अपनी पूरी कंपनी के लिए एक कॉर्पोरेट SAP ऑनलाइन प्रशिक्षण सदस्यता को तैनात करने का एक और सकारात्मक पहलू यह है कि आपको SAP प्रशिक्षण में भाग लेने के लिए घर या काम छोड़ने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि यह सप्ताह में 7 दिन, 24 घंटे सुलभ है।
एसएपी ऑनलाइन प्रशिक्षण - आज इसकी आवश्यकता क्यों है
दुनिया भर में और राष्ट्रीय स्तर पर कंपनियां यह सुनिश्चित करती हैं कि ग्राहक की दिलचस्पी पहले आए। वे ग्राहकों को जीतने और बनाए रखने के द्वारा अपनी कमाई को अधिकतम करने के लिए काम करते हैं। वे डेटा विश्लेषण को यह सुनिश्चित करने के तरीके के रूप में भी देखते हैं कि वे ग्राहकों तक पहुंच सकें।
दुनिया भर में और राष्ट्रीय स्तर पर कंपनियां यह सुनिश्चित करती हैं कि ग्राहक की दिलचस्पी पहले आए। वे ग्राहकों को जीतने और बनाए रखने के द्वारा अपनी कमाई को अधिकतम करने के लिए काम करते हैं। वे डेटा विश्लेषण को यह सुनिश्चित करने के तरीके के रूप में भी देखते हैं कि वे ग्राहकों तक पहुंच सकें।
ऐसा करने के सर्वोत्तम तरीकों में से एक एसएपी द्वारा प्रदान किए गए प्रभावी ईआरपी आवेदन के माध्यम से है।
इसलिए, एसएपी प्रशिक्षण की जरूरतों और पेशकश के बारे में जानकारी होना बहुत जरूरी है ताकि इसे उदाहरण के लिए एक कॉर्पोरेट एसएपी प्रशिक्षण ऑनलाइन सदस्यता के माध्यम से कार्यस्थल में प्रभावी ढंग से लागू किया जा सके और कर्मचारियों को एसएपी पेशेवर प्रमाणन प्राप्त करने की अनुमति मिल सके।
SAP प्रशिक्षण मेरे लिए क्या करता है?
एसएपी प्रशिक्षण ऑनलाइन एक कक्षा या ऑनलाइन में पढ़ाया जा सकता है। ज्यादातर लोग जो एसएपी सीखना चाहते हैं, वे एसएपी ऑनलाइन प्रशिक्षण के माध्यम से उपयोग करते हैं क्योंकि यह सभी के लिए बहुत अधिक सुविधाजनक है। एसएपी प्रशिक्षण नवीनतम और सबसे प्रभावी मॉड्यूल उपयोग युक्तियां प्रदान करके आपके काम के प्रदर्शन में सुधार करता है जिसका उपयोग आप अपने दैनिक व्यवसाय पर लागू करने के लिए जल्दी से सीखने के लिए कर सकते हैं।
प्रशिक्षण आपको एसएपी के साथ खुशी और सुरक्षित रूप से काम करने में मदद करता है। अंत में, SAP प्रशिक्षण रोजगार के नए अवसरों को खोलता है और आपको पदोन्नति या वेतन बढ़ाने में मदद कर सकता है।
विभिन्न प्रकार के एसएपी प्रशिक्षण
यदि आप एसएपी में सीखना और प्रशिक्षित होना चाहते हैं, तो आप दो एसएपी प्रशिक्षण पाठ्यक्रम: कक्षा प्रशिक्षण और एसएपी ऑनलाइन प्रशिक्षण के बीच चयन कर सकते हैं। SAP प्रशिक्षण आज की तुलना में बहुत आसान है जितना पहले हुआ करता था।
कार्यस्थल पर ऑनलाइन उपयोग में तीव्र वृद्धि को देखते हुए, SAP प्रशिक्षण ऑनलाइन पारंपरिक कक्षा प्रशिक्षण की तुलना में अधिक आदर्श है। इसका कारण यह है कि ऑनलाइन प्रशिक्षण आपको सॉफ़्टवेयर में अपने नए ज्ञान का परीक्षण करने के लिए 24 घंटे एक दिन, सप्ताह में 7 दिन, जहाँ भी आप हैं, का अवसर देता है।
घर पर और FBS वफादारी कार्यक्रम अपने खाली समय में आराम से प्रशिक्षण लेकर, आप परिवहन लागत को बचा सकते हैं और अन्य गतिविधियों की योजना बना सकते हैं। एसएपी ऑनलाइन प्रशिक्षण सदस्यता के साथ, आप अपनी गति से काम कर सकते हैं, और सबसे महत्वपूर्ण बात, कोई यात्रा या प्रतीक्षा समय नहीं है, इसलिए आप अपनी गति से प्रशिक्षण का पालन कर सकते हैं और जैसा कि आप चाहते हैं, विषयों को सीखना सबसे महत्वपूर्ण है आप।
एसएपी ऑनलाइन प्रशिक्षण लाभ
- ऑनलाइन टूल का उपयोग करके सहयोग कौशल प्राप्त करें।
- विषयों को बेहतर ढंग से समझने और अध्ययन करने के लिए शिक्षकों के साथ एक-एक बात करने का अवसर।
- किसी की मदद के लिए तैयार होने से तकनीकी समस्याओं या प्रशासनिक प्रक्रियाओं से होने वाले तनाव से छुटकारा पाना।
