Cryptocurrency App: क्रिप्टो में पैसा लगाने के लिए 5 बेस्ट और सुरक्षित ऐप्स, फर्जी ऐप्स से न खाएं धोखा

Cryptocurrency App in india: अगर आप भी क्रिप्टोकरेंसी में पैसा लगाने की सोच रहे हैं, तो जरूरी है कि सुरक्षित ऐप्स का ही इस्तेमाल किया जाए. यहां हम आपको 5 बेस्ट ऐप्स की लिस्ट बता रहे हैं.

By: ABP Live | Updated at : 20 Jan 2022 08:48 AM (IST)

Best Cryptocurrency Apps India: क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) इन दिनों काफी पॉपुलर हो रही है. यह एक प्रकार की वर्चुअल करेंसी है, जिसकी डिमांड पिछले कुछ दिनों में तेजी से बढ़ी है. कई लोगों ने क्रिप्टो करेंसी में इन्वेस्ट करके मोटी रकम कमा ली है. ऐसे में अगर आप भी Bitcoin, Ethereum, Tether, Shiba या ऐसी ही किसी क्रिप्टो करेंसी में इन्वेस्ट करने की सोच रहे हैं और आपको जानकारी नहीं कैसे और कहां करना है, तो खबर आपके लिए है. यहां हम पॉपुलर क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज एप्स (cryptocurrency exchange apps) की लिस्ट लेकर आए है, जिनके जरिए आप क्रिप्टोकरेंसी की कीमत जानने से लेकर इन्हें खरीद और बेच भी सकते हैं.

CoinSwitch
यह सबसे सुरक्षित क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग ऐप्स में से एक है. यहां आप 100 रुपये की शुरुआती निवेश से Bitcoin, Ethereum, Ripple जैसे 100 से ज्यादा क्रिप्टोस खरीद सकते हैं. इसमें सिंपल और यूजर फ्रेंडली इंटरफेस मिलता है. यूजर्स अपनी प्राइवेसी से समझौता किए बिना क्रिप्टोकरेंसी को सुरक्षित रूप से खरीद, बेच और एक्सचेंज कर सकते हैं. ऐप पर क्रिप्टो न्यूज का अपडेट भी मिलता है.

ZebPay App
Zebpay सबसे पुरानी और पॉपुलर क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज एप्स में से एक है. आप इस ऐप पर साइन अप करके और मोबाइल नंबर के जरिए पूरी केवाईसी डीटेल्स देकर ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं. इसके अलावा, ऐप रेफर-एंड-अर्न फीचर के साथ आता है. कंपनी के मुताबिक, उनके दुनियाभर में 50 लाख से ज्यादा यूजर्स हैं.

News Reels

CoinDCX
CoinDCX क्रिप्टो इन्वेस्टमेंट शुरू करने के लिए एक बेहतरीन बिटकॉइन क्रिप्टोक्यूरेंसी ऐप है. 7.5 मिलियन से ज्यादा भारतीय यूजर्स इस बिटकॉइन ऐप का इस्तेमाल कर रहे हैं. इसके जरिए बिटकॉइन (बीटीसी), एथेरियम (ईटीएच), और ऐसी ही टॉप क्रिप्टोकरेंसी में अपना निवेश शुरू कर सकते हैं. आप ऐप पर 200 से ज्यादा ट्रेड कॉइन खरीद या बेच सकते हैं.

Unocoin
यह भी भारत के सबसे पुराने क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज ऐप्स में से एक है. इसका यूजर इंटरफेस काफी सिंपल है और यह ढेर सारे क्रिप्टोकरेंसी को सपोर्ट करता है. ऐप यूजर्स की प्राइवेसी का ख्याल रखता है क्योंकि यह फिंगर आईडी और पासकोड के जरिए से बायोमेट्रिक सिक्योरिटी फीचर्स प्रदान करता है.

WazirX
यह 80 लाख से ज्यादा यूजर्स के साथ भारत का सबसे तेजी से बढ़ने वाला क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज ऐप है. इस सुरक्षित क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज ऐप के जरिए आप बिटकॉइन, रिपल, एथेरियम, ट्रॉन समेत 100 से ज्यादा क्रिप्टोकरेंसी खरीदने और बेचने के लिए का काम कर सकते हैं. इसके सबसे पॉप्युलर फीचर में से एक है कि आप विभिन्न कॉन्टेस्ट में हिस्सा लेकर कॉइन कमा सकते हैं जो ऐप के इंफो सेक्शन पर पाए जा सकते हैं.

