Action of Custom Department: जयपुर एयरपोर्ट पर 26 लाख की विदेश मुद्रा जब्त

कस्टम विभाग की टीम ने शनिवार को जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर कार्रवाई (Custom Department Action at Jaipur airport) करते हुए करीब 26 लाख रुपए का विदेशी मुद्रा जब्त किया है. यात्री जयपुर से दुबई विदेशी मुद्रा में मूल्य कार्रवाई जा रहा था.

जयपुर. जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर कस्टम विभाग ने शनिवार को बड़ी कार्रवाई (Custom Department Action at Jaipur airport) को अंजाम दिया है. कस्टम विभाग की कस्टम एयर इंटेलिजेंस विंग ने बड़ी मात्रा में अवैध विदेशी मुद्रा पकड़ी है. टीम ने दुबई जा रहे यात्री से 1,30,200 UAE दिरहम बरामद किए हैं. भारतीय मुद्रा में मूल्य 25 लाख 58 हजार 430 रुपए है. कस्टम एक्ट और FEMA के तहत विदेशी मुद्रा जब्त की गई है. यात्री अवैध विदेशी मुद्रा को ट्रॉली बैग में छुपाकर जा रहा था.

कस्टम विभाग के अधिकारियों के मुताबिक जयपुर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सीमा शुल्क अधिकारियों ने एक यात्री को रोका. यात्री स्पाइसजेट फ्लाइट नंबर एसजी 714 से दुबई जा रहा था. वह अहमदाबाद से जयपुर आया था. एक्स-रे मशीन में उसके चेक-इन बैगेज की जांच करने पर कुछ वस्तुएं संदिग्ध लगी. ट्रॉली बैग चेक किया गया तो कुछ मुद्रा छुपी होने का संकेत मिला. पूछताछ करने पर यात्री संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया.

इसके बाद टीम ने बैग को काटकर जांच की. जिसमें से 1,30,200 यूएई दिरहम बरामद किए गए. भारतीय मुद्रा में मूल्य ₹25,58,430 है. तस्करी की गई विदेशी मुद्रा को सीमा शुल्क अधिनियम 1962 के प्रावधानों और फेमा के तहत जब्त (Custom Department Action at Jaipur airport) किया गया है. कस्टम विभाग की टीम यात्री से पूछताछ कर रही है. पूछताछ कर जानकारी जुटाने का प्रयास किया जा रहा है कि विदेशी मुद्रा विदेशी मुद्रा में मूल्य कार्रवाई कहां से लाई गई थी और कहां पर पहुंचानी थी. कस्टम विभाग की टीम मामले की जांच कर रही है.

दुबई जा रहे व्यक्ति के पास मिली एक करोड़ रुपये मूल्य की विदेशी मुद्रा

जब्त की गई विदेशी मुद्रा

हैदराबाद में एक व्यक्ति को विदेशी करेंसी के साथ पकड़ा गया है. राजस्व आसूचना निदेशालय ने शमशाबाद में राजीव गांधी हैदराबा . अधिक पढ़ें

  • News18Hindi
  • Last Updated : January 18, 2018, 22:30 IST

हैदराबाद में एक व्यक्ति को विदेशी करेंसी के साथ पकड़ा गया है. राजस्व आसूचना निदेशालय ने शमशाबाद में राजीव गांधी हैदराबाद इंटरनेशनल एयरपोर्ट से एक यात्री को रोककर जांच की. ये यात्री इमीग्रेशन और सुरक्षा जांच के बाद फ्लाइट से दुबई जाने वाला था.

जांच में उसके पास से विदेशी करेंसी बरामद हुई. पूछताछ में यात्री ने बताया कि ये उसका नहीं है. वह इसे किसी अन्य व्यक्ति के कहने पर दुबई ले जा रहा है. विदेशी मुद्रा की कीमत करीब 1 करोड़ 5 लाख भारतीय रुपए के बराबर बताई जा रही है.

ये विदेशी विदेशी मुद्रा में मूल्य कार्रवाई मुद्रा फेमा 1999 और उसके अधीन बनाए गए प्रावधानों के उल्लंघन में अनधिकृत व्यक्तियों से ली गई और इसे सीमा शुल्क अधिनियम 1962 और फेमा 1999 के उल्लंघन में अवैध रूप से देश के बाहर भेजने की कोशिश की गई.

हालांकि विदेशी मुद्रा को जब्त कर लिया गया है और फिलहाल आगे की कार्रवाई जारी है.

