डिजिटल करेंसी से चार बड़े फायदे हैं-

Railway Refund Rules : अगर आपकी छूट गई है ट्रेन तो भी मिलेगा रिफंड, बस करना होगा ये काम

Railway Refund Rules : भारतीय रेलवे (Indian Railways) ने यात्रियों को आर्थिक क्रिप्टो करेंसी के लाभ या सुविधाएं नुकसान (Financial Loss) से बचाने के लिए 1 अप्रैल 2022 से अपने दो मौजूदा नियमों में बदलाव किया है। यात्रियों के लिए नियम में यह बदलाव ट्रेनों के छूटने से संबंधित हैं। बदले हुए कानून में, जिन यात्रियों के पास कनेक्टिंग टिकट (Connecting Ticket) हैं।

Railway Refund Rules : भारतीय रेलवे (Indian Railways) ने यात्रियों को आर्थिक नुकसान (Financial Loss) से बचाने के लिए 1 अप्रैल 2022 से अपने दो मौजूदा नियमों में बदलाव किया है। यात्रियों के लिए नियम में यह बदलाव ट्रेनों के छूटने से संबंधित हैं। बदले हुए कानून में, जिन यात्रियों के पास कनेक्टिंग टिकट (Connecting Ticket) हैं। वे पहली ट्रेन के देर से आने के कारण दूसरी ट्रेन के छूटने की स्थिति में अपनी कनेक्टिंग ट्रेन पकड़ने में विफल रहने पर अपने किराए का पूरा रिफंड प्राप्त कर सकते हैं। एक अन्य नियम में बदलाव के तहत यात्री को अपना बोर्डिंग स्टेशन (Boarding Station) बदलने की सुविधा मिल सकती है।

भास्कर एक्सप्लेनर: रिजर्व बैंक डिजिटल रुपया लाने की तैयारी में; जानिए यह आपकी जेब में रखे रुपए से कितना अलग होगा?

भारत में जल्द ही लेन-देन का तरीका बदलने वाला है। आपको रुपए का विकल्प मिल रहा है। होगा तो वह भी रुपया ही, जारी भी रिजर्व बैंक ही करेगा, पर वह प्रिंटेड नोट से बिल्कुल ही अलग होगा। रिजर्व बैंक ही नहीं बल्कि दुनियाभर के केंद्रीय बैंक क्रिप्टो करेंसी के लाभ या सुविधाएं बिटकॉइन, ईथर जैसी प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी के विकल्प के तौर पर डिजिटल करेंसी पर काम कर रहे हैं।

पिछले हफ्ते रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर टी रबी शंकर ने विधि सेंटर फॉर लीगल पॉलिसी के वेबिनार में कहा कि भारत को भी डिजिटल करेंसी की जरूरत है। यह बिटकॉइन जैसी प्राइवेट वर्चुअल करेंसी यानी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश से होने वाले नुकसान से बचाएगी। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि रिजर्व बैंक इस पर काम कर क्रिप्टो करेंसी के लाभ या सुविधाएं रहा है।

जानते हैं कि यह डिजिटल रुपया करेंसी नोट से कितना अलग होगा? क्या इसमें भी बिटकॉइन की तरह निवेश किया जा सकेगा? बैंकों की क्या भूमिका रह जाएगी? हम जो डिजिटल पेमेंट कर रहे हैं, उनसे यह डिजिटल रुपया किस तरह अलग होगा?

नागरिक अस्पताल में 50 बिस्तर का क्रिटिकल केयर सेंटर होगा स्थापित- विज

स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि अंबाला छावनी के नागरिक अस्पताल के परिसर में 50 बिस्तर का क्रिटिकल केयर सेंटर भी स्थापित किया जाएगा। इसके अलावा, मरीजों के साथ आने वाले सहायकों के लिए धर्मशाला की सुविधा भी स्थापित होगी। इसके अतिरिक्त, स्पाइनल इंज्यूरी सेंटर भी स्थापित किया जाएगा, जिसके लिए जल्द ही भूमि का चयन किया जाएगा। विज ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि अंबाला शहर में जल्द ही टीबी अस्पताल की स्थापना के लिए कवायद शुरू की जाए। उन्होंने कहा कि हरियाणा के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों व कर्मियों को चंडीगढ़ स्थित पीजीआईएमईआर का लाभ उठाना चाहिए और उनके साथ मिलकर हरियाणा के विभिन्न क्षेत्रों में स्वास्थ्य से संबंधित अभियान चलाने चाहिए।

स्वास्थ्य मंत्री कहा क्रिप्टो करेंसी के लाभ या सुविधाएं कि राज्य में स्वास्थ्य से संबंधित मैपिंग का कार्य जल्द ही शुरू किया जाएगा। इसके अलावा, उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सरकार अस्पतालों, कॉलेज, पीएचसी व सीएससी स्तर पर तैनात डॉक्टरों व पैरामेडिकल स्टाफ को नवीनतम तकनीक से संबंधित प्रशिक्षण दिलाने के लिए खाका तैयार किया जाए ताकि सरकारी क्षेत्र में कार्यरत इन कर्मियों को नए अनुसंधान के बारे में नवीनतम जानकारी हासिल हो सकें। उन्होंने कहा कि इन सभी अधिकारियों व कर्मियों के लिए यह प्रशिक्षण आवश्यक रहेगा।

ई-उपचार सुविधा से मरीजों की हिस्ट्री का रहेगा रिकॉर्ड - विज

इसके अलावा, स्वास्थ्य मंत्री ने प्रत्येक पीएचसी, सीएचसी, मेडिकल कॉलेज सहित सभी सरकारी अस्पतालों में ई-उपचार की सुविधा देने पर कार्य चल रहा है। इस सुविधा का लिंक पीजीआई को भी दिया जाएगा ताकि भविष्य में किसी भी मरीज की हिस्ट्री किसी भी जगह बैठकर देखी जा सकें।

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Srimad Bhagavad Gita- कर्म का फल

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क्या रोबोएप टोकन (आरबीए) एथेरियम (ईटीएच) और हिमस्खलन (एवीएएक्स) के रूप में उच्च हो सकता है?