Published at : 20 Jan 2022 08:48 AM (IST) Tags: Cryptocurrency Bitcoin bitcoin app Cryptocurrency app हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Technology News in Hindi

क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज पर ED का बड़ा एक्शन, Vauld की 370 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त

क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज कंपनियों के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय ने अपनी जांच का दायरा बढ़ा दिया है. पहले WazirX की संपत्तियां जब्त की गईं, अब जांच एजेंसी ने Cryptocurrency Exchange Vauld की संपत्तियों को भी जब्त कर दिया है.

Vauld की संपत्ति जब्त (Representative Photo : Getty)

मुनीष पांडे

  • नई दिल्ली,
  • 11 अगस्त 2022,
  • (अपडेटेड 11 अगस्त 2022, 10:10 PM IST)
  • एक्सचेंज के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग की जांच
  • NBFC की पार्टनर फिनटेक ने की हेरा-फेरी

भारत में क्रिप्टोकरेंसी का फ्यूचर क्या होगा? ये सवाल पहले से खड़ा हुआ है. इस बीच देश में क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज की सुविधाएं देने वाली कंपनियों के खिलाफ जांच का दायरा बढ़ता जा रहा है. प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पहले WazirX नाम के एक्सचेंज की संपत्तियां जब्त की थीं और इसके कुछ ही दिन बाद आज यानी गुरुवार को Vauld के एसेट को भी जब्त कर लिया गया है.

Vauld की 370 करोड़ की संपत्ति जब्त की

मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ी जांच को अंजाम दे रही ईडी ने गुरुवार को Vauld की 370 करोड़ रुपये मूल्य की परिसंपत्ति (एसेट) जब्त कर ली. इस बीच वैश्विक क्रिप्टो एक्सचेंज Binance ने सोमवार को ऐलान किया था कि वह WazirX के साथ अपने ऑफ-चेन फंड ट्रांसफर को बंद कर रही है. WazirX के खिलाफ ईडी की कार्रवाई पहले से चल रही है. ईडी वजीरएक्स के अज्ञात वॉलेटस में 2,790 करोड़ रुपये मूल्य की क्रिप्टो एसेट बाहर भेजे जाने की जांच क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज क्या है कर रही है.

सम्बंधित ख़बरें

ED जांच की आंच, क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज WazirX के बैंक खाते कुर्क
WazirX के को-फाउंडर्स ने छोड़ा इंडिया; हुए दुबई शिफ्ट!
. तो बैन नहीं होंगे सस्ते चीनी फोन्स, पहले जैसा ही रहेगा सबकुछ
'ED से बोल रहा हूं, तीन करोड़ दो', पंजाब में पूर्व MLA को फोन क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज क्या है करने वाला पकड़ा
दिल्ली शराब नीति मामला: कोर्ट ने वियज नायर और अभिषेक बोइनपल्ली की 5 दिनों की रिमांड बढ़ाई

सम्बंधित ख़बरें

क्रिप्टो एक्सचेंज के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग की जांच

इतना ही नहीं ईडी कई भारतीय गैर-बैंकिंग फाइनेंस कंपनियों (NBFC) और उनके फिनटेक पार्टनर्स के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रही है. ये जांच NBFCs की सहयोगी फिनटेक कंपनियों के खिलाफ RBI के लोन देने के दिशानिर्देशों के उल्लंघन और निजी डेटा के दुरुपयोग को लेकर की जा रही है. साथ ही लोन पर ज्यादा ब्याज वसूलने के लिए कर्जदारों के साथ अभद्र भाषा में बात करने और धमकाने की जांच भी जारी है.

जांच एजेंसी का कहना है कि कई फिनटेक कंपनियों में चीनी कंपनियों का निवेश है और वो आरबीआई से एनबीएफसी का लाइसेंस नहीं ले सकी. ऐसे में कर्ज का कारोबार करने के लिए उन्होंने MoU का रास्ता अपनाया और बंद हो चुकी एनबीएफसी कंपनियों के साथ करार किया, ताकि उनके लाइसेंस पर काम कर सकें.

फिनटेक कंपनियों ने की हेरा-फेरी

जब इस मामले में आपराधिक जांच शुरू हुई, तो इनमें से कई फिनटेक कंपनियों ने अपनी क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज क्या है दुकानें बंद कर दी और इससे कमाए गए भारी मुनाफे के पैसे की हेरा-फेरी की. जांच में ये भी पाया गया कि फिनटेक कंपनियों ने क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज क्या है इस पैसे से बड़े स्तर पर क्रिप्टो करेंसी खरीदी और फिर इन पैसों को विदेश भेज दिया. ईडी का कहना है कि अभी इन कंपनियों और वर्चुअल एसेट का कोई सुराग नहीं मिल पा रहा है.