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विदेशी मुद्रा में मूल्य कार्रवाई

मुंबई : देश का विदेशी मुद्रा भंडार चार नवंबर को समाप्त सप्ताह में 1.09 अरब डॉलर घटकर 529.99 अरब डॉलर रह गया। इसका कारण स्वर्ण भंडार में आई भारी गिरावट है।

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की तरफ से शुक्रवार को जारी आंकड़ों से यह जानकारी मिली है।

पिछले सप्ताह विदेशीमुद्रा भंडार 6.56 अरब डॉलर बढ़कर 531.08 अरब डॉलर हो गया था जो वर्ष के दौरान किसी एक सप्ताह में आई सबसे अधिक तेजी थी।

एक साल पहले विदेशी मुद्रा में मूल्य कार्रवाई अक्टूबर, 2021 में देश का विदेश मुद्रा भंडार 645 अरब डॉलर के अबतक के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गया था। देश के मुद्रा भंडार में गिरावट आने का मुख्य कारण यह है कि वैश्विक घटनाक्रमों की वजह से रुपये की गिरावट को थामने के लिए केन्द्रीय बैंक मुद्रा भंडार से मदद ले रहा है।

रिजर्व बैंक द्वारा शुक्रवार को जारी साप्ताहिक आंकड़ों के अनुसार, चार नवंबर को समाप्त सप्ताह के दौरान मुद्रा भंडार का महत्वपूर्ण घटक मानी जाने वाली, विदेशी मुद्रा आस्तियां (एफसीए) 12 करोड़ डॉलर घटकर 470.73 अरब डॉलर रह गयीं।

डॉलर में अभिव्यक्त किये जाने वाली विदेशी मुद्रा आस्तियों में मुद्रा भंडार में रखे यूरो, पौंड और जापानी येन जैसे गैर डॉलर मुद्रा के मूल्य में आई कमी या बढ़त के प्रभावों को दर्शाया जाता है।

आंकड़ों के अनुसार, मूल्य के संदर्भ में देश का स्वर्ण भंडार 70.5 करोड़ डॉलर घटकर 37.057 अरब डॉलर रह गया।

केंद्रीय बैंक ने कहा कि विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 23.5 करोड़ डॉलर घटकर 17.39 अरब डॉलर रह गया है।

आंकड़ों के अनुसार समीक्षाधीन सप्ताह में, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) में रखा देश का मुद्राभंडार भी 2.7 करोड़ डॉलर घटकर 4.82 अरब डॉलर रह गया।

कोविड-19: अति-आवश्यक सेवाएँ जारी रखने में प्रवासियों का अहम योगदान

सोमालिया की राजधानी मोगादिशु में एक विदेशी मुद्रा स्टॉल पर रखे नोटों के बण्डल.

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने बुधवार, 16 जून, को ‘पारिवारिक धन प्रेषण का अन्तरराष्ट्रीय दिवस’ के अवसर पर जारी अपने सन्देश में कहा कि महामारी के दौरान, प्रवासियों ने मेज़बान देशों में, अति-आवश्यक सेवाओं और अर्थव्यवस्थाओं को सुचारू रूप से जारी रखने में अहम भूमिका निभाई है.

रोज़गार और बेहतर जीवन की तलाश में हर साल बड़ी संख्या में लोग अपने घर से दूर अन्य देशों विदेशी मुद्रा में मूल्य कार्रवाई का रुख़ करते हैं और फिर अपने परिवारों को रक़म भेजते हैं.

Remittances are a lifeline for many & have proved more dependable than expected during the pandemic.On #FamilyRemittances Day, let's reaffirm our solidarity with migrants who play an important role in keeping essential services & the economy running in many parts of the world. pic.twitter.com/OsOGe9vMvD

लगभग 20 करोड़ प्रवासी कामगारों, महिलाओं व पुरुषों के इसी योगदान को रेखांकित करने के उद्देश्य से हर वर्ष 16 जून को ‘पारिवारिक धन प्रेषण का अन्तरराष्ट्रीय दिवस’ (International Day of Family Remittances) मनाया जाता है.

ये प्रवासी कामगार, 80 करोड़ से ज़्यादा अपने परिवारजनों को रक़म भेजते हैं.

महासचिव गुटेरेश ने ध्यान दिलाते हुए कहा कि प्रवासी पहले अपने परिवारों की ज़रूरतों को आगे रखते हैं, निजी ख़र्चों को कम करते हैं और अपनी बचत पर भरोसा करते हैं.

यूएन प्रमुख के मुताबिक प्रवासी कामगारों की रक्षा और समर्थन सुनिश्चित करने के लिये प्रयासों को जारी रखना होगा.

यूएन प्रमुख ने कहा कि कोविड-19 की शुरुआत से ही, महामारी के कारण धन प्रेषण पर होने वाले सम्भावित असर पर चिन्ता जताई जाती रही हैं.

