है? समज आ गया होगा। इसके साथ साथ Ethereum kis desh ka hai, एथेरियम किसके द्वारा बनाया गया?, एथेरियम को बनाने का मकसद क्या है इसके बारे में आपको सारि जानकारी दी ।
अगर आपको हमारा यह आर्टिकल आपको पसंद आये और इससे जुड़े किसी भी प्रकार का सवाल हो तो कमेंट कर और अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करे।धन्यवाद।
Bitcoin, Ethereum या NFT को भारत में कभी नहीं मिलेगी कानूनी मान्यता: फाइनेंस सेक्रेटरी
फाइनेंस सेक्रेटरी टीवी सोमनाथन ने कहा कि क्रिप्टो एसेट्स की कीमतों को प्राइवेट तरीके से तय किया जाता है, ऐसे में भारत सरकार की इन पर कोई अथॉरिटी नहीं होगी
बिटकॉइन (Bitcoin) व इथेरियम (Ethereum) जैसी क्रिप्टोकरेंसी (Crypto Currency) और नॉन-फंजिबल टोकन (NFT) को भारत में कभी भी कानूनी मान्यता नहीं मिलेगी। फाइनेंस सेक्रेटरी टीवी सोमनाथन (TV Somanathan ) ने बुधवार 2 फरवरी को ये बातें कहीं। सोमनाथन ने कहा कि क्रिप्टो एसेट्स की कीमतों को प्राइवेट तरीके से तय किया जाता है। ऐसे में भारत सरकार की इन पर कोई अथॉरिटी नहीं होगी।
फाइनेंस सेक्रेटरी ने कहा, "बिटकॉइन, एथेरियम या NFT भारत में कभी भी लीगल टेंडर नहीं होंगे। क्रिप्टो एसेट्स ऐसे एसेट्स होते हैं ETH को क्या मूल्यवान बनाता है? जिनकी कीमत दो लोगों के बीच तय होती है। आप सोना, हीरा, क्रिप्टो खरीद सकते हैं, लेकिन उसके पास सरकार द्वारा मूल्य प्राधिकरण नहीं होगा।"
उन्होंने कहा, "निजी क्रिप्टो में निवेश करने वाले लोगों को यह समझना चाहिए कि इसके पास सरकार का प्राधिकरण नहीं है। आपका निवेश सफल होगा या नहीं, इसकी कोई गारंटी नहीं है, नुकसान हो सकता है और इसके लिए सरकार जिम्मेदार नहीं है।"
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'क्रिप्टो एक तरह की सट्टेबाजी है'
फाइनेंस सेक्रेटरी टीवी सोमनाथन ने क्रिप्टो पर टैक्स को लेकर कहा, "क्रिप्टो एक सट्टा लेनदेन है, इसलिए हम इस पर 30% की दर से टैक्स लगा रहे हैं। बिटकॉइन या इथेरियम का वास्तविक मूल्य कोई नहीं जानता। उनकी दर में दैनिक उतार-चढ़ाव होता है। क्रिप्टो के जरिए कमाई करने वालों को अब 30% का भुगतान करना होगा। यह है सरकार की नई नीति।"
उन्होंने कहा, "यह केवल क्रिप्टो के लिए नहीं है, यह सभी सट्टा आय के लिए है। उदाहरण के लिए, यदि मैं घोड़े की रेस से हुई कमाई को लेता हूं, तो उस पर भी 30% टैक्स लगता है। किसी भी सट्टा लेनदेन पर पहले से ही 30% टैक्स है। इसलिए हमने उसी दर से क्रिप्टोकरंसी पर टैक्स लगाने का फैसला किया है।"
'खेती को छोड़कर हर चीज पर टैक्स'
सोमनाथ ने सरकार की टैक्स नीति के बारे में कहा, "सरकार की नीति यह है कि कृषि को छोड़कर बाकी सभी स्रोतों से हासिल होने वाली आय टैक्स के योग्य है। वर्तमान में, हमारे पास क्रिप्टोकरेंसी पर स्पष्टता नहीं है। कई इसे बिजनेस से होने वाली आय के रूप में तो कई कैपिटल गेन के रूप में दिखाते थे। कई लोग अपनी क्रिप्टो संपत्ति घोषित ही नहीं करते थे। हालांकि अब सभी वर्चुअल एसेट्स पर एक समान दर से टैक्स लगाने का फैसला किया गया है और वह टैक्स की दर है 30%।"