WazirX के दावों में आ रहा फर्क

जांच एजेंसी ने इस मामले में क्रिप्टो एक्सचेंज कंपनियों को समन जारी किए हैं. ये देखा गया है कि सबसे ज्यादा पैसों का लेन-देन वजीरएक्स के साथ हुआ और खरीदे गए क्रिप्टो एसेट क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज क्या है किसी अनाम विदेशी वॉलेट में डाइवर्ट कर दिए गए.

ईडी का कहना है कि वजीर क्रिप्टो एक्सचेंज ने अमेरिका, सिंगापुर की कई क्रिप्टो एक्सचेंज कंपनियों के साथ वेब एग्रीमेंट किए. लेकिन अब वजीरएक्स के एमडी निश्चल शेटटी से मिली जानकारी और जैनमई के दावों में अंतर पाया गया है. इसी को ध्यान में रखते हुए ईडी ने अपनी जांच का दायरा बढ़ाते हुए कंपनी के बैंक खातों को कुर्क कर दिया है.

Cryptocurrency Update : दिवालिया हो गए एक्‍सचेंज तो क्रिप्‍टो निवेशकों के पैसों का क्‍या होगा? एक्‍सपर्ट से समझें

बिटक्‍वाइन में अपने शीर्ष से 50 फीसदी से भी ज्‍यादा गिरावट आ चुकी है.

बिटक्‍वाइन में अपने शीर्ष से 50 फीसदी से भी ज्‍यादा गिरावट आ चुकी है.

ग्‍लोबल मार्केट में जारी उठापटक की वजह से न सिर्फ शेयर बाजार बल्कि क्रिप्‍टो एक्‍सचेंज भी बड़ी गिरावट झेल रहे हैं. कई क . अधिक क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज क्या है क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज क्या है पढ़ें

  • News18Hindi
  • Last Updated : July 24, 2022, 09:57 IST

हाइलाइट्स

जून के बाद से बाइनेंस, वॉल्‍ड, स्‍काईब्रिज कैपिटल जैसे क्रिप्‍टो एक्‍सचेंज ने अपनी ट्रेडिंग रोक दी है.
क्रिप्‍टो एसेट किसी भी सरकार अथवा सरकारी एजेंसी द्वारा गारंटीड नहीं होता है.
एक्‍सचेंज के दिवालिया होने की स्थिति में निवेशकों को असुरक्षित क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज क्या है कर्जदाता की श्रेणी में रखा जाएगा.

नई दिल्‍ली. क्रिप्‍टोकरेंसी मार्केट में बड़ी गिरावट को देखते हुए कुछ एक्‍सचेंज ने अपनी ट्रेडिंग को बंद कर रहे हैं. यह ट्रेंड जून से ज्‍यादा बढ़ गया है. ऐसे में सवाल उठता है कि अगर क्रिप्‍टो एक्‍सचेंज दिवालिया हो जाएं तो निवेशकों के क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज क्या है पैसों का क्‍या होगा?

दरअसल, मई में टेरा सिस्‍टर क्रिप्‍टो के धराशायी होने के बाद क्रिप्‍टो एक्‍सचेंज किसी बड़ी गिरावट से बचने के लिए अपनी ट्रेडिंग रोक दे रहे हैं. ग्‍लोबल मार्केट पर दबाव की वजह से दुनियाभर के शेयर बाजार अभी गिरावट झेल रहे हैं, जिसका खामियाजा क्रिप्‍टोकरेंसी निवेशकों को भी भुगतना पड़ रहा. यही कारण है कि कई क्रिप्‍टो एक्‍सचेंज अपने प्‍लेटफॉर्म पर निकासी और जमा को रोक रहे हैं.

कुछ एक्‍सचेंज इस गिरावट और नुकसान की भरपाई के लिए दूसरे निवेशक तलाश रहे या फिर अपनी हिस्‍सेदारी बेच रहे हैं. इसके अलावा किसी अन्‍य फर्म या एक्‍सचेंज से क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज क्या है ज्‍वाइंट वेंचर बनाने का भी विकल्‍प देख रहे हैं. ऐसे में एक्‍सपर्ट और निवेशकों के मन में यह सवाल जरूर उठता है कि अगर एक्‍सचेंज दिवालिया हो गए तो उनके पैसों का क्‍या होगा.