इन एसएपी ऑनलाइन प्रशिक्षण से आपको या आपकी कंपनी को जो अतिरिक्त लाभ मिल सकते हैं, वे हैं कम समर्थन लागत के साथ बेहतर एंड-यूज़र स्वीकृति, सॉफ्टवेयर निवेश पर निरंतर और इष्टतम वापसी, और नए संस्करणों के लिए तेजी से अनुकूलन और वाणिज्यिक प्रथाओं में परिवर्तन।
ऑनलाइन शिक्षा के बारे में सबसे अच्छी बात यह है कि एसएपी पाठ्यक्रम छात्रों के लाभ के लिए वाणिज्यिक, शैक्षणिक और तकनीकी कौशल को जोड़ती है। यह संयोजन छात्रों को सामान्य रूप से सूचना प्रौद्योगिकी के सिद्धांतों और अनुप्रयोगों और विशेष रूप से दैनिक व्यवसाय में ईआरपी को समझने में मदद करता है।
मुख्यमंत्री धामी ने ‘स्वच्छता गौरव सम्मान’ कार्यक्रम में स्वच्छता दूतों को किया सम्मानित
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास स्थित, मुख्य सेवक सदन में सेवा पखवाड़ा 2022 के तहत ‘स्वच्छता गौरव सम्मान’ कार्यक्रम में स्वच्छता दूतों को सम्मानित किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने पी.एम स्वनिधि के लाभार्थियों एवं स्वच्छता पर आयोजित निबंध एवं चित्रकला प्रतियोगिता के विजेता बच्चों को भी सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश के ’स्वच्छता दूतों’ का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इनकी संकल्पशक्ति और प्रयासों ने राज्य में स्वच्छता का एक नया अध्याय लिखा है। यह प्रत्येक उत्तराखंडवासी के लिए गर्व का विषय है कि स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 में हमारे शहरी क्षेत्र के चार निकायों को महामहिम राष्ट्रपति जी द्वारा 1 अक्टूबर को सम्मानित किया जाएगा। स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण के तहत भी उत्तराखंड राज्य ने छह विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कार जीते हैं। उन्होंने इसके लिए सभी स्वच्छता दूतों, शहरी विकास विभाग, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग को बधाई दी।
उपायुक्त ने किया जिला स्तरीय गीता जयंती महोत्सव कार्यक्र म स्थल का दौरा
अंबाला शहर: 2 दिसम्बर से 4 दिसम्बर तक रामबाग मैदान अम्बाला शहर में आयोजित होने वाले जिला स्तरीय गीता जयंती महोत्सव के आयोजन को लेकर उपायुक्त डॉ प्रियंका सोनी ने बुधवार को प्रशासनिक अधिकारियों के साथ कार्यक्र म स्थल का दौरा किया। इस मौके पर उनके साथ एसडीएम अंबाला शहर दर्शन कुमार व नगराधीश मुकुंद साथ रहे। रामबाग मैदान अम्बाला शहर में डॉ प्रियंका सोनी ने कार्यक्र म स्थल का दौरा करते हुए यहां पर किए जाने वाले कार्यों बारे संबंधित अधिकारियों से जानकारी हासिल की। उन्होने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कार्यक्रम से पहले सभी तैयारियां दुरूस्त होनी चाहिए। इसमें किसी प्रकार की कोई कमी नहीं रहनी चाहिए। उन्होने नगर निगम के अधिकारियों को निर्देश दिए कि कार्यक्रम स्थल के साथ-साथ शोभायात्ना के दौरान भी सफाई व्यवस्था बेहतर रहनी चाहिए। उन्होंने निगम के अधिकारियों को यह भी कहा कि वे सफाई व्यवस्था के कार्य को वीरवार से ही शुरू करवा दें। उन्होंने निरीक्षण के दौरान शिव मंदिर के महंत व अन्य को भी गीता जयंती महोत्सव में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करने बारे भी कहा ताकि FBS वफादारी कार्यक्रम कार्यक्रम की भव्यता बढ सके। इस मौके पर डीआईपीआरओ धर्मेन्द्र कुमार व तहसीलदार मनीष कुमार भी मौजूद रहे।
कफ सिरप के उत्पाद पर अलर्ट जारी करने पर हरियाणा के HM Anil Vij का बयान- सैंपल कोलकाता की सेंट्रल ड्रग लैब भेजा जाएगा
हरियाणा के 30,000 प्राइमरी टीचर लिखेंगे बाल गीत, विद्यार्थियों को दी जाएगी अनूठी शिक्षा
मिस्र : फेसबुक पर महिलाओं का 'अपमान' करने पर जेल
काहिरा। मिस्र में एक व्यक्ति को फेसबुक पर समृद्ध मिस्र की महिलाओं का अपमान करने और मनगढ़ंत बातें फैलाने के मामले में तीन साल की सजा सुनाई गई है। अल-सॉब्की 'डायरी ऑफ ए क्रश्ड हसबैंड' नाम से फेसबुक पर एक व्यंग्यात्मक पेज चलाते हैं।