'RBI की डिजिटल करेंसी होगी लीगल टेंडर'
सोमनाथन ने कहा, "अगले वित्त वर्ष में जारी होने वाले डिजिटल रुपये को आरबीआई का समर्थन मिलेगा जो कभी भी डिफॉल्ट नहीं होगा। पैसा RBI का होगा लेकिन प्रकृति डिजिटल होगी। RBI द्वारा जारी किया गया डिजिटल रुपया लीगल टेंडर होगा। बाकी सभी लीगल टेंडर नहीं हैं, कभी लीगल टेंडर नहीं बनेंगे।"
MoneyControl News
First Published: Feb 02, 2022 6:26 PM
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Cryptocurrency में निवेश का बना लिया है मन तो Crypto 101 के बारे में जान लें सबकुछ, वरना हो सकती है दिक्कत!
बिटकॉइन सबसे अधिक कारोबार वाली क्रिप्टोकरेंसी है जिसके बारे में हर कोई जानता है और बात करता है, लेकिन यह एकमात्र तरह की क्रिप्टोकरेंसी नहीं है। लिटकोइन, पोलकाडॉट, चेनलिंक, मूनकॉइन, शिबा इनु, डॉगकॉइन आदि भी क्रिप्टोकरेंसी मौजूद हैं।
क्रिप्टोकरेंसी के लिए फिलहाल भारत में कोई कानून नहीं है।
महब कुरैशी. क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने वाले लोगों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। जिसकी सबसे बड़ी वजह है कि, इसमें शेयर बाजार के विपरीत तेजी से उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है। ऐसे में बहुत से लोगों ने क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करके बड़ा लाभ कमाया है। वहीं जिन लोगों ने अभी तक इसमें कभी निवेश नहीं किया है। अब वह भी बिटकॉइन, डॉगकोइन और एथेरियम जैसी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना चाहते हैं। आपको बता दें क्रिप्टोकरेंसी की शुरुआत हुए अभी केवल 10 साल ही पूरे हुए है। लेकिन इसके बावजूद इसमें लोगों की रूचि दिन दूनी रात चौगनी बढ़ रही है। ऐसे में अगर आप भी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने की सोच रहे हैं। तो आपको इस खबर को पूरा पढ़ना चाहिए। क्योंकि इसके बिना आपको तकड़ा नुकसान हो सकता है।
क्रिप्टोकरेंसी क्या हैं?
क्रिप्टोकरेंसी डिजिटल संपत्ति हैं- जिनका उपयोग आप निवेश के रूप में और यहां तक कि ऑनलाइन खरीदारी के लिए भी कर सकते हैं। यह क्रिप्टोग्राफी द्वारा सुरक्षित है, जिससे नकली या दोहरा खर्च करना लगभग असंभव हो जाता है। लेकिन यहां पर ये ध्यान देने वाली बात है कि, क्रिप्टोकरेंसी भौतिक रूप से मौजूद नहीं है, जिसका अर्थ है कि आप एक बिटकॉइन नहीं उठा सकते हैं और इसे अपने हाथ में पकड़ सकते हैं। और भारतीय रुपये के विपरीत, कोई केंद्रीय प्राधिकरण नहीं है जो क्रिप्टोकरेंसी के मूल्य को बनाए रखता है।
इसके अलावा, क्रिप्टोक्यूरेंसी के प्रत्येक सिक्के में प्रोग्राम या कोड की एक अनूठी लाइन होती है। इसका मतलब है कि इसे कॉपी नहीं किया जा सकता है, जिससे उन्हें ट्रैक करना और पहचानना आसान हो जाता है।
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यह कैसे काम करती है?