सामने आया मामला
अमेरिका के न्‍यूजर्सी स्थित क्रिप्‍टो एक्‍सचेंज सेल्सियस नेटवर्क ने हाल में अपनी बैलेंस शीट की खराब हालत को देखते हुए खुद को दिवालिया घोषित कर दिया है. एक्‍सचेंज ने केस फाइल कर कहा है कि उसके शेयरधारकों के हितों को देखते हुए दोबारा बिजनेस खड़ा करने के लिए समय दिया जाए. कंपनी के पास मौजूद डिजिटल एसेट अभी तेजी से बढ़ रहा है. लिहाजा आने वाले समय में यह फिर से सामान्‍य कारोबार कर सकेगी.

13 जुलाई, 2022 तक सेल्सियस पर कुल 5.5 अरब डॉलर का बकाया था, जबकि कंपनी के पास कुल 4.31 अरब डॉलर की संपत्ति थी. ऐसे में 1.19 अरब डॉलर का नुकसान दिख रहा है. सेल्सियस की तरह व्‍योगर डिजिटल ने भी दिवालिया प्रक्रिया शुरू कराई है. यह एक्‍सचेंज हालिया गिरावट की वजह से बरबाद हो गया है. एक और एक्‍सचेंज क्‍वाइनफ्लेक्‍स ने पिछले दिनों अपनी ट्रेडिंग रोकते हुए कहा था कि उसके एक निवेशक ने 4.7 करोड़ डॉलर का भुगतान नहीं किया है. अब कंपनी कानूनी रास्‍ते से 8.4 करोड़ डॉलर वसूलने की तैयारी में है.

जून के बाद से बाइनेंस, वॉल्‍ड, स्‍काईब्रिज कैपिटल जैसे कुछ और क्रिप्‍टो एक्‍सचेंज ने अपनी ट्रेडिंग रोक दी है. यह घटना निवेशकों को उनकी गाढ़ी कमाई डूबने को लेकर खतरे का संकेत दे रही है. ऐसे में अगर ये एक्‍सचेंज दिवालिया हो जाते हैं तो निवेशकों के पैसों का क्‍या होगा.

क्‍या कहते हैं विशेषज्ञ
माईफंडबाजार के सीईओ और फाउंडर विनीत खांदरे का कहना है कि ऐसे किसी भी एसेट में निवेश करने वाले को रिटर्न की कोई गारंटी नहीं होती है. अमेरिका स्थित क्रिप्‍टो एक्‍सचेंज क्‍वाइनबेस ने हाल में वहां के बाजार नियामक को एक दस्‍तावेज के जरिये बताया था कि क्रिप्‍टो एसेट किसी भी सरकार अथवा सरकारी एजेंसी द्वारा गारंटीड नहीं होता है. लिहाजा क्रिप्‍टो प्‍लेटफॉर्म पर होने वाले किसी भी नुकसान को लेकर निवेशकों को कोई आश्‍वासन नहीं दिया जा सकता है. एक्‍सचेंज के दिवालिया होने की स्थिति में निवेशकों को असुरक्षित कर्जदाता की श्रेणी में रखा जाएगा और एक्‍सचेंज के पास जो भी संपत्ति है, उसे दिवालिया प्रक्रिया के तहत निवेशकों को बांटा जा सकता है.

टैरालिटी के सीईओ एवं डाइरेक्‍टर अभिजीत शुक्‍ला का कहना है कि क्रिप्‍टो एसेट को रेगुलेट करने के लिए कोई कानून नहीं है. लिहाजा एक्‍सचेंज के डूबने या दिवालिया होने पर निवेशकों को उनके पैसे मिलने की भी कोई गारंटी नहीं है. दिवालिया होने की स्थिति में एक्‍सचेंज के वॉलेट में मौजूद राशि को निवेशक अपनी संपत्ति बताकर दावा नहीं कर सकता है.

ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|

क्रिप्टो एक्सचेंज FTX हुई दिवालिया, सीईओ ने दिया इस्तीफा, क्रिप्टो मार्केट में मचा कोहराम!

FTX Bankruptcy News: कंपनी ने जानकारी दी है कि FTX, इससे संबद्ध क्रिप्टो ट्रेडिंग फंड Alameda Research और करीब 130 अन्य कंपनियों ने डेलावेयर में स्वैच्छिक चैप्टर 11 बैंकरप्सी प्रोसिडिंग्स की शुरुआत की है.

crypto

इससे पहले प्रतिस्पर्धी क्रिप्टो एक्सचेंज Binance ने FTX के टेकओवर का ऐलान किया था. हालांकि, आखिरी वक्त में बाइनेंस ने यह कहते हुए प्रस्तावित सौदे को रद्द कर दिया है कि जरूरी छानबीन के बाद उसने इस डील से पीछे हटने का फैसला किया है. इसके बाद FTX ने ये कदम उठाया है.