क्या रोबोएप टोकन (आरबीए) एथेरियम (ईटीएच) और हिमस्खलन (एवीएएक्स) के रूप में उच्च हो सकता है?

Ethereum (ETH) और हिमस्खलन (AVAX) ने खुद को दो प्रमुख ब्लॉकचेन-आधारित क्रिप्टोकरेंसी के रूप में स्थापित किया है, जो क्रमशः दूसरे और बारहवें स्थान पर है। वर्तमान में, रोबोएप टोकन (आरबीए) ब्लॉकचैन समुदाय में चर्चा है।

हम इन तीन सिक्कों के विशिष्ट विक्रय गुणों की जांच करेंगे: ETH, AVAX, और RBA, जिनमें से उत्तरार्द्ध एक रिश्तेदार नवागंतुक है। यह हमें यह निर्धारित करने की अनुमति देगा कि क्या अपस्टार्ट पिछले दिग्गजों की उपलब्धियों से मेल खा सकता है और उनकी लीग में प्रवेश कर सकता है। चलिए शुरू करते हैं।

क्या है मोपा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की खासियत जिसका प्रधानमंत्री मोदी ने किया है उद्घाटन?

क्या है मोपा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की खासियत जिसका प्रधानमंत्री मोदी ने किया है उद्घाटन?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के लिए गोवा में तैयार दूसरे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का रविवार शाम को उद्घाटन किया। इसका नाम मोपा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है। बड़ी बात यह है कि नवंबर 2016 में इस हवाई अड्डे की आधारशिला भी खुद प्रधानमंत्री मोदी ने रखी थी और इसके पहले चरण का उद्घाटन भी उन्हीं ने किया है। आइए जानते हैं कि गोवा में बने इस दूसरे हवाई अड्डे की प्रमुख खासियत क्या है।

2,870 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हुआ हवाई अड्डा

मोपा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को करीब 2,870 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया गया है। इसका निर्माण स्थायी बुनियादी ढांचा की थीम पर किया गया है। यहां पर सोलर पॉवर प्लांट भी लगाए गए हैं। यह राज्य में पहले से संचालित डाबोलिम हवाई अड्डे की तुलना में कई अन्य सुविधाओं से लैस है। डाबोलिम में कार्गो सुविधा नहीं थी, लेकिन इस हवाई अड्डे पर नाइट पार्किंग सहित 25,000 मीट्रिक टन की हैंडलिंग क्षमता वाली कार्गो सुविधा भी मिल सकेगी।

उत्तरी गोवा के मोपा गांव में बना यह हवाई अड्डा राजधानी पणजी से लगभग 35 किलोमीटर और दक्षिण गोवा से लगभग 100 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस हवाई अड्डे पर दुनिया के सबसे बड़े विमानों को संभालने वाला रनवे भी बनाया गया है। पहले फेज में हवाई अड्डे की सालाना क्षमता करीब 44 लाख यात्रियों की है। हालांकि, परियोजना के पूरा होने पर इसकी कुल क्षमता सालाना 1 करोड़ यात्रियों की हो जाएगी।

इन बुनियादी ढांचा सुविधाओं से युक्त है मोपा हवाई अड्डा

मोपा हवाई अड्डे पर हरित भवन, रनवे पर LED लाइट्स के अलावा वर्षा जल संचयन, रीसाइक्लिंग सुविधाओं के साथ अत्याधुनिक सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट भी स्थापित किया गया है। इसी तरह यहां 3D मोनोलिथिक प्रीकास्ट बिल्डिंग, स्टेबिल रोड, रोबोमैटिक होलो प्रीकास्ट वॉल, 5G कम्पेटिबल IT इंफ्रास्ट्रक्चर जैसी कुछ सर्वश्रेष्ठ तकनीकों का इस्तेमाल भी किया गया है। इसके अलावा यहां 14 पार्किंग बे और सामान छोड़ने की स्वचाहित सुविधा भी मिलेगी। यहां यात्रियों को गोवा का अनोखा कल्चर भी देखने को मिलेगा।

गोवा के डाबोलिम हवाई अड्डे से अभी 15 घरेलू और 6 अंतरराष्ट्रीय जगहों के लिए कनेक्टिविटी है, जबकि मोपा हवाई अड्डे के जरिए 35 घरेलू और 18 अंतरराष्ट्रीय जगहों तक पहुंचा जा सकेगा। इस हवाई अड्डे से 5 जनवरी, 2023 से उड़ानों का संचालन शुरू होगा। विमानन कंपनी इंडिगो और गोफर्स्ट ने जनवरी से क्रमशः 168 और 42 उड़ानें शुरू करने की घोषणा की है। बता दें कि वर्तमान में देश में हवाई अड्डों की संख्या करीब 140 है।

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