क्रिप्टोकरेंसी को सरकार जैसे केंद्रीय प्राधिकरण द्वारा समर्थित नहीं किया जाता है। इसके बजाय, ये कंप्यूटर की एक श्रृंखला में चलते हैं। यह बिना किसी बिचौलिए के वेब पर पीयर-टू-पीयर से एक्सचेंज किया जाता है। क्रिप्टोकरेंसी का विकेंद्रीकरण किया जाता है – जिसका मतलब है कि कोई भी सरकार या बैंक यह प्रबंधित नहीं करता है कि वे कैसे बने हैं, उनका मूल्य क्या है, या उनका आदान-प्रदान कैसे किया जाएगा। सभी क्रिप्टो लेनदेन क्रिप्टोग्राफी द्वारा सुरक्षित हैं – जिसका अर्थ है कि यह केवल बेचने वाले और खरीदने वाले को इसकी सामग्री देखने की अनुमति होती है।
आप क्रिप्टोकरेंसी को कैसे स्टोर कर सकते हैं?
क्रिप्टोकरेंसी को ऑनलाइन ‘वॉलेट’ में स्टोर किया जा सकता है, जिसे आपकी ‘private key’ के यूज से एक्सेस किया जा सकता है। अगर इसे समझा जाए तो एक सुपर-सुरक्षित पासवर्ड के बिना क्रिप्टो को एक्सचेंज नहीं किया जा सकता।
किस प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी मौजूद है?
बिटकॉइन सबसे अधिक कारोबार वाली क्रिप्टोकरेंसी है जिसके बारे में हर कोई जानता है और बात करता है, लेकिन यह एकमात्र तरह की क्रिप्टोकरेंसी नहीं है। लिटकोइन, पोलकाडॉट, चेनलिंक, मूनकॉइन, शिबा इनु, डॉगकॉइन आदि भी क्रिप्टोकरेंसी मौजूद हैं। कॉइनमार्केट कैप के अनुसार, वर्तमान में 6,000 से अधिक क्रिप्टोकरेंसी मौजूद हैं।
क्रिप्टो कैसे खरीदें और बेचें?
इस सवाल का जवाब भी अब आसान हो गया है। बढ़ती लोकप्रियता के चलते अब बाजार में ढेरो क्रिप्टो एक्सचेंज प्लेटफॉर्म्स हैं। ऐसे में देश ETH को क्या मूल्यवान बनाता है? में Bitcoin और Dogecoin जैसी क्रिप्टोकरेंसी को खरीदना और बेचना काफी आसान है। पॉपुलर प्लेटफॉर्म्स में WazirX, Zebpay, Coinswitch Kuber और CoinDCX GO के नाम शामिल हैं। इन्वेस्टर्स Coinbase और Binance जैसे इंटरनेशनल प्लेटफॉर्म्स से Bitcoin, Dogecoin और Ethereum जैसी दूसरी क्रिप्टोकरेंसी भी खरीद सकते हैं।
सबसे खास बात यह है कि खरीदारी के ये सभी प्लेटफॉर्म चौबीसों घंटे खुले रहते हैं। क्रिप्टोकरेंसी को खरीदने और बेचने की प्रक्रिया भी काफी आसान है। आपको केवल इन प्लेटफॉर्म्स पर साइन अप करना होगा। इसके बाद अपना KYC प्रोसेस पूरा कर वॉलेट में मनी ट्रांसफर करना होगा। इसके बाद आप खरीदारी कर पाएंगे।
क्रिप्टोकरेंसी पर सरकार का रूख क्या है?