हाल में 'सीबीसी' चैनल पर शो के मेजबान खैरी रमदान को दिए एक साक्षात्कार में अल-सॉब्की ने ऊपरी मिस्र की महिलाओं के चरित्र FBS वफादारी कार्यक्रम पर उंगली उठाते हुए कहा कि इस क्षेत्र की अधिकांश महिलाएं अपने पतियों के साथ फरेब करती हैं। उन्होंने दावा किया कि करीब एक तिहाई महिलाएं अपने पतियों के प्रति वफादार नहीं होती हैं।
साक्षात्कार की यह वीडियो वायरल हो गई, जिसके बाद सोशल मीडिया में अल-सॉब्की की थू-थू शुरू हो गई। उनके विवादित बयान के चलते रमदान के कार्यक्रम को सीबीसी से निलंबित कर दिया गया। FBS वफादारी कार्यक्रम अल-सॉब्की के अधिवक्ता के अनुसार, अदालत की ओर से यही फैसला सुनाए जाने की उम्मीद थी, क्योंकि यह लोकमत का मामला था। अल-सॉब्की की फैसले के खिलाफ अपील करने की तैयारी है।
Himachal Pradesh: CM सुखविंदर सुक्खू ने ग्रहण किया कार्यभार, अधिकारियों ने दी बधाई
हिमाचल प्रदेश के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पदभार ग्रहण किया: Photo- Social Media
Himachal Pradesh: हिमाचल प्रदेश के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ( CM Sukhwinder Singh Sukhu) ने सोमवार को राजधानी शिमला स्थित सचिवालय पहुंचकर औपराचिक रूप से कार्यभार ग्रहण कर लिया (CM Sukhwinder Singh Sukhu took charge)। सचिवालय में मौजूद अधिकारियों ने गुलदस्ता भेंट कर नए मुख्यमंत्री को बधाईयां दीं। इस मौके पर हिमाचल सीएम ने कहा कि जनता ने एक आम परिवार के व्यक्ति को जिसने कभी नहीं सोचा था कि वह इस कुर्सी की बागडोर पर पहुंचेगा, यह दिया है इसके लिए मैं जनता का धन्यवाद करता हूं।
रविवार को हुआ था शपथग्रहण समारोह
10 दिसंबर को कांग्रेस विधायक दल की बैठक में सुखविंदर सिंह सुक्खू को हिमाचल प्रदेश FBS वफादारी कार्यक्रम FBS वफादारी कार्यक्रम का नया मुख्यमंत्री चुना गया। अगले दिन यानी रविवार 10 दिसंबर को शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान में शपथग्रहण समारोह आयोजित किया गया। यहां राज्यपाल आरवी अर्लेकर ने उन्हें सीएम पद की शपथ दिलाई। पूर्व नेता प्रतिपक्ष और पत्रकार से राजनेता बने मुकेश अग्निहोत्री को भी शपथ दिलाई गई। अग्निहोत्री हिमाचल के पहले डिप्टी सीएम बने हैं।
शपग्रहण समारोह में कांग्रेस के तमाम दिग्गज नेता मौजूद रहे। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी अपनी भारत जोड़ो यात्रा से ब्रेक लेकर कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे। इसके अलावा राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जन खड़गे, महासचिव प्रियंका गांधी, राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत अन्य वरीय नेता भी शामिल हुए।
कौन हैं सुखविंदर सिंह सुक्खू (Who is Sukhwinder Singh Sukhu)
58 वर्षीय सुखविंदर सिंह सुक्खू को गांधी परिवार का वफादार माना जाता है। साल 2013 से लेकर 2019 तक हिमाचल कांग्रेस का नेतृत्व कर चुके हैं। चार बार के विधायक सुक्खू एनएसूआई और युवा कांग्रेस के भी सदस्य रह चुके हैं। हमीरपुर जिले की नादौन FBS वफादारी कार्यक्रम सीट से उन्होंने चौथी बार जीत हासिल की है। इससे पहले साल 2003, 2007 और 2017 में इस सीट से जीत दर्ज कर चुके हैं। साल 2012 के विधानसभा चुनाव में उन्हें यहां हार का मुंह देखना पड़ा था।
बीजेपी कड़ी मशक्कत करने के बावजूद हिमाचल प्रदेश में उत्तराखंड की तरह रिवाज नहीं बदल पाई। साल 1985 से चली आ रही परंपरा के मुताबिक पांच साल बाद आखिरकार भगवा दल को भी सत्ता से बाहर होना पड़ा। 68 सदस्यों वाली विधानसभा में कांग्रेस को 40 सीटें और बीजेपी को 25 सीटें मिलीं। वहीं, निर्दलीय उम्मीदवारों के खाते में तीन सीटें गईं।
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 706