क्रिप्टो मार्केट में मचा घमासान

एफटीएक्स एक्सचेंज से जुड़े डेवलपमेंट्स की वजह से क्रिप्टो मार्केट में पिछले एक हफ्ते से भारी गिरावट देखने को मिल रही है. कॉइन मार्केट कैप पर अवेलेबल डेटा के अनुसार FTX Token 29.08 फीसदी तक लुढ़क गया.

बिटकॉइन (Bitcoin) में पिछले 24 घंटों में 1.70 फीसदी और सात दिन में 21.61 फीसदी की टूट देखने को मिली है और इसमें 16,800 डॉलर के आसपास कारोबार हो रहा है. Ethereum में पिछले 24 घंटों में 1.53 फीसदी की तेजी दर्ज की गई है लेकिन पिछले सात दिनों में 23.61 की टूट देखने को मिली है.

BNB में पिछले सात दिन में 20.81 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है. यूएसडी कॉइन में पिछले एक हफ्ते में 0.04 फीसदी का उछाल देखने को मिला क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज क्या है है. इसी तरह Binance USD में 0.14 फीसदी का उछाल दर्ज किया गया है.

Cryptocurrency Exchange ने क्रिप्टो डिपॉसिट और उसे निकाले जाने पर रोक लगाई

Cryptocurrency Exchange CoinDCX ने KYC में सुधार, क्रिप्टो डिपॉसिट/निकासी में रिस्क का हवाला दिया है.

Cryptocurrency Exchange ने क्रिप्टो डिपॉसिट और उसे निकाले जाने पर रोक लगाई

भारत के कई क्रिप्टोकरंसी एक्सचेंज (Cryptocurrency Exchange) ने क्रिप्टो के डिपॉसिट और उसे निकलने पर रोक लगा दी है. कई निवेशकों की शिकायत है कि इस समय क्रिप्टो का बाजार गिर रहा है और यही सही समय है इसमें निवेश का, लेकिन एक भी ऐसा एक्चेंज नहीं मिल रहा जहां पर निवेश किया जा सके.

क्रिप्टो मार्केट इस समय 50 प्रतिशत से अधिक गिर गया है और 18 महीने के अपने निचले स्तर पर भी पहुंच गया है.

क्रिप्टोकरंसी एक्सचेंज WazirX ने नेट बैंकिंग के किसी भी मोड, जैसे एनईएफटी, या आईएमपीएस के माध्यम से सभी निकासी (Withdrawals) और जमा (Deposit) सेवाओं को रोक दिया है. ग्राहकों के लिए P2P क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज क्या है सेवा ही एकमात्र रास्ता बचा है. पीयर-टू-पीयर ट्रेडिंग (पी2पी) के माध्यम में किसी तीसरे पक्ष या मध्यस्थ की आवश्यकता के बिना क्रिप्टोकरंसी की खरीदी और बिक्री हो जाती है.

वहीं भारतीय क्रिप्टो एक्सचेंज CoinDCX ने भी कई ग्राहकों के लिए क्रिप्टो को जमा करने और निकासी (Withdrawal) को प्रतिबंधित कर दिया है. CoinDCX ने अपने ब्लॉग पोस्ट में बताया था कि कुछ रिस्क और मॉनिटर करने की जरूरत की वजह से ऐसा करना पड़ रहा है. हालांकि कंपनी ने केवल क्रिप्टो के ट्रेड पर रोक लगाई है INR के लिए नेट बैंकिंग की सुविधा चालु है.

कंपनी ने ब्लॉग में बताया कि यह कंपनी लगातार सुधार कर रही है, केवाईसी को लेकर, क्रिप्टो जमा और निकासी के लिए रिस्क को लेकर. पिछले एक महीने में हमने कई ग्राहकों के लिए क्रिप्टो जमा और निकासी को कई बार प्रतिबंधित किया है.

Coinswitch Kuber ने केवाईसी में सुधार का हवाला देते हुए क्रिप्टो निकासी सेवाओं को निलंबित कर दिया है. कंपनी ने एक ट्विटर यूजर को जवाब देते हुए कहा कि जमा और निकासी को रोक दिया गया है क्योंकि इसे नियामकों और नीति निर्माताओं से और स्पष्टता की आवश्यकता है. Coinswitch Kuber पर, NEFT, IMPS और RTGS INR जमा और निकासी के लिए उपलब्ध हैं.

Crypto Market Crash: 8 महीने में 15 लाख करोड़ डूबने के 5 कारण

Crypto Market Crash: 8 महीने में 15 लाख करोड़ डूबने के 5 कारण

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

रेटिंग: 4.65
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 115