फिलहाल, भारत में क्रिप्टोकरेंसी को कवर करने वाली कोई कानून नहीं है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि क्रिप्टोकरेंसी का मालिक होना अवैध है। इस बीच, भारत को अभी तक आधिकारिक डिजिटल मुद्रा विधेयक, 2021 के क्रिप्टोक्यूरेंसी और विनियमन को प्रस्तुत करना बाकी है, जो “आधिकारिक डिजिटल मुद्रा” के शुभारंभ के लिए नियामक ढांचा तैयार करेगा, इसे संसद के बजट सत्र में पेश किया जाना था, लेकिन हितधारकों के साथ चर्चा के चलते इसे टाल दिया गया। आपको बता दें अब तक, केवल कुछ देशों ने क्रिप्टोकरेंसी को कानूनी तौर पर स्वीकार किया है और यह सूची काफी छोटी है।
दुनिया की बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin में आई गिरावट, लेकिन Enjin Coin समेत इन 5 करेंसी में रिकॉर्ड तोड़ तेजी
Today Cryptocurrency Price in INR: दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin में दो दिन की तेजी के बाद आज गिरावट देखने को मिल रही है. लेकिन कई ऐसी करेंसी जिनमें जोरदार तेजी बनी हुई है. आइए जानें क्रिप्टोकरेंसी मार्केट का हाल
अमेरिका में इसे प्रॉपर्टी का दर्जा दिया गया है. ऐसे में टैक्स का नियम भी उसी तरह का होना चाहिए. सिंगापुर में बिजनेस एंटिटी के लिए यह प्रॉफिट के रूप में काउंट किया जाता है. अगर एंटिटी लॉन्ग टर्म के लिए इन्वेस्टमेंट करता है तो कोई टैक्स नहीं लगता है क्योंकि वहां कैपिटल गेन टैक्स नहीं लगता है. यूके की बात करें तो ट्रेडिंग करने पर ट्रेडिंग के हिसाब से और इन्वेस्टमेंट करने पर कैपिटल गेन के हिसाब से टैक्स का नियम है.
क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में भारी उतार-चढ़ाव बना हुआ है. बुधवार के बाद गुरुवार को दुनिया की जानी-मानी और सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin और Ethereum में गिरावट आई है. Bitcoin 38000 डॉलर (28.50 लाख रुपये) से गिरकर 37000 डॉलर (27.75 लाख रुपये) पर आ गई है. वहीं, Ethereum के दाम 2800 डॉलर (2.10 लाख रुपये) के मुकाबले 2600 डॉलर (1.95 लाख रुपये) पर आ गए है. क्रिप्टोकरेंसी बाजार से जुड़े जानकारों का कहना है कि फिलहाल किप्टोबाजार मार्केट में अच्छी खबरें नहीं आ रही है. लगातार सरकारें इस पर प्रतिबंध लगा रही है. इसीलिए क्रिप्टोकरेंसी में गिरावट का रुख बना हुआ है. हालांकि, अगले कुछ दिनों में हालात बेहतर होने की उम्मीद है.
आपको बता दें कि भारत को दुनिया के सबसे बड़े आईटी हब में से एक माना जाता है. यही कारण है कि यहां ट्रेडर्स के बीच इथेरियम क्रिप्टोकरेंसी काफी पॉपुलर है. भारत में इथेरियम ब्लॉकचेन पर काम करने वाले बहुत सारे डेवलपर्स भी इसकी विश्विसनीयता को बढ़ावा दे रहे हैं. क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज BuyUcoin ने एक सर्वे रिपोर्ट में भारत में इथेरियम को लेकर कई जानकारी दी है.
पिछले एक साल में इथेरियम का भाव रिकॉर्ड 1,187.3 फीसदी बढ़ गया है. इसके साथ अब इसकी मार्केट वैल्यूएशन 313.9 अरब डॉलर पहुंच चुकी है.
भारतीय करेंसी में यह करीब 22.8 लाख करोड़ रुपये है. इथेरियम एक तरह का ब्लॉकचेन आधारिक प्लेटफॉर्म है जो डिसेन्ट्रलाइज्ड ऐप्स और स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स बनाता है. इथेरियम ब्लॉकचेन पर ट्रांजैक्शन करने के लिए नेटिव करेंसी ईथर है.
इथेरियम को 2015 में वितालिक बुटेरिन ने 2015 में बनाया था. इसे एक तरह के डिजिटल करेंसी के रूप में भी जाना जाता है.
Adani Group भारत का सबसे मूल्यवान कारोबारी समूह बना; Ambuja, ACC के अधिग्रहण के साथ टाटा ग्रुप को छोड़ा पीछे
रिलायंस इंडस्ट्रीज के बाद वैल्यूएशन में चौथे स्थान पर बजाज ग्रुप है, जिनकी कंपनियों का कुल मार्केट वैल्यू 9.24 लाख करोड़ रुपये है. आदित्य बिरला ग्रुप इस सूची में पांचवें स्थान पर है.
नई दिल्लीः मार्केट वैल्यूएशन के लिहाज से अडानी ग्रुप (Adani Group) भारत का सबसे मूल्यवान कारोबारी समूह बन गया है. ग्रुप ने नमक से लेकर सॉफ्टवेयर बनाने वाले टाटा ग्रुप को पीछे छोड़ते हुए ये मुकाम हासिल किया है. Ambuja Cement और ACC का अधिग्रहण पूरा होने से अडानी ग्रुप को टाटा ग्रुप को मार्केट वैल्यूएशन के मामले में पीछे छोड़े में मदद मिली है. आइए जानते हैं कि भारत में किस कारोबारी समूह का मार्केट वैल्यूएशन कितना है.
अडानी ग्रुप का मार्केट कैपिटलाइजेशन
हाल में Acquire किए गए Ambuja और ACC सहित अडानी ग्रुप का कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन 22.25 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया है. टाटा ग्रुप की सभी कंपनियों का मार्केट वैल्यूएशन 20.81 लाख करोड़ रुपये है. मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) 17.07 लाख रुपये के बाजार पूंजीकरण के साथ तीसरे स्थान पर है.
शुक्रवार को कुछ समय के लिए दूसरे सबसे बड़े धनकुबेर बन गए थे अडानी
अडानी ग्रुप के गौतम अडानी शुक्रवार को कुछ समय के लिए फोर्ब्स के रियल टाइम बिलियेनर्स लिस्ट में दूसरे पायदान पर पहुंच गए थे. हालांकि, अडानी की कंपनियों के शेयरों में बिकवाली से फ्रांस के बरनॉर्ड अरनॉल्ट थोड़ी देर में ही भारतीय धनकुबेर से आगे निकल गए थे.
भारत के टॉप-10 बिजनेस घरानों में ये ग्रुप भी शामिल
रिलायंस इंडस्ट्रीज के बाद वैल्यूएशन में चौथे स्थान पर बजाज ग्रुप है, जिनकी कंपनियों का कुल मार्केट वैल्यू 9.24 लाख करोड़ रुपये है. आदित्य बिरला ग्रुप इस सूची में पांचवें स्थान पर है. इस समूह का वैल्यूएशन 4.99 लाख करोड़ रुपये है. भारती ग्रुप 4.88 लाख करोड़ रुपये के मार्केट वैल्यू के साथ छठे, कोटक महिंद्रा ग्रुप 3.92 लाख करोड़ रुपये के मार्केट वैल्यू के साथ सातवें, एशियन पेंट्स ग्रुप 3.23 लाख करोड़ रुपये के मार्केट वैल्यू के साथ आठवें, 3.13 लाख करोड़ रुपये के मार्केट के साथ महिंद्रा ग्रुप नौवें और 2.89 लाख करोड़ रुपये के मार्केट कैप के साथ 10वें स्थान पर हैं.
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