“भाग्यवश, धन-प्रेषण उम्मीद से कहीं ज़्यादा सुदृढ़ और भरोसेमन्द साबित हुए हैं.”

विश्व बैन्क के नए आँकड़े दर्शाते हैं कि निम्न- और मध्य-आय वाले देशों में धन प्रेषण, वर्ष 2020 में 540 अरब डॉलर पहुँच गया. 2019 के आँकड़े (548 अरब डॉलर) की तुलना में यह महज़ 1.6 प्रतिशत ही कम है.

“मेज़बान देशों में वित्तीय उपायों से प्रवासी कामगारो के लिये घर धन भेजना सम्भव हुआ है.”

महत्वपूर्ण योगदान

उन्होंने बताया कि कोविड-19 महामारी ने दर्शाया है कि, दुनिया के अनेक हिस्सों में, अति-आवश्यक सेवाओं और अर्थव्यवस्था को सुचारू रूप से जारी रखने में वे अहम भूमिका निभाते हैं.

“क़ानूनी आप्रवासन दर्जे की परवाह किये बग़ैर, कोविड-19 वैक्सीन वितरण योजनाओं में सभी प्रवासियों को शामिल किये जाने को सुनिश्चित करना, सर्वजन के स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिये अहम है.”

यूएन महासचिव ने सभी हितधारकों से, धन-प्रेषण की क़ीमत को घटाने के लिये प्रयासों को जारी रखने की अपील विदेशी मुद्रा में मूल्य कार्रवाई की है.

उन्होंने इसे विकासशील जगत की जीवनरेखा क़रार देते हुए कहा कि टिकाऊ विकास के 2030 एजेण्डा के अनुरूप इसे जितना सम्भव हो सके, कम करना होगा.

साथ ही, निर्धन ग्रामीण इलाक़ों में प्रवासियों और उनके परिवारों को वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देना होगा.

सुरक्षित, व्यवस्थित और नियमित प्रवासन के लिये ग्लोबल कॉम्पैक्ट, इसी सिलसिले में कार्रवाई के लिये एक एकीकृत फ़्रेमवर्क प्रदान करता है.

हर वर्ष 16 जून को मनाए जाने वाले इस दिवस पर सरकारों, निजी संस्थाओं और नागरिक समाज संगठनों से असरदार उपाय लागू करने का आहवान किया जाता है ताकि वैयक्तिक और सामूहिक प्रयासों के ज़रिये धन-प्रेषण को ज़्यादा प्रभावी बनाया जा सके.

लगातार चौथे हफ्ते विदेशी मुद्रा भंडार में 1.15 अरब डॉलर की रही गिरावट

gd

नई दिल्ली। आर्थिक र्मोचे पर झटका देने वाली खबर है। देश के विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार चौथे हफ्ते गिरावट दर्ज हुई है। देश का विदेशी मुद्रा भंडार 22 जुलाई को समाप्त हफ्ते में 1.152 अरब डॉलर घटकर 571.56 अरब डॉलर रह गया। इस दौरान स्वर्ण भंडार का मूल्य 14.5 करोड़ डॉलर बढ़कर 38.502 अरब डॉलर हो गया। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी। आरबीआई के मुताबिक 22 जुलाई को समाप्त हफ्ते में विदेशी मुद्रा भंडार 1.152 अरब डॉलर घटकर 571.56 अरब डॉलर रह गया, जबकि इससे पहले 15 जुलाई को समाप्त हफ्ते में विदेशी मुद्रा भंडार 7.541 अरब डॉलर घटकर 572.712 अरब डॉलर रह गया था। वहीं, 8 जुलाई को समाप्त हफ्ते में विदेशी मुद्रा भंडार 8.062 अरब डॉलर गिरकर 580.252 अरब डॉलर रह गया था, जबकि एक जुलाई को विदेशी मुद्रा भंडार 5.008 अरब डॉलर घटकर 588.314 अरब डॉलर पर था।

आरबीआई के मुताबिक डॉलर के मुकाबले रुपये की विनिमय दर में लगातार उतार-चढ़ाव की वजह से विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट आई है। समीक्षाधीन हफ्ते में विदेशी मुद्रा आस्तियां (एफसीए) 1.426 अरब डॉलर घटकर 510.136 अरब डॉलर रह गईं। इस दौरान स्वर्ण भंडार का मूल्य भी 14.5 करोड़ डॉलर बढ़कर 38.502 अरब डॉलर पर पहुंच गया। इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के पास जमा विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) भी 10.6 करोड़ डॉलर बढ़कर 17.963 अरब डॉलर हो गया। आईएमएफ में रखे देश का मुद्रा भंडार भी 2.3 करोड़ डॉलर बढ़कर 4.96 अरब डॉलर हो गया।

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