गणित में पूर्णांक अनुक्रम, पूर्णांकों का एक अनुक्रम (एक क्रमित सूची) है। .

सूची पूर्णांक अनुक्रम

समानार्थी

  • talking to someone who - किसी से बात करना जो
  • who do not believe in god - क्या सभी सर्पिल फाइबोनैचि हैं? जो भगवान को नहीं मानते
  • all these people who - ये सभी लोग जो
  • who are currently - वर्तमान में कौन हैं
  • ethnic groups who क्या सभी सर्पिल फाइबोनैचि हैं? - जातीय समूह जो
  • for people who plan - योजना बनाने वाले लोगों के लिए
  • for people who do not - उन लोगों के लिए जो नहीं करते हैं
  • And who has books? - और किसके पास किताबें हैं?
  • change who i am - मैं कौन हूँ बदलो
  • I am not of those who pretend - मैं उन लोगों में से नहीं हूं जो दिखावा करते हैं
  • Could you tell me who did this? - क्या आप मुझे बता क्या सभी सर्पिल फाइबोनैचि हैं? सकते हैं कि यह किसने किया?
  • who can participate - कौन भाग ले सकता है
  • health who - स्वास्थ्य जो
  • who are all these - ये सब कौन हैं
  • freelancers who क्या सभी सर्पिल फाइबोनैचि हैं? - फ्रीलांसर जो
  • our friends who - हमारे दोस्त जो
  • who function - कौन कार्य करता है
  • Look at those whorl patterns - उन भंवर पैटर्न को देखो
  • how do i find out who - मैं कैसे पता लगाऊं कि कौन
  • क्या सभी सर्पिल फाइबोनैचि हैं?
  • the story of a man who - एक आदमी की कहानी जो
  • how do we find out who - हम कैसे पता करें कि कौन
  • Who are all these white people? - ये सभी गोरे लोग कौन हैं?
  • The rebels who killed my friends - मेरे दोस्तों को मारने वाले विद्रोही
  • debtors who - देनदार जो
  • friends who can help - दोस्त जो मदद कर सकते हैं
  • He asked me who I was - उसने मुझसे पूछा कि मैं कौन था
  • who are you fighting - आप किससे लड़ क्या सभी सर्पिल फाइबोनैचि हैं? रहे हैं
  • who are knowledgeable about - जिनके बारे में जानकार हैं
  • who are you wearing - तुम कौन पहन रहे हो
  • who are the only - अकेले कौन हैं

द्विपद गुणांकों को मेरुप्रस्तार या पास्कल त्रिकोण के रूप में व्यवस्थित किया जा सकता है। गणित में, द्विपद प्रमेय के प्रसार में जो धनात्मक पूर्णांक आते हैं, उन्हें द्विपद गुणांक (binomial coefficient) कहते हैं। उदाहरण के लिये, 2 ≤ n ≤ 5 के लिये द्विपद प्रमेय का स्वरूप इस प्रकार है: अतः .

विश्व के कुछ शहरों में घरों को संख्यांक देने की यह परंपरा है कि सड़क की एक तरफ सम अंक होते हैं और सड़क की दूसरी तरफ विषम अंक। यदि किसी घर-ढूंढते हुए वाहनचालक को घर-संख्या मालूम हो तो उसे सड़क के केवल एक ही ओर देखने की आवश्यकता होती है गणित में सम (even) ऐसी संख्याओं को कहा जाता है जो २ द्वारा पूर्णतः विभाज्य (डिविज़िबल​) हों, जैसे कि ०, २, ४, ६, क्या सभी सर्पिल फाइबोनैचि हैं? ८, इत्यादि। यही कहने का एक और तरीका है कि सभी सम अंक २ के गुणज (मल्टिपल) होते हैं। इस से विपरीत विषम (odd) अंक ऐसे अंकों को कहा जाता है, जो २ द्वारा विभाज्य नहीं होते, जैसे १, ३, ५, ७, ९, ११, आदि। यद्यपि मूल रूप से सम-विषम की अवधारणा अंको पर लगाई जाती थी, आधुनिक गणित में इसे अन्य चीज़ों पर भी लागू किया जाता है। किसी चीज़ की गणितीय समता (parity) उसका वह लक्षण होती है जो यह बतलाए कि वह सम है या विषम। .

क्रमगुणित

गणित में किसी अऋणात्मक पूर्णांक n का क्रमगुणित या 'फैक्टोरियल' (factorial) वह संख्या है जो उस पूर्णांक n तथा उससे छोटे सभी धनात्मक पूर्णांकों के गुननफल के बराबर होता है। इसे n!, से निरूपित किया जाता है। उदाहरण के लिये, 0! का मान is 1 होता है। गणित के अनेकों क्षेत्रों में क्रमगुणित का उपयोग करना पड़ता है, जिनमें से क्रमचय संचय (combinatorics), बीजगणित तथा गणितीय विश्लेषण (mathematical analysis) प्रमुख हैं। .

निम्नलिखित सम्बन्ध द्वारा पारिभाषित प्राकृतिक संख्याएँ कैटालन संख्याएँ (Catalan numbers) कहलाती हैं: जहाँ C_n, nवीं कैटालन संख्या है। इनका नामकरण क्या सभी सर्पिल फाइबोनैचि हैं? क्या सभी सर्पिल फाइबोनैचि हैं? बेल्जियम के गणितज्ञ चार्ल्स कैटालन (1814–1894) के नाम पर किया गया है। n .

अभाज्य संख्या

वे १ से बड़ी प्राकृतिक संख्याएँ, जो स्वयं और १ के अतिरिक्त और किसी प्राकृतिक संख्या से विभाजित नहीं होतीं, उन्हें अभाज्य संख्या कहते हैं। वे १ से बड़ी प्राकृतिक संख्याएँ जो अभाज्य संख्याँ (whole number) नहीं हैं उन्हें भाज्य संख्या कहते है। अभाज्य संख्याओं की संख्या अनन्त है जिसे ३०० ईसापूर्व यूक्लिड ने प्रदर्शित कर दिया था। १ को परिभाषा के अनुसार अभाज्य नहीं माना जाता है। प्रथम २५ अभाज्य संख्याएं नीचे दी गयीं हैं- 2, 3, 5, 7, 11, 13, 17, 19, 23, 29, 31, 37, 41, 43, 47, 53, 59, 61, 67, 71, 73, 79, 83, 89, 97 अभाजय संख्याओं का महत्व यह है कि किसी क्या सभी सर्पिल फाइबोनैचि हैं? भी अशून्य प्राकृतिक संख्या के गुणनखण्ड को केवल अभाज्य संख्याओं के द्वारा व्यक्त किया जा सकता है और यह गुणनखण्ड एकमेव (unique) होता है। इसे अंकगणित का मौलिक प्रमेय कहा जाता है। .

यूनियनपीडिया एक विश्वकोश या शब्दकोश की तरह आयोजित एक क्या सभी सर्पिल फाइबोनैचि हैं? अवधारणा नक्शे या अर्थ नेटवर्क है। यह प्रत्येक अवधारणा और अपने संबंधों का एक संक्षिप्त परिभाषा देता